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पीड़ित से मिल जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि ने की मदद

करपी,अरवल। जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि एवं समाजसेवी सुधीर शर्मा ने बंशी प्रखंड के सरवाली गांव में जाकर घर का एक मात्र बचा चिराग आनंद कुमार से मिल अपने स्तर से आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाते हुए उसे ढाढस बंधवाया। उन्होंने बताया की आनंद के पिता की मौत तीन वर्ष पूर्व करोना काल में हो गई थी अभी इस हादसा को वह भूल भी नही पाया था इसी बीच गुरुवार को इसकी मां रिंकू देवी एवम बारह वर्षीय भाई विवेक कुमार की भी अचानक मौत हो गई।   ऐसा कहा जा रहा है की दोनो की मौत स्वीट पॉइजनिग से हुई होगी। लेकिन जब तक पोस्मार्टम रिपोर्ट नही आ जाती तब तक इस घटना के कारण स्पष्ट नही हो सकता।इस परिवार के साथ यह एक बहुत बड़ा हादसा हुई है। ईश्वर इस अनाथ बच्चे को साहस देते हुए आगे बढ़ाए। ऐसी लोमहर्ष घटना किसी दुश्मन के साथ भी न घटे।उन्होंने बताया की मेरे द्वारा हर संभव इसे मदद किया जाता रहेगा।

हरियाली योजना को धरातल पर उतारने को लेकर किया गया वृक्षारोपण

करपी,अरवल। बिहार सरकार के हरियाली योजना को जमीन पर उतारने के लिए प्रखंड क्षेत्र के द्वारा पंचायत अंतर्गत तेरा गांव में वृक्षारोपण कार्यकर्म के तहत जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश महासचिव कार्यालय प्रभारी सुशील कुमार सुनील एवं जिला परिषद अध्यक्ष के प्रतिनिधि सुधीर शर्मा के द्वारा वृक्षारोपण किया गया। पंचायत भवन, सरकारी विद्यालय सहित विभिन्न स्थानों पर पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने हेतु फलदार वृक्ष अमरूद, आम एवम पीपल का पेड़ लगाए गए।इस मौके पर जदयू नेता ने बताया कि सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिन-रात बिहार के सर्वांगीण विकास के लिए चिंतित रहते हैं।   आम लोगों की स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए उन्होंने वन एवं पर्यावरण विभाग को निर्देश दिया है कि पूरे बिहार में लाखों पेड़ लगाए जाएं । आने वाला दिन मानव के जीवन में पेड़ के बगैर नीरस होने वाली है। विगत दिनों भीष्म गर्मी के प्रभाव के कारण लोग एसी और कुलर खरीदने के लिए दुकानों में लाइन लगा रहे थे अगर इतना मेहनत वह पेड़ लगाने में करें तो उन्हें एसी और कुलर की जरूरत नहीं रहेगी। वर्तमान में मानव जीवन पर पर्यावरण प्रदूषण सबसे बड़ा संकट बनकर आया है। ऐसे में आने वाली पीढ़ी के लिए पर्यावरण को अनुकूल बनाने में हर व्यक्ति को अपने आसपास एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए।   जीप अध्यक्ष प्रतिनिधि ने कहा कि मानव और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक हैं। दिन प्रतिदिन पृथ्वी से वृक्षों के कम होने से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। हमारी बुरी आदतें जैसे बेवजह पानी बर्बाद करना, पॉलिथीन का उपयोग, वृक्षों की कटाई आदि से पर्यावरण बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। इस कार्यक्रम में जनता दल के पूर्व जिला अध्यक्ष सुभाष यादव पूर्व प्रवक्ता जीतन शर्मा पैक्स अध्यक्ष नीतीश पटेल ,वेंकटेश शर्मा, पूर्व मुखिया पंडा पटेल ,सुनील पटेल आलोक शर्मा समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

तीसरे सोमवारी को मधुश्रवा मधेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक को ले उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

कलेर, अरवल । पावन श्रावण मास के तीसरे सोमवार को मधुश्रवा मधेश्वर नाथ मंदिर में अहले सुबह से मंगला आरती के साथ जलाभिषेक और पूजन शुरू हुआ। अहले सुबह से ही मंदिर में जलाभिषेक हेतु श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। इस अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के सभी शिवालियों में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। भगवान शिव का पवित्र माह सावन होता है। ऐसे में सभी शिवालयों पर भगवान भोले शंकर का जलाभिषेक करने के लिए भीड़ उमड़ी रही।     भोर से लेकर रात तक मंदिरों में पूजा अर्चना का दौर चलता रहा। विभिन्न शिवालयों में भगवान शंकर को गंगाजल, बेलपत्र, दूध, भस्म, चंदन आदि से भक्तों ने जलाभिषेक किया। लोगों की आस्था और विश्वास है कि मधेश्वर नाथ मंदिर में दर्शन मात्र से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।यही कारण है कि मधुश्रवा मंदिर में दूर दराज से काफी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने आते हैं।   वैसे तो पूरे सावन माह में श्रद्धालु यहां पूजा अर्चना कर जलाभिषेक करते हैं किंतु सोमवार को जलाभिषेक हेतु श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। जलाभिषेक में श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए मंदिर परिसर में जगह-जगह पुलिस बल लगाए गए थे।थाना अध्यक्ष राहुल अभिषेक ने बताया कि गर्भगृह में महिला पुलिस बल के साथ-साथ दर्जनों पुलिस कर्मियों को शांतिपूर्ण जलाभिषेक हेतु तैनाती की गई थी।     जलाभिषेक करने में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए हमारे जवान जगह-जगह इसका ख्याल कर रहे थे। जलाभिषेक के बाद श्रद्धालुओं ने जहां मेला परिसर में लगाए गए भिन्न-भिन्न स्टालों पर खरीदारी की।वही बच्चों ने झूला एवं अन्य खेल संसाधनों का भरपूर लुफ्त उठाया।   जलाभिषेक को लेकर मंदिर के आसपास काफी संख्या में पूजन सामग्री के स्टाल लगाए गए थे जहां से लोगों ने बेलपत्र सहित अन्य पूजन सामग्री की खरीदारी कर जलाभिषेक किया।

सोननदी के तटवर्ती इलाके का डीएम ने की निरीक्षण

अरवल। जिलाधिकारी वर्षा सिंह द्वारा सोन नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर सोन तटीय क्षेत्र सोहसा, सहार पुल एवं जनकपुर धाम का निरीक्षण किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा अंचलाधिकारी को निदेशित किया गया कि ध्वनि विस्तारक यंत्र के द्वारा लोगों को सतर्क रहने हेतु सूचना प्रसारण करें कि कोई भी व्यक्ति नदी में ना जायें। जिला पदाधिकारी द्वारा स्थानीय लोगों से बढ़ते जल स्तर पर सतर्क रहने के लिए कहा गया। जिला पदाधिकारी द्वारा आपदा प्रबंधन पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को नाव की समुचित व्यवस्था करने हेतु निदेशित किया गया।   जिला पदाधिकारी द्वारा संबंधित अंचलाधिकारियों को निदेशित किया गया कि खतरनाक इलाकों में साईनेज की समुचित व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। जिला पदाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि बाढ़ निस्सरण खगौल के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जलस्तर की निगरानी सतत रूप से करें एवं बाढ़ निरोधात्मक कार्य शीघ्र अति शीघ्र कराना सुनिश्चित करें। मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी के साथ अन्य मौजूद रहे।

21 सूत्री मांगों को लेकर बिहार गृह रक्षा वाहिनी संघ के जवानो ने किया विरोध प्रदर्शन

अरवल।  बिहार गृह रक्षा वाहिनी संघ के जवान अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को अरवल शहर में विरोध प्रदर्शन किया प्रखंड कार्यालय के पास आयोजित सभा में संघ के नेताओं ने कहा कि बिहार सरकार गृह रक्षा वाहिनी जवान को बिहार पुलिस के तर्ज पर समान काम को समान वेतन देना सुनिश्चित करें।   संघ के जिला अध्यक्ष कामेश्वर सिंह कहां की उनकी मांगों में पटना उच्च न्यायालय के आदेश को शीघ्र लागू किया जाए इस मौके पर होमगार्ड जवान के रंजीत ठाकुर, विंध्याचल कुमार, रंजीत कुमार शर्मा,मोहम्मद खलील अंसारी, दिनेश पासवान,अशोक कुमार भारत सिंह, नारायण सिंह ,कर्मेंद्र कुमार, रमेश सिंह ,सत्येंद्र सिंह, सियाराम सिंह के द्वारा जिला पदाधिकारी से मिले।

सिपाही परीक्षा के सफल संचालन को लेकर वरीय पदाधिकारियों एवं केन्द्राधीक्षकों के साथ डीएम ने की बैठक

अरवल।  जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, अरवल की संयुक्त अध्यक्षता में केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार, पटना द्वारा बिहार पुलिस के सिपाही संवर्ग के परीक्षा के सफल संचालन हेतु सभी वरीय पदाधिकारियों एवं केन्द्राधीक्षकों के साथ बैठक की गई। यह परीक्षा छः चरणों में 07 अगस्त, 11 अगस्त, 18 अगस्त, 21 अगस्त, 25 अगस्त एवं 28 अगस्त 2024 को 12 बजे से 2 बजे अपराहन तक आयोजित की जायेगी।   अभ्यर्थी उक्त तिथियों को 9:30 बजे पूर्वाह्न से 11 बजे पूर्वाहन तक परीक्षा केन्द्रों में प्रवेश ले सकते है। किसी भी परिक्षार्थी को 11 बजे के बाद परीक्षा केन्द्र में प्रवेश की अनुमति प्रदान नहीं की जायेगी। अभ्यर्थियों को किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कागजात या किताबें लेकर परीक्षा केन्द्रों में प्रवेश की अनुमति प्रदान नहीं की जायेगी।   अभ्यर्थी केवल पर्षद द्वारा जारी प्रवेश पत्र एवं कोई भी एक फोटो युक्त पहचान पत्र के साथ परीक्षा परिसर में प्रवेश ले सकते है।   जिला पदाधिकारी द्वारा सभी केन्द्राधीक्षकों को केन्द्रों पर अभ्यर्थियों के बैठने हेतु समुचित व्यवस्था पर्षद द्वारा जारी किये गये निदेश के आलोक में करने हेतु निदेशित किया गया।   जिला पदाधिकारी द्वारा परीक्षा केन्द्रों पर बिजली, पीने का पानी, जेनरेटर इत्यादि मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराने हेतु केन्द्राधीक्षकों को निदेशित किया गया।

नवनियुक्त जिलाध्यक्ष ने जेडीयू के शीर्ष नेतृत्व का जताया आभार

अरवल। जिला जदयू के नवनियुक्त अध्यक्ष मिथलेश कुमार ने इस महत्वपूर्ण दायित्व के लिए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, विधानपार्षद सह कोषाध्यक्ष ललन सर्राफ समेत पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया है।इन्होंने कहा कि जदयू का कार्यकर्ता होना भी गौरव की बात है। ऐसे में अरवल जिला जदयू के अध्यक्ष का पदभार मिलना सचमुच बहुत बड़ी बात है।   उन्होंने कहा कि न्याय के साथ विकास जदयू का मूल मंत्र रहा है, इसका ध्यान रखते हुए हमें अभी से 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाना है। अरवल जिला जदयू शीर्ष नेतृत्व की अपेक्षाओं पर खरा उतरे, मैं इसकी हरसंभव कोशिश करूँगा। फिरकापरस्त ताकतें चाहे लाख कोशिश कर लें, वो बिहार की महान जनता को बरगला नहीं सकतीं। बिहार में नीतीश कुमार का कोई दूसरा विकल्प नहीं। 2025 में जदयू सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर आएगी।

लगातार हुई बारिश से सोन नदी के जलस्तर में आई उफान

कलेर,अरवल। बीते दिनों हुई लगातार बारिश से सोन नदी के जल स्तर में उफान आ गया है। प्रति घंटे 30 सेंटीमीटर की रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा है इसकी वजह से सोनतटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के बेलांव,सोहसा, मैंनपुरा,सहित आधा दर्जन गांवों के पास नदी का पानी किनारे तक पहुंच गया है। ग्रामीणों  ने बताया कि सोन नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि जल ग्रहण क्षेत्र में हुई भारी बारिश के बाद सोन नदी में उफान आ गया है।रविवार की रात नदी का जलस्तर बढ़कर 3 लाख क्यूसेक पर हो गया है। महत्व 24 घंटे के अंदर सोन में पानी की मात्रा 10 गुनी बढ़ गई है।   इससे सोन से जुड़े सभी तटबंधों पर भारी दबाव उत्पन्न हो गया है। सोन के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी जारी था जिसको लेकर इंद्रपुरी बराज के सभी 69 गेट खोल दिए गए हैं। सोन नदी में अप्रत्याशित जलश्राव में वृद्धि को देखते हुए मैंनपुरा पंचायत का मुखिया अशोक कुमार शर्मा ने सोनतटीय इलाकों के गांव में जाकर हो रहे जल स्तर में वृद्धि का निरीक्षण किया एवं लोगों को सतर्क रहने के लिए लोगों से अपील किया। वहीं सोन नदी में आई तूफान से तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों की चिंताएं बढ़ गई है। अगर नदी की जलस्तर इसी तेजी से बढ़ता रहा तो तटीय गांव में बाढ़ का पानी आ जाएगा। इसको लेकर आम लोगों के साथ-साथ प्रशासन भी सतर्क हो गया है। मौके पर अरुण यादव, संजय यादव, बृजमोहन पासवान, रणविजय मास्टर, धनंजय यादव, हरदेव साव, वार्ड सदस्य मनीष पासवान, मनोज सिंह के अलावे कई लोग शामिल थे।

जिला परिषद ने नवयुवक कांवरिया संघ शिविर का किया उद्घाटन

अरवल । करपी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय के प्रांगण में नवयुवक कांवरिया संघ शिविर का उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुधीर शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया। बड़ी संख्या में शिव भक्त कावरियों एवं शिव भक्तों को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि बाबा भोलेनाथ औघड़दानी हैं।सबकी मनोकामना पूरी करते हैं।   भगवान भोलेनाथ की सच्ची भक्ति करने वालों को जीवन में कभी दुख नहीं उठाना पड़ता है। इन्होंने नवयुवक कांवरिया संघ के द्वारा आयोजित इस शिविर के लिए संघ के सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि शिव भक्तों की सेवा करने वाले जो लोग भी होते हैं। उन्हें भी भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है। यह संघ लगातार 24 वर्षों से शिविर लगाकर पटना गायघाट से नंगे पांव कांवर में गंगाजल लेकर आने वाले शिव भक्त कावरियो की सेवा करते हैं। कड़ी धूप तथा विपरीत परिस्थितियों में भी 115 किलोमीटर की पद यात्रा कर कांवरियों को जब सहायता की जरूरत पड़ती है तो यह संघ आगे जाकर इन्हें निशुल्क भोजन ,विश्राम करने का स्थान तथा चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध करवाने का कार्य करता है।   इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है ।यहां के स्थानीय लोगों ने आज से 24 वर्ष पहले कावड़ यात्रा की शुरुआत की थी। आज यह कांवड़ यात्रा प्रसिद्ध हो चुकी है। अरवल ही नहीं बल्कि जहानाबाद, औरंगाबाद, भोजपुर इत्यादि अन्य जिले के शिव भक्त भी कांवर में गंगाजल लेकर करपी होते हुए बाबा दूधेश्वर नाथ का जलाभिषेक करते हैं। इसका सुखद पहलू यह है कि देवकुंड को पर्यटन स्थल का दर्जा देने के संबंध में सरकार विचार कर रही है।     इन्होंने आश्वासन दिया कि देवकुंड को पर्यटन स्थल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। अरवल जिला के निकट औरंगाबाद जिला में स्थित होने के बावजूद देवकुंड को यदि पर्यटन स्थल का दर्जा मिलता है तो औरंगाबाद से ज्यादा इस क्षेत्र का विकास होगा। इस मौके पर आयोजित उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता समाज सेवी गुड्डू शर्मा ने किया। संघ के अध्यक्ष डॉ ज्योति उर्फ शत्रुघन पंडित ने कावर यात्रा की विस्तार से चर्चा की। पूर्व जिला पार्षद आनंद कुमार चंद्रवंशी। भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकटेश शर्मा ,स्थानीय नेता मुक्तेश्वर कुशवाहा, कामता प्रसाद, पंचायत समिति सदस्य परशुराम यादव समेत कई गण्य मान्य लोगों ने भी इस मौके पर अपनी बातें रखी।

सावन अमावस्या पर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न शिवालयों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

कलेर,अरवल । सावन अमावस्या पर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न शिवालयों में श्रद्धालुओं ने पूरी श्रद्धा भाव से भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना की। सुबह से ही श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए शिव मंदिरों पर जुटने लगे। पुरुषों के साथ-साथ काफी संख्या में महिलाओं ने बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना की।   इस अवसर पर मधुश्रंवा, बेलसार, कलेर, पहलेजा, वालिदाद,कोयल भुपत ,परासी, कामता सहित दर्जनों शिव मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। सावन मास के अमावस्या तिथि को हरियाली अमावस्या भी कहा जाता है जिसको लेकर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं ने तुलसी, बेल,आंवला का पौधा भी लगाया। वैसे तो प्रखंड क्षेत्र के सभी मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही किंतु विशेष तौर पर मधुश्रवा स्थित बाबा मधेश्वर नाथ मंदिर में पूरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।जहां पूजा अर्चना के साथ श्रद्धालुओं ने रुद्राभिषेक भी किया।     इस संबंध में आचार्य कुंदन पाठक में बताया कि सावन देवी देवताओं से आशीर्वाद लेने का काफी शुभ महीना माना जाता है।   सावन अमावस्या के दिन पीपल पेड़ की पूजा करने से ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों खुश हो जाते हैं जिससे श्रद्धालुओं के हर क्लेश मिट जाता है और जीवन में खुशहाली आ जाती है।   आज रविवार के दिन अमावस्या पड़ने से कई तरह के शुभ मुहूर्त मैं श्रद्धालुओं में पूजा अर्चना कर जीवन में सुख शांति की कामना किया है।