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नवरात्र के पहले दिन शैलपुत्री व दुर्गाकुण्ड मन्दिर मे उमड़ा भक्तो भक्तों का जनसैलाब, दर्शन पूजन कर मनोकामना के लिए माँगी मन्नतें

वाराणसी । शारदीय नवरात्र की शुरुआत सोमवार से हो गई है आदिशक्ति माँ दुर्गा की आराधना का क्रम इस बार पुरे नौ दिनों तक चलेगा हर दिन देवी के अलग स्वरूप की आराधना होंगी। पहले दिन माता के शैलपुत्री स्वरूप का दर्शन पूजन करने के लिए मंदिरो मे आस्थावानों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगो के घरो मे भी कलश स्थापना के साथ पूजा पाठ का क्रम शुरु हो गया जो इस बार चार अक्टूबर तक चलेगा। जैतपुरा स्थित शैलपुत्री मन्दिर मे सुबह 9 बजे तक 50 हजार भक्तो ने मत्था टेक माँ से मनोकामना माँगा। नवरात्र की तैयारी मे लोग एक दिन पहले से ही लगे थे सोमवार की सुबह से ही माँ की आराधना का क्रम शुरू हो गया। सुबह ही लोग मंदिरो मे पहुंचने लगे थे सुबह होते होते लम्बी लाईन मे लगे भक्त माता का दर्शन कर निहाल हो गये।दुर्गाकुण्ड स्थित माँ दुर्गा के मन्दिर, शैलपुत्री मन्दिर समेत अन्य मंदिरो मे श्रद्धांलु उमड़े। इस दौरान फूल माला की दुकानों पर लोगो की काफी भीड़ थी। जैतपुरा स्थित शैलपुत्री मन्दिर मे के प्रमुख सेवक छोटेलाल ने बताया की माँ इस बार हाथी पर सवार होकर आई है जिनकी विदाई नौका पर होंगी इसलिए इस बार सुख समृधि की आशा है। जिस तरह से कोरोना बीमारी ख़त्म हो गई उसी तरह देश मे जितनी भी आपदाए है सब ख़त्म हो जाए माँ से यही प्रार्थना है। हिमालय पुत्री के नाम पर शैलपुत्री का नाम पड़ा है इनके मात्र दर्शन से सभी दुखो का नष्ट होता है और धन धान्य की वृद्धि होती है। भक्त की जैसी भावना होंगी उसे वैसा फल मिलेगा। माँ की पूजा मात्र एक फूल या गजरा से भी की जा सकती है। भक्त के अंदर अगर माँ के प्रति सच्ची भावना होंगी तभी माता उसकी आराधना को स्वीकार करेगी। सुरक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट, कंट्रोल रूम से हो रही निगरानी डीसीपी वरुणा जोन आरती सिँह ने बताया की नवरात्री के त्योहार मे सुरक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट है भीड़ की संख्या ज्यादा होने के कारण पुरुष व महिलाओ की अलग अलग लाईन लगवाई गई है इसके लिए बकायदा बैरिकेटिंग कराई गई है। कंट्रोल रूम के जरिए निगरानी की जा रही है ताकी कोई भगदड़ की समस्या ना उत्पन्न हो।

श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर का चार नम्बर गेट किया गया बंद, मन्दिर चौक से भेजे जा रहे दर्शनार्थी

वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर का गेट नम्बर चार अचानक बंद कर दिए जाने से दर्शनर्थियों मे अचानक चर्चा का विषय बन गया हालांकि इस गेट के बाए वाले रास्ते से दर्शनार्थियों को मन्दिर चौक से होते हुए बाबा के धाम तक जाने दिया जा रहा है। दर्शनार्थी मोबाईल और बैग लेकर मन्दिर तक जा रहे है इसे प्रयोग के तौर पर किया जा रहा है यदी यह व्यवस्था ठीक लगी तो इसे लागू कर दिया जायेगा। हालांकि मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने पिछले दिनों मन्दिर मे आम दर्शनार्थियों की सुविधा का हवाला देते हुए दर्शन की व्यवस्था मे शीघ्र बदलाव का संकेत दिया था लेकिन यह नहीं बताया गया था की बदलाव क्या होने वाला है। वाराणसी मण्डल के कमिश्नर की अध्यक्षता मे पिछले दिनों बैठक हुई थी जिसमे नई व्यवस्था पर चर्चा के बाद उसे मूर्तरूप देने का विचार किया गया था। लेकिन गेट नम्बर चार को शनिवार के दिन से ही बंद कर दिया गया है लेकिन दर्शन करने आए दर्शनार्थी इसे समझ नहीं पाएरविवार को दूसरे दिन भी गेट बंद होने से हलचल तेज हो गई और लोग गेट नम्बर चार के अचानक बंद होने का कारण तलाशने लगे!मन्दिर प्रशासन की तरफ से कोई उचित जवाब न मिलने से लोग और भी परेशान हो गए। चर्चा है की विशाल गेट नम्बर चार से अब वीवीआईपी की ही इंट्री होंगी। आपात स्थिति मे इस गेट का प्रयोग किया जायेगा क्योंकि इस रास्ते से सीधे गर्भगृह तक जाया जा सकता है! वीवीआईपी इससे सीधे आगे आयेंगे और दर्शन कर लौट जायेगे। अब दर्शनार्थियों को इस गेट के बाए वाले रास्ते से मन्दिर चौक की तरफ भेजा जा रहा है मन्दिर चौक मे लाकर आदी की व्यवस्था है। दर्शनार्थी वही बैग मोबाईल इत्यादि समान रखकर गर्भगृह की तरफ दर्शन करने जायेगे। सूत्रों ने यह भी बताया गया की इस नई व्यवस्था को प्रयोग के तौर पर किया जा रहा है लेकिन मन्दिर प्रशासन इसी व्यवस्था को लागू करने के मूड मे है!इस मामले मे कुछ अफसरों का दबी जुबान मे कहना है की मन्दिर प्रशासन यहाँ प्राइवेट सिक्योरिटी को यहाँ हावी करना चाह रही है। मन्दिर प्रशासन के कर्मचारियों का कहना है की प्रोटोकाल के आड़ मे पुलिस कुछ ज्यादा ही मनमानी करती थी अब सबकुछ मन्दिर प्रशासन की मंशा के अनुरूप ही होगा।   एडीसीपी सक्योरिटी डीजीपी ऑफिस से हुए सम्बद्ध श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर मे बिना टिकट पड़ाव को पांच हजार रुपए देकर सीधे गर्भगृह मे बाबा को स्पर्श कर दर्शन के मामले ने तूल पकड़ लिया है इस मामले मे एडीसीपी सक्योरिटी अजय कुमार सिँह डीजीपी ऑफिस से सम्बद्ध कर दिए गए है। दरअसल पिछले दिनों दिल्ली से एक दर्शनार्थी बाबा का दर्शन करने के लिए काशी आया था वह दर्शन करने के बाद अपने घर लौट गया यहाँ तक तो मामला ठीक था और इसकी किसी को जानकारी नहीं हो पाई लेकिन उस दर्शनार्थी ने दिल्ली लौटकर ट्वीट किया की मैंने कोई टिकट नहीं कटाया और मन्दिर के पंडे को पांच हजार रुपए देकर बाबा का विधिवत पूजन दर्शन किया मुझे किसी सुरक्षाकर्मी ने रोका टोका नहीं। उसके इस ट्वीट के बाद मन्दिर प्रशासन सहित आला अधिकारियो मे खलबली मच गई मामला दो से तीन दिन पुराना है। इस मामले मे करवाई भी हो गई लेकिन अधिकारी अभी भी मौन है।

पीपीपी मॉडल पर किसानो को सब्जी की तकनीकी के बारे मे जानकारी देते भारतीय सब्जी अनुसंधान के सदस्य

वाराणसी। भारतीय सब्जी अनुससंधान ने पीपी मॉडल पर किसानो तक सब्जी की उन्नत प्रजातियों को पहुंचाने की पहल की है ताकी सब्जी का उत्पादन बढ़ाया जा सके इसको लेकर सब्जी अनुसंधान संस्थान मे रविवार के दिन प्रसार दिवस का आयोजन किया गया। इसमें योजनाओं को लेकर रणनीति तैयार की गई। कार्यक्रम मे संस्था के कार्यवाहक निदेशक एवं ज़ोनल तकनीकी प्रबंधन इकाई के प्रभारी डा. प्रभाकर मोहन सिँह ने संस्था की ओर से विकसित उन्नत किस्म के बीजो की किसानो को समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए संस्थान के संकल्प को दोहराया। इसकी पूर्ति के लिए निजी क्षेत्र की बीज कम्पनियों से सुचारु व क्रियाशील अनुबंध करने हेतु विचार विमर्श किया।   उन्होंनो ने बताया की संस्थान संकर किस्मो के संस्थातरण अनुबंध के अन्तर्गत कम्पनियों को किस्मो के मूल्यांकन के लिए 100 मी. क्षेत्र के लिए सैम्पल बीज भी उपलब्ध कराता है। कार्यक्रम समन्यवक व संस्थान तकनीकी प्रबंधन इकाई के प्रभारी डा. शैलेश कुमार तिवारी ने बताया की संस्थान द्वारा पीपीपी मोड़ से अब तक लगभग 79 अनुबंध निजी कम्पनियों से किए जा चुके है। इन अनुबंधों के विभिन्न पहलुओं से कम्पनियों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया।   भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. तुषार कांति बेहेरा के दिशा निर्देश पर संस्थान की तरफ से पहल शुरू की गई है। इसको लेकर तृतीय तकनीकी प्रसार दिवस का आयोजन किया गया। इसमें भिंडी, लौकी, कद्दू, करेला, ककड़ी, खरबूजा, टिंडा ओर करमसाग के उन्नत किस्मो को बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शित किया गया है। निजी क्षेत्र की 10 अग्रणी बीज कम्पनियों के 25 प्रतिनिधियों ने संस्थान के अनुसंधान प्रक्षेत्र पर सब्जी की प्रदर्शित को सराहा साथ ही उनकी वैवसायिक उपयोगिता का मूल्यांकन किया।

अस्सी घाट – साथियो संग गंगा मे नहाने गए ऑटो चालक की डूबने से मौत

वाराणसी। भेलुपुर थाना क्षेत्र के अस्सी घाट पर तीन लड़को के साथ गंगा नहाने आया 20 वर्षीय अजय केशरी की गहरे पानी मे डूबने से मौत हो गया। सूचना पर एनडीआरएफ व स्थानीय पुलिस के काफी खोज बिन के बाद भी युवक के शव का पता नहीं चल सका। घाट की सीढ़ी पर मृतक के कपड़े व आधार कार्ड मिले। सूचना पर पहुंचे परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया था। मुलरूप से बिहार प्रान्त के कैमूर के रहने वाले संतोष केशरी का 28 वर्षीय लड़का अजय बनारस के राजेंद्र नगर कालोनी मे किराए के मकान मे रहकर ऑटो चलाता था। अजय के साथ सुन्दरपुर के तीन युवक सुनील कुमार, कल्लू और एक अन्य लड़का अस्सी घाट पर नहाने गए थे। साथी सुनील ने बताया की अजय ने ही तीनो लोगो को अस्सी घाट पर नहाने चलने के लिए अपने ऑटो से लेकर आया था।   अचानक गहरे पानी मे जाने के कारण अजय कब पानी मे डूबने लगा हम साथियो को पता ही नहीं चला जब अजय जोर जोर से चिल्लाने लगा तब हम सभी लोगो ने उसको बचाने के लिए आसपास के लोगो से मदद माँगी तब तक वो गहरे पानी मे डूब चुका था। एनडीआरएफ और गौतखोरो ने कई घंटो तक अजय के शव का पानी मे काफी खोजबीन किया पर शव का पता नहीं चल सका।

घटने लगा गंगा का जलस्तर, 12 घंटे मे 5 सेमी प्रति घण्टा कम हुआ पानी

वाराणसी। गंगा के तटवर्ती इलाको मे रहने वालो के लिए राहत भरी खबर है क्योंकि गंगा का जलस्तर अब घटने लगा है। पिछले 12 घंटो मे 5 सेमी पानी कम हुआ है वही रविवार से एक सेमी प्रति घंटे जलस्तर खिसक रहा है। वाराणसी मे हल्के बादल छाए रहे लेकिन बारिश नहीं हुई है। मालूम हो की गंगा का जलस्तर पिछले पांच दिनों से काफी बढ़ रहा था शुरुआत मे 4 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा था हालांकि एक दो दिनों से जलस्तर के बढ़ने की रफ्तार धीमी थी लेकिन फिर से दुबारा गंगा ने अपना रौद्र रूप दिखाने लगी थी लगातार गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाके के लोग सशांकित थे। रविवार की सुबह गंगा का जलस्तर 66.86 मीटर रिकार्ड किया गया। वाराणसी मे गंगा चेतावनी का बिंदु 70.262मीटर और खतरे की बिंदु 71.262मीटर है। वाराणसी मे पिछले 12 घंटो मे बारिश नहीं हुई है रविवार की सुबह से ही आसमान मे हल्के बादल छाए रहे। मौसम विशेषग्यो की माने तो आने वाले दिनों मे भारी बारिश की संभावना नहीं है मानसून अपनी विदाई के समय मे है ऐसे मे बादल जाते समय हल्की मध्यम बारिश करा सकते है।

दस रुपए के गोलगप्पा के लिए गोलगप्पा वाले ने तीन को चाकू से प्रहार कर किया घायल

वाराणसी। गोलगप्पा खाने के विवाद मे मारपीट के दौरान चाकूबाजी की गई। इस घटना मे दम्पति समेत तीन लोग घायल हो गए। घायलों का ईलाज पंडित दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल मे कराया गया। इस मामले मे तीन आरोपितो के खिलाफ कैंट थाने मे रिपोर्ट दर्ज कर दी गई है। दिलशाद और उसका पुरा परिवार पुलिस लाईन ओवरब्रिज के पास रहता है। बताया जाता रहा है कि उसी मुहल्ले के रहने वाले गोलगप्पे के दुकानदार के यहाँ दिलशाद के बेटे ने 10 रुपए का गोलगप्पा खाया। दिलशाद ने दुकानदार को दो सौ के नोट दिए लेकिन दुकानदार के पास ज्यादा पैसा न होने के कारण उसने दिलशाद से फुटकर पैसा माँगा तो इसी बात पर दोनों मे विवाद हो गया। विवाद बढ़ता देख दोनों परिवार के सदस्य आमने सामने हो गए। मामला इस कदर बढ़ गया की दुकानदार उसके पिता और एक अन्य व्यक्ति मौके पर पहुंचकर मारपीट करने लगे जहाँ गोलगप्पे वाले के पिता ने चाकू से वार कर दिलशाद और उसकी पत्नी बेबी बानो और बेटे कैफ को घायल कर दिया। जिसकी वजह से मौके पर कुछ देर तक अफरा तफरी का माहौल बना रहा। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों के ईलाज के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल मे भर्ती कराया। जहाँ उन तीनो की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। घटना के बाद पुलिस ने घटना मे शामिल एक घनश्याम नामक आरोपित को गिरफ्तार कर ली है लेकिन अभी भी घटना मे शामिल मुख्य आरोपी पिता पुत्र फरार है। पुलिस तलाश मे जुट गई है।

काशी विद्यापीठ B.COM मे प्रवेश के लिए काउंसलिंग के दौरान जमकर हंगामा, तोड़ -फोड़, काउंसलिंग स्थगित

वाराणसी। महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ मे बीकॉम मे प्रवेश के लिए काउंसलिंग के दौरान छात्र संघ के एक प्रत्याशी को प्रवेशार्थीयों का डाटा लिक किए जाने के मामले मे को लेकर शनिवार के दिन छात्रों व छात्र नेताओं द्वारा जमकर हंगामा किया गया। परिसर मे रखे कुर्सीयो मेज आदि को भी तोड़ा गया। इस दौरान विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी और प्रशासन के लोग पहुँच गए। मौके पर पहुचे चिपप्राक्टर ने हंगामा कर रहे छात्रों को समझाने का प्रयास किया लेकिन छात्र नहीं माने छात्रों के विरोध के कारण काउंसलिंग स्थगित करनी पड़ी। छात्र नेता अंकित कुमार ने बताया की काउंसलिंग मे लगे कुछ लोगो द्वारा प्रवेश के लिए आने वाले छात्र छात्राओं को डाटा मोबाईल पर एक छात्र नेता को उपलब्ध कराया गया! इसके बाद उस छात्र नेता द्वारा प्रवेश लेने आने वाले छात्र छात्राओं को मैसेज किया गया। मैसेज मे बकायदा लिखा गया की मार्कशीट प्रमाण पत्र के साथ काउंसलिंग मे पहुंचने को कहाँ गया था ताकी उन छात्रों के पास होने के बाद भावी प्रत्याशी छात्र नेता यह बता सके की छात्रों का एडमिशन उन्ही के द्वारा कराया गया है ताकी चुनाव के वक्त उनका वोट पक्का हो। इस बात की सूचना जब अन्य प्रत्याशियो को हुई तो वो विश्वविद्यालय पहुंचकर हंगामा करने लगे। छात्र नेता ने बताया की काउंसलिंग शाँति से हो रही थी। विश्वविद्यालय व्यवस्था से जुड़े कुछ लोगो द्वारा एक भावी प्रत्याशी को प्रवेशार्थियों का सारा डाटा दिया गया जिसकी वजह से हंगामा किया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सबके साथ न्याय संगत का कार्य करना होगा वरना आगे भी इससे बड़ा आंदोलन किया जायेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय परिवार की होंगी।

सद्गुरु पदम्भूषण जग्गी वासुदेव ने अपने आत्मज्ञान दिवस पर काशी मे विशेष संगत को किया सम्बोधित

वाराणसी। अपने तीन दिवसीय यात्रा पर वाराणसी आए आध्यात्मिक गुरु पदम्भूषण जग्गी वासुदेव महाराज अपने आत्मज्ञान दिवस पर अपने अनुयायीयों के साथ दिन बिताए। काशी क्रमां ईशा सेक्रेड वाक द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है जो तीर्थ यात्रियों को एक आत्मज्ञानी गुरु की उपस्थिति मे पवित्र शहर काशी की यात्रा पर जाने का अवसर प्रदान करता है। सद्गुरु ने काशी विश्वनाथ मन्दिर का दौरा किया जहाँ उन्होंने मन्दिर की टीम को काशी विश्वनाथ कारिडोर की दीवारों के सौदर्यकरण मे अपना योगदान देने की पेशकश की। जब सद्गुरु 2012 मे काशी आए थे तो उन्होंने शहर को गंदगी के रूप मे देखा था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस से प्रधानमंत्री बनने के बाद शहर मे आए बदलाओ की सराहना करते हुए उन्होंने कहाँ की 8वर्षो मे काशी मे जो कुछ भी हुआ वो चमत्कारी है। अपने प्रवचन के दौरान सद्गुरु ने मनुष्य के जीवन मे स्त्रीत्व पुरुषत्तव दोनों पहलूओ के बीच संतुलन लाने पर ध्यान दिया और वहाँ एकत्रित लोगो के कई ज्वालंत सवालों के जवाब भी दिए। वैश्विक मिट्टी बचाओ आंदोलन की सफलता को जारी रखते हुए सद्गुरु कल असम राज्य का दौरा करेंगे जहाँ मिट्टी की जैविक समाग्री को 3-6प्रतिशत तक लाने के लिए असम सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन(एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जायेगे।उन्होंने बताया की सेव सायल के साथ जुड़ने वाला असम भारत का 10वां राज्य बन जायेगा।

आध्यात्मिक गुरु पदम् भूषण जग्गी वासुदेव अनुयायीयों संग पहुचे काशी, दरबार मे लगाई हाजिरी

वाराणसी। ईशा फाउंडेशन के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु पदम्भूषण जग्गी वासुदेव ने अपने अनुयायीयों के साथ बाबा विश्वनाथ के दरबार मे दर्शन पूजन किया। अध्यातमीक बोध दिवस मे भाग लेने के लिए आए आध्यात्मिक गुरु ने विश्वनाथ मन्दिर परिसर मे अनुयायीयों को काशी और श्रीकाशी विश्वनाथ के महत्व को बताया। आध्यात्मिक ज्ञान की चर्चा की इसके बाद मर्णकर्णीका घाट पहुचे और इस महाश्मशान के बारे मे अनियायीयों को बताया। आध्यात्मिक गुरु पदम्भूषण जग्गी वासुदेव वाराणसी पहुचे। शनिवार की सुबह श्री काशी विश्वनाथ धाम दर्शन पूजन करने पहुचे!गुरु को साथ पाकर देश विदेश के अनुयायी काफी खुश दिखाई दिए। सद गुरु जग्गी वासुदेव दो दिन काशी प्रवास मे वो शनिवार को अपने अनुयायीयों के संग आध्यात्मिक बोध दिवस मनाएगे। वह बाबा विश्वनाथ की नगरी मे आए अनुयायीयों को सतसंग लाभ देंगे और प्रवचन भी सुनाएगे। तीन दिवसीय आयोजन के लिए सद्गुरु के आगमन से पहले ही 600 अनुयायी काशी आ चुके थे । अब इनकी संख्या एक हजार के पार पहुँच गई है। वह अनुयायीयों के साथ के साथ छावनी क्षेत्र के सितारा होटल मे ठहरे हुए है। पुरा होटल अनुयायीयों से फूल है। आध्यात्मिक यात्रा तीन दिवसीय है इस खास आयोजन मे अनुयायी यूट्यूब लिंक पर भी ऑनलाइन सत्संग मे शामिल हो सकेगे। वैसे तो जग्गी वासुदेव सत्संगो के दौरान काशी की महिमा काशी के बारे में वैज्ञानिक तथ्य काशी विश्वनाथ की नगरी के प्रति अपनी श्रद्धा जगाते रहे है। जग्गी वासुदेव के काशी आगमन पर बबतपुर एयरपोर्ट निदेशक अर्यमा सान्याल ने तुलसी का पौधा देकर स्वागत किया। होटल पहुंचने पर भी स्वागत की होड़ लगी रही।

अब निर्धारित दर पर ही फूल, माला व प्रसाद बेच सकेगे विश्वनाथ धाम के दुकानदार

वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम के आस पास के प्रसाद माला फूल आदि बेचने वाले दुकानदारों की शुक्रवार को पुलिस प्रशासन ने चौक थाने मे बैठक बुलाई। पुलिस कमिश्नर एस सतीश गणेश के निर्देश पर बुलाई गई बैठक मे एसपी दशाश्वमेघ अवधेश पाण्डेय ने कहाँ की दो तीन दिन मे माला फूल व प्रसाद के रेट निर्धारित कर उसकी सूची जारी कर दी जाएगी। सभी दुकानदार इस सूची को अपने दुकान के बाहर लगाएगे!देश-विदेश से आने वाले दर्शनार्थियों को तय रेट की सूची के हिसाब से बेचना होगा। यदि इसका उलंघन हुआ तो दुकानदारों के खिलाफ कड़ी करवाई की जाएगी। बाबा के धाम आने वाले श्रद्धालुओं से किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। सभी दुकानदार अपनी दुकानों पर मूल्य सूची अंकित करवाएगे। यदि कोई भी अवयस्क बालक फूल, माला प्रसाद बेचता पाया गया तो दुकानदार के विरुद्ध नियमानुसार करवाई की जाएगी। सभी दुकानदार श्रद्धालुओं के साथ विनम्रता पूर्वक व्यवहार करेंगे ताकी काशी की छवि बाहर से आने वाले पर्यटको के नजर मे अच्छी बनी रहे। बैठक मे फूल, माला और प्रसाद बेचने वाले सभी दुकानदार आपसी सहमति से एक उचित मूल्य सूची तय करेंगे इसके बाद उसको प्रशासन को उपलब्ध कराएगे ताकी यह सूची विश्वनाथ मन्दिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को दी जाएगी उसके बाद प्रशासन की मंजूरी के बाद सूची फ़ाइनल की जाएगी।बैठक मे बताया गया की श्रद्धालुओं से अनुरोध किया जाएगा की वह प्रसाद फूल माला दुकानदार से लेते समय मूल्य सूची के अनुसार ही भुगतान करे!यह भी तय हुआ की सबकी सहमति पर तीन दिन मे मूल्य सूची का निर्धारण कर प्रकाशित किया जाएगा। बैठक मे एसपी दशाश्वमेघ अवधेश पाण्डेय चौक थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्र ने सुझाव दिए और दुकानदारों के विचार को सुना।