कोरोना काल के दो साल बाद विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला को लेकर गयाधाम तैयार है। यहां आने वाले पिंडदानियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किया है। नौ सितंबर से पितृपक्ष मेला शुरू हो रही है। इसके पहले शहर की साफ-सफाई, बिजली, लाइटिंग, स्वास्थ्य सुविधा, परिवहन व सुरक्षा आदि की पुख्ता इंतजाम किया गया है। देश-विदेश से पहुंचे पिंडदानियों के स्वागत में किसी तरह की कमी नहीं रहे, इसको लेकर डीएम डॉ त्यागराजन एसएम खुद तैयारियों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। रविवार को डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम और एसएसपी हरप्रीत कौर ने तैयारियों को फाइनल टच दिया और पदाधिकारियों को ब्रीफिंग किया। इस क्रम में दोनों सीनियर अधिकारियों ने पदाधिकारियों और दण्डाधिकारियों को पर्यटकों से अच्छे व्यवहार से पेश आने का सलीखा बताया। प्रशासनिक स्तर पर आवासन, चिकित्सा सुविधा, यातायात प्लान, सहित की गई अन्य व्यवस्थाओं को बेहतर ढ़ग से लागू करने की जिम्मेवारी दी गई। वहीं ड्यूटी में विलंब या कोताही नहीं बरतने को लेकर हिदायत की गई। पूरे मेला क्षेत्र को 43 जोन में बांटा गया है। बोधगया महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र के सभागार में डीएम व एसएसपी ने सभी जोन के वरीय पदाधिकारियों, प्रभारी पदाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को ब्रीफिंग के माध्यम से संबंधित निर्देश दिया। लगन से काम करें अधिकारी ताकि तीर्थयात्री अच्छी छवि लेकर घर जाएं सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला 2 वर्षों के बाद मनाया जा रहा है। इस वर्ष अधिक संख्या में तीर्थयात्री आएंगे, इसलिए सभी पदाधिकारी अपने अपने दिए गए दायित्वों का पूरी मेहनत, लगन से अनुपालन कराएं, ताकि तीर्थयात्री यहां से अच्छी छवि लेकर घर वापस लौटे। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। परंतु सभी का दायित्व है कि पितृपक्ष मेला अवधि के दौरान प्रत्येक दिन अपने अपने निर्धारित क्षेत्र का भ्रमण कर बिजली आपूर्ति, पेयजल एवं जलापूर्ति तथा साफ-सफाई सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण करते रहेंगे। यदि कहीं किसी क्षेत्र में कमियां पाई जाती है, तो उसे तुरंत संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए कमियां को दूर कराएंगे। उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया है कि विभिन्न पिंड वेदियां तथा घाटों के समीप पर्याप्त संख्या में डस्टबिन उपलब्ध कराएं।