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समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का निधन, पीएम मोदी सहित कई नेताओं ने जताया दुःख

समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने 82 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। मुलायम सिंह यादव के निधन की जानकारी उनके बेटे अखिलेश यादव ने दी। मुलायम सिंह यादव पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। मुलायम सिंह यादव को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी, उन्हें आईसीयू में रखा गया था और जीवन रक्षक दवाओं का सेवन कर रहे थे।   मुलायम सिंह यादव के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जाहिर किया है।प्रधानमंत्री मोदी ने मुलायम सिंह यादव के साथ बिताए गए पलों को साझा करते हुए उन्हें याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा, मुलायम सिंह यादव जबरदस्त व्यक्तित्व थे, उन्हें जमीनी नेता के तौर पर लोग पसंद करते थे, वह जनसमस्याओं के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे। उन्होंने लोगों की सतत सेवा की और पूरा जीवन लोकनायक डॉक्टर जेपी और डॉक्टर लोहिया के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने में समर्पित कर दिया। मुलायम सिंह यूपी के साथ देश की राजनीति में खुद की अलग पहचान बनाई। आपातकाल के दौरान वह देश के लोकतंत्र के अग्रणी सैनिक रहे। बतौर रक्षा मंत्री उन्होंने देश को मजबूत करने का काम किया। संसद में उनका हस्तक्षेप काफी गंभीर और राष्ट्रहित में रहा।   प्रधानमंत्री मोदी ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर कई तस्वीरों को साझा किया। पीएम ने ट्वीट करके लिखा, मुलायम सिंह यादव से मेरी कई बार मुलाकात हुई, जब हम अलग-अलग राज्य के मुख्यमंत्री थे। उनके साथ करीबी रिश्ता हमेशा बना रहा, मैं हमेशा उनकी राय का सम्मान करता था। उनके साथ करीबी रिश्ता हमेशा बना रहा। उनके निधन से बेहद दुखी हूं, उनके परिवार वालों और लाखो प्रशंसको के प्रति मेरी संवेदना है।

राजस्थान : भरतपुर में मजहब की दीवार तोड़ मुस्लिम लड़की ने हिन्दू लड़के से की शादी

नगमा – नरेन्द्र का प्यार   राजस्थान के भरतपुर में एक मुस्लिम लड़की ने धर्म की दहलीज से बाहर जाकर एक हिंदू लड़के से प्यार किया और फिर दोनों ने शादी कर ली। अब दोनों की जान खतरे में पड़ गई है। लड़की का पिता दोनों को मार डालना चाहता है और एक बार इसकी कोशिश भी कर चुका है। लड़की के पिता ने अपने ऑटो से दोनों को कुचलने की कोशिश की। हालांकि, किसी तरह वह जान बचाकर भागने में कामयाब रहे। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है।   भरतपुर के एक मोहल्ले में नगमा को पड़ोसी नरेंद्र सैनी से प्यार हो गया। मजहब अलग होने की वजह से लड़की के परिवार को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। नगमा ने घर से भागकर इसी साल 22 फरवरी को कोर्ट में नरेंद्र से शादी कर ली। शादी से नाराज होकर अब नगमा के पिता और रिश्तेदार दोनों की जान के दुश्मन बन गए हैं। उन्हें लगातार धमकिया दी जा रही हैं। उन पर एक बार जानलेवा हमला भी हो चुका है। लेकिन किसी तरह भागकर नगमा और नरेंद्र ने अपनी जान बचा ली थी। नगमा ने पति के साथ प्रशासन से लगाई गुहार हालांकि, नगम और नरेंद्र पर लगातार खतरा बरकरार है। दोनों को हर वक्त इस बात का डर सताता रहता है कि उनकी जान जा सकती है। इसी डर की वजह से नगमा और नरेंद्र सैनी ने जिला कलेक्टर के पास जाकर अपनी जान बचाने की गुहार लगाई है। नगमा ने कहा, ”कलेक्टर साहब मैं मुस्लिम हूं और मैंने हिंदू लड़के से शादी कर ली है, लेकिन अब मेरे पिता व मेरे मजहब के लोग हमारे दुश्मन बन गए हैं। वे लोग हम दोनों को जान से मार देना चाहते हैं । मैं गर्भवती हूं इसलिए मेरी और मेरी कोख में पल रहे बच्चे व पति की जान बचाने के लिए सुरक्षा मुहैया कराई जाए। अस्पताल से लौटते वक्त हमला  नरेंद्र 28 जुलाई को गर्भवती पत्नी नगमा को दिखाकर अस्पताल से बाइक पर सवार होकर घर जा रहा था। तभी सूरजपोल चौराहे के पास नगमा के पिता और परिजनों ने ऑटो से उनको टक्कर मारने की कोशिश की। यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है।   क्या कहना है प्रशासन का अतिरिक्त जिला कलेक्टर बीना महावर ने कहा कि दोनों पति पत्नी ने प्रार्थना पत्र दिया है कि उन्हें परिजनों से जान का खतरा है। इसलिए जिला एसपी को पत्र प्रेषित कर कहा गया है कि पति पत्नी की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

इसबार दो दिन मनाया जायेगा रक्षाबंधन का त्यौहार, जाने राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पूरे देश में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। हमेशा की तरह इस बार भी रक्षा बंधन की तिथि, राखी बांधने के समय और भद्रा के साए को लेकर लोग जानना चाहते हैं। दरअसल इस बार भी रक्षा बंधन की तारीख को लेकर थोड़ा कंफ्यूजन है। दरअसल सबसे पहले सावन की पूर्णिमा तिथि की बात करते हैं। सावन की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को सुबह 10.38 बजे शुरू होगी, इसलिए उदया तिथि तो 11 अगस्त को नहीं है और 12 अगस्त को सुबह 7 बजे समाप्त हो जाएगा, इस हिसाब से उदया तिथि 12 अगस्त को है। इसलिए कुछ लोग 11 अगस्त तो कुछ लोग 12 अगस्त को रक्षा बंधन का त्योहार मनाने की बात कर रहे हैं। अगर भद्रा के साए की बात की जाए तो इस बार रक्षा बंधन पर भद्रा रहने के कारण इसके शुभ मुहूर्त काफी कम हैं। इसलिए रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त को अधिकतर लोग मना रहे हैं। रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त को भद्रा के बाद मनाना उत्तम होगा। लेकिन इस बार 11 अगस्त को दोपहर और शाम दोनो समय में भद्रा है। इसलिए नीचे दिए गए मुहूर्त पर राखी बांधना अच्छा है। रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12.06 से 12.57 तक अमृत काल- शाम 6.55 से रात 8.20 तक ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04.29 से 5.17 मिनट तक #रक्षाबंधन #राखी #rakashabandhan #rakhi #rakasha #bandhan

नागदेवता की आराधना से विश्व को मिलेगी शांति और धन की होगी बारिश – तांत्रिक आचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी

हम सभी जानते हैं नाग पंचमी  का त्‍यौहार सावन (श्रावण) के महीने  में आता है। प्रचलित हिंदु मान्‍यता के अनुसार पृथ्वी शेषनाग के फन पर टिकी है और भगवान शिव जी भी सर्प माला को पहने रहते हैं इसलिये सर्प को देवता के रूप में पूजा जाता है। भारत में नागों की पूजा करने का एक वैज्ञानिक कारण भी है, खेतों में फसलों को नुकसान पहुॅचानें वाले चूहे आदि जीवों का सर्प नष्‍ट कर देता है, जिससे किसानों की फसल सुरक्षित रहती है। एक कहानी केे अनुसार एक सर्प ने भाई बनकर अपनी बहन की सुरक्षा की थी और भाई का फर्ज निभाया था, इसलिये इस दिन महिलायें नागों को दूध पिलाती हैं और उसमें प्रार्थना करती हैं उनकी और उनके परिवार की सुुरक्षा करें। सर्प ही धन की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं और इन्हें गुप्त, छुपे और गड़े धन की रक्षा करने वाला माना जाता है. नाग, मां लक्ष्मी की रक्षा करते हैं । जो हमारे धन की रक्षा में हमेशा तत्पर रहते हैं इसलिए धन-संपदा व समृद्धि की प्राप्ति के लिए नाग पंचमी मनाई जाती है। इस दिन श्रीया, नाग और ब्रह्म अर्थात शिवलिंग स्वरुप की आराधना से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है और साधक को धनलक्ष्मी का आशिर्वाद मिलता है । हर साल सावन के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन नागपंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस बार 02 अगस्त 2022 को देशभर में नागपंचमी मनाई जाएगी. इस दिन नाग देवता के 12 स्वरूपों की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि नाग देवता की पूजा करने और रुद्राभिषेक करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं।  मान्यता यह भी है कि इस दिन सर्पों की पूजा करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं। प्राचीन धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, अगर किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष हो तो उसे नागपंचमी के दिन भगवान शिव और नागदेवता की पूजा करनी चाहिए। कालसर्प योग यज्ञ का आरम्भ या समाप्ति पंचमी, अष्टमी, दशमी या चुतुर्दशी तिथिवार चाहें जो भी हो, भरणी, आद्र्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, उत्तराषाढ़ा, अभिजित एवं श्रवण नक्षत्र श्रेष्ठ माने जाते हैं। परन्तु जातक की राशि से ग्रह गणना का विचार करना परम आवश्यक होता है। यह हैं नाग पंचमी पूजा विधि नाग पंचमी  के दिन घर के सभी दरवाजों पर खड़िया (पाण्डु/सफेदे) से छोटी-छोटी चौकोर जगह की पुताई की जाती है और कोयले को दूध में घिसकर मुख्‍यत दरवारों बाहर दोनों तरफ, मंदिर के दरवाजे पर और पूजा घर  में नाग देवता के चिन्ह (फोटो) बनाये जाते हैं, आज-कल यह फोटो बाजारों में मिलते हैं, जिन्‍हें आप इस्‍तेमाल कर सकते हैं। नागों की पूजा गाय का दूध और धान की लावा  से की जाती हैं और इस दिन नागों को दूध पिलाने की परंपरा है। जिसके लिये खेतों में या किसी ऐसे स्‍थान पर जहॉ सर्प होने की संभावना हो वहॉ एक कटोरी में दूध और धान की लावा रखा जाता है।  ऐसे करें नागपंचमी की पूजन सबसे पहले प्रात: घर की सफाई कर स्नान कर लें। इसके बाद प्रसाद के लिए सेवई और चावल बना लें। इसके बाद एक लकड़ी के तख्त पर नया कपड़ा बिछाकर उस पर नागदेवता की मूर्ति या तस्वीर रख दें। फिर जल, सुगंधित फूल, चंदन से अर्ध्य दें।  नाग प्रतिमा का दूध, दही, घृ्त, मधु ओर शर्कर का पंचामृ्त बनाकर स्नान कराएं।  प्रतिमा पर चंदन, गंध से युक्त जल अर्पित करें।  नये वस्त्र, सौभाग्य सूत्र, चंदन, हरिद्रा, चूर्ण, कुमकुम, सिंदूर, बेलपत्र, आभूषण और पुष्प माला, सौभाग्य द्र्व्य, धूप दीप, नैवेद्ध, ऋतु फल, तांबूल चढ़ाएं…आरती करें… अगर काल सर्पदोष है तो इस मंत्र का जाप करें: ”ऊँ कुरुकुल्ये हुं फट स्वाहा” ऐसे करें कालसर्प पूजन… प्रातःकाल स्नान आदि से निवृत्त होकर पूजा के स्थान पर कुश का आसन स्थापित करके सर्व प्रथम हाथ में जल लेकर अपने ऊपर व पूजन सामग्री पर छिड़कें, फिर संकल्प लेकर कि मैं कालसर्प दोष शांति हेतु यह पूजा कर रहा हूं। अतः मेरे सभी कष्टों का निवारण कर मुझे कालसर्प दोष से मुक्त करें। तत्पश्चात् अपने सामने चौकी पर एक कलश स्थापित कर पूजा आरम्भ करें। कलश पर एक पात्र में सर्प-सर्पनी का यंत्र एवं कालसर्प यंत्र स्थापित करें। साथ ही कलश पर तीन तांबे के सिक्के एवं तीन कौड़ियां सर्प-सर्पनी के जोड़े के साथ रखें, उस पर केसर का तिलक लगायें, अक्षत चढ़ायें, पुष्प चढ़ायें तथा काले तिल, चावल व उड़द को पकाकर शक्कर मिश्रित कर उसका भोग लगायें, फिर घी का दीपक जला कर निम्न मंत्र का उच्चारण करें… ऊं नमोस्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथिवीमनु। ये अंतरिक्षे ये दिवितेभ्यः सर्पेभ्यो नमः स्वाहा।। राहु का मंत्र – ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः। इसके बाद सर्वप्रथम गणपति जी का  पूजन करें, नवग्रह पूजन करें, कलश पर रखी समस्त नाग-नागिन की प्रतिमा का पूजन करें व रूद्राक्ष माला से उपरोक्त कालसर्प शांति मंत्र अथवा राहू के मंत्र का उच्चारण एक माला जाप करें। उसके पश्चात् कलश में रखा जल शिवलिंग पर किसी मंदिर में चढ़ा दें। प्रसाद नंदी (बैल) को खिला दें, दान-दक्षिणा व नये वस्त्र ब्राह्मणों को दान करें। कालसर्प दोेष वाले जातक को इस दिन व्रत अवश्य करना चाहिए। तांत्रिक आचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि अग्नि पुराण में लगभग 80 प्रकार के नाग कुलों का वर्णन मिलता है, जिसमें अनन्त, वासुकी, पदम, महापध, तक्षक, कुलिक, कर्कोटक और शंखपाल यह प्रमुख माने गये हैं।  स्कन्दपुराण, भविष्यपुराण तथा कर्मपुराण में भी इनका उल्लेख मिलता है। जानिए क्यों करवाएं नागपंचमी पर पूजन… यदि आपकी कुंडली में कालसर्प  योग (दोष), अंगारक दोष/यिग, या चाण्डाल दोष एवम ग्रहण दोष अथवा पित्र दोष है और उसके कारण आपके जीवन में (कई कामों में) विघ्न पड़ रहा है तो परेशान न हों।  नाग पंचमी का दिन कालसर्प योग(दोष), अंगारक दौड़, पितृदोष एवम ग्रहण दोष तथा चाण्डाल दोष जैसे दोषों की शांति के लिए बेहद फलदायी होता है। तांत्रिक आचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि राहू के जन्म नक्षत्र ‘भरणी’ के देवता काल हैं एवं केतु के जन्म नक्षत्र ‘अश्लेषा’ के देवता सर्प हैं। अतः राहू-केतु के जन्म नक्षत्र देवताओं के नामों को जोड़कर “कालसर्प योग” कहा जाता है। राशि चक्र में 12 राशियां हैं, जन्म पत्रिका में 12 भाव हैं एवं 12 लग्न हैं। इस तरह कुल 144+144 = 288 कालसर्प … Read more

लेटेस्ट मेहंदी डिजाइन के साथ मनाये हरियाली तीज का त्यौहार, देखे मेहंदी डिजाईन

सावन का महीना अपने साथ कई त्योहारों को लेकर आता है। इस त्योहारों की लिस्ट में सबसे पहले आता है हरियाली तीज। सावन के ये त्योहार सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इस दिन महिलाएं हरे रंग को चुन कर सजती-सवरती हैं। इसी के साथ वह मेहंदी भी लगाती है। कुछ महिलाएं मेहंदी लगवाना पसंद करती है। मेहंदी की लेटेस्ट और ट्रेंडी डिजाइन की तलाश में हैं तो आप यहां से कुछ डिजाईन देख सकती हैं। समय के साथ ही कई चीजें बदल रही हैं। इस बदलाव में लोगों की पसंद ना पसंद भी काफी हद तक बदल गई है। बात करें मेहंदी की तो पहले महिलाएं भर-भर हाथ मेहंदी लगाना पसंद करती थी, लेकिन अब सिंपल मेहंदी को पसंद किया जाता है। यहां देखें फ्रंट और बैक मेहंदी डिजाईन :- फ्रंट मेहंदी डिजायन  अगर आप भरे हुए हाथ लगाना पसंद करते हैं लेकिन डिजाईन सिंपल चाहते हैं तो इनमें से किसी को सिलेक्ट कर सकते हैं। यहां पर फुल भरे हाथों से लेकर सिंपल डिजाइन हैं। तीज के लिए ये हार्ट शेप वाला मेहंदी डिजाईन सबसे अच्छा है। वहीं आप चाहें तो आफ एक भरा लगा सकते हैं और एक पर सिंपल सर्कल डिजाईन लगा सकते हैं। बैक मेहंदी डिजाइन बैक पर मेहंदी डिजाईन सिंपल वाले अच्छे लगते हैं। चाहें तो फूलों वाला मेहंदी डिजाईन लगा सकती हैं। ये सिंपल मेहंदी डिजाईन काफी अच्छा है। इन दिनों उंगलियों पर हैवी डिजाईन कुछ महिलाएं बाजार से भी मेहंदी लगवाना पसंद करती हैं। ऐसे में आप इन डिजायन को पसंद कर बाजार से भी लगवा सकते हैंं। मेहंदी का कीप घर पर बनाना पसंद करते हैं तो उस में थोड़ा सा यूकेलिप्टस का तेल मिलाएं। इस तेल को हाथों पर लगाने से मेहंदी को गहरा रंग देने में मदद मिलती है। लगा सकते हैं।

राजस्थान के झुंझुनू जिला में 13 वर्षीय एक किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म

राजस्थान के झुंझुनू जिले के सदर थाना क्षेत्र में  13 वर्षीय एक किशोरी के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में तीन युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि पीड़िता के परिजनों की ओर से दर्ज शिकायत के अनुसार, तीनों आरोपियों ने अलग-अलग जगह पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। जांच अधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक शंकरलाल के मुताबिक, तीनों आरोपियों- जाकिर, मजिद खान और लियाकत के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 (डी) (सामूहिक दुष्कर्म) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आरोपियों की तलाश जारी है।

महाराष्ट्र के नागपुर में एक 11 वर्षीय बच्ची के साथ 9 लोगो ने किया गैगंरेप, पुलिस ने किया गिरफ्तार

महाराष्ट्र के नागपुर में एक 11 वर्षीय बच्ची के साथ 9 लोगो ने गैगंरेप किया है। गैंगरेप के आरोप में 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। मुख्य आरोपी एक मर्डर केस का भी प्राइम सस्पेक्ट है। नागपुर ग्रामीण पुलिस की सब डिविजनल पुलिस ऑफिसर (SDPO) पूजा गायकवाड़ ने इस मामले में विस्तार से जानकारी दी। SDPO पूजा ने बताया, ‘9 आरोपियों को नागपुर जिले के उमरेड कस्बे से पकड़ा गया। 11 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार के आरोप में यह गिरफ्तारी हुई है। हत्या के एक मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने सूचना दी कि उनका मुख्य संदिग्ध भी इस मामले में आरोपी है। आगे की जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि घटनाएं नागपुर शहर से लगभग 60 किलोमीटर दूर एक कस्बे में 19 जून से 15 जुलाई के बीच हुईं। पुलिस ने कहा कि आरोपियों की पहचान रोशन करगांवकर और उसके सहयोगी गजानन मुर्स्कर, प्रेमदास गठीबंधे, राकेश महाकालकर, गोविंदा नाटे, सौरभ उर्फ ​​करण रिठे , नितेश फुकत, प्रद्युम्न करुतकर और निखिल उर्फ ​​पिंकू नरूले के रूप में हुई है। क्या है पूरा मामला महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी नागपुर से 60 किलोमीटर दूर उमेदनगर नाम का एक कस्बा है। यहां एक मजदूर परिवार रहता है। इसी परिवार की एक 11 साल की नाबालिग लड़की के साथ गैंग रेप हुआ है। सामूहिक बलात्कार की घटनाओं को एक महीने में कई बार अंजाम दिया गया। 19 जून से 15 जुलाई के बीच ये घटनाएं हुई हैं। दहशत में होने की वजह से शुरू में पीड़िता ने चुप्पी बनाए रखी। लेकिन जब दरिंदों ने अति कर दी तो पीड़िता ने अपने घरवालों को इस बारे में जानकारी दी। इसके बाद फौरन पीड़िता के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।  नागपुर ग्रामीण पुलिस ने इसके बाद तेजी से कार्रवाई करते हुए 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

बलिया : बिल्थरारोड में भजन कीर्तन के दौरान माइक में आया करंट, एक महिला की मौत व 2 महिलाएं गंभीर रुप से झुलसीं

हादसे में दो अन्य महिलाएं गंभीर रुप से झुलसीं। डीह बाबा के स्थान पर महिलाएं कर रही थी शिव चर्चा। उभांव के चैनपुर गुलौरा गांव के मठिया में हुआ हादसा। बिल्थरारोड। माइक में उतरे करंट की चपेट में आकर  एक महिला की मौत हो गयी। हादसे में दो अन्य महिलाएं गंभीर रुप से झुलस गयीं। दोनों का इलाज सीएचसी सीयर पर चल रहा। उभांव थाना क्षेत्र के चैनपुर गुलौरा के मठिया मौजा में स्थित डीह बाबा स्थान पर  शिव चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें करीब दो दर्जन महिलाएं शामिल होकर भजन-कीर्तन कर रही थीं। इसी बीच किसी प्रकार लाउडस्पीकर के माइक में करंट उतर गया। इसकी जद में आकर मठिया निवासी 55 वर्षीय फुलपरी, 50 वर्षीय शांति तथा 45 वर्षीय लीलावती झुलस गयी। इसके बाद मौके पर भगदड़ मच गयी तथा शोर मचाते हुए महिलाएं इधर-उधर भागने लगी। जानकारी होने के बाद पहुंचे ग्रामीणों ने तीनों को सीएचसी सीयर पर पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद फुलपरी को मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी होने के बाद परिजन भी रोते-बिलखते अस्पताल पहुंच गये। खबर पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। लाउडस्पीकर मशीन से माइक तक पहुंचा करंट उभांव थाना क्षेत्र के चैनपुर गुलौरा गांव के मठिया में डीह बाबा के स्थान पर शिव चर्चा के लिये किराए पर लाउडस्पीकर मंगाया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो लाउडस्पीकर बैट्री से चल रहा था, लेकिन उसमें बिजली का तार भी जोड़ा गया था। भजन-कीर्तन के दौरान ही अचानक बिजली आ गयी तथा मशीन की गड़बड़ी से करंट माइक स्टैंड तक पहुंच गया। सबसे नजदीक बैठी फुलपरी उसकी चपेट में आ गयी। उनको बचाने के प्रयास में दो अन्य महिलाएं भी झुलस गयी।  

चमत्कार : 50 वर्षीय मजदूर के कटकर हाथ के हुए दो टुकड़े, डॉक्टर ने ऑपरेशन कर 6 घंटो में जोड़ा

कहते है भगवान ईश्वर के दुसरे रूप में धरती पर विराजमान होते है यह कहावत साफ़ चरितार्थ होते नजर आया  दिल्ली के शामलिमार बाग स्थित फोर्टिस हॉस्‍पीटल के डॉक्टरो ने 50 वर्षीय मजदूर के कटकर हाथ के हुए दो टुकड़े को 6 घंटे में ऑपरेशन कर सफलतापूर्वक जोड़ दिया। मशीन पर काम करते समय दुर्घटनावश उनकी बाजू कटकर अलग हो गई थी। डॉक्टरों की दो टीम ने एक जटिल रीप्‍लांटेशन सर्जरी के बाद दोबारा जोड़ने में सफलता हासिल की है। इस सर्जरी को प्‍लास्टिक सर्जरी विभाग की डायरेक्‍टर एवं एचओडी डॉ. ऋचि गुप्‍ता के नेतृत्‍व में डॉक्‍टरों की दो टीमों ने अंजाम दिया। यह रीप्‍लांटेशन सर्जरी काफी एडवांस प्रक्रिया थी जिसमें हडि्डयों, मांसपेशियों, रक्‍तवाहिकाओं, स्‍नायुओं और उपास्थियों की सटीकतापूर्वक पहचान कर उन्‍हें माइक्रोसर्जिकल तकनीकों से दोबारा सिला गया। अस्पताल के मुताबिक, यह चमत्‍कार सिर्फ इस वजह से हो सका क्‍योंकि मरीज़ को समय पर अस्‍पताल पहुंचाया गया। प्‍लास्टिक सर्जरी, ऑर्थोपिडिक, एनेस्‍थीसिया तथा इंटेंसिव केयर टीमों ने यह सुनिश्चित किया कि मरीज़ का रीप्‍लांटेशन सफल तरीके से हो। इस अत्‍यंत जटिल सर्जरी में करीब 6 घंटे का समय लगा। फैक्‍टरी में एक मशीन पर काम करने के दौरान इस कर्मचारी की कुहनी से आगे की बाजू कट गई थी, जिसके बाद उन्‍हें तुरंत नज़दीकी नर्सिंग होम ले जाया गया। इसके बाद उन्‍हें 30 मिनट के भीतर फोर्टिस हॉस्‍पीटल पहुंचाया गया। हाइपोटेंशन एवं शॉक के चलते मरीज़ की हालत बेहद नाजुक थी, लेकिन डॉक्‍टरों ने बगैर समय गंवाए तुरंत सर्जिकल प्रक्रिया शुरू कर दी। डॉ ऋचि गुप्‍ता ने बताया, ”चूंकि मरीज़ की बाजू कटकर अलग हो गई थी, इस कारण काफी खून बह गया था। अगर ज़रा भी और देर हुई होती तो मरीज़ को जान से हाथ धोना पड़ता। यह शरीर के किसी अंग के सिर्फ कटने से अलग प्रकार का मामला था, जैसे कि तलवार आदि से कटने पर प्रभावित अंग के टिश्‍यू कम क्षतिग्रस्‍त होते हैं। लेकिन इस मामले में मशीन से क्रैश एंप्‍यूटेशन हुआ था। लिहाज़ा प्रभावित हिस्‍से में काफी नुकसान हुआ था और खासतौर से मांसपेशियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्‍त हुई थीं।” उन्होंने कहा, ”यदि समय पर इलाज न किया जाता तो यह नुकसान स्‍थायी हो सकता था। मांसपेशियां रक्‍तापूर्ति के अभाव में काफी तेजी से मरने लगती हैं। इसलिए सर्जन ने सबसे पहले तो कटे हुए भाग में तत्‍काल ब्‍लड सप्‍लाई बहाल करने का रास्‍ता ढूंढा। रीप्‍लांटेशन सर्जरी के दौरान, आर्टरीज़ और वेन्‍स को पहले जोड़ा जाता है, इनके बाद नर्व्‍स और फिर अन्‍य मांसपेशियों तथा टिश्‍यूज़ को जोड़ा जाता है। इस सर्जरी में लगभग 6 घंटे का समय लगा और रक्‍तापूर्ति बहाल करने के बाद हमने मरीज़ को निगरानी के लिए आईसीयू में रखा ताकि यह देखा जा सके कि कहीं क्षतिग्रस्‍त मांसपेशियों से निकलने वाले टॉक्सिन्‍स से गुर्दों को नुकसान तो नहीं पहुंच रहा और सेप्सिस तो नहीं हुआ। मरीज को सर्जरी के 5 दिनों के बाद अस्‍पताल से सही हालत में छुट्टी दे दी गई।”

खुली किस्मत : लॉटरी के 1 करोड़ रूपये से कर्जदार हुआ कर्ज से मुक्त, कर्ज चुकाने के लिए बेचने वाला था अपना घर

लॉटरी का खेल बड़ा ही निराला होता है, जैकपॉट मिलते ही लोग एक झटके में करोड़पति बन जाते हैं। इसके लिए वे कई सालों तक अपनी किस्मत भी आजमाते हैं तब जाकर उनके हाथ जैकपॉट लगता है। लेकिन लॉटरी की एक बड़ी दिलचस्प कहानी केरल से सामने आई है जहां एक शख्स करीब पचास लाख के कर्ज में डूबा था और वह अपना सब कुछ बेचने जा रहा था। तभी उसकी एक करोड़ की लॉटरी निकल आई। दरअसल, यह शख्स केरल के मंजेश्वर का रहने वाला है। पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक शख्स का नाम मोहम्मद बावा है। बावा पर रिश्तेदारों और बैंक का 50 लाख रुपये का कर्ज था। उसने अपनी दो बेटियों की शादी और व्यापार में हुए घाटे से उबरने के लिए यह कर्ज लिया था। कर्ज के चलते बावा अपने नवनिर्मित मकान को औने-पौने दाम में बेचने को तैयार था, लेकिन सौदे से ठीक दो घंटे पहले एक करोड़ की लॉटरी लग गई। रिपोर्ट के मुताबिक बावा ने महज 2 घंटे पहले ही लॉटरी का रिजल्ट देखा कि वह एक करोड़ रुपए जीत गए हैं। बावा पेशे से एक पेंटर है और 8 महीने पहले ही उन्होंने मकान बनवाया था जो 2 हजार स्क्वायर फीट में है। बावा ने बताया कि वह किराए के मकान में शिफ्ट होने वाले थे। परिवार में पत्नी और पांच बच्चे हैं। दो बेटियों की शादी करा दी है। बावा ने बताया कि बेटियों की शादी और घर को बनाने में वह कर्ज में डूब गए थे।उनपर बैंकों और रिश्तेदारों के 50 लाख रुपए बकाए थे। जब बावा को किसी की मदद नहीं मिली तो उन्होंने उडुपी जिले के होसंगादी गांव में एक एजेंसी से लॉटरी टिकट खरीदा। जिस दिन उनके घर की डील पक्की होनी थी उसी दिन लॉटरी का रिजल्ट आया। बावा को पता चला कि उनकी लॉटरी लग चुकी है और वह 1 करोड़ जीत चुके है। इस खबर को सुनते ही बावा ने घर बेचने की डील को कैंसिल कर दी। फिलहाल लॉटरी के नतीजे के बाद बावा ने अब अपने घर को न बेचने का फैसला किया है। उनके घर में खुशी का माहौल है। टैक्स के बाद उन्हें करीब 63 लाख रुपये मिलेंगे। बाकी बचे रुपयों से वे अन्य सभी काम निपटाएंगे।