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छठ घाटों का जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने किया निरीक्षण

अरवल । नगर परिषद अरवल क्षेत्र में छठ घाटों का निरीक्षण जिला पदाधिकारी श्रीमती वर्षा सिंह अरवल और पुलिस अधीक्षक मोहम्मद कासिम की मौजूदगी में किया गया नगर परिषद क्षेत्रान्तर्गत जनकपुर, ओझा बिगहा, बैदराबाद, अहियापुर एवं लख छठ घाटों का निरीक्षण किया गया।   जिला पदाधिकारी द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश पुरी को निदेश दिया गया कि छठ घाटों में से खतरनाक छठ घाटो को चिन्हित कर बैरिकेडिंग एवं फ्लैक्स बोर्ड लगाना सुनिश्चित करेंगे।   साथ ही साथ सभी घाटों पर लाईटिंग, अस्थाई शौचालय, पानी की व्यवस्था चेंजिंग रूम एवं साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था होनी चाहिए।   छठ पूजा में महिलाओं की सुरक्षा पूर्ण जिम्मेवारी के साथ की जाय। सभी घाटों पर प्रशासनिक मच होनी चाहिए। प्रशासनिक मंच पर मेडिकल टीम एवं एस डी आर एफ की टीम मौजूद रहेगी।   किसी छठ घाट पर कोई अनहोनी न हो इसका भी ध्यान रखेंगे। छठ घाट निरीक्षण में जिला परिवहन पदाधिकारी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी एवं कार्यपालक पदाधिकारी मौजूद थे।

शिक्षा विभाग शिक्षकों को तंग और परेशान करते हैं : मनोज कुमार

अरवल । शिक्षा विभाग के लापरवाही का आलम यह है कि नगर परिषद क्षेत्र वार्ड नंबर 2 के ग्राम रसीदपुर में 1988 से मध्य विद्यालय संचालित हो रहा है जहां पर कुछ दिनों तक प्रधानाध्यापक का स्थाई पद सृजित था इसके बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक विद्यालय के संचालन करने लगे क्योंकि प्रधानाध्यापक का पोस्टिंग नहीं थी अभी वर्तमान में श्रीमती मनोरमा देवी को प्रधानाध्यापक के पद पर पदस्थापित किया गया है।   लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि जब प्रधानाध्यापिका श्रीमती मनोरमा देवी का वेतन बनाने की बात हुई उनकी वेतन यह कह कर जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा रोक दी गई की चुकी वहां मध्य विद्यालय रसीदपुर में प्रधानाध्यापक का पद सृजित नहीं है जबकि विभाग द्वारा श्रीमती मनोरमा देवी को प्रधानाध्यापक के पद पर मध्य विद्यालय रसीदपुर में पदस्थापित किया गया है।   अब जिला शिक्षा पदाधिकारी से मनोज कुमार जिला प्रवक्ता राष्ट्रीय जनता दल ने सवाल कि यदि विद्यालय में प्रधानाध्यापक का पद सृजित नहीं था तो फिर किस आधार पर प्रधानाध्यापक का पद पर स्थापित किया गया ।   प्रेस विज्ञप्ति जारी करके मनोज कुमार जिला प्रवक्ता राष्ट्रीय जनता दल ने जिला पदाधिकारी से मांग किया है कि ऐसे लापरवाह पदाधिकारी के विरुद्ध जांचोपरांत कार्रवाई करें जिला शिक्षा कार्यालय में कुछ वैसे कर्मचारी हैं जो जानबूझकर शिक्षकों को तंग तबाह करते हैं।   जिला शिक्षा विभाग जानबूझकर इस तरह की गलती की है और विद्यालय के कोडिंग के साथ छेड़छाड़ करना चाहती है जो अविधिक तथा अवांछित होगा । विद्यालय का डायस कोड 10380105601 पर सर्च किया जा सकता है।

न्यायाधीश क्वार्टर का उद्घाटन किया गया

अरवल।  माननीय न्यायमूर्ति श्री मोहित कुमार साह, न्यायधीष उच्च न्यायालय पटना-सह- माननीय निरिक्षी न्यायमूर्ति, जहानाबाद न्यायमंडल एवं माननीय न्यायमूर्ति श्री राजीव रंजन प्रसाद, न्यायधीष, पटना उच्च न्यायालय, पटना के कर कमलों द्वारा गोदानी सिंह कॉलेज के समीप अवस्थित 12 च्व् क्वाटर का उद्घाटन किया गया।   उद्घाटन समारोह की शुरुआत पायस मिशन के छात्राओं द्वारा स्वागत गान के साथ किया गया। तत्पष्चात, जिला -सह-सत्र न्यायधीष माननीय डॉ0 राकेष कुमार सिंह द्वारा आंगनतुकों को अरवल जिले के बारे में बताया गया एवं सूचित किया गया कि वर्तमान में अरवल जिले के न्यायिक अधिकारियों हेतु कोई भी सरकारी आवास नहीं है।   अतः नवनिर्मित च्व् क्वाटर न्यायिक अधिकारियों के इस जरूरत को पूरी करेगा, जिससे उनकी कार्य कुषलता में वृद्धि होगी एवं वादों का निपटारा भी ससमय किया जा सकेगा। इसके उपरांत समारोह में आए माननीय मुख्य अतिथियों द्वारा मैगना कार्टा, कानून का शासन, आम व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता आदि बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई तथा अपने कर्तव्यों को संवेदनशीलता तथा सावधानी के साथ निर्वहन करने की बात बताई गई।   उद्घाटन समारोह के दौरान माननीय अतिथियों द्वारा 12 च्व् क्वाटर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में मौके पर मौजूद अधीक्षण अभियंता, जहानाबाद प्रमंडल को कमरे में मौजूद वार्डरोब को बदलने हेतु निदेशित किया गया। अधीक्षण अभियंता को कमरे की साफ-सफाई, पेंटिंग, बाथरूम की फिटिंग व्यवस्थित करने हेतु भी निदेशित किया गया। माननीय न्यायमूर्तियों द्वारा अरवल जिले में नवनिर्मित जिला न्यायालय का भी निरीक्षण किया गया। इस क्रम में अधीक्षण अभियंता को न्यायालय भवन की पेंटिंग, कोर्ट रूम में फर्नीचर की उपलब्धता सुनिष्चित कराने हेतु निदेशित किया गया।   साथ ही न्यायालय भवन में लगे लिफ्ट की भी स्थिति ठीक कराने हेतु निदेषित किया गया। इस अवसर पर प्रधान न्यायधीष, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अरवल, जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह, अरवल, पुलिस अधीक्षक मो कासिम,अरवल के साथ न्यायिक पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित थे।

पूर्व विधान परिषद संजीव श्याम सिंह अतिथि शिक्षक के मुद्दा को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा

अरवल । उच्चतर माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ अरवल का सिस्टमंडल पूर्व विधान परिषद श्री संजीव श्याम सिंह से पटना उनके आवास पर मुलाकात किया अपनी समस्या से अवगत कराया अतिथि शिक्षकों ने कहा 2018 से लगातार हम अपनी सेवा विद्यालय में देते आ रहे हैं हमें किसी प्रकार का लाभ आज तक नहीं मिला नहीं तो पेढलिव की सुविधा है और नहीं तो महिलाओं को विशेषा अवकाश की सुविधा है।   उन्होंने आश्वासन दिया शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री से बात करेंगे कल 10/11/2023को संजीव श्याम सिंह मुख्यमंत्री से बात रखें मुख्यमंत्री महोदय ने कहा अतिथि शिक्षक के बारे में सकारात्मक सोच है एक तरह से पूरे बिहार में अतिथि शिक्षकों की खुशी का माहौल लग रहा है।   अरवल जिला के जिला अध्यक्ष पंकज कुमार सुमन ने आभार प्रकट किया और कहा संजीव श्याम सिंह आने वाला दिन में मिल का पत्थर साबित होंगे ।   अतिथि शिक्षकों के लिए उस मौके पर जिला अध्यक्ष पंकज कुमार सुमन, संगठन सचिव मृत्युंजय कुमार, जिला प्रवक्ता ईश्वर दयाल , चितरंजन कुमार, रमेश कुमार उपस्थित थे।

जनता दरबार में लगभग 21 परिवादियों के फरियाद को सुना गया

अरवल। जनतादरबार का आयोजन किया गया। जनता दरबार में लगभग 21 परिवादियों के फरियाद को सुना गया। परिवादियों द्वारा भूमि विवाद, अतिक्रमण, दाखिल खारिज, अनियमितता, शिक्षा विभाग एवं अन्य विभागों से संबंधित मामले थे। फरियादियों के आवेदन के शीघ्र निष्पादन हेतु अपर समाहर्ता द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निदेश दिये गये।   महेन्दिया थाना स्थित ग्राम मेहन्दिया टोला तिवारी बिगहा निवासी फगुनी रजवार द्वारा बताया गया कि मैं गरीब परिवार से हूँ तथा मेरा परिवार पूर्वजों से गैरमजरूआ जमीन में घर बनाकर रह रहे है। अंचलाधिकारी कलेर द्वारा मेरे घर को तोडे जाने का नोटिस मिला है। हमें उचित न्याय दिलवाने की कृपा प्रदान करें। इस संबंध में अपर समाहर्ता द्वारा अंचलाधिकारी कलेर को त्वरित जाँच कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने एवं त्वरित निष्पादन हेतु निदेश दिया गया।   महेन्दिया थाना स्थित ग्राम इसमाईलपुर कोयल निवासी सिंधु ओझा द्वारा फरियाद में बताया गया कि मेरी बेटी का अपरहरण कुछ दिनों पूर्व शौच जाते समय अज्ञात व्यक्ति द्वारा कर लिया गया है। मेरी बेटी को मेहंदिया पुलिस के द्वारा बनारस से बरामद कर लिया गया था और उसे अल्पा आवास में रखा गया है लेकिन उससे मिलने नहीं दिया जा रहा है मुझे मिलने की अनुमति प्रदान किया जाए और अपहरणकर्ता पर कानूनी कार्रवाई करने की कृपा किया जाय।   इस संबंध में अपर समाहर्ता द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरवल को त्वरित जाँच कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने एवं नियमानुसार कार्रवाई करने हेतु निदेश दिया गया।   अरवल प्रखण्ड स्थित ग्राम अहियापुर निवासी रामनाथ दास द्वारा बताया गया कि बडकी अहियापुर वार्ड नं0 01 में अक्षर दाता धाम श्री पयहारी जी के स्थान में महिला सुलभ शौचालय व संस्कृति कार्यक्रम स्थल के अधुरे पी सी सी कार्य को पुरा करवाने की कृपा की जाय। इस संबंध में अपर समाहर्ता द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद अरवल को त्वरित निष्पादन हेतु निदेश दिया गया।

दीपावली एवं छठ पूजा को लेकर जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित

अरवल । आगामी दीपावली एवं छत पर्व के अवसर पर जिला स्तरीय शाति समिति की बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित की गई। सर्वप्रथम जिला पदाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी लोगों को दीपावली एवं छठ पर्व की शुभकामनाएं दी गई। उन्होंने दोनों त्यौहारों को सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए जिले वासियों से आग्रह किया।   उपस्थित समिति के सदस्यों से विचार विमर्श लेने के बाद जिलाधिकारी ने निदेशित किया कि जिले में केवल अनुज्ञप्तिधारी पटाखा विक्रेताओं को ही पटाखा बेचने की अनुमति होगी। कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद को निदेश दिया गया कि सभी जगहों पर उचित लाईटिंग की व्यवस्था होनी चाहिए, चूकि यह प्रकाश का पर्व है।   उन्होंने आगे छठ पर्व के बारे में बताया कि सभी खतरनाक सोनतटीय घाटों एवं अन्य घाटों को चिन्हित कर बैरिकेडिंग का कार्य किया जायेगा। सभी घाटों को अच्छी तरह से साफ सुथरा रखना है तथा पर्याप्त मात्रा में लाईट की व्यवस्था करनी है। दोनों पों में कहीं भी किसी भी प्रकार की अश्लील सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु अनुज्ञप्ति की अनिवार्यता रहेगी।   साथ ही प्रतिमाओं के संस्थापन हेतु भी अनुज्ञप्ति प्राप्त करना होगा। सभी छठ घाटो पर एक-एक कॉन्ट्रोल रूम की व्यवस्था लाउडस्पीकर के साथ की जायेगी। असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि पर्व के अवसर पर सभी छठ घाटों पर एक-एक मेडिकल टीम की व्यवस्था करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही पुलिस पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी छठ घाट जाने वाले रास्तों का उचित तरीके से निरीक्षण करना एवं यदि कोई स्थानीय विवाद परिलक्षित होता है तो उसे निष्पादित करना भी सुनिश्चित करेंगे साथ ही इसकी प्रतिवेदन जिला मुख्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। सभी छठ घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर ड्रोन व वीडियोग्राफी से भीड़ और दूसरी तरह की आपत्तिजनक गतिविधियों पर भी नजर रखा जायेगा।   बैठक में माननीय अध्यक्षा नगर परिषद श्रीमती साधना कुमारी, पुलिस अधीक्षक मो० कासिम, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, अपर समाहर्ता, विशेष कार्य पदाधिकारी, सिविल सर्जन, आपदा पदाधिकारी के साथ शांति समिति के सदस्य गण एवं अन्य मौजूद थे। 

धनतेरस की खरीदारी करने आयी दो महिला घायल

अरवल  । धनतेरस के अवसर पर अपने घरों से किंजर बाजार में बर्तन की खरीदारी करने आई दो महिला अलग-अलग स्थानों पर सड़क पार करने के दौरान घायल हो गई जिसमें एक घटना किंजर थाना क्षेत्र के एनएच 110 स्थित बारह माइल की है जिनका नाम मंजू देवी पति मलखान पंडित ग्राम कोडिहरा थाना खिरीमोड़ बताया जाता है।   इस महिला को यात्री बस नें ठोकर मार दी आसपास के राहगीरों ने घायल अवस्था में किंजर सरकारी अस्पताल पहुंचाया वहीं दूसरी घटना किंजर बाजार स्थित एसबीआई बैंक शाखा के सामने का है जिसे बाइक सवार में धक्का मार कर भाग गया इनका नाम शारदा देवी उम्र 65 वर्ष पति स्वर्गीय नवदीप सिंह ग्राम कन्हैयाचक थाना किंजर बताया जाता है इस घायल महिला को भी राहगीरों ने किंजर अस्पताल पहुंचाया दोनों घायल महिला को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल अरवल भेजा गया है।

विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का दिखा घोर अभाव

अरवल। सरकारी विद्यालयों में संसाधनों की कमी के कारण बच्चों का पठन-पाठन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। जबकि स्कूलों की व्यवस्था सुधारने को लेकर एक ओर जहां केंद्र और राज्य सरकारें पैसा पानी की तरह बहा रही हैं। मिड डे मील, पोशाक, छात्रवृत्ति देने से लेकर शिक्षकों की बहाली और चकाचक भवन बनाए जा रहे हैं।   वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। शिक्षकों की लापरवाही और आम लोगों की निष्क्रियता भी इसकी वजह है। इन सब के बाबजूद भी शिक्षा व्यवस्था में कोई गुणात्मक सुधार नहीं दिख रहा है।   इसी परिप्रेक्ष्य में कलेर प्रखंड के उसरी पंचायत के पंचायत समिति प्रतिनिधि सत्य कुमार सोनी गुरुवार को दिन के करीब 11बजे कलेर प्रखंड के उसरी पंचायत के उसरी गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का जायजा लिया। नामांकित छात्रों में बहुत कम बच्चे उपस्थित थे इस दौरान करीब दस बजे विद्यालय के प्रधान शिक्षक समेत सभी शिक्षक कार्यालय में कुर्सी पर बैठे थे। और अधिकांशबच्चे बरामदे में जमीन पर बैठ कर शोर मचा रहे थे।   पंचायत समिति प्रतिनिधि को देख शिक्षक अपने-अपने वर्ग कक्ष की ओर चल दिए तो कुछ शिक्षक बरामदे में शोर मचा रहे बच्चों को शांत कराने लगे। विद्यालय में नामांकित छात्रों में बहुत ही कम छात्र ही मौजूद पाए गए। विद्यालय के प्रधान शिक्षक कृष्णानंद शर्मा कार्यालय में विवादित बोल भी बोल रहे थे पूछने पर प्रधान शिक्षक कृष्णानंद शर्मा पंचायत समिति प्रतिनिधि सत्य कुमार सोनी एवं उसरी बाजार के लोगों को F. I. R करने की धमकी देते है ।   अधिकांश बच्चे यूनीफार्म में नहीं थे और बरामदे में जमीन पर बैठकर शोर मचा रहे थे। शिक्षक बरामदे में बच्चों को शांत करा रहे थे संसाधन का अभाव व शिक्षकों की कमी के कारण विद्यालय के बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। शिक्षा व्यवस्था में काफी कमी पाई गई। आए दिन विद्यालय देर से शिक्षकों के पहुंचने की नियती से बन चुकी है जिस कारण विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का घोर अभाव देखा जा रहा है।

टाड़ा बंदियों की रिहाई के विधायक महानंद सिंह के नेतृत्व में माले के कई विधायक मुख्यमंत्री से मिलकर आवेदन दिया

अरवल: 22 साल से टाटा के तहत जेल में बंद 14 बंदियों में अभी 6 बंदियों में जगदीश यादव, चुरामन भगत, अरविंद चौधरी, अजीत साव, श्याम साव और लक्ष्मण साव अभी भी जेल में बंद है । इसमें चार लोग काफी बुजुर्ग हो चुके हैं । कई तरह के बीमारी का शिकार हैं । इस संबंध में पिछले बार आवेदन दिया गया था लेकिन अभी तक सरकार द्वारा उन्हें नहीं रिहा किया गया । इस सवाल पर एक बार फिर माननीय मुख्यमंत्री से मिलकर अपील की गई है ।   मुख्यमंत्री के नाम आवेदन में लिखा गया है कि बिहार सरकार ने विगत दिनों 14 वर्ष से अधिक की सजा काट चुके 27 कैदियों की रिहाई कर दिया है । लेकिन रिहाई सिर्फ चुनिंदा लोगों की हुई । हमारी पार्टी के विधायकों ने अरवल के भादसी कांड के टाडाबंदियों की रिहाई के सवाल पर इसके पहले भी माननीय मुख्यमंत्री जी से दो-दो बार मुलाकात की थी ।   विदित हो कि भदासी में 1988 की एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 14 निर्दोष लोगों को फंसा दिया गया था और उनके ऊपर जन विरोधी टाडा एक्ट उस वक्त लगाया गया था, जब वह कानून पूरे देश में निरस्त हो चुका था । फिर 2003 में सभी 14 टाडा में फंसे सभी निर्दोष लोगों को आजीवन कारावास की सजा भी सुना दी गई ।   टाडाबंदियों में अब तक 6 की मौत जेल में ही हो चुकी है ।जिसमें भाकपा माले के वरिष्ठ नेता एवं लोकप्रिय अरवल के मुखिया कांग्रेस शाह चांद भी शामिल थे । एक टांडा बंदी त्रिभुवन शर्मा को 2019 में पटना उच्च न्यायालय के आदेश से रिहा किया जा चुका है । लेकिन शेष 6 टाटा बंदी जगदीश यादव, चुरामन भगत, अरविंद चौधरी, अजीत साव, श्याम साव और लक्ष्मण साव अभी भी जेल में है ।   प्राप्त सूचना के अनुसार अन्य टाडाबंदियों की रिहाई पर पटना उच्च न्यायालय में जारी बहस के दौरान बिहार सरकार ने कहा कि वह त्रिभुवन शर्मा की पटना उच्च न्यायालय से रिहाई के फैसले के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट गई है । पटना उच्च न्यायालय ने भी इसे उचित नहीं माना और कहा कि फैसले के 3 साल बाद सुप्रीम कोर्ट में जाने का कोई औचित्य समझ में नहीं आता है ।   सभी को रिहा करने के बजाय उल्टे सरकार का सुप्रीम कोर्ट में चले जाना हमारे लिए बेहद असहज स्थिति पैदा करने वाली है । जेल में बंद टाडाबंदियों ने 22 साल से अधिक की सजा काट ली है । सब के सब बूढ़े व बीमार हो चुके हैं और इसकी प्रबल संभावना है कि उसमें कुछ और मौतें हो न जाए ।   अतः हमलोग एक बार फिर आपसे आग्रह करते हैं कि 22 साल से जेल में बंद टाडाबंदियों की रिहाई के सवाल पर आप पूरी संवेदना के साथ सहानुभूति पूर्वक विचार करें ।   आवेदक को बहुत गहराई से माननीय मुख्यमंत्री ने पढ़ा और अपने पदाधिकारी को बुलाकर खास निर्देश दिया कि बहुत जल्दी रिपोर्ट तैयार कर उन्हें जमा करें ताकि 22 साल से जेल में बंद इन बंधिया को रिहाई की प्रक्रिया तेज किया जा सके । उन्होंने बहुत ही सकारात्मक आश्वासन दिया है ।उम्मीद है कि माननीय मुख्यमंत्री के पहल पर जेल में बंद सभी टाटा बंदी बहुत जल्दी रिहाई होंगे ।   माननीय मुख्यमंत्री से मिलने वालों में भाकेपा माले के विधायक दल के नेता कामरेड महबूब आलम, महानंद सिंह, सत्यदेव राम, अजीत कुशवाहा और मनोज मंजिल शामिल थे ।

पिछड़ा एवं अति पिछड़ा समाज के सच्चे मसीहा है आदरणीय नीतीश कुमार —-जितेंद्र पटेल

अरवल । बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन आरक्षण संशोधन विधेयक पारित हो गया। इससे राज्य में 75 फीसदी रिजर्वेशन लागू करने का रास्ता साफ हो गया। बिहार में अब 75% आरक्षण लागू होगा। विधानसभा से आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 पास हो गया। खास बात ये रही कि किसी ने भी इसका विरोध नहीं किया।   जनता दल यू के प्रदेश सचिव जितेंद्र पटेल ने कहा कि जिसकी जितनी हिस्सेदारी,उसकी उतनी भागेदारी वाले फॉर्मूले को अमलीजामा पहनाने के लिए नीतीश कुमार जी ने आरक्षण लिमिट को बढ़ाकर 75 फीसदी कर दिया है, यह स्वागत योग्य कदम है। महागठबंधन की नीतीश सरकार ने ओबीसी से लेकर दलित और आदिवासी तक के आरक्षण को बढ़ाने का कदम उठाया है, लेकिन सबसे ज्यादा अतिपिछड़ी (ईबीसी) जातियों के आरक्षण के दायरे को बढ़ाने का काम किया है।   उन्होंने कहा कि पिछड़ा एवं अति पिछड़ा समाज के सच्चे मसीहा है आदरणीय नीतीश कुमार। मुख्यमंत्री जी ने अति पिछड़ा को आरक्षण देकर आंगन से सदन तक पहुंचने का काम किया है।   श्री पटेल ने कहा कि बिहार की सियासत में सबसे अहम भूमिका अति पिछड़ी जातियों की होने वाली है और अति पिछड़ा समाज शत प्रतिशत नितीश सरकार के साथ है और भविष्य के हर चुनाव में नितीश बाबू के साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने ने कहा कि बिहार सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है।   अति पिछड़ा का अलग से कोटा निर्धारित करने से यह वर्ग जल्द और ज्यादा सशक्त होगा। नीतीश कुमारजी ने अति पिछड़ा वर्ग के हितों की हमेशा रक्षा की है । हम सब इस फैसले की सराहना करते हैं ।