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रेलवे के निजीकरण समेत कई मांगो को लेकर कर्मचारियों ने किया धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल

वाराणसी। आल इण्डिया रेलवे मेंस फेडरेशन एवं नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के आहवान पर अपनी लंबित मांगो के समर्थन मे रेलवे अधिकारी व कर्मचारी एक दिन के भूख हड़ताल पर बैठ गए। नार्दन रेलवे मेंस यूनियन वाराणसी इकाई के बैनर तले सैकड़ो रेल कर्मचारी वाराणसी स्टेशन के डायरेक्टर कार्यालय के समक्ष धरना दिए और जमकर नारेबाजी की। धरना प्रदर्शन सुबह दस से शाम साढ़े पाँच बजे तक चला। कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहाँ की अगर उनकी माँगे जल्द से जल्द नहीं मानी गई तो कर्मचारी संघ रेल चक्काजाम कर देंगे। धरना स्थल पर सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओ ने कहाँ की भारत सरकार लगातार रेलवे एवं अन्य सरकारी उपक्रमों को बेचने का काम करती जा रही है रेलवे विभाग मे रिक्त पड़े लाखो पदों पर नियुक्तियां नहीं की जा रही है। वक्ताओ ने कहाँ की सरकार की नीतियाँ न केवल रेल कर्मचारियों को प्रभावित कर रही है बल्कि देश मे बेरोजगारी भी बुरी तरह से बढ़ रही है। सभी राजनितिक दल अपने एजेंडे पर काम कर रहे है। देश और रेल के बारे मे कोई बात नहीं कर रहा है। कर्मचारियों ने अपने पाँच सूत्री मांगो को लेकर धरना पर बैठ गए। जिसमे मुख्य रूप से मांगो मे रेलवे का निजीकरण और नगरीकरण बंद हो। पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए। केडर रिस्ट्रक्चरिंग लागू किया जाए। वेतन आयोग का गठन किया जाए व महिलाओ को कार्यस्थल पर मूलभूत सुविधाए मिले। कर्मचारियों ने कहाँ की आज भी सरकार की ओर से इस भूख हड़ताल का आयोजन को विफल करने के लिए हर तरह के प्रयास किए गए जो अत्यंत निंदनीय है लेकिन कर्मचारियो ने सरकारी कोशिशो और इनकी चालाकियो को नाकाम करते हुए धरना दिया और भूख हड़ताल पर बैठे। कर्मचारी नेताओं ने कहाँ की यह भूख हड़ताल सरकार को यह संदेश देने के लिए है की अगर हमारी जायज मांगो को नहीं माना गया तो हम कर्मचारिगण बड़े संघर्ष की तैयारी करेंगे। धरने मे मुख्य रूप से मंडल उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र गौतम, शाखा सचिव सुनील कुमार सिंह, डीके सिंह, राजकुमार, सतीश कुमार सिंह, वाई.के मिश्रा, प्रमोद कुमार, रामतीर्थ यादव, धर्मेंद्र मिश्रा, रविंद्र नाथ चतुर्वेदी, भानू गुप्ता, रिंकी सिंह, सरोज यादव, अनुराधा आदि शामिल रही। अध्यक्षता जनरल शाखा अध्यक्ष राजेश शुक्ला ने किया।

नगर निकाय चुनाव के लिए वार्डो का परिसिमन तैयार, दाखिल होंगी आपत्तिया

वाराणसी। नगर निकाय चुनाव के लिए वार्डो का परिसीमन तैयार हो गया है। प्रशासन की ओर से इसको लेकर 11 अक्टूबर को अधिसूचना प्रकाशित कर दी गई है। प्रकाशन तिथी से सात दिनो तक आपत्तियाँ प्राप्त की जायेगी। नगर निगम प्रशासन की ओर से इसका निस्तारण किया जाएगा। नगर निगम आपत्तियों पर रैपीड सर्वे कराकर वार्डो के परिसिमन मे बदलाव भी कर सकता है। वाराणसी नगर निगम मे अब 90 के बजाए 100 वार्ड होंगे। इस बार प्रशासन के तरफ से आबादी के आधार पर 10 वार्ड बढ़ाए गए है। इसको लेकर नगर निगम प्रशासन की ओर से आपत्तियों के लिए अधिसूचना 11 अक्टूबर को जारी करते हुए सात दिनों तक आपत्तिया माँगी है। आपत्तिया प्राप्त होने के बाद नगर निगम प्रशासन सर्वे कराएगा। इसके बाद वार्डो मे आरक्षण पर निर्णय लिया जाएगा। मंडलायुक्त व जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया की अधिसूचना प्रकाशित किए जाने के सात दिनों तक प्राप्त आपत्तियों पर विचार किया जाएगा।  इसके बाद प्राप्त आपत्तियों पर विचार नहीं होगा।  ऐसे मे प्रत्याशी निर्धारित अवधि तक आपत्तिया दाखिल करा सकते है ताकी उनका निस्तारण किया जा सके।

पियरी पुलिस चौकी के पीछे नवजात का शव मिलने से सनसनी, जांच मे जुटी पुलिस

वाराणसी। पियरी पुलिस चौकी के पीछे नवजात का शव मिलने से सनसनी, जांच मे जुटी पुलिसचौक थाना क्षेत्र के पियरी चौकी के पीछे नवजात शिशु का शव मिलने से क्षेत्र मे सनसनी फैल गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर अग्रिम कारवाई मे जुट गई। मंगलवार की सुबह मे स्थानीय लोगो ने पियरी पुलिस चौकी के पीछे एक नवजात शिशु का मृत शव देखा।   बच्चे का शव देखकर लोग परेशान हो गए किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने आस पास के लोगो से इसके बाबत जानकारी ली। वही शव को कब्जे मे लेकर आगे की करवाई मे जुट गई। नवजात शिशु का शव मिलने से क्षेत्र मे तरह तरह की चर्चाए है। लोगो की माने तो लोक लाज की डर से बच्चे की माँ ने शिशु को पुलिस चौकी के पीछे छोड़ दिया होगा। पुलिस मामले की छाँनबीन कर रही है।

गंगा मे चलेगा सौर ऊर्जा से संचालित देश का पहला लग्जरी मिनी क्रूज

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के पैनी प्लानिंग का नतीजा है कि काशी का विकास मॉडल देशभर मे चर्चा का विषय बना हुआ है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए देश मे पहली बार रोपवे सेवा वाराणसी मे शुरू होनी है। इसके अलावा सौर ऊर्जा से संचालित मिनी लग्जरी क्रूज भी देश मे पहली बार काशी मे संचालित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। ये क्रूज विशेष तौर पर उन दर्शनार्थियों के लिए होगा जो काशी विश्वनाथ धाम का दर्शन करना चाहेंगे। गंगा मे प्रदूषण कम करने की कवायद मे एक बड़ा प्रस्ताव जल्द आने वाला है। वाराणसी मे पहले से चल रहे अलखनंदा क्रूज लाईन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक विकास मालवीय ने बताया की जल्द ही सोलर एनर्जी से चलने वाला मिनी लग्जरी क्रूज लाने की प्लानिंग है जो सिर्फ दर्शनार्थियों को काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन कराएगा। विकास मालवीय ने बताया की नमोः घाट और संत रविदास घाट से दो मिनी लग्जरी क्रूज के संचालन का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। उधर से मंजूरी मिलते ही दर्शनार्थियों के लिए क्रूज का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। काशी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए पहले से गंगा मे सीएनजी बोट और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए सड़क पर इलेक्ट्रीक बसे चल रही है। वही पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोपवे भी बनने जा रहा है। अब सौर ऊर्जा से चलने वाला मिनी लग्जरी क्रूज भी पर्यावरण संरक्षण मे काफी सहायक होगा। पंद्रह से बीस किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाले इस क्रूज मे एक बार मे करीब 25 से 30 लोग सवार हो सकेगे पुरा क्रूज वातानुकूलित होगा। इसमें कैफिटेरिया और बायो टायलेट के साथ सुरक्षा के अंतर राष्ट्रीय मानको का पालन किया जाएगा।

काशी के सूरज ने नेशनल गेम्स मे गोल्ड मेडल जीतकर जिले का नाम किया रोशन

वाराणसी। परेड कोठी निवासी सूरज ने गुजरात मे आयोजित नेशनल गेम्स के वुशू खेल मे गोल्ड मेडल जीतकर काशी का गौरव और नाम बढ़ाने का काम किया है। उनकी इस उपलब्धि से न सिर्फ परिवार के लोग ख़ुशी है बल्कि नाते रिश्तेदार भी उनकी इस सफलता से गदगद है। वही काशी वासियो मे भी ख़ुशी का माहौल बना हुआ है। सूरज ने प्रतियोगिता के आखिरी राउंड मे कश्मीर के खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। गुजरात मे आयोजित नेशनल गेम्स का मंगलवार के दिन फाइनल गेम खेला गया तीन राउंड के गेम मे काशी के खिलाड़ी सूरज का मुकाबला महाराष्ट्र राजस्थान व कश्मीर के खिलाड़ियों से था। दोनों प्रांतो के खिलाड़ियों को पटखनी देने के बाद सूरज ने आखिरी राउंड मे कश्मीर के खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा लिया। उनकी इस कामयाबी से परिजनों के चेहरे ख़ुशी से खिल उठे। मालूम हो की खिलाड़ी सूरज के परिवार की आर्थित स्थिति ठीक नहीं है। पिता की बहुत पहले ही मौत हो चुकी है। इसके बावजूद उसने सिमित संसाधनों के सहारे लगातार मेहनत कर सफलता हासिल की। सूरज इसके पहले लक्ष्मण अवार्ड से सम्मानित हो चुके है इसके अलावा कई राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओ मे उम्दा प्रदर्शन कर अपना लोहा मनवाया चुके है।

पुलिस कमिश्नर ने त्यौहार पर विशेष सतकर्ता बरतने व शातिर अपराधियों को सजा दिलाने पर दिया जोर

वाराणसी। पुलिस कमिश्नरेट ए सतीश गणेश ने बुधवार के दिन कमिश्नरेट के सभी राजपत्रित अधिकारियो के साथ कैम्प कार्यालय मे बैठक के बाद कार्यों की समीक्षा की। बैठक मे ठंडी के दिनों मे होने वाले अपराध पर रोकथाम के लिए चर्चा की गई। ठंडी के दिनों मे रात के समय चोरिया की समस्या ज्यादा बढ़ जाती है। इस पर प्रभावी रोक लगाने से सम्बन्धित सुझाव दिए गए। इसके साथ ही शासन के निर्देश के तहत माफियाओ और शातिर अपराधियों के खिलाफ करवाई पर जोर दिया गया। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने कहाँ की ईनामीया व अपराधी अभिषेक सिंह हन्नी और झून्ना पंडित जैसे शातिर अपराधियों के खिलाफ दर्ज मुकदमो मे प्रभावी पैरवी कर उन्हें सजा दिलाई जाए इसके लिए पुलिस विभाग के सभी अधिकारी रणनीति तैयार कर ले। धनतेरस और दीपावली पर भी सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम करने की रूप रेखा बनी। नगर के प्रमुख बाजारों के अलावा छोटे बाजारों पर भी कड़ी निगरानी करने के निर्देश दिए गए। त्योहारो मे आग से बचाव के लिए अग्निश्मन दल के जवानो को तैयार रहने का निर्देश दिया गया। वही अवैध पटाखों पर लगाम लगाने का भी निर्देश जारी किया गया। दीपावली त्योहार के समय डालमंडी, हड़ायसराय, लल्लापुरा, लोहता समेत कई क्षेत्रो मे पटाखों के भंडारण की सूचना मिलती है। सभी अधिकारियो को सख्त निर्देश किया गया की पटाखों के अवैध कारोबारियों पर पैनी निगरानी की जाए।

प्रधानमंत्री ने महाकाल कारिडोर का किया उद्घाटन, काशी मे गूंजे हर हर महादेव व महाकाल के उद्घोष

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उज्जैन मे 856 करोड़ की लागत से तैयार महकलेश्वर मन्दिर कारिडोर विकास परियोजना के प्रथम चरण के तहत महाकाल लोक का उद्घाटन किया। इस उद्धघाटन का सीधा प्रसारण श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर (कारिडोर) धाम मे बैठे भाजपा के मंत्रियों, पदाधिकारियों व विशिष्ट जनो ने देखा। जैसे ही प्रधानमंत्री ने महाकाल लोक का उद्धघाटन किया पुरा काशी विश्वनाथ मन्दिर (कारिडोर) हर हर महादेव व जय श्री महाकाल के गगनभेदी उद्घोष से गूंज उठा। महाकाल कारिडोर मन्दिर करीब 900 मीटर एरिया मे बना है। कारिडोर का आकार काशी विश्वनाथ मन्दिर परिसर से करीब चार गुना बड़ा है। पहले चरण मे महाकाल प्लाजा, महाकाल कारिडोर, मिडवे झोन, महाकाल थीम पार्क, घाट एवं डेक एरिया, नूतन स्कूल कम्पलेक्स, गणेश स्कूल कम्पलेक्स का काम पूर्ण हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथो उज्जैन मे श्री महाकाल लोक लोकार्पण कार्यक्रम का काशी के प्रमुख शिवालयों एवं देवाल्यो मे एलईडी के माध्यम से सीधा प्रसारण देखा गया। इस क्रम मे विश्वनाथ कारिडोर के चौक प्रांगण मे बड़े बड़े एलईडी स्क्रीन पर प्रदेश के मंत्री, जनप्रतिनिधि व पदाधिकारियों ने कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा। इस अवसर पर भाजपा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव, राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, महापौर मृदुला जायसवाल, पूर्व मंत्री व विधायक डाक्टर नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक टीराम, भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, मनीष कपूर, मिना चौबे, अशोक चौरसिया, धर्मेंद्र सिंह, अशोक तिवारी, प्रदीप अग्रहरी, नौरत्न राठी, संतोष सोलापुरकर, श्रीप्रकाश शुक्ला, उदय प्रताप सिंह, नवीन कपूर, जगदीश त्रिपाठी, अशोक पटेल, ई.अशोक यादव, गीता शास्त्री आदि मौजूद रही।

गृहमंत्री व मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक, विकास की परियोजनाओं सहित नगर निगम चुनाव पर हुईं चर्चा

वाराणसी। बिहार प्रान्त के सिताबदियारा मे आयोजित लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जयंती कार्यक्रम मे शामिल होने के बाद मंगलवार की दोपहर बाद देश के गृहमंत्री अमित शाह व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ वाराणसी स्थित सर्किट हॉउस पहुँचे।हालांकि जिस समय गृहमंत्री और मुख्यमंत्री वाराणसी पहुँचे उस समय मौसम ने अपना रुख बदल लिया था और तेज बारिश होने लगी थी। सुरक्षा मे तैनात पुलिस व प्रशासनिक अफसर व कर्मचारी रेनकोट पहनकर ड्यूटी पर तैनात थे। दोनों नेताओं ने सर्किट हॉउस मे अधिकारियो और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। सूत्रों के अनुसार बैठक मे कानून व्यवस्था विकास योजनाओं के अलावा आगामी नगर निगम चुनाव को लेकर चर्चा हुईं। गृहमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों को नगर निगम चुनाव मे बेहतर प्रदर्शन और प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के मंत्र दिए। इसके अलावा सारनाथ समेत विभिन्न क्षेत्रो मे चल रही विकास की प्रगति का हाल जाना। हालांकि बैठक लम्बा चला। बैठक के बाद गृहमंत्री व मुख्यमंत्री काशी विश्वनाथ धाम व बाबा कॉलभैरव का दर्शन करने जा सकते है। रात नौ बजे गृहमंत्री दिल्ली व मुख्यमंत्री लखनऊ लौट जाएगे।

ज्ञानवापी – श्रृंगार गौरी विवाद – शिवलिंग के जांच पर अब 14 और पूजा के अधिकार पर 12 अक्टूबर को होंगी सुनवाई

वाराणसी। ज्ञानवापी मस्जिद-श्रृंगार गौरी से जुड़े दो मुकदमो की सुनवाई मंगलवार के दिन दो अलग अलग कोर्ट मे हुईं। पहला केस ज्ञानवापी परिसर मे मिले कथित शिवलिंग की वैज्ञानिक पद्धति से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से जांच कराने की माँग से जुड़ा हुआ है । इस केस की सुनवाई जिला जज डा. अजयकृष्ण विश्ववेश की कोर्ट मे हुईं। कोर्ट ने अपना आदेश सुरक्षित करते हुए सुनवाई की अगली तारीख 14 अक्टूबर निर्धारित कर दी है। उधर दूसरे मुक़दमे ज्ञानवापी परिसर मे मिले कथित शिवलिंग के पूजा पाठ की माँग के अधिकार के मामले सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट महेन्द्र कुमार पाण्डेय की कोर्ट मे सुनवाई हुईं। इस दौरान कोर्ट ने 16 लोगो को कोर्ट मे मौजूद रहने की अनुमति दी थी। अब इस मुकदमे की नियमित सुनवाई होंगी और मुक़दमे की अगली सुनवाई 12अक्टूबर को निर्धारित की गई है। ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने मे एडवोकेट कमिश्नर की कमीशन की कारवाई के दौरान पिछले 16 मई को कथित शिवलिंग मिला था। माँ श्रृंगार गौरी केस की वादिनी महिलाओ मे सीता साहू, मंजू व्यास, रेखा पाठक, लक्ष्मी देवी और राखी सिंह ने दावा किया है की पत्थर प्राचीन शिवलिंग है। महिलाओ ने कथित शिवलिंग को नुकसान पहुंचाए बगैर उसकी और इसके इर्द गिर्द के एरिया की वैज्ञानिक पद्धति से जांच कराने की माँग की है। उनका कहना है की जांच के दौरान पता लग सके की शिवलिंग कितना पुराना है साथ ही यह भी स्पष्ट हो सके की वह कितना लम्बा और चौड़ा है और उसका अरघा कितना गहरा है। मंगलवार के दिन मस्जिद कमेटी की ओर से कहाँ गया की कथित शिवलिंग की वैज्ञानिक जांच की कोई आवश्यकता नहीं है। कारण की हिन्दू पक्ष ने अपने केस ज्ञानवापी मे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष देवी देवताओं की पूजा की माँग की है। फिर शिवलिंग की जांच की माँग क्यों की जा रही है। हिन्दू पक्ष ज्ञानवापी मे कमीशन द्वारा सबूत इकठ्ठा करने की माँग कर रहे है सिविल प्रक्रिया सहिंता मे ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।हिन्दू पक्ष ने मस्जिद कमेटी की दलिलो का विरोध किया है। कोर्ट ने सुनवाई के बाद अपना आदेश सुरक्षित रखते हुए सुनवाई की अगली तारीख 14 अक्टूबर निर्धारित कर दी है। वही विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेन्द्र सिंह, विसेन की पत्नी किरण सिंह ने ज्ञानवापी परिसर मे मुस्लिमो के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की माँग की है। उनकी माँग है की ज्ञानवापी परिसर हिन्दुओ को सौप दिया जाए। ज्ञानवापी परिसर मे मिले शिवलिंग की पूजा पाठ भोग, राग व श्रृंगार का अधिकार हिन्दुओ को दिया जाए। इस मामले मे सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक की ओर से भगवान आदि विशेश्वर विराजमान केस की सुनवाई के लिए 16 पक्षकारो को उपस्थित होने की अनुमति मिली थी। उसमे भगवान आदि विशेश्वर का नाम सबसे ऊपर था। अब इस मुक़दमे की नियमित सुनवाई होंगी। उधर अंजुमन इन्तेजामिया मस्जिद कमेटी ने अपना पक्ष रखते हुए कहाँ की यह मुकदमा सुनवाई योग्य नहीं है अब अदालत 12 अक्टूबर यानी बुधवार की दोपहर ढाई बजे मुकदमे की फिर से सुनवाई करेगी। इस दौरान मुस्लिम पक्ष अपना पक्ष रखेगा। शिवलिंग की जांच पर 14 अक्टूबर को कोर्ट सुना सकती है फैसला ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी प्रकरण मे जिला जज अजय कृष्ण विश्ववेश की अदालत मे सुनवाई के बाद हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने मिडिया को बताया की आज अदालत मे प्रतवादी पक्ष अंजुमन इन्तेजामिया मस्जिद कमेटी ने अदालत मे अपनी आपत्ति दाखिल की है। उन्होने कहाँ की ज्ञानवापी परिसर मे मिली आकृति की कार्बन डेंटिंग नहीं हो सकती। इस पर हमारी तरफ से भी पक्ष रखा गया की हमने कार्बन डेंटिग की माँग नहीं की है बल्कि वैज्ञानिक आधार पर परीक्षण करने व एएसआई सर्वेक्षण की माँग की है। बल्कि वैज्ञानिक आधार पर सर्वेक्षण करने की माँग है। इस मुक़दमे मे अदालत 14 अक्टूबर को अपना फैसला सुना सकती है।

बिजली चोरी रोकने गई टीम पर ग्रामीणों का हमला, चार कर्मी घायल, ग्रामीणों ने धनउगाही का लगाया आरोप

वाराणसी। चौबेपुर थाना क्षेत्र के गउडीह गाँव मे उगापुर विद्युत केंद्र के कर्मचारी बिजली चेकिंग के लिए पहुँचे थे। इस दौरान अवैध कनेक्शनधारियों द्वारा कटिया के सहारे चलाए जा रहे बिजली के तार को काटना चाहा। तभी ग्रामीणों के समूह ने उन बिजली कर्मियों के ऊपर लांठी डंडो से उन पर प्रहार कर दिया। ग्रामीणों के हमले मे चार बिजली कर्मी घायल हो गए। बिजली कर्मचारियों की तरफ से डायल 112 पर फोन करके पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। अवर अभियंता गरथाउली राजकुमार ने बताया की अधिकारियो के निर्देशन पर विजली विभाग की कर्मचारियों व संविदा कर्मियों की टीम अवैध कनेक्शन की जांच करने के लिए गाँव मे गई थी। दो टीमे गाँव के दो तरफ से गाँव मे दाखिल हुईं। गाँव के राजभर बस्ती मे भारी मात्रा मे लोग कटिया के सहारे अवैध रूप से बिजली का उपयोग कर रहे थे। इसी तार के कनेक्शन को काटने के लिए टीम आगे बढ़ी तो लाठी डंडो से लैस ग्रामीण उन पर टूट पड़े। जहाँ बिजली कर्मियों को जमकर पिटा गया। ग्रामीणों का उग्र रूप देखकर बिजली कर्मी जान बचाकर गाँव के बाहर खड़े वाहन तक पहुँचे लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें घेरकर वहाँ भी उनकी पिटाई की। ग्रामीणों के हमले में घायल कर्मियों मे मिश्रिलाल, चंद्रभान, सुनील, विकास बुरी तरह से घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने बीच बचाव कर घायलों को उपचार के लिए भेज दिया। उधर ग्रामीणों मे रमेश राजभर व अनूप सहित ग्रामीणों ने बिजली कर्मियों पर आरोप लगाया की बिजली कर्मी जांच के नाम पर घर मे घुसकर पैसे माँग रहे थे। इसका विरोध करने पर ही विवाद उत्पन्न हुआ। बिजली कर्मियों की पिटाई से ग्रामीण विकास राजभर भी घायल हो गया।