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बरेका मे रक्तदान शिविर का किया गया आयोजन, 60 लोगों ने किया रक्तदान

रक्तदान करें और स्वस्थ रहें मुहिम के साथ ही रक्तदान शिविर, निशुल्क नेत्र जांच शिविर एवं रक्तदाता सम्मान समारोह का आयोजन बरेका केंद्रीय चिकित्सालय के सभागार में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अध्यक्ष जिला पंचायत वाराणसी श्रीमती पूनम मौर्या एवं विशिष्ट अतिथि प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ देवेश कुमार द्वारा दीप प्रज्ज्वल के साथ विधिवत शुभारंभ किया गया। रक्तदान शिविर से माध्यम से कुल 60 लोगों ने रक्तदान किया। रक्तदान के उपरांत सभी रक्त दाताओं को पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधा एवं कपड़े का थैला दे कर सम्मानित किया गया और पर्यावरण जागरूकता हेतु संदेश भी दिया गया । इस अवसर पर श्रीमती पूनम मौर्या, डॉ देवेश कुमार, श्री राम जन्म चौबे, राजेश कुमार, धर्मेंद्र सिंह, बी.डी दुबे ने रक्तदान के विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। शिविर में बड़ी संख्या मे वरिष्ठ रेल अधिकारियों, चिकित्सकों एवं रेल कर्मियों ने उत्साहपूर्वक रक्तदान किया। कार्यक्रम मे विशेष रूप से श्रीमती संगीता प्रसाद, हरि किशोर, अनिल, संजय कुमार गुप्ता, अजय गुप्ता, शिवकांत त्रिपाठी, सतीश कुमार, राजीव कुमार राय, दुर्गेश नन्दन ,सचिन जैन, अष्टभुजा मिश्रा, जय मुखर्जी आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। अंत में धन्यवाद रक्त मित्र परिवार फाउंडेशन के संस्थापक श्री राकेश प्रसाद ने किया एवं कार्यक्रम का सुरुचिपूर्ण संचालक श्रीमती आर्या दीपा मिश्रा ने किया!

स्वतंत्रता सेनानियों के लिए किया गया पिण्डादान व तर्पण

शुक्रवार के दिन अस्सी घाट पर प्रणाम् वन्देमातरम समिति द्वारा अध्यक्ष अनुप जायसवाल के नेतृत्व में पितृपक्ष के पखवारे में पं0 श्री पांडेजी के आचार्यत्व मेँ ब्राम्हण गण द्वारा मंत्रोच्चार के साथ अस्सी घाट पर देश के स्वतंत्रता मे सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले क्रांति वीरों के लिए तर्पण अस्सी घाट पर देश की स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने अनेक क्रांति वीरों का जैसे आजाद जी, भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव,सावरकर, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, खुदीराम बोस, सूर्यसेन जैसे अनेक क्रांति वीरों के लिए पिण्डदान, तर्पण,पूजापाठ कर ईश्वर से उन आत्माओं की शान्ति की प्रार्थना कर उन महान आत्माओं को नमन् कर भारत की सुख,शांति,समृद्धि की कामना का आशिर्वाद मांगा गया।   कार्यक्रम का नेतृत्व अध्यक्ष अनूप जायसवाल व संचालन धीरेन्द्र शर्मा ने किया। धन्यवाद शंकर सहानी जी ने किया। कार्यक्रम मेँ मुख्यरूप से भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री अशोक पांडे, श्रीप्रकाश शुक्ला, दिनेश कालरा जी, पार्षद चन्द्रनाथ मुखर्जी, पार्षद राकेश जायसवाल जी, मिठाईलाल यादव, धर्मेन्द्र यादव, अमरीश जायसवाल, मंगलेश जायसवाल, मनीष चौरसिया, बृजेश्वर त्रिपाठी, लल्लू जी, भरत निषाद, गोपाल निषाद, गौतम निषाद, अभिषेक चौरसिया, जयप्रकाश प्रजापति, पिन्टू, श्रीप्रकाश जायसवाल, प्रदीप जायसवाल,कन्हैया सेठ, सुजीत गुप्ता, दिपक जायसवाल, अनुप गुप्ता, जयकिशन गुप्ता, धरमचंद, आकाश जायसवाल आदि लोग उपस्थित थे।

दुर्गा पूजा-पशुपतीनाथ मन्दिर मे विराजेगी महिषासुर मर्दनी, हथुआ मार्केट मे बन रहा भव्य पंडाल

वाराणसी। 26सितम्बर से शारदीय नवरात्र शुरु हो रहा है वही इस बार नगर मे दुर्गापूजा की धूम दिखाई पड़ने वाली है। इन दिनों शहर मे जगह जगह पूजा पंडाल बनाए जा रहे है जहाँ पंडालो को भव्य रूप देने के लिए कारीगर दिन रात एक कर जुटे हुए है। शहर के प्रसिद्ध हथुआ मार्केट मे बनने वाले पूजा पंडाल मे इस बार नेपाल के भगवान पशुपतीनाथ मन्दिर की प्रतिकृति भव्य आकार मे बनाई जा रही है।   मालूम हो की बीते दो सालो मे कोरोना काल की वजह से सभी त्योहार फिके पड़ गए थे मगर इस बार सरकार के निर्देश के बाद सभी त्योहारो को मनाया जा रहा है। इन दिनों शहर मे जगह जगह पूजा पंडाल बनाए जा रहे है। बंगाल से आए मूर्ति के कलाकारो सहित पंडाल बनाने वाले कारीगर पुरी जी जान से अपने कार्य मे जुट गए है। इस बार दुर्गा पूजा मे आने वाले दर्शनार्थियों को पंडालो का भव्य और सुन्दर नजारा देखने को मिलेगा। इस बाबत हथुआ मार्केट के कोषाध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया की इस बार भव्य पंडाल बनाया जा रहा है इसके लिए बंगाल से कारीगर बुलाए गए है। पंडाल मे कलश पूजा की जाएगी पंडाल बनाने मे 20 की संख्या मे कारीगर लगे हुए है जो पंडाल का जल्द कार्य पुरा कर लेगे।

पुलिस कमिश्नर वाराणसी ने अधिनस्थ अधिकारियो को दी फायर एसओपी के अधिकारों की जानकारी

वाराणसी। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश उत्तर प्रदेश अग्नि निवारण एवं अग्नि सुरक्षा अधिनियम 2005 व उत्तर प्रदेश समन सेवा अधिनियम 1944 के तहत कार्यवाही के लिए मानक संचालक की प्रक्रिया (एसओपी)के तहत प्रदत्त अधिकारों की अधीनिस्थो को जानकारी दी!बैठक मे पुलिस कमिश्नर ने फायर सेफ्टी विभाग के कार्यों की समीक्षा के लिए शनिवार को फिर से बुलाई गई है। कमिश्नर ने बताया की एसओपी मे सभी एसपी व इससे सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारियो को इस अधिनियम के अन्तर्गत शक्तियां प्रदान कर दी गई है। इसमें करवाई का निर्धारण कर दिया गया है। इन मामलो मे पुलिस कमिश्नर की स्वीकृति के बाद ही विधिक करवाई होंगी। उन्होंने बताया की चीफ फायर अफसर की रिपोर्ट और पुलिस कमिश्नर के अनुमोदन के बाद ही एनओसी के उल्लाघन पर करवाई होंगी। फायर सेफ्टी आडिट को पुरी पारदर्शिता एवं सुचिता के साथ करने के लिए पुलिस कमिश्नर ने आदेश दिया है। उन्होंने कहाँ की किसी भी बिल्डर, होटलियर, स्कूल, हॉस्पिटल, संचालक को किसी भी प्रकार की असुविधा होती है तो सीधे पुलिस कमिश्नर को ईमेल भेज सकेगे उनकी सूचना गोपनीय रखी जाएगी!इसके साथ ही फायर विभाग मे अपना कार्यकाल पुरा कर चुके कर्मियों की रिपोर्ट माँगी है।

जनसभा के जरिए अपना दल ने दिखाई ताकत,पार्टी ने 2024 चुनाव का किया आगाज

वाराणसी। अपना दल कमेरावादी के तत्वाधान मे कैटोमेन्ट स्थित मल्टीपरपज ग्राउंड के मैदान मे गुरुवार के दिन विशाल जनसभा का आयोजन किया गया।बुधवार से सारनाथ मे शुरू हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक के बाद पार्टी ने दोपहर मे विशाल आमसभा करके पार्टी के नेताओं ने भारी संख्या मे जुटी भीड़ को सम्बोधित किया। जनसभा मे जनपद के सभी विधानसभाओ एवं आस पास जिले के कार्यकर्ता भारी जुलुस के साथ सभा मे पहुचे थे। पार्टी ने जनसभा के माध्यम से अपनी ताकत दिखाते हुए आगामी 2024लोकसभा चुनाव का आगाज किया। कार्यकर्ताओ ने वाराणसी का सांसद कैसा हो डा. पल्ल्वी पटेल जैसा हो के नारे लगाकर नए राजनीती का संकेत दिए। सभा मे पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने कहाँ की अपना दल व्यवस्था परिवर्तन का एक समाजिक आंदोलन है। यह कमेरो की राजसत्ता पर कब्जे के साथ सम्पूर्ण व्यवस्था परिवर्तन चाहता है!समाजिक न्याय के साथ आर्थिक बराबरी बिना किसी भेदभाव के सर्वसमाज को जोड़ना हमारा मुख्य लक्ष्य है ताकी समतामूलक समाज का निर्माण हो सके इसके लिए हमें पुरी मजबूती से संगठन निर्माण करते हुए आगे बढ़ना होगा । मुख्य वक्ता सिराथू विधायक डा. पल्ल्वी पटेल ने कहाँ की वर्तमान समय मे किसानो, कमेरो, कामगारो, ख़ासकर युवाओ के सामने रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया है। वर्तमान केंद्र और प्रदेश की सरकार के कार्यकाल मे अमीर और गरीब के बीच की खाई और भी चौड़ी हो गई है। किसानो के कृषि उत्पाद मे बढ़ती के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य का संकट और युवाओ के सामने शिक्षा के बाजारीकरण के बाद भी रोजगार के घोर संकट उत्पन्न हो गए है। देश मे एक बड़े किसान और युवा आंदोलन की जरूरत है। देश के लुटेरों के खिलाफ कमेरो को बचाने के लिए यह कार्यभार अपना दल का नौवजवान आगे बढ़कर संभालेगा।   डा.पल्ल्वी ने कहाँ की आगामी आम चुनाव मे किसानो की बदहाली व युवाओ की बेरोजगारी मुख्य मुद्दा होगा।देश हित मे बदलाव की शुरुआत बनारस से ही होगा अपना दल बनारस को सत्ता के खिलाफ संघर्ष का नजीर क़ायम करेगा। कार्यक्रम मे मुख्य रूप से पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधेश्याम पटेल, राजेश पटेल, गगन प्रकाश यादव, महेन्द्र प्रताप मौर्य, अभय पटेल, पंकज सेठ, राजेश प्रधान, राजकुमार पटेल, उमेश मौर्या, कन्हैया लाल पटेल, मिठाई लाल, सिकंदर पटेल, गौरी शंकर पटेल, जय हिन्द पटेल, हर्षित पटेल, दुर्गा प्रसाद,बृजेश पटेल आदि नेताओं ने सभा को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद हाफिज मोबिन व अंत मे कार्यकर्ताओ का धन्यवाद पार्टी जिलाध्यक्ष दिलीप पटेल ने किया।

वाराणसी मे धमकी एटीएस, पीएफआई के दो सदस्यों को हिरासत मे लेकर कर रही है पूछताछ

वाराणसी। हाल के दिनों मे देश मे संगीन आपराधिक घटनाओ के बाद एनआईए(NIA) व एटीएस(ATS)काफी सक्रिय है। एंटी टेररीस्ट स्क्वाएड की टीम गुरुवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र मे भी धमकी। इस दौरान छापेमारी कर पीएफआई(PFI)के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार हुए लोगो से पूछताछ की जा रही है।हालांकि छापेमारी को गुप्त रखा गया है इसलिए एसटीएफ की टीम ने कुछ भी बताने से इनकार कर दी है। नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी(NAI)की नजर पापुलर फ्रंड आफ इण्डिया(PFI)पर है। एजेंसी ने गुरुवार की सुबह 10 राज्यों मे संगठन के ठिकानो पर छापेमारी की इसी क्रम मे मिले कुछ तथ्यों व सबूतों के आधार पर एटीएस की टीम वाराणसी पहुंची। इस दौरान संभावित ठिकानो पर छापेमारी की गई। बताया जा रहा है की दोनों टीमों ने पीएफआई के दो सदस्यों को हिरासत मे लेकर गहन पूछताछ कर रही है गिरफ्तार किए गए दोनों वाराणसी के जैतपुरा व आदमपुर के रहने वाले बताए जा रहे है। गिरफ्तार दोनो लोगो से टीम गुप्त स्थान पर पूछताछ कर रही है। यदि इन दोनों के जरिए कुछ तथ्य सामने आए तो अथवा संगठन से जुड़ाव की पुष्टि हुई तो दोनों को पूछताछ के लिए लखनऊ ले जाया जा सकता है।

पेट्रोल पम्प के जमीन की एनओसी बनाने के नाम पर रिश्वत लेते लेखपाल संघ का अध्यक्ष गिरफ्तार

वाराणसी। पेट्रोल पम्प के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर रिश्वत मांगना लेखपाल संघ के राजातालाब तहसील अध्यक्ष को महंगा पड़ गया।भ्रष्टाचार निवारण टीम (एनटी कराप्श) टीम ने लेखपाल को 40000 रूपये लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर रोहनिया थाने की पुलिस को सौप दिया। रोहनिया थाना क्षेत्र के नराऊर के रहने वाले अजीत कुमार सिंह इंडियन आयल पेट्रोल पम्प के लिए आवेदन किए थे। इसके लिए जिलाधिकारी के यहाँ से जमीन की जांच और एनओसी के लिए तहसील को निर्देशित किया गया था। तहसील से मामले की जांच क्षेत्रीय लेखपाल संजय वर्मा को सौपी गई थी। पीड़ित अजीत सिंह का आरोप है कि अप्रैल माह से ही लेखपाल के यहाँ कागज का पेपर गया था। जब मै कागज के पेपर के बारे मे पूछता था तो लेखपाल द्वारा तालमटोल किया जा रहा था। बातचीत करने पर लेखपाल ने जमीन के कागज पेपर का रिपोर्ट बनाने के लिए 80 हजार रुपये का खर्च बताया। जिसमे की अधिकारियो को भी देने की बात लेखपाल ने कहाँ था। इस बात पर अजीत सिंह ने पहले तो असमर्थता जताई लेकिन बाद मे पांच पांच हजार करके दो बार लेखपाल को पैसे दिए। पिछले 17 सितम्बर को लेखपाल ने दुबारा पैसे की माँग की तो लेखपाल संजय वर्मा के रवैईये से आजीज आकर एंटी करापशन टीम से सम्पर्क किया। टीम ने अजीत सिंह के साथ मोहनसराय स्थित मिश्रा कटरा मे लेखपाल के बने अस्थाई कार्यालय पर पैसा देने की योजना बनाई। गुरुवार को कार्यालय पर पहुंचकर अजीत ने 40 हजार रुपए लेखपाल को दिए जिसे लेखपाल संजय वर्मा ने पैसा लेकर उसे अपनी जेब मे डाल लिया। इसी दौरान पहले से घात लगाई एंटी करप्शन टीम ने मौके पर पहुंचकर पैसे को लेखपाल की जेब से निकलवाया। नोटों का नम्बर टीम के पास पहले से मौजूद था। नोटों पर केमिकल पहले से लगाए गए थे। टीम ने लेखपाल को गिरफ्तार कर रोहनिया थाने की पुलिस को रिश्वत लेने के जुर्म मे सौप दिया।

3 वर्षीय बच्ची के साथ स्कूल बस के कंडक्टर ने किया रेप, स्कूल प्रबंधक सहित 3 पर केस दर्ज

वाराणसी के तरना स्थित एक नामी अंग्रेजी स्कूल की एलकेजी की 3 वर्षीय छात्रा से छेड़खानी में दो बस कंडक्टरों गणेशपुर (शिवपुर) निवासी ज्ञानेंद्र सिंह, स्वामी नाथ, ट्रांसपोर्ट इंचार्ज विनय तथा स्कूल प्रबंधक पर छेड़छाड़ व साक्ष्य मिटाने के आरोप में बड़ागांव थाने में केस दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई एसपीआर के आदेश पर हुई। स्कूल में बच्ची से छेड़छाड़ के मामले पर अधिकारियों ने सख्ती दिखाई है। लालपुर-पांडेयपुर क्षेत्र निवासी बच्ची के पिता का कहना है कि 27 जून से वह जब भी स्कूल से घर आती थी, डरी सहमी रहती थी। पूछने पर बताया कि बस कंडक्टर उसके साथ गलत हरकत करता है। उन्होंने इसकी जानकारी क्लास टीचर, ट्रांसपोर्ट इंचार्ज और प्रधानाचार्य को दी। 10 अगस्त को प्रधानाचार्य से निवेदन किया कि कंडक्टर बदला जाए। सीसीटीवी फुटेज दिखाने की बात पर प्रधानाचार्य ने कहा कि 48 घंटे के पहले के फुटेज खुद मिट जाते हैं। बीते आठ सितंबर को बच्ची घर आई तो दोबारा असहज दिखी। पूछने पर उसने कंडक्टर की हरकत की शिकायत की। इस पर ट्रांसपोर्ट इंचार्ज से बस का फुटेज दिखाने को कहा गया। उन्होंने फुटेज करप्ट होने की बात बताई। जब लिखित शिकायत की गई तो फुटेज दिखाया गया। फुटेज में आठ सितंबर के दोपहर 12.08 से 12.10 बजे तक की क्लिप गायब थी। 12.26 से 12.34 बजे तक की फुटेज नहीं थी। आरोप है कि जो फुटेज है उसमें कंडक्टर गलत हरकत करते दिख रहा है। इसी के बाद पिता ने शिकायत दर्ज करवाई। इस शिकायत के आधार पर पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं पुलिस ने स्कूल के अधिकारियों पर भी केस दर्ज किया है। बता दें कि पुलिस ने मामले में सख्ती दिखाते हुए स्कूल प्रबंधक पर भी केस दर्ज किया। इस मामले में पुलिस आगे की जांच और पूछताछ में लगी है।

आरबीएस के तहत निःशुल्क होगा रुद्रांश व प्रीतम के दिल का ईलाज, स्वास्थ्य विभाग ने चिन्हित कर अलीगढ़ मेडिकल कालेज किया रेफर

वाराणसी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशानुसार जनपद में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) पर पूरा ज़ोर दिया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ० संदीप चौधरी ने बताया कि बुधवार को काशी विद्यापीठ निवासी बृजेश के ढाई साल के पुत्र रुद्रान्श और आत्मजा की पुत्री प्रीतम (11) को हृदय रोग (कंजीनाइटिल हार्ट डिजीज-सीएचडी) से ग्रसित होने पर निःशुल्क इलाज के लिए चिन्हित अलीगढ़ मेडीकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया।   सीएमओ ने कहा कि आरबीएसके कार्यक्रम के अंतर्गत 40 बीमारियों व जन्मजात विकृतियों के लिए निःशुल्क इलाज के लिए शासन की ओर से अलीगढ़ मेडीकल कॉलेज में निःशुल्क ऑपरेशन की सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होने कहा कि दोनों परिवारों के पास इतना धन नहीं है कि किसी बड़े अस्पताल में इलाज करा सकें। उन्होने बताया कि आरबीएसके के अंतर्गत जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों में 16 टीमें कार्यरत हैं जो प्रत्येक गाँव में विजिट कर जन्मजात दोषों की पहचान करती हैं एवं उनके उपचार के लिए प्रयास करती है। आरबीएसके के अंतर्गत विभिन्न जन्मजात दोषों का चिन्हीकरण करके जन्म से लेकर 19 वर्ष तक के बच्चों के उपचार के लिए सरकार द्वारा गंभीरता से प्रयास किया जा रहा है। ​ आरबीएसके के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ एके मौर्य ने बताया कि कुछ दिवस पूर्व आरबीएसके काशी विद्यापीठ की टीम ने आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों की स्क्रीनिंग की तो उन्हें रुद्रान्श और प्रीतम के अंदर सीएचडी से लक्षण देखें। परिजनों से बातचीत कर पता चला कि बहुत दिनों से बीमारी को लेकर परेशान थे। लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह इसका खर्च नहीं उठा पा रहे थे। दोनों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय जांच के लिए भेजा गया। जांच में हृदय रोग की बीमारी की पुष्टि हुई और दोनों कोइलाज के लिए चिन्हित किया गया। इसके बाद सीएचडी के लिए चिन्हित अलीगढ़ मेडीकल कॉलेज से निःशुल्क इलाज के लिए अनुमति ली। बुधवार को समस्त कार्रवाई करते हुये निःशुल्क इलाज के लिए अनुमति प्राप्त हो गयी है। अगले कुछ दिनों में रुद्रान्श और प्रीतम का निःशुल्क इलाज होगा। उन्होने बताया कि जन्मजात दोषों में कंजीनाईटल हार्ट डिसीज हृदय की एक गंभीर जन्मजात दोष है। सामान्यतः इसके उपचार में चार से पाँच लाख रुपये का खर्च लगता है, जोकि आरबीएसके योजना के अंतर्गत निःशुल्क इलाज किया जाता है।   डॉ० मौर्य ने बताया कि सीएचडी में प्रायः बच्चों में सबसे सामान्य लक्षण हाथ, पैर, जीभ का नीला पड़ जाना, ठीक तरह से सांस न ले पाना और माँ का दूध ठीक तरह से नहीं पी पाना एवं खेल-कूद में जल्दी थक जाना दिखते हैं। इस जन्मजात दोषों से बच्चों को बचाने के लिए गर्भावस्था के प्रारम्भ से तीन माह तक फोलिक एसिड एवं चौथे माह की शुरुआत से प्रतिदिन आयरन एवं फोलिक एसिड की एक-एक लाल गोली खिलाई जानी चाहिए। यदि गर्भवती में खून की कमी (एनीमिया) है तो उसको प्रतिदिन आयरन की दो लाल गोली खानी चाहिए।

शिशु नहीं कर रहा स्तपान तो एसएसटी पर दे ध्यान, एसएसटी से दोबारा करने लगता है बच्चा स्तपान

वाराणसी। जन्म के तीसरे माह में शुद्धीपुर की रहने वाली रेखा के बच्चे ने जब मां का दूध पीना अचानक छोड़ दिया तो उन्होंने उसे डिब्बे का दूध पिलाना शुरू कर दिया । पखवारा भर भी नहीं बीता था कि बच्चे को डायरिया हो गया। कई जगह उपचार के बाद भी हालत में सुधार नहीं हुआ। बच्चा धीरे-धीरे कमजोर होकर कुपोषण का शिकार हो गया। हालत बिगड़ने पर पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में भर्ती कराया गया। यहां उपचार के साथ-साथ सप्लीमेंट्री सकलिंग टेक्निक (एसएसटी) का भी प्रयोग किया गया। नतीजा हुआ कि चार-पांच दिनों के प्रयास में ही बच्चे ने मां का दूध पीना शुरू कर दिया। कुछ ऐसी ही हालत बड़ीबाज़ार निवासी ममता के पांच माह के बेटे शिवम की भी हुई थी। स्तनपान छोड़ने पर शिवम पहले डायरिया और फिर अति कुपोषण का शिकार हुआ। एनआरसी में भर्ती होने पर हुए उपचार व एसएसटी के प्रयोग से वह स्वस्थ होने के साथ ही स्तनपान भी करने लगा।   *पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ० राहुल सिंह का कहना है कि ऐसी स्थिति अधिकतर उन धात्री माताओं के सामने पैदा होती हैं जो स्तन में दूध की कमी अथवा किसी अन्य चिकित्सीय समस्या के कारण बच्चे को सामान्य रूप से स्तनपान नहीं करवा पाती हैं । मजबूरी में वह डिब्बाबंद दूध बोतल से पिलाना शुरू कर देती हैं, जो बच्चे के लिए बेहद नुकासनदेह होता है। डॉ. सिंह का कहना है – छह माह तक शिशुओं को सिर्फ और सिर्फ मां का दूध पिलाना चाहिए। यदि शिशु स्तनपान नहीं कर रहा है तो उसे डिब्बे का दूध पिलाने की बजाय फौरन चिकित्सक से सम्पर्क कर (एसएसटी) सप्लीमेंट्री सकलिंग टेक्निक अपनानी चाहिए ताकि शिशु पुनः स्तनपान करने लगे।   क्या है एसएसटी   पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय एमसीएच विंग परिसर में स्थित एनआरसी की आहार परामर्शदाता (डायटीशियन) विदिशा शर्मा बताती हैं कि एसएसटी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बच्चे को कृत्रिम तरीके से स्तनपान कराया जाता है। इसमें एक ऐसी पतली नली का प्रयोग किया जाता है, जिसके दोनों सिरे खुले होते हैं। पहले सिरे को मां के दूध से भरी कटोरी अथवा किसी अन्य बर्तन में लगाया जाता है जबकि दूसरे सिरे को मां के स्तन पर दूध की इस कटोरी को मां के कंधे के पास रखा जाता है। इसके बाद स्तनपान कराते समय जब दूध नली से टपकता हुआ बच्चे के मुंह में जाता है तब बच्चे को लगता है कि दूध मां के स्तन से ही आ रहा है और बच्चा दूध पीना शुरू कर देता है। इस प्रक्रिया को लगातार कुछ दिनों तक अपनाने का बड़ा लाभ यह होता है कि जो बच्चा स्तनपान छोड़ चुका होता है वह दोबारा स्तनपान करना शुरू कर देता है। इतना ही नहीं किन्हीं कारणों से मां का दूध पूरी तरह नहीं आ रहा हो तो इस प्रक्रिया को अपनाने से मां को पुनः पर्याप्त दूध आने लगता है।   मां का दूध बच्चे का सर्वोत्तम आहार   पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय के एमसीएच विंग की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ० आरती दिव्या कहती हैं कि मां का दूध ही बच्चे का सर्वोत्तम आहार होता है। स्तनपान से सिर्फ शिशु की ही नहीं बल्कि मां की भी सेहत अच्छी रहती है। प्रसव के एक घंटे के अंदर शिशु को मां का दूध अवश्य पिलाना चाहिए, यह उसके लिए अमृत के समान होता है । इतना ही नहीं पहले तीन दिन तक निकलने वाला मां का गाढ़ा पीला दूध शिशु के लिए अत्यधिक फायदेमंद होता है। उसमें कई पौष्टिक तत्व होते हैं, जो शिशु को संक्रमण से बचाने के साथ ही प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करते हैं। शुरू के छह माह सिर्फ स्तनपान ही कराना चाहिए।   स्तनपान के अलावा बच्चे को और कुछ भी नहीं देना चाहिए। इस दौरान ऊपर का कुछ भी देने से बच्चा संक्रमण की चपेट में आ सकता है। वह बताती हैं कि नियमित रूप से स्तनपान से महिलाओं को मोटापा, बच्चेदानी और स्तन कैंसर का खतरा कम होता है। सर्दी जुकाम या कोई भी बीमारी होने पर भी शिशु को स्तनपान कराना बंद नहीं करना चाहिए। छह माह पूरे होने के बाद बच्चे को स्तनपान के साथ ऊपरी आहार भी देना शुरू करना चाहिए क्योंकि बच्चे के समुचित शारीरिक और मानसिक विकास के लिए यह बहुत जरूरी है।   यहां उपलब्ध है एसएसटी की सुविधा यदि आपके शिशु ने स्तनपान छोड़ दिया है तो उसे एसएसटी से स्तनपान कराने के लिए पोषण पुनर्वास केन्द्र में सम्पर्क कर सकती हैं। केन्द्र की डायटीशियन विदिशा शर्मा बताती हैं यह प्रकिया यहां निःशुल्क उपलब्ध करायी जाती है। पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती पांच माह की जाह्नवी की माँ सरोज कहती हैं कि सात दिन पहले बेटी को यहाँ भर्ती कराया था। तब वह स्तनपान नहीं कर रही थी। यहाँ कटोरी और पतली नली की मदद से मेरा दूध पिलाया गया। अब बेटी ने फिर से स्तनपान शुरू कर दिया है।