Bakwas News

गया के समाहरणालय सभाकक्ष में जल समस्या एवं अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर समीक्षा बैठक, मंत्री – विधायक समेत कई जनप्रतिनिधि बैठक में हुए शामिल

गया। ब्यूरो प्रभारी मंत्री सह अध्यक्ष जिला कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति सह मंत्री सूचना प्रौद्योगिकी विभाग बिहार की अध्यक्षता में जल समस्या एवं अन्य महत्वपूर्ण विषयों से संबंधित समीक्षा बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में की गई। बैठक में जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने प्रभारी मंत्री गया जिला, पूर्व मुख्यमंत्री सह इमामगंज विधायक जीतन राम मांझी, मंत्री कृषि विभाग, मंत्री सहकारिता विभाग, पूर्व मंत्री सह नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार, गुरुआ विधायक, शेरघाटी विधायक, बाराचट्टी विधायक तथा सभी एमएलसी तथा उपस्थित सभी पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि गया जिले में भूगर्भ जलस्तर 2019 के मुकाबले 2023 में स्थिति काफी हद तक ठीक है।   पेयजल की समस्या जिस क्षेत्र से शिकायतें प्राप्त होती हैं उसे अविलंब ठीक कराया जाता है। हर घर नल का जल ग्रामीण क्षेत्र के समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि पंचायती राज विभाग द्वारा कुल 2602 वार्डों में नल जल योजना का कार्य किया है जिसमें से 58 वार्ड में योजना अक्रियाशील है तथा पीएचडी द्वारा 1970 वार्ड में से 50 वार्ड में योजना अक्रियाशील है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 1626 वैसे टोले चिन्हित किए गए हैं जहां नल जल योजना अच्छादित नहीं है। पीएचडी विभाग से समन्वय करते हुए छोटे हुए टोलो में पेजल सुचारू रखने के लिए विभाग को प्राक्कलन तैयार कर भेजी गई है जल्द ही उन टोलो में नल जल योजना का कार्य प्रारंभ की जाएगी।   जिलाधिकारी ने बताया कि 30 अप्रैल 2019 में गया जिला का औसतन भूगर्भ जल स्तर 43.14 फ़ीट था, जबकि वर्ष 2023 में 33.75 फ़ीट औसतन जलस्तर है। चापाकल मरम्मत के समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के सभी विधायक तथा अन्य जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र में खराब सार्वजनिक चापाकल की सूची मांगी गई थी इसके साथ ही जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी के माध्यम से टोला बार सर्वेक्षण कराया गया जिसमें लगभग 8500 चापाकल खराब पाए गए, 14 मार्च 2023 से चापाकल मरम्मत का कार्य प्रारंभ किया गया आज के समय में 62 टीम लगाकर कुल 5719 चापाकल की मरम्मत पूर्ण कर ली गई है।   नियंत्रण कक्ष के माध्यम से चापाकल मरम्मत से संबंधित प्रतिदिन निगरानी की जा रही है क्रॉस वेरीफाई भी कराया जा रहा है उन्होंने बताया कि इस माह के अंत तक शत-प्रतिशत चापाकल को चालू करवा लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में 7036 चापाकल मरम्मत कराए गए थे तथा 2021 में 3570 चापाकल मरम्मत कराए गए थे। चापाकल मरम्मत के दौरान मुख्य समस्या राइजिंग पाइप बदलने से संबंधित आ रहे हैं पीएचडी विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए 694 स्थानों पर राइजिंग पाइप डाले गए हैं तथा अतिरिक्त विभाग से राइजिंग पाइप की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि गया जिले में एक अनोखी पहल करते हुए मुखिया तथा एएनएम के संयुक्त फंड के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों हाट बाजार बस स्टैंड सब्जी मंडी इत्यादि प्रमुख चौराहों पर लोगों को शुद्ध शीतल पेयजल मिले इसके लिए प्याऊ लगवाया गया है। जिस प्रकार सभी प्रखंडों में कुल मिलाकर 501 स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था की गई है।   इसके साथ ही जिले के नगर निकायों यथा नगर निगम अंतर्गत 140 स्थानों पर, नगर परिषद टिकारी क्षेत्र में 18 स्थानों पर, नगर परिषद बोधगया में 20 स्थानों पर तथा नगर परिषद शेरघाटी में 4 स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था की गई है। हर घर गंगा जल योजना के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने बताया कि 83000 हाउसहोल्ड के विरुद्ध 53000 हाउसहोल्ड में आज की तिथि में गंगा पानी मुहैया कराया जा रहा है। गयाजी डैम के समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि गयाजी डैम में कुछ अतिरिक्त कार्य किए जा रहे हैं जिसके कारण जमा पानी को निकाला गया है। सीता पथ का निर्माण युद्धस्तर पर कराया जा रहा है। देवघाट साइड में अतिरिक्त सीढ़ियां का भी निर्माण कराया जा रहा है। गया जी डैम में 15 जून तक सभी कार्यों को पूर्ण करा लिया जाएगा ताकि इस पितृपक्ष मेला तथा बरसात के पहले पानी को संरक्षित किया जा सके। इसके पश्चात गया जिला वासियों को सालों भर पानी गयाजी डैम में देखने को मिलेगा।    जल जीवन हरियाली तथा सुखाड़ से बचाओ के तहत गया जिले में मनरेगा द्वारा बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है इस वित्तीय वर्ष में कुल 75 तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है, 1246 आहार का जीर्णोद्धार किया गया है तथा 1398 पाइन का जीर्णोद्धार किया गया है। सार्वजनिक चापाकल के किनारे अब तक 550 सोख्ता का निर्माण भी कराया गया है। 32 चेक डैम का निर्माण कराया गया है। 72 ने जल स्रोतों का सृजन किया जा रहा है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जल छाजन विभाग लघु सिंचाई तथा मनरेगा द्वारा क्षेत्र के चौड़ाई के हिसाब से योजना लेते हुए युद्ध स्तर पर जल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गया जिला लगभग पूरी तरह से पहाड़ों से घिरा हुआ क्षेत्र है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां पेयजल समस्या अत्यधिक मिलती है विशेषकर बांके बाजार, डुमरिया, वजीरगंज के क्षेत्र में पहाड़ के पानी को बर्बाद ना हो, पहाड़ के पानी को संरक्षित करने के लिए गारलेंनट्रेंच बनाया जा रहा है, ताकि उस क्षेत्र के लोगों को खेती के साथ-साथ भूगर्भ जल स्तर भी पर्याप्त मिल सके। इसके साथ ही टपकन सिंचाई हेतु मुखिया जी तथा कृषि विभाग के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जा रहा है ताकि कम पानी में अत्यधिक फसल हो सके।    

यूनिसेफ की टीम ने किया आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा, रिपोर्टिंग प्रणाली की ली जानकारी

गया। ब्यूरो गया जिले में स्वास्थ्य विभाग तथा आइसीडीएस द्वारा हो रहे स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यों में यूनिसेफ का सहयोग मिल रहा है. पोषण और स्वास्थ्य सुविधाओं की रिपोर्टिंग किस प्रकार हो रही है इसे जानने समझने के लिए यूनिसेफ टीम द्वारा जिला के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों का भ्रमण किया गया. इस भ्रमण के बाद यूनिसेफ टीम ने जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन से मुलाकात कर उन्हें आवश्यक जानकारी उपलब्ध करायी. बृहस्पतिवार को यूनिसेफ के वरीय अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी डॉ एसएम त्यागराजन से मुलाकात कर रिपोर्टिंग व्यवस्था अद्यतन जानकारी दी. प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से मार्क हेवर्ड, मुख्य डेटा अधिकारी- केयरन ओटूली, योजना प्रमुख, माईक बिजकर चीफ ऑफ एविडेंस, प्रीति दास, यूनिसेफ सीएफओ बिहार फील्ड ऑफिस नफीसा बिंते शफीक सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। डेटा प्रबंधन के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर हुआ दौरा यूनिसेफ की टीम ने सबसे पहले पोषण ट्रैकर ऐप के माध्यम से डेटा प्रबंधन के साथ पोषण संबंधी सेवा वितरण का अवलोकन करने के लिए बोधगया प्रखंड के तुरी खुर्द और शेखवारा स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों का भ्रमण किया. वहां ऐप के कामकाज के साथ वीएचएसएनडी साइट पर स्वास्थ्य कार्यक्रम सेवा वितरण को जांचा—परखा। इस दौरान अधिकारियों ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, एलएस, आशा और एएनएम से उनकी जिम्मेदारियों और सेवा प्रावधान के दौरान उनके सामने आने वाली तकनीकी या फील्ड स्तर की चुनौतियों के बारे में बातचीत की। स्वास्थ्य सेवाओं में रिपोर्टिंग प्रणाली के प्रबंधन को लेकर सिविल सर्जन के साथ भी बैठक हुई जहां एचएमआईएस के माध्यम से डेटा प्रवाह पर चर्चा के साथ रिपोर्टिंग के विभिन्न आयामों पर चर्चा की गयी। स्वास्थ्य असमानता की खाई दूर करने का प्रयास वहीं शुक्रवार को यूनिसेफ के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एस.एम के साथ बैठक की। बैठक में डीपीओ-आईसीडीएस, सिविल सर्जन डॉ. रंजन कुमार सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी भी शामिल हुए। डॉ उदय मिश्रा, जिला स्वास्थ्य सलाहकार यूनिसेफ श्री संजय भी मौजूद थे। टीम ने एडब्ल्यूसी और वीएचएसएनडी साइट पर किए गए प्रभावशाली कार्य पर चर्चा की और निष्कर्ष निकाला कि स्वास्थ्य और आईसीडीएस के ऐसे सहयोगी प्रयास स्वास्थ्य असमानता की खाई को दूर करेंगे और समुदाय को अधिक स्थायी भविष्य की ओर ले जाएंगे। डीएम के श्रवण श्रुति प्रोजेक्ट की हुई सराहना प्रतिनिधिमंडल ने श्रवण श्रुति ऐप के माध्यम से बच्चों में कम सुनने की समस्या के समाधान के लिए डॉ. त्यागराजन की बहुत सराहनीय पहल पर भी चर्चा की। इस सफल मॉडल को बिहार के 09 अन्य जिलों में और बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा सम्मानित किए जाने के लिए बधाई दी, जो माध्यम वर्ग वाले समुदाय, जो अपने बच्चे को ट्रीटमेंट करवाने में सक्षम नही है, उनके बच्चे को श्रवण श्रुति के तहत पूरी इलाज निशुल्क करवा रही है। स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे को संबोधित करने में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। स्वास्थ्य और आईसीडीएस के अधिकारियों ने श्रवण श्रुति परियोजना के माध्यम से सेवा प्रावधान पर चर्चा की। इस चर्चा में बताया गया कि श्रवण श्रुति शिविर के माध्यम से अब तक 41000 बच्चों की जांच की जा चुकी है। इसमें से 14 बच्चों की कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी की गई, 12 बच्चों की सर्जरी के लिए प्री-ऑपरेटिव औपचारिकताएं पूरी की गईं और 8 बच्चों की प्री-ऑपरेटिव प्रक्रिया के लिए स्क्रीनिंग और लाइन अप किया गया। डीएम ने युनिसेफ के सहयोगी की सराहना की ज़िला पदाधिकारी ने जिले में विभिन्न स्वास्थ्य और पोषण संबंधी कार्यक्रमों को चलाने के लिए यूनिसेफ से तकनीकी सहायता की भी सराहना की। उन्होंने बैठक में सदस्यों से अधिक सहयोगी और समावेशी दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया जो स्वास्थ्य कार्यक्रमों को आम आदमी के लिए अधिक दूरगामी और लाभकारी बनाने में मदद करता है। इसके पश्चात वन्डर प्रोग्राम और एनीमिया रोकथाम के लिए प्रारंभ किए गए पायलट प्रोजेक्ट के बारे में भी विस्तार से जानकारी दिया।

गया जिले के आमस अस्पताल में 2017 से बंद है एक्सरे सुविधा

जरूरी टूल्स के अभाव में गया जिले के आमस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आंख और दांत की पूरी इलाज नहीं हो पा रही है। दांत का इलाज यहां तीन सालों से जबकि आंख का इलाज कुछ माह पूर्व ही शुरू हुई है। दांत के डॉक्टर अमित कुमार के अनुसार असिस्टेंट, कुछ जरूरी टूल्स और समान की कमी के कारण मरीजों के इलाज में परेशानी होती है।   हालांकि अब तक एक हजार से अधिक मरीज इलाज करवा चुके हैं। ये सोम, मंगल व गुरुवार के अलावा रोस्टर ड्यूटी में भी मरीजों का इलाज करते हैं। आंख के डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि इलाज से जुड़ी कोई सामान उपलब्ध नहीं कराया गया है। चिकित्सा अधिकारी डॉ महेश कुमार ने बताया कि आंख और दांत के इलाज के लिए जरूरी समानों की मांग विभागीय अधिकारियों से की है। जल्द ही मिल जाने की उम्मीद है।   विभागीय जानकारी के अनुसार अस्पताल में 2017 से एक्सरे सुविधा बंद है। इस वजह इलाज कराने आनेवाले मरीजों को जरूरी पड़ने पर बाहर से एक्सरे करवाना पड़ता है। इससे पूर्व अस्पताल में यह सुविधा बहाल थी।

महान स्वतंत्रता सेनानी राजेंद्र बाबू की आदम कद प्रतिमा वजीरगंज प्रखंड एवं रामअनुग्रह उच्चविद्यालय परिसर में स्थापित हो

महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद, जन_ जन में लोकप्रिय राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन से संपूर्ण मगध वासी मर्माहत एवम शोकाकुल है। आज बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, स्वतंत्रता सेनानी उतराधिकारी संगठन के राज्य प्रतिनिधि डा अमर सिंह सिरमौर, प्रखंड कांग्रेस उपाध्यक्ष तपेश्वर पूरी, मो आफताब आलम खान आदि स्व राजेंद्र प्रसाद सिंह जी के मीरगंज, वजीरगंज स्थित आवास पर जाकर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया तथा परिजनों से मुलाकात किया। इस अवसर पर उपस्थित नेताओ ने कहा की राजेंद्र बाबू 15 वर्ष के उम्र से ही अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले महान क्रांतिकारी थे, जिन्होंने 11 महीना गया केंद्रीय कारा में सजा भी काटे थे। राजेंद्र प्रसाद सिंह जी वजीरगंज इलाके में शिक्षा के अलख जगाने हेतु मीरगंज में राम अनुग्रह उच्च विद्यालय की स्थापना के साथ, साथ वहां के शिक्षक के रूप काफी लोकप्रिय थे। नेताओ ने राज्य सरकार एवम् स्थानीय प्रशासन से वजीरगंज प्रखंड कार्यालय एवम् राम अनुग्रह उच्च विद्यालय के प्रांगण में राजेंद्र प्रसाद सिंह का आदम कद प्रतिमा स्थापित करने की मांग भी किया। नेताओ ने कहा की उनके परिजनों ने नीतीश सरकार की तारीफ करते हुए कहे की उन्हे राज्य सरकार द्वारा मरणोपरांत राजकीय सम्मान देकर सम्मानित करने से हम सभी परिवार गौरवान्वित महसूस किया। नेताओ ने कहा की राजेंद्र बाबू का सपना , वजीरगंज प्रखंड के जन,जन में शिक्षा का अलख जगाने हेतु उनके परिजन हमेशा तत्पर रहेंगे।

महिला शराब कारोबारी समेत पांच लोग गिरफ्तार

आमस थाने की पुलिस ने बुधवार की रात छापेमारी कर महिला शराब धंधेबाज हरिदासपुर की मुन्नी देवी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। मुन्नी देवी के घर से कुछ दिन पूर्व देसी शराब पकड़ी गई थी।   जबकि मारपीट मामले के आरोपित पथरा निवासी उमेश प्रसाद और कोर्ट वारंटी बनाही निवासी रामाशीष चौधरी को गिरफ्तार किया गया है।   थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने बताया कि जीटी रोड जांच में कोंच मुंडेरा निवासी विक्की शर्मा व गुरूआ आरसी कला निवासी अनुज रविदास शराब के नशे में पाए गए। जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

सड़क हादसे में दौड़ लगाने जा रहे युवक और बोलेरो चालक हुआ घायल

गया। ब्यूरो आमस थाना क्षेत्र के गंगटी मोड़ के पास जीटी रोड उतरी लेन पर गुरुवार के अहले सुबह ट्रैक्टर में पीछे से तेज रफ्तार बोलेरों धक्का मार दिया। हादसे में ट्रैक्टर पर बैठ कर गंगटी खेल मैदान में दौड़ लगाने जा रहे झरी निवासी शिक्षा सेवक महेश रजक के पुत्र अंकित रजक रोड पर गिर गया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।   चिकित्सा अधिकारी डॉ महेश कुमार ने बताया कि युवक के कमर में गंभीर चोटें आई है। इधर दुर्घटना के लिए जिम्मेवार बोलेरो चालक बांकेबाजार सोंधी निवासी सुनील कुमार भी गंभीर रूप से घायल हो गया है। दोनों का इलाज आमस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया। बोलेरो का अगला भाग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।   सूचना पर अस्पताल पहुंचे चालक के परिजनों के बताया कि वह दूल्हा दुल्हन को छोड़ कर मदनपुर से लौट रहे थे। लगातार जगवारी की वजह झपकी आ जाने के कारण यह हादसा हो गया। वहीं पथरा मोड़ के पास हुए एक अन्य हादसे में बाइक सवार दो लोग घायल हो गए।

सेल्स टैक्स विभाग ने पकड़ी कोयला लदा ट्रक

गया। ब्यूरो

अन्वेषण ब्यूरो आईबी मगध (सेल्स टैक्स) विभाग की टीम ने आमस पुलिस की मदद से टोल के पास जीटी रोड से कोयला लदे एक ट्रक पकड़ी है। सेल्स टैक्स कर्मी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि ट्रक में लदे कोयला की जीएस्टी व सेल्स टैक्स आदि सभी कागजातों की जांच की जा रही है। इसके बाद ही आगे की करवाई की जाएगी। कोयला लदे यह ट्रक झारखंड से यूपी जा रही थी। पिछले कुछ माह से जीटी रोड पर सेल्स टैक्स विभाग काफी सक्रिय है। अब तक दर्जन भर से अधिक गाडियां पकड़ी जा चुकी है। इससे ओवरलोड व बिना कागजात के चलने वाले गाड़ियों के चालक और ऑनर में हड़कंप है।

गांधीनगर के श्मशान घाट में पंचतत्व में विलीन हुईं पीएम मोदी की मां

पीएम मोदी की मां हीराबा के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दे दी गई है। गांधीनगर के श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा का निधन हो गया। पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह सूचना दी गई। पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा गया, ‘शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है। मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से।’ मां के निधन के बाद पीएम मोदी अहमदाबाद पहुंचे। यूएन मेहता अस्पताल के एक बयान में कहा गया है, ‘हीराबा मोदी का निधन शुक्रवार तड़के (30 दिसंबर) 3.30 बजे (सुबह) इलाज के दौरान हुआ। मां का स्थान कोई नहीं ले सकता: नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी की मां श्रीमती हीरा बेन जी का निधन दुखद। मां का निधन असहनीय और अपूरणीय क्षति होता है। मां का स्थान दुनिया में कोई नहीं ले सकता। दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा प्रधानमंत्री श्री मोदी जी एवं उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां का निधन, पीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा मोदी का शुक्रवार को निधन हो गया. वे 100 साल की थीं. हीरा बा ने अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में अंतिम सांस ली. हीरा बा को मंगलवार शाम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पीएम मोदी ने ट्वीट कर मां हीरा बा को श्रद्धांजलि दी. पीएम की मां हीरा बा को मंगलवार को अचानक से सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी. इसके अलावा उन्हें कफ की शिकायत भी थी. इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल के कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती करा दिया गया. डॉक्टरों ने उनकी मां का एमआरआई और सीटी स्कैन किया. गुरुवार को अस्पताल की ओर से बयान जारी कर बताया गया था कि उनकी तबीयत में सुधार है. लेकिन शुक्रवार सुबह उनका निधन हो गया.

नववर्ष की जश्न को फीका कर सकती है कोरोना की चौथी लहर, सरकार अलर्ट

देश में जनवरी मध्य से कोरोना मामले बढ़ने की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग इलाज के साथ रोकथाम के लिए तमाम एहितयाती उपायों पर मंथन कर रहा है। मंगलवार को प्रदेश भर के अस्पतालों में इलाज की तैयारियों की माक ड्रिल के बाद बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने नववर्ष के जश्न पर रोक लगाने पर डाक्टरों का मंतव्य जाना। उनकी चिंता थी कि बोधगया में लोगों का जमावड़ा लगने के कारण कोरोना के मामले बढ़े हैं, ऐसे में नववर्ष के जश्न से खतरा और बढ़ सकता है। हालांकि, डाक्टरों ने जश्न पर रोक लगाने के बजाय मास्क और शारीरिक दूरी के नियम को अनिवार्य रूप से लागू कराने की सलाह दी है। उनका कहना था कि रोक लगाने के बावजूद लोग आदतन जश्न मनाएंगे और खतरे में आ सकते हैं। एहतियात के साथ जश्न मनाने का नियम लागू कराने से बड़ी आबादी को सुरक्षित रखा जा सकता है। समीक्षा बैठक में शामिल एम्स, आइजीआइएमएस, पीएमसीएच, एनएमसीएच समेत सभी मेडिकल कालेजों के प्राचार्य-अधीक्षक और सिविल सर्जनों का मानना था कि कोरोना से निपटने में सरकार के स्तर से तमाम तैयारियां दुरुस्त हैं। कोराेना से कैसे बचना है इसकी बाबत हर शख्स को जागरूक किया जा चुका है। अब यह आमजन के हाथ में है कि वह कोरोना अनुकूल व्यवहार जैसे मास्क पहनना, अंजान सतह छूने के बाद मुंह-नाक व आंख को छूने के पहले साबुन से हाथ धोने, बेवजह यात्रा न करने या भीड़भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाना और शारीरिक दूरी जैसे नियमों का पालन कर कोरोना से सुरक्षित रहें। अपर मुख्य सचिव ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे रेड अलर्ट मोड में रहें और कोरोना जांच की संख्या को बढ़ाएं। कोरोना उपचार में जिस सामान, दवा की कमी हो अभी बीएमएसआइसीएल से मंगवा लें। कोविड डेडिकेटेड हास्पिटल रहे एनएमसीएच को अधिक संख्या में बेड तैयार रखने को कहा गया। पीएमसीएच को बाथरूम व आक्सीजन कंटेनर समेत अन्य सुविधाएं दुरुस्त रखने को कहा गया। इसके अलावा लखीसराय, अररिया, मुंगेर, बांका जैसे जिलों को कमियां दूर करने का निर्देश दिया गया।