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नगर स्तरीय अंतरविभागीय अभिसरण समन्वय समिति की  समीक्षा व योजना हेतु की गयी बैठक 

बोकारो : जिला सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में अपर नगर आयुक्त चास नगर निगम की अध्यक्षता एवं डॉ अभय भूषण प्रसाद जिला सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा अधिकारी के समन्वय में नगर स्तरीय अंतरविभागीय अभिसरण समन्वय समिति की बैठक समीक्षा व योजना हेतु की गयी। बैठक के दौरान शहरी क्षेत्र के मलिन बस्तियों में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, पॉली क्लिनिक एवं अटल क्लिनिक द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा, साथी पिछले बैठक की कार्यवाही पर चर्चा की गई। आवश्यकता के अनुसार सभी केंद्रों में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के रिक्त पदों को जनवरी 2025 तक भरने का निर्णय लिया गया। बैठक के दौरान दिसंबर 2024 तक आवश्यकता के अनुसार शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ड्रिंकिंग वॉटर एवं रनिंग वाटर की उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया। साथ ही विभिन्न विभागों के द्वारा आपसी समन्वय स्थापित कर शहरी क्षेत्र के लोगो हेतु विभिन्न स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, पेय जल व आवास की सुविधाओं को कैसे प्रदान किया जाये, इस पर गहन चर्चा की गयी। जिला सिविल सर्जन महोदय द्वारा परिवार नियोजन के कार्यक्रम एवं आने वाले पोलियो में बेहतर उपलब्धि के लिए सभी विभागों से सपोर्ट की मांग किया। PSI  इंडिया के जिला प्रतिनिधि मांजरूर रहमान खान के द्वारा बैठक की उद्देश्य  एवं विशेष कार्य बिंदु पर पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से अवगत करवाएं। साथ ही युवा मैत्री केंद्र की सफल संचालन हेतु शिक्षा विभाग से सपोर्ट की मांग किया। इस अवसर पर डॉ सेलिना टुडू डी.आर.सी.एच.ओ., चास नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त जयपाल सिंह एवं प्रियंका कुमारी, डॉ अरविंद कुमार, सिटी डाटा प्रबंधक NUHM, बोकारो जेनरल अस्पताल से डॉ. वर्षा घाणेकर A.CMO, नगर अभियान प्रबंधक – NULM, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी चास, डब्ल्यू.एच.ओ.  एस.एम.ओ., पी.एस.आई. इंडिया के  जिला प्रबंधक मंजूरुर खान, पाथ NGO सहित विभिन्न विभागों जैसे नगर निगम, महिला एवं बाल विकास/ICDS तथा शिक्षा विभाग, नगर परिषद फुसरो के प्रतिनिधि उपस्थित रहे और अपना योगदान दिया।

सिटी थाना क्षेत्र में तम्बाकू को लेकर चला अभियान, 19 दुकानों का काटा गया चालान

बोकारो : सिटी थाना क्षेत्र में कोटपा-2003 के अनुपालन हेतु नयामोड, दुन्दीबाग, कोआपरेटिव एवं कैम्प-2 में विशेष अभियान चलाया गया। जिसमें सिगरेट और अन्य तम्बाकुू उत्पाद अधिनियम-2003 (कोटपा-2003) की धारा 4 व 6ंए, 6बी व ई-सिगरेट की जांच की गई। छापामारी के दौरान कुल 73 दुकानों की जांच की गई जिसमें 19 व्यक्ति व दुकानदार कोटपा कानून का उल्लंघन करते हुये पाया गया उसको कोटपा-2003 की धारा 4, 6ए एवं 6बी के अन्तर्गत चालान काटकर 3070 रू अर्थदन्ड की वसूली की गई। जिला परामर्शी द्वारा बताया गया कि कोटपा-2003 की धारा 6बी के तहत स्कूल के 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पाद की विक्री करना कानूनन अपराध है। जिला परामर्शी के अनुसार सभी विक्रेता/दुकानदार को सूचित किया जाता है कि कोटपा 2003 की धारा 6 ए में वर्णित प्रावधानों के आलोक में वैधानिक चेतावनी वाले बोर्ड (आकार एवं मापदण्ड) के अनुरूप जिसमें लिखा हो ’’18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को तम्बाकू उत्पाद बेचना कानूनन अपराध है’’ प्रमुखता से प्रदर्शन किया गया हो। जिला परामर्शी द्वारा सभी दुकानदारों से अनुरोध किया गया है कि बिना वैधानिक चेतावनी वाले सिग्रेट अथवा तम्बाकू उत्पाद की बिक्री न करें साथ ही सभी आमजनमानस से अनुरोध है कि खुले में धुम्रपान का सेवन न करें। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि मो0 असलम जिला परामर्शी तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम, सिटी थाना की गशती बल साथ में उपस्थित थे।

गोमिया में कार्यकर्ताओं ने योगेंद्र प्रसाद महतो को कैबिनेट मंत्री बनाने की मांग

गोमिया : गोमिया विधानसभा क्षेत्र से झामुमो के नवनिर्वाचित विधायक योगेंद्र प्रसाद महतो की शानदार जीत के बाद  झामुमो कार्यकर्ताओं ने गुलदस्ते भेंट कर अभिनंदन किया। कार्यकर्ताओं ने झारखंड सरकार में योगेंद्र प्रसाद महतो को कैबिनेट मंत्री बनाने का मांग किया है। उनके कार्य करने की बेहतरीन सूझबूझ के कारण उन्हें बेहतर विभाग के मंत्रालय का जिम्मा सौंपने का मांग किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि योगेंद्र प्रसाद महतो की बेहतर कार्य शैली से राज्य के डेवलपमेंट का ग्राफ लगातार नियमित व सुचारू रूप से बढ़ेगा। 19 वर्षों से निरंतर योगेंद्र प्रसाद ने गोमिया विधानसभा क्षेत्र के जनता की समस्याओं का समाधान करते आए हैं। इस कारण वे जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं। जनता ने उन्हें भारी समर्थन देकर जिताया है। मौके पर झामुमो गोमिया प्रखंड उपाध्यक्ष अमित पासवान, मुखिया बंटी उरांव, मुखिया शांति देवी, मुखिया रामवृक्ष मुर्मू, पूर्व मुखिया चंद्रदीप पासवान, विशाल जायसवाल, राजू शाह, धीरज यादव, दीपक रजक, मनदीप बधावन, मंजूर इलाही, संतोष पासवान, सोनाराम बेसरा, वार्ड सदस्य यासमीन परवीन, पूनम देवी, क्रांति देवी, ललिता देवी, सुचिता देवी मौजुद थे।

उत्पाद विभाग ने तलाशी अभियान में पिकअप वाहन में सब्ज़ी के कैरेट के नीचे 41 नीले रंग के जरकीन में अवैध स्पिरिट किया बरामद 

बोकारो : उपायुक्त बोकारो के निर्देशानुसार सहायक आयुक्त उत्पाद बोकारो के मार्गदर्शन में जिला उत्पाद बल ने  चास मुफस्सिल थाना अंतर्गत तेलमच्चो टोल प्लाजा के पास गश्ती के दौरान सोमवार सुबह 3:30 बजे के आसपास एक नीले रंग के इंट्रा पिकअप JH-09-BH-2016 की तलाशी लेने पर उस पर सब्ज़ी के कैरेट के नीचे 41 नीले रंग के जरकीन में अवैध सुशव (स्पिरिट) बरामद किया। संलिप्त अभियुक्तों पर उत्पाद अधिनियम की सूसंगत धाराओं के आधार पर अभियोग दर्ज किया जा रहा है। टीम ने इंट्रा पीक-अप जेएच 09 बीएच 2016 वाहन एवं 2050 लीटर स्पिरिट जब्त किया है। छापामारी दल में निरीक्षक उत्पाद बिजय कुमार पाल, अवर निरीक्षक सदर-सह-तेनुघाट, सन्नी विवेक तिर्की, अवर निरीक्षक बेरमो-सह-चंदपुरा महेश दास आदि उपस्थित थे।

गांधीनगर के श्मशान घाट में पंचतत्व में विलीन हुईं पीएम मोदी की मां

पीएम मोदी की मां हीराबा के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दे दी गई है। गांधीनगर के श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा का निधन हो गया। पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह सूचना दी गई। पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा गया, ‘शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है। मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से।’ मां के निधन के बाद पीएम मोदी अहमदाबाद पहुंचे। यूएन मेहता अस्पताल के एक बयान में कहा गया है, ‘हीराबा मोदी का निधन शुक्रवार तड़के (30 दिसंबर) 3.30 बजे (सुबह) इलाज के दौरान हुआ। मां का स्थान कोई नहीं ले सकता: नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी की मां श्रीमती हीरा बेन जी का निधन दुखद। मां का निधन असहनीय और अपूरणीय क्षति होता है। मां का स्थान दुनिया में कोई नहीं ले सकता। दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा प्रधानमंत्री श्री मोदी जी एवं उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां का निधन, पीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा मोदी का शुक्रवार को निधन हो गया. वे 100 साल की थीं. हीरा बा ने अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में अंतिम सांस ली. हीरा बा को मंगलवार शाम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पीएम मोदी ने ट्वीट कर मां हीरा बा को श्रद्धांजलि दी. पीएम की मां हीरा बा को मंगलवार को अचानक से सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी. इसके अलावा उन्हें कफ की शिकायत भी थी. इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल के कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती करा दिया गया. डॉक्टरों ने उनकी मां का एमआरआई और सीटी स्कैन किया. गुरुवार को अस्पताल की ओर से बयान जारी कर बताया गया था कि उनकी तबीयत में सुधार है. लेकिन शुक्रवार सुबह उनका निधन हो गया.

नववर्ष की जश्न को फीका कर सकती है कोरोना की चौथी लहर, सरकार अलर्ट

देश में जनवरी मध्य से कोरोना मामले बढ़ने की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग इलाज के साथ रोकथाम के लिए तमाम एहितयाती उपायों पर मंथन कर रहा है। मंगलवार को प्रदेश भर के अस्पतालों में इलाज की तैयारियों की माक ड्रिल के बाद बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने नववर्ष के जश्न पर रोक लगाने पर डाक्टरों का मंतव्य जाना। उनकी चिंता थी कि बोधगया में लोगों का जमावड़ा लगने के कारण कोरोना के मामले बढ़े हैं, ऐसे में नववर्ष के जश्न से खतरा और बढ़ सकता है। हालांकि, डाक्टरों ने जश्न पर रोक लगाने के बजाय मास्क और शारीरिक दूरी के नियम को अनिवार्य रूप से लागू कराने की सलाह दी है। उनका कहना था कि रोक लगाने के बावजूद लोग आदतन जश्न मनाएंगे और खतरे में आ सकते हैं। एहतियात के साथ जश्न मनाने का नियम लागू कराने से बड़ी आबादी को सुरक्षित रखा जा सकता है। समीक्षा बैठक में शामिल एम्स, आइजीआइएमएस, पीएमसीएच, एनएमसीएच समेत सभी मेडिकल कालेजों के प्राचार्य-अधीक्षक और सिविल सर्जनों का मानना था कि कोरोना से निपटने में सरकार के स्तर से तमाम तैयारियां दुरुस्त हैं। कोराेना से कैसे बचना है इसकी बाबत हर शख्स को जागरूक किया जा चुका है। अब यह आमजन के हाथ में है कि वह कोरोना अनुकूल व्यवहार जैसे मास्क पहनना, अंजान सतह छूने के बाद मुंह-नाक व आंख को छूने के पहले साबुन से हाथ धोने, बेवजह यात्रा न करने या भीड़भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाना और शारीरिक दूरी जैसे नियमों का पालन कर कोरोना से सुरक्षित रहें। अपर मुख्य सचिव ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे रेड अलर्ट मोड में रहें और कोरोना जांच की संख्या को बढ़ाएं। कोरोना उपचार में जिस सामान, दवा की कमी हो अभी बीएमएसआइसीएल से मंगवा लें। कोविड डेडिकेटेड हास्पिटल रहे एनएमसीएच को अधिक संख्या में बेड तैयार रखने को कहा गया। पीएमसीएच को बाथरूम व आक्सीजन कंटेनर समेत अन्य सुविधाएं दुरुस्त रखने को कहा गया। इसके अलावा लखीसराय, अररिया, मुंगेर, बांका जैसे जिलों को कमियां दूर करने का निर्देश दिया गया।

13 वर्षीय बच्चे की गोली मारकर हत्या, आरोपी फरार

रांची : रांची के पिठोरिया इलाके में एक 13 वर्षीय बच्चे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का नाम सकलैन अंसारी पिता अजीम अंसारी है। वह मदनपुर गांव का रहने वाला था। उसे रिश्ते में लगने वाले चचेरे भाई ने ही गोली मारकर हत्या कर दी। परिजनों के अनुसार अफसर नाम के युवक पर गोली मारने का आरोप है। बताया जा रहा है कि घर से कुछ ही दूरी पर अफसर और सकलैन मौजूद थे। किसी बात को लेकर कहासुनी हुई इस दौरान उसने गोली मार दी। घटना के बाद मामले को दबाने का प्रयास किया गया। हालांकि इसकी सूचना पिठोरिया थाने की पुलिस को मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया गया है। फिलहाल गोली मारने वाला अफसर अंसारी फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया गोली मारने वाले अपराधी की तलाश में छापेमारी की जा रही है, जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

झारखंड में एक लाख करोड़ से ज्यादा की राशि हुई खर्च, हेमंत सरकार के पास हिसाब नहीं, अब मची खलबली

राँची। झारखंड में बीते 16 साल के दौरान विभिन्न विभागों के जरिए खर्च की गई करोड़ों की राशि का हिसाब सरकार को नहीं मिला है, सरकार विकास योजनाओं सहित अन्य मदों में विभिन्न विभागों को राशि तो लगातार जारी करती रही, पर राशि का किस तरह और कितना उपयोग हुआ, इसका सही-सही ब्योरा सरकार को नहीं मिल पाया है।राज्य सरकार ने माना है कि कुल एक लाख तीन हजार चार सौ उनसठ करोड़ (103459.14) करोड़ की राशि का हिसाब नहीं मिल पाया है वही राज्य में कुल 39 हजार से अधिक योजनाओं या मदों में दी गई राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं उपलब्ध है। सबसे ज्यादा ग्रामीण विकास विभाग में 14361.00 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं है, इसी तरह कृषि विभाग 611 करोड़, ऊर्जा में 9234 करोड़, नगर विकास विभाग सहित अन्य विभागों में भी बड़ी राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं किया गया है। जब इसका खुलासा झारखंड के मुख्य सचिव झारखंड सुखदेव सिंह के पत्र से हुआ है, जो उन्होंने सभी विभागों के सचिवों को लिखा है उन्होंने उपयोगिता प्रमाण लंबित रहने पर चिंता जतायी है वही सीएस ने कहा कि कई निर्देश के बाद भी बड़ी राशि का हिसाब बकाया है, जो गंभीर विषय है। सीएस ने यह भी कहा है कि झारखंड के वित्त विभाग द्वारा बार-बार स्मारित किये जाने के बावजूद लंबित उपयोगिता प्रमाण-पत्र समर्पित नहीं किया जाना यह दर्शाता है कि आपके विभाग द्वारा इस संबंध में गंभीर प्रयास नहीं किया गया। वही महालेखाकार झारखंड द्वारा उपयोगिता प्रमाण पत्र (यूसी) सबमिट करने की ऑनलाइन व्यवस्था भी सितंबर 2019 से प्रभावी है। सीएस ने ऑनलाइन सबमिशन कर रिपोर्ट देने को कहा है। उधर व्यक्तिगत रुचि लेकर उपयोगिता प्रमाण पत्र देने का निर्देश मुख्य सचिव ने सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव,प्रधान सचिव,सचिवों को व्यक्तिगत रुचि लेकर लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्र अविलंब समर्पित करने का आदेश दिया है। सीएस ने कहा कि अगर सचिव रुचि लेंगे और लगातार मॉनिटरिंग करेंगे तो लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्र में अपेक्षित कमी हो सकेगी। एजी की रिपोर्ट से मिली जानकारी दरअसल, महालेखाकार लेखा एवं हकदारी झारखंड ने 26 जुलाई 2022 को ही सीएस को एक पत्र लिखा था और पूरी विवरणी दी थी। यह बात सामने आई कि 2006-07 से 2020-21 तक कुल 103459.14 करोड़ की राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र विभिन्न विभागों में लंबित है। क्या है उपयोगिता प्रमाण पत्र उपयोगिता प्रमाण पत्र यानी खर्च का सही हिसाब-किताब इसे दिए बिन आगे की राशि नहीं दी जाती है क्योंकि रुपये प्राप्त करने वाले पदाधिकारी-विभाग के लिए यह नियम है कि वे ट्रेजरी कोड के तहत प्रपत्र भर के उपयोगिता प्रमाण पत्र एक साल के अंदर जमा कर दें कि कितनी राशि खर्च हुई है और कितनी बची है। इसकी प्रति एकाउंटेंट जनरल झारखंड को भेजनी होती है।उपयोगिता प्रमाण पत्र वित्तीय प्रबंधन की ट्रांसपेरेंसी को स्थापित करता है। प्रत्येक वर्ष        –        राशि करोड़ में 2012-13                  2685 1239.47 2013-14                  936 11235.61 2014-15                  1320 1564.44 2015-16                  2134 5354.78 2016-17                  8902 9573.72 2017-18                  4868 14497.51 2018-19                  3968 18591.51 2019-20                  4441 17044.72 2020-21                  4735 18710.47 2021-22                   5075 15406.55  कुल: 39064 103459.14