बिहार में शहरों के बाद अब गांव में भी बिजली के स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। इसके बाद बिजली आपूर्ति का लाभ लेने के लिए गांव वालों को भी बिल जमा करने की बजाय पहले ही अपने मीटर को रिचार्ज करना होगा। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को यानी आज ऊर्जा क्षेत्र की 15 हजार 871.24 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी है। इसमें गांवों में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना भी शामिल है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2635.30 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण, 5930.89 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और 7305.05 करोड़ रुपये की योजनाओं का शुभारंभ किया। इसके अलावा ग्रामीण बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का शुभारंभ भी किया। ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव भी कार्यक्रम में शामिल रहे। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भी शामिल होने की उम्मीद थी, लेकिन वे नहीं दिखे। ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव एवं बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने उपलब्धियों पर चर्चा की। कार्यक्रम में मुख्य सचिव आमिर सुबहानी सहित अन्य कई बड़े अफसर रहे। मुख्यमंत्री ग्रामीण क्षेत्र में स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन कार्य का शुभारंभ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। योजना की कुल लागत 3666.67 करोड़ रुपये है। इसके अलावा ब्रेडा की 1579.37 करोड़ की लागत से ग्रिड कनेक्टेड ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट योजना और सरकारी भवनों पर ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर प्लांट का शिलान्यास किया गया। 11.55 करोड़ की लागत से बने ग्रिड कनेक्टेड फ्लोटिंग पावर प्लांट का लोकार्पण भी किया। एनबीपीडीसीएल के अंतर्गत 92.71 करोड़ की लागत से दरभंगा, मोतिहारी,छपरा, वैशाली, पश्चिमी चंपारण, सहरसा, अररिया, गोपालगंज, बेगूसराय और एसबीपीडीसीएल के अंतर्गत 182.84 करोड़ की लागत से पटना, भागलपुर, नालंदा, गया, आरा, औरंगाबाद में निर्मित विद्युत शक्ति उपकेंद्रों का लोकार्पण किया। समारोह में बिहार ग्रिड कंपनी लिमिटेड के 1099. 42 करोड़ रुपए की लागत से पटना क्षेत्र में बने नए ग्रिड उपकेंद्र और संबद्ध संचरण लाइनों का उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री ने बीएसपीटीसीएल की 1164.05 करोड़ रुपए की योजनाओं का भी लोकार्पण किया।