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श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में परिक्रमा करने के लिए भक्तों का उमड़ा जनसैलाब

अकोढ़ी गोला प्रखंड क्षेत्र के मुड़ियार पंचायत अंतर्गत नावाडीह में तपो मुर्ति संत श्री सुंदर राज यति यतिराज महाराज के सानिध्य में चल रहे चातुर्मासय व्रतोपरांत विश्व कल्याणार्थ 1008 अष्टोत्तर सहस्त्रामक अति लक्ष्मी नारायण महायज्ञ एवं अखिल भारतीय धर्म सम्मेलन में यज्ञ के तीसरे दिन वृहस्पतिवार को यज्ञमंडप का परिक्रमा करने के लिए भक्तों का जनसैलाब आस पास के इलाके सहित दुर दराज से चलकर भक्त गण यज्ञ स्थल पर पहुंचे।   जहां हजारों की संख्या में धर्मानुरागी महिला एवं पुरुष यज्ञ भगवान की परिक्रमा किए। बक्सर से चलकर यज्ञ स्थल पर आए संत श्री कृष्ण नंद स्वामी जी महाराज ने कथा पंडाल में उपस्थित श्रोताओं को श्री भागवत कथा का श्रवण कराए, तथा अन्य संत महात्मा द्वारा प्रति दिन सुबह 10 बजे से संध्या 06 बजे तक भक्तगण को भक्ति रूपी सागर में डुबकी लगवाते हुए कथा का रसपान कराया जा रहा हैं।   रात्रि में भक्ति जागरण प्रति दिन अलग-अलग नामचीन कलाकार द्वारा किया जा रहा हैं। यज्ञ स्थल पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सैकड़ो कार्य कर्ता सहित अकोढ़ी गोला थानाध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा एवं अन्य पदाधिकारी सहित भारी संख्या में महिला एवं पुरुष बल तैनात रहें।   यज्ञ समिति के द्वारा कुण्ड लिए भक्त एवं संत महात्मा के लिए फलाहार तथा अन्य हजारों भक्तों के लिए भोजन,पेयजल, स्नान घर, बैठने एवं विश्राम करने की समुचित व्यवस्था किया गया हैं।   यज्ञ समिति के अध्यक्ष लोजपा रामविलास के प्रदेश महासचिव सह बक्सर प्रभारी एवं यज्ञ समिति के सदस्य दिन रात कड़ी मेहनत कर यज्ञ को सफल बनाने में अपना अहम भूमिका निभा रहे हैं।

भागवत कथा का श्रवन से केवल आध्यात्मिक ही नहीं वैज्ञानिक तत्वों का भी होता है ज्ञान

अरवल । करपी प्रखंड के केयाल गांव में विगत 29 अक्टूबर से चल रहे श्रीमद् भागवत कथा से आनंदित हो रहे हैं । कथावाचक प्रकांड विद्वान कथावाचक पंडित हरेरामाचार्य जी ने कहा कि इस धरा धाम पर जब जब अत्याचारियों का साम्राज्य फैला है उसको समाप्त करने के लिए भगवान विभिन्न रूपों में अवतरित होकर वैसे लोगों का जीवन लीला खत्म करते हैं!   हिरणकश्यपु राजा बलि धुंधकारी इत्यादि प्रसंग का जिक्र करते हुए पंडित हरेरामाचार्य ने कहा कि वेद शास्त्र के महान ज्ञाता सुखदेव मुनि ने राजा परीक्षित को जीवन की सत्यता इन्हीं कथाओं के माध्यम से अवगत कराया और अंततः सुखदेव मुनि ने श्रीमद् भागवत कथा के विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से समाज के वैसे लोग जो एक अच्छा जीवन जीना चाहते हैं।   पवित्र जीवन जीने का रास्ता बताया! उपस्थित सैकङों लोगों को पंडित हरेरामाचार्य ने कहा कि आप श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण अवश्य करें क्योंकि सिर्फ यह आध्यात्मिक ही नहीं है बल्कि वैज्ञानिक तत्व भी इसके अंदर अन्य प्रसंग में मिलते हैं कथा में मुख्य श्रोता के रूप में वेंकटेश शर्मा सहित उनके परिवार के अन्य सदस्य शामिल है।   आगामी 4 नवंबर को श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह की पूर्णाहुति होगी इस कथा में क्षेत्र के धर्म अनुरागी लोग शामिल हो रहे है श्रीमद् भागवत कथा का पारायण पाठ पंडित मनीष कुमार के द्वारा किया जाता है वहीं अन्य ग्रामीणों के द्वारा भजन कीर्तन में सहयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि आज के नवयुवकों को श्रीमदभागवत का श्रवण जरूर करना चाहिए जिससे की उनके जीवन मे सही बदलाव हो सके।

भागवत कथा श्रवण मनुष्य के संपूर्ण क्लेश को दूर कर भक्ति की ओर अग्रसर करती है- स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य

अरवल  । जिला के करपी प्रखंड के तेरा गांव में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह श्री मद भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ में व्यास पीठ पर विराजमान श्री श्री 1008 स्वामी पुरुषोतमाचार्य जी महाराज ने कथा के प्रथम दिन भागवत की महता के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि भागवत कथा के श्रवण मात्र से हीं व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता हैं।   श्रीमद्भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। स्वामी जी ने कहा कि भगवान की लीला अपरंपार है।वे अपनी लीलाओं के माध्यम से मनुष्य व देवताओं के धर्मानुसार आचरण करने के लिए प्रेरित करते हैं ।   श्रीमदभागवत कथा के महत्व को समझाते हुए स्वामी जी ने कहा कि भागवत कथा में जीवन का सार तत्व मौजूद है, आवश्यकता है निर्मल मन ओर स्थिर चित्त के साथ कथा श्रवण करने की।   भागवत श्रवण से मनुष्य को परमानन्द की प्राप्ति होती है ।चित्त की स्थिरता के साथ ही श्रीमदभागवत कथा सुननी चाहिए।भागवत श्रवण मनुष्य केे सम्पूर्ण कलेश को दूर कर भक्ति की ओर अग्रसर करती हैं उन्होंने अच्छे और बुरे कर्मो की परिणिति को विस्तार से समझाते हुए आत्मदेव के पुत्र धुंधकारी और गौमाता के पुत्र गोकरण के कर्मो के बारे में विस्तार से समझाया ।   इस अवसर पर ज़िला परिषद अध्यक्ष संध्या देवी भाजपा नेता संजय शर्मा समाजसेवी सुधीर शर्मा नीतीश पटेल मुखिया सुनील पटेल बिंकटेश शर्मा सहित हजारों श्रोता मौजुद थे।

कलश यात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालु नर नारी भक्तों ने लिया भाग, लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का हुआ शुभारंभ

अरवल। जिले के तेरा ग्राम में श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ की शुरुआत कलश शोभा यात्रा से की गई कलश यात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालु भक्त शामिल हुए श्रद्धालू कलश लेकर सुबह नौ बजे पुनपुन नदी में कोइली घाट के निकट जल भरने के लिए शामिल हुए जिसमें महिलाएं एवं श्रद्धालु पुरुष भक्त उत्साहित मुद्रा में शामिल हुए ।   ज्ञान यज्ञ श्री श्री 1008 श्री पुरुषोत्तम जी महाराज के सानिध्य में संपन्न होगा !कलश यात्रा में श्री सीताराम एवं राधेश्याम की धुन के साथ भक्ति भजन के माहौल में पुनपुन नदी के कोइली घाट गुंजायमान होता रहा में पहुंचकर मंत्र उच्चारण के बीच कलश में जल लिया उसके उपरांत पुनः लोग जल लेकर यज्ञ मंडप पहुंचे।   सामाजिक कार्यकर्ता सह अरवल जिप अध्यक्ष प्रतिनिधि सुधीर शर्मा ने कहा कि जलभरी के साथ ही लक्ष्मी नारायण महायज्ञ प्रारंभ हो चुका है जो 7 नवंबर तक चलेगा।   उन्होंने बताया कि प्रतिदिन प्रात काल 7 बजे से 12बजे दिन तक संस्कृत पाठ पारायण एवं संध्या 5 बजे से रात्रि 9बजे तक स्वामी जी के मुखारविंद से हिंदी में प्रवचन एवं आरती मंगल किया जाएगा !इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों के लिए रात्रि 10 बजे से वृंदावन के कलाकार द्वारा रासलीला का भी आयोजन किया जाएगा।श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ कलश शोभायात्रा के साथ प्रारंभ हो गया हैं।   इस शोभा यात्रा के पश्चात मंडप प्रवेश वेदी पूजन सहित कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान भागवत भास्कर श्री श्री 1008 श्री स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी जो पटना जिला के बराह ग्राम में ठाकुरबाड़ी के महंत भी है उनके सानिध्य में यज्ञ का कार्यक्रम संपन्न होगा ।   कलश शोभा यात्रा में ग्रामीणों की काफी तत्परता देखी गई। जगह-जगह पर भक्तजनों के लिए शरबत एवं नींबू पानी की व्यवस्था भी की गई थी सैकड़ो गाड़ियां शोभा यात्रा के लिए चल रही थी ताकि किसी को कोई परेशानी ना हो।   शोभायात्रा में तेरा गांव के अलावे आसपास के गांव से सैकड़ो सामाजिक लोग उपस्थित थे ।उसरी गांव के भरत शर्मा,पूर्व मुखिया नरगा पंचायत मिथिलेश शर्मा,विश्राम शर्मा,सामाजिक कार्यकर्ता व तेरा गांव निवासी वेंकटेश शर्मा, सुधीर शर्मा,केयाल निवासी रणविजय कुमार,पपू शर्मा,अजित शेखर,सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश शर्मा सहित आसपास गांव के सैकङों लोग इस कलश यात्रा में भाग लिए।

श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में कथा श्रवण करने धर्मानुरागी श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब

अकोढ़ी गोला (रोहतास)। प्रखंड क्षेत्र के मुड़ियार पंचायत अंतर्गत नावाडीह में तपो मुर्ति संत श्री सुंदर राज यति यतिराज महाराज के सानिध्य में चल रहे चातुर्मासय व्रतोपरांत विश्व कल्याणार्थ 1008 अष्टोत्तर सहस्त्रामक अति लक्ष्मी नारायण महायज्ञ एवं अखिल भारतीय धर्म सम्मेलन का भव्य आयोजन 31,10,2023 से 05,11,2023 तक किया जा रहा है।   वहीं दिन बुधवार को यज्ञ में आए संत महात्मा द्वारा कथा एवं प्रवचन श्रवण करने के लिए हजारों की संख्या में धर्मानुरागी महिला एवं पुरुष कथा पंडाल में उपस्थित होकर कथा श्रवण अपने जीवन को चरितार्थ किए। रात्रि में भक्ति जागरण प्रति दिन अलग-अलग कलाकार द्वारा किया जा रहा हैं। यज्ञ स्थल पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सैकड़ो कार्य कर्ता सहित अकोढ़ी गोला थानाध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा एवं अन्य पदाधिकारी सहित महिला एवं पुरुष बल तैनात रहें।यज्ञ समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ सोनू सिंह, डेहरी नगर अध्यक्ष गोविंद गुप्ता,रंगू सिंह,उत्तम सिंह, सुनील सिंह सहित सैकड़ों यज्ञ समिति के कार्य कर्ता उपस्थित रहें।

किंजर पुनपुन नदी घाट पर सरकारी इंतजाम नगण्य

अरवल । हिंदू आस्था का महापर्व छठ व्रत अब कुछ ही दिनों में आने वाला है किंजर नदी पक्का सीढ़ी घाट के पास कार्तिक एवं चैत माह में लाखों की संख्या में व्रत धारी दूर-दूर के इलाके से व्रत करने पहुंचते हैं इस जगह का प्रसिद्ध अरवल जहानाबाद पालीगंज मसौढ़ी मखदुमपुर घोसी टेहटा आदि इलाके में भी है ।   कुछ लोग तो पटना पटना सिटी फतुहा दानापुर आदि शहरों से भी यहां व्रत करने आते हैं किंजर निवासी किसान नेता गोरख सिंह ने बताया कि जहानाबाद के तत्कालीन लोकसभा सांसद डॉ जगदीश शर्मा ने अपने प्रयास से लाखों रुपए की लागत से लंबा चौड़ा पक्का सीढ़ी घाट बनवाए थे जिसे लोगों को काफी राहत मिल रही है।   वहीं पंचायत के मुखिया के तरफ से भी मनरेगा योजना से दो-दो पक्का सीढ़ी घाट बनाया गया है वैसे ग्रामीण मनोज गुप्ता अधिवक्ता अजय उज्वल एंबुलेंस चालक आलोक यादव ने बताया कि यहां महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम की जरूरत है जिसे जिला प्रशासन के द्वारा बनाया जाना चाहिए वहीं नदी में बाढ़ का पानी सीढ़ी घाट तक चढ़ जाने से पंचायत द्वारा बनाया गया पक्का सीढ़ी घाट पर मिट्टी की परत बैठ गया है।    उसे भी मजदूर लगाकर साफ सफाई करना होगा ताकि बाहर से आने वाले आगंतुकों को सुविधा मिल सके वही जमशेदपुर स्थित टाटा कंपनी में चीफ सुरक्षा अधिकारी रह चुके ठाकुर रमेश कुमार सिंह ने कहा कि सबसे पहले यहां सीसीटीवी की व्यवस्था होनी चाहिए और उसका मॉनिटरिंग कक्ष बनाया जाना चाहिए ताकि सभी दिशा की जानकारी एक कमरे में बैठे-बैठे मिल सके इससे बहुत हद तक कोई क्राईम या दुर्घटना को भी रोका जा सकता है।

दीपावली के मौके पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन

अरवल । आने वाले दीपावली एवं छठ पूजा पर्व के मौके पर किंजर महावीर चौक स्थित लिटिल फ्लावर स्कूल में छात्र-छात्राओं के बीच रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।   इस प्रतियोगिता में जूनियर एवं सीनियर सेक्शन के बच्चे ने अपने-अपने श्रेणी में हिस्सा लेकर अपने हुनर का प्रदर्शन किया।   इस रंगोली प्रतियोगिता में प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया गया केमिकल युक्त रंगों का प्रतियोगिता से बाहर रखा गया सभी बच्चे एवं बच्चियों ने बड़ी तन्यमयता से अपने-अपने कलाकृति में रंग भरकर आकर्षक बनाएं।   विद्यालय के निदेशक सह अधिवक्ता अजय कुमार उज्ज्वल ने बताया कि प्रतिवर्ष दीपावली के पूर्व इस विद्यालय में बच्चों के बीच रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की जाती है इस अवसर का बच्चे बेसब्री से इंतजार करते हैं रहते हैं इसमें हिस्सा लेने से उनमें छिपी प्रतिभा को बाहर निकलने का प्लेटफार्म मिलता है।   इस प्रतियोगिता का आयोजन में प्राचार्य गोपाल कृष्ण शिक्षक सेबकी लाल शर्मा शंकर सिंह बाबा कार्यालय प्रभारी सूत्री पूर्णिमा राजबाला सहित कई शिक्षक शिक्षिका मौजूद थे सभी प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाली टीमों को प्राचार्य के द्वारा पुरस्कृत किया गया।  

श्रद्धा एवं विश्वास के साथ सुहागिन महिलाओं के द्वारा रखा गया करवा चौथ व्रत

अरवल । जिला के प्रखंड के सभी क्षेत्रों में श्रद्धा एवं विश्वास के साथ सुहागिन महिलाओं के द्वारा करवा चौथ व्रत किया गया। इस दौरान सुहागिन स्त्रियां नित्य कर्म के उपरांत उपवास रखते हुए भगवान गणेश एवं चंद्रमा की पूजा किया। हालांकि यह तिथि स्त्रियों के लिए बहुत ही कठिन होता है क्योंकि विधि विधान के अनुसार इसमें निर्जला व्रत एवं पूजा के उपरांत सौभाग्यवती स्त्रियां अपने पति के सम्मुख चंद्रमा के साथ पति को चलनी में मुंख देखकर व्रत को तोड़ा।   करवा चौथ एवं उससे जुड़े पूजा पाठ को लेकर पंडित कुंदन पाठक ने बताया कि पुराण के अनुसार देवता एवं दोनों में युद्ध छिड़ गया उस समय दानव देवताओं पर भारी पड़ने लगे। ऐसी स्थिति को देखकर देवताओं की पत्नियां चिंतित होने लगी और ब्रह्मा जी के पास पहुंच गई।   इस दौरान सभी देवताओं की पत्नियों ब्रह्मा जी को देव दोनों युद्ध की स्थिति बताने लगी। ब्रह्मा जी ने उनकी बातों को सुनकर इस संकट से उबर के लिए करवा चौथ का व्रत पूरे भक्ति श्रद्धा के साथ करने के लिए बोले। ब्रह्मा जी के दिए गए उपदेश से सभी देवियों ने श्रद्धा के साथ यह व्रत रखा और देवताओं की विजय हुई। दानव एवं राक्षसों के युद्ध में देवताओं की विजय को सुनकर उनकी पत्नियों ने व्रत को तोड़ा।   उन्होंने बताया कि करवा चौथ की पूजा में मिट्टी और तांबे के कलश से चंद्रमा की अर्ध दी जाती है । करवा का अर्थ मिट्टी का बर्तन जिसे उसमें लगे टोटी भगवान गणेश के सन का स्वरूप मानी जाती है और चौथ का अर्थ चतुर्थी तिथि माना गया है।   पंडित कुंदन पाठक ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार यह व्रत कार्तिक मास कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि को प्रत्येक साल मनाई जाती है। क्योंकि इस दिन चंद्रमा की पृथ्वी पर आम भूमिका होती है क्योंकि चंद्रमा निकलने के बाद महिलाएं यह व्रत तोड़ती हैं। माना जाता है कि इस व्रत को रखने से वैवाहिक जीवन सुखमय में खुशमय होता है।

भाजपा के पूर्व विधायक चितरंजन कुमार ने बधाई एवं शुभकामनाएं दिया

अरवल। दुर्गापूजा के शुभ अवसर पर ज़िला के बैदराबाद , अरवल एवं अन्य विभिन्न पूजा पंडालों में अरवल के पूर्व विधायक चितरंजन कुमार ने दुर्गा सप्तमी पूजा में सम्मिलित होकर आमजनों को सुख , शांति एवं समृद्धि की मंगलकामनाओं के साथ बधाई एवं शुभकामनाएं दिया।   इस मौके पर ज़िला लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र रंजन , भाजप ने धीरेन्द्र कुमार , भाजपा पूर्व मीडिया प्रभारी राजीव रंजन , बैदराबाद दुर्गापूजा कमिटी के अध्यक्ष ज्योति रंजन , भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष दीपक शर्मा , मुन्ना मौर्य , बैदराबाद इंग्लिश दुर्गापूजा कमिटी के अध्यक्ष रवि केशरी कुमार , जितेन्द्र कुमार , अरवल सब्जी मंडी दुर्गापूजा कमिटी के अध्यक्ष शंकर साहनी सहित अन्य लोग मुख्य रूप से शामिल है ।

नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा- अर्चना की जाती है: डॉ नम्रता आनंद

अरवल। शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा की उपासना का त्योहार शारदीय नवरात्र आज से शुरू हो गया।आज नवरात्र का पहला दिन है।नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की जाती है।   शैलपुत्री देवी दुर्गा के नौ रूप में पहले स्वरूप में जानी जाती हैं। वह नवदुर्गाओं में प्रथम दुर्गा हैं। शैल का अर्थ है हिमालय और पर्वतराज हिमालय के यहां जन्म लेने के कारण इन्हें शैलपुत्री कहा जाता है।   इनकी पूजा से चंद्रमा से संबंधित दोष समाप्त होते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना करने से मान-सम्मान में वृद्धि व उत्तम सेहत प्राप्त होती है। मां शैलपुत्री को सफेद वस्त्र अतिप्रिय हैं। ऐसे में नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा को सफेद वस्त्र या सफेद पुष्प अर्पित करना चाहिए।   इसके साथ ही सफेद बर्फी या मिठाई का भोग लगाना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताएं हैं कि मां शैलपुत्री की पूजा करने से साधक के सकल मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं। साथ ही घर में सुख, समृद्धि और शांति आती है। मां शैलपुत्री ममता की सागर हैं। मां बेहद दयालु और कृपालु हैं।   मां के मुखमंडल पर कांतिमय तेज झलकती है। इस कांतिमय तेज से समस्त जगत का कल्याण होता है। मां शैलपुत्री दाएं हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल पुष्प धारण कर रखी हैं। मां की सवारी वृषभ है। मां अपने भक्तों का उद्धार और दुष्टों का संहार करती हैं। मां की भक्ति करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।