बलिया : संभावित बाढ़ग्रस्त ईलाकों में रसोई गैस पर दिया गया जोर
जिला पूर्ति अधिकारी राम जनत यादव ने बाढ़ संभावित गांवों के लोगों के रसोई गैस का खाली सिलेंडर प्राथमिकता के आधार पर भरने का निर्देश इंडेन, भारत पेट्रोलियम व हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के गैस एजेंसी संचालकों को दिया है। उन्होंने संभावित बाढ़ के लिए चिह्नित गांव के लोगों को बाढ़ आने से पहले आवश्यक सामानों की खरीदारी करने के प्रति जागरूक करने पर भी जिला पूर्ति अधिकारी ने जोर दिया। आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जिले के सभी छह तहसीलों के 385 गांवों को संभावित बाढ़ प्रभावित होने के लिए चिह्नित किया गया है। इसमें कुछ ऐसे गांव हैं, जहां सामान्य बारिश के बाद भी हालात बिगड़ जाते हैं। इसमें सदर तहसील के नौरंगा, शिवपुर दीयर शुमाली, प्रानपुर, वजीरापुर, कंसपुर आदि गांव शामिल हैं। जिला पूर्ति अधिकारी ने रसोई गैस एजेंसी संचालकों को ऐसे गांव के लोगों के रसोई गैस सिलेंडर को प्राथमिकता के आधार पर बाढ़ से पहले भरने को कहा है। साथ ही संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए अन्य जरूरी सामान भी खरीदकर पहले से तैयार रहने की सलाह दी है ताकि बाढ़ आने पर उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत न हो। पूर्ति अधिकारी ने बताया कि रसोई गैस आवश्यक सामानों में से एक है। ग्रामीण अपना खाली सिलेंडर अवश्य भरवा लें। उपभोक्ताओं के मोबाइल पर भेजा जायेगा मैसेज बाढ़ आने से पहले पूर्ति विभाग लोगों को एलर्ट करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। गैस एजेंसी संचालकों के साथ हुई बैठक में वितरकों से अपने-अपने कंपनी के उपभोक्ताओं के मोबाइल पर मैसेज भेजकर बाढ़ आने से पहले अपना खाली गैस भरवाने का मैसेज भेजने के लिए निर्देशित किया गया है। यह कार्य एक से दो दिन में शुरू हो जायेगा। सदर तहसील के सर्वाधिक 161 गांव चिह्नित आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जिले के 345 गांव बाढ़ संभावित बाढ़ प्रभावित के लिए चिह्नित किये गये हैं। जिले में गंगा, सरयू व टोंस नदी के पानी से बाढ़ आता है। जनपद में सबसे अधिक सदर तहसील में 161 गांव, बांसडीह में 56 गांव, रसड़ा में 38 गांव, बैरिया में 65 व बिल्थरारोड तहसील के 25 गांवों को चिह्नित किया गया है। जिले में गंगा, घाघरा व टोंस नदी के तटवर्ती गांव में प्राय: बाढ़ आती है। ऐसे में इन गांव के लोगों को बाढ़ आने से पहले भोजन बनाने सहित अन्य व्यवस्थाएं कर लें ताकि अचानक बाढ़ आने पर उन्हें किसी प्रकार का कोई दिक्कत न हो – रामजतन यादव, जिला पूर्ति अधिकारी