आमस में बिजली करंट से इकलौते पुत्र की गई जान, घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल
आमस (गया) धर्मेन्द्र कुमार सिंह गया जिले के आमस थाना क्षेत्र के मसूरीबरा गांव निवासी मनोज मांझी के इकलौते पुत्र रविन्द्र मांझी की मौत मंगलवार की शाम बिजली करंट से हो गई। हालांकि पता चलने पर परिजन आमस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गये, लेकिन यहां चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेश कुमार नब्ज टटोलते ही मृत घोषित कर दिया। इसके बाद से मां करमी देवी, पत्नी गिता देवी सहित घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी की दहाड़ से देखने आये लोगों की आंखें भी नम हो गई। वार्ड सदस्य विंदेश्वरी दास ने बताया कि जंगल से घर लौटने के दौरान वह गिरे बिजली प्रवाहित गिरे तार के चपेट में आ गया। अंधेरे की वजह लोगों की नजर देर से पड़ी। ग्रामीण गणेश पासवान, रामप्रवेश यादव, संजय यादव, पंकज कुमार, मुसाफिर यादव ने बताया कि एक बच्ची के पिता रविन्द्र बाहर मजदूरी कर किसी तरह घर खर्चे चलाता है। बेहद ही गरीब परिवार के इकलौता कमाऊ सदस्य था। मुखिया मनोज यादव, सरपंच रामाधार सिंह, पंसस अरूण पासवान, श्याम यादव, शैलेश मिश्र, पूर्व मुखिया अरविंद मिश्रा, पैक्स अध्यक्ष संजय सिंह आदि ने बिजली विभाग व सरकार से इसके आश्रितों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि परिजन के रजामंदी के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल भेजा जाएगा। मुआवजा नहीं मिलने से परिजन परेशान बिजली करंट से साल-दो सालों के अंदर प्रखंड के कई लोगों की जाने जा चुकी है। लेकिन इनके आश्रितों को अब भी मुआवजा मिलने का इंतजार है। करीब पांच माह पूर्व फसल पटवन के दौरान बिजली प्रवाहित तार के चपेट में आने से सांव पंचायत के नौकाडीह निवासी रमेश यादव की मौत हो गई थी। लेकिन इसके परिजन मुआवजे के लिए कार्यालयों का चक्कर काट रहे हैं। इसी पंचायत के तेतरिया निवासी उदय यादव के भाई की मौत हुये दो वर्ष से अधिक समय बित चुके हैं। इसके आश्रितों को भी अभी तक मुआवजा नहीं मिला है।