Bakwas News

बिक्रमगंज में धूमधाम से मनाया गया होलिका दहन का पर्व रात 11:26 पर विधि-विधान से हुआ दहन, बड़ी संख्या में उमड़े श्रद्धालु

बिक्रमगंज प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में होलिका दहन का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। पुरोहितों ने रात 11 बजकर 26 मिनट पर विधिवत मंत्रोच्चार के साथ होलिका दहन कराया। कार्यक्रम से पहले महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। कई परिवार अपने नवजात बच्चों को होलिका के समक्ष ढूंढ पूजन के लिए लेकर आए। होलिका दहन से पूर्व रंगबिरंगी आतिशबाजी का आयोजन भी किया गया। होलिका दहन में तिथि, भद्रा और शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखा गया। मुख्यालय के सासाराम रोड महावीर मंदिर, तेंदुनी, धारूपर, धनगाईं, समेत शहर के विभिन्न स्थानों पर होलिका दहन हुआ। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नगरवासी और मातृशक्ति मौजूद रही। होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, होलिका दहन से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। इस अवसर पर नई फसल को अग्नि में भूना जाता है। लोग भूने हुए अनाज को प्रसाद के रूप में घर ले जाते हैं।

बिक्रमगंज में धूमधाम से मनाया गया होलिका दहन का पर्व रात 11:26 पर विधि-विधान से हुआ दहन, बड़ी संख्या में उमड़े श्रद्धालु

बिक्रमगंज प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में होलिका दहन का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। पुरोहितों ने रात 11 बजकर 26 मिनट पर विधिवत मंत्रोच्चार के साथ होलिका दहन कराया। कार्यक्रम से पहले महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। कई परिवार अपने नवजात बच्चों को होलिका के समक्ष ढूंढ पूजन के लिए लेकर आए। होलिका दहन से पूर्व रंगबिरंगी आतिशबाजी का आयोजन भी किया गया। होलिका दहन में तिथि, भद्रा और शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखा गया। मुख्यालय के सासाराम रोड महावीर मंदिर, तेंदुनी, धारूपर, धनगाईं, समेत शहर के विभिन्न स्थानों पर होलिका दहन हुआ। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नगरवासी और मातृशक्ति मौजूद रही। होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, होलिका दहन से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। इस अवसर पर नई फसल को अग्नि में भूना जाता है। लोग भूने हुए अनाज को प्रसाद के रूप में घर ले जाते हैं।

बिक्रमगंज में धूमधाम से मनाया गया होलिका दहन का पर्व रात 11:26 पर विधि-विधान से हुआ दहन, बड़ी संख्या में उमड़े श्रद्धालु

बिक्रमगंज प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में होलिका दहन का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। पुरोहितों ने रात 11 बजकर 26 मिनट पर विधिवत मंत्रोच्चार के साथ होलिका दहन कराया। कार्यक्रम से पहले महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। कई परिवार अपने नवजात बच्चों को होलिका के समक्ष ढूंढ पूजन के लिए लेकर आए। होलिका दहन से पूर्व रंगबिरंगी आतिशबाजी का आयोजन भी किया गया।होलिका दहन में तिथि, भद्रा और शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखा गया। मुख्यालय के सासाराम रोड महावीर मंदिर, तेंदुनी, धारूपर, धनगाईं, समेत शहर के विभिन्न स्थानों पर होलिका दहन हुआ। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नगरवासी और मातृशक्ति मौजूद रही। होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, होलिका दहन से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। इस अवसर पर नई फसल को अग्नि में भूना जाता है। लोग भूने हुए अनाज को प्रसाद के रूप में घर ले जाते हैं।

एनआईएलडी, कोलकाता ने 10 मार्च, 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया।

एनआईएलडी, कोलकाता ने 10 मार्च, 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत एनआईएलडी के निदेशक डॉ. ललित नारायण ने मंत्री श्री सौगाता बनर्जी, डिप्टी डायरेक्टर (एडमिनिस्ट्रेशन), और मुख्य अतिथि डॉ. पायल राय चौधरी दत्त की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलन करके की। इस अवसर पर डॉ. ललित नारायण ने महिला कर्मचारियों के लिए एक प्रेरक भाषण दिया, और श्री सौगाता बनर्जी, डीडीए, एनआईएलडी ने मुख्य भाषण दिया। श्रीमती सुभ्रा श्रीमानी, लेक्चरर कम एएनएस, एचओडी विभाग नर्सिंग ने उद्घाटन भाषण दिया। डॉ. पायल राय चौधरी ने विषय पर एक सत्र प्रस्तुत किया। डॉ. ललित नारायण ने महिला कर्मचारियों को पुरस्कार प्रदान करके इस दिन को विशेष बनाया। एनआईएलडी कर्मचारियों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। प्रतिभागियों को संवेदनशील बनाने के लिए उद्धरण लिखित गुब्बारे भी प्रदर्शित किए गए और समाज से बुराइयों को दूर करने के लिए प्रतीकात्मक रूप से फोड़े गए। कुल 120 एनआईएलडी कर्मचारी और छात्रों ने इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का समन्वय एसईआर विभाग और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समिति द्वारा किया गया था।

शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने किया मंत्री का पुतला दहन जय कुमार चौधरी, मंत्री, बिहार सरकार का पुतला दहन किया गया

शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने किया मंत्री का पुतला दहन जय कुमार चौधरी, मंत्री, बिहार सरकार का पुतला दहन किया गया ज्ञातव्य हो कि चौधरी ने विधानमंडल में संबद्ध डिग्री कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतनमान के प्रश्न विधायको तथा सदस्य ,विधान परिषदों के जबाब शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के खिलाफ बयान दिया था, गलत ढंग से बयान देने के खिलाफ इनका पुतला दहन इन्दु तपेश्वर सिंह महिला कालेज बिक्रमगंज रोहतास के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने किया पुतला दहन कार्यक्रम बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर किया गया इसमें डॉ पुष्पा रसिक,डॉ रबिन्द्र कुमार, डॉ मनोज कुमार सिंह , डॉ पुष्पा सिंह, डॉ बिपिन बिहारी सिंह, डॉ इफ्तेखार अहमद, डॉ हरेन्द्र कुमार सिंह, डॉ उमेश सिंह, डॉ रेणु कुमारी, डॉ सन्तोष कुमार प्रो तेजनरायण सिंह, डॉ बिनोद कुमार सिंह तथा रामाकांत सिंह, किसलय सिंह , असगर आलम आदि ने भाग लिया। शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों में भारी आक्रोश है अगर सरकार वेतनमान नहीं देती है तो 20 मार्च 2025 को विधानमंडल घेराव किया जाएगा

दिव्यांगता मूल्यांकन के लिए एक समग्र दृष्टिकोण पर जोर दिया गया

संशोधित दिव्यांगता मूल्यांकन दिशानिर्देशों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम 6 से 7 मार्च 2025 तक 8वां बैच का उद्धघाटन आज दिनांक ६ मार्च, २०२५ को हॉल नंबर-7, बिस्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर, बिस्वा बांग्ला सारनी, ब्लॉक-डीजी, न्यू टाउन, कोलकाता में किया गया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) द्वारा स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डी.जी.एच.एस.), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। इसका उद्देश्य अंडमान और निकोबार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के चिकित्सको को 12 मार्च, 2024 को अधिसूचित संशोधित दिव्यांगता मूल्यांकन दिशानिर्देशों को लागू करने के लिए प्रशिक्षित करना है, जिसमें दिव्यांगता मूल्यांकन के लिए एक समग्र दृष्टिकोण पर जोर दिया गया है। सुश्री संघमित्रा घोष, प्रधान सचिव, महिला एवं बाल विकास तथा सामाजिक कल्याण विभाग पश्चिम बंगाल सरकार ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान में दिव्यांगजन समाज में अपना पक्ष बेहतर तरीके से रखने की स्थिति में हैं, साथ ही उन्होंने अवगत कराया कि पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा डिजिटल दिव्यांगता मूल्यांकन की शुरूआत भी की चुकी है। श्री राजीव शर्मा, संयुक्त सचिव, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने मुख्यांश सम्बोधन में प्रशिक्षण कार्यक्रम और संशोधित दिव्यांगता मूल्यांकन दिशानिर्देशों के बारे में जानकारी दी तथा दिव्यांगता मूल्यांकन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और समाज कल्याण विभाग के बीच समन्वय पर जोर दिया। श्री नारायण स्वरूप निगम, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, पश्चिम बंगाल सरकार ने अपने सम्बोधन में पश्चिम बंगाल सरकार की विशिष्ट दिव्यांगता पहचान-पत्र (यू.डी.आई.डी.) की प्रगति के बारे में जानकारी प्रदान की। उद्दघाटन कार्यक्रम में डॉ. सुनीता मंडल, सहायक महानिदेशक, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय, स्वास्थ्य एवं महिला कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, जैसे वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थीं तथा संबंधित दिव्यांगताओं के विशेषज्ञ डॉ. शेफाली गुलाटी (एम्स, दिल्ली), डॉ. अरुणभा चक्रवर्ती (एल.एच.एम.सी., दिल्ली), डॉ. मीना चंद्रा (आर.एम.एल.एच., दिल्ली), डॉ. पंकज वर्मा (सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली), डॉ. तुफान कांति दोलाई (एन.आर.एस. मेडिकल कॉलेज, कोलकाता), डॉ. मनुश्री गुप्ता (सफदरजंग, अस्पताल, दिल्ली), डॉ. हरि प्रकाश पुरी (आर.एम.एल.एच., दिल्ली), डॉ. मोहित कटारूका (एम्स कल्याणी), डॉ. गौतम कामिला (एम्स, दिल्ली), श्री प्रभाकर उपाध्याय (एल.एच.एम.सी., दिल्ली) दिव्यांगता के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डालेंगे और संशोधित मूल्यांकन दिशानिर्देशों में उल्लिखित दिव्यांगताओं पर अपने अनुभवों को साझा किया दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वय डा. ललित नारायण, निदेशक, राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान, कोलकाता एवं उनकी टीम द्वारा किया गया।

सी.आर.सी.- त्रिपुरा ने सिपार्ड अगरतला में पाँच दिवसीय ऑफ़लाइन आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम का किया आयोजन*

*सी.आर.सी.- त्रिपुरा ने सिपार्ड अगरतला में पाँच दिवसीय ऑफ़लाइन आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम का किया आयोजन* राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (दिव्यांगजन), कोलकाता, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण केन्द्र (सी.आर.सी.) त्रिपुरा द्वारा *पाँच दिवसीय आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम* विषय: *”राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के आलोक में समावेशी और समान शिक्षा के लिए विशेष शिक्षा शिक्षकों की क्षमता निर्माण”* का सफल आयोजन *सिपार्ड, अगरतला, त्रिपुरा* में किया गया। यह कार्यक्रम *एन.सी.ई.आर.टी., नई दिल्ली और एन.ई.आर.आई.ई, शिलांग* और कार्यरत समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण केन्द्र (सी.आर.सी.) त्रिपुरा द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया एवं इस कार्यक्रम को *भारतीय पुनर्वास परिषद, भारत सरकार, नई दिल्ली* द्वारा मान्यता प्राप्त है। इस कार्यक्रम में *49 प्रोफेशनल* भारतीय पुनर्वास परिषद, भारत सरकार, नई दिल्ली में पंजीकृत विशेषज्ञ भाग लिए, भारतीय पुनर्वास परिषद, भारत सरकार, नई दिल्ली, से मान्यता प्राप्त *प्रशिक्षण संस्थानों, विशेष विद्यालयों और समग्र शिक्षा अभियान संस्थानों* में कार्यरत हैं और *पूर्वोत्तर राज्यों के सिक्किम, असम, मिजोरम, मेघालय, मणिपुर और त्रिपुरा* के विभिन्न कोनों से आए थे। इन सभी प्रतिभागियों के लिए इस पाँच दिवसीय ऑफ़लाइन आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम में *नामांकन, रहने और खाने की उत्तम व्यवस्था और यात्रा निःशुल्क* था। कार्यक्रम का शुभारम्भ *दिनांक 25 फरवरी 2025* को हुआ जिसमे वतौर *मुख्य अतिथि डॉ. अभय कुमार निदेशक,* भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.आई.टी.), अगरतला, *विशिष्ठ अतिथि डॉ. ललित नारायण,* निदेशक, राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (दिव्यांगजन), कोलकाता, *श्री वी. दिनेश कुमार, उप निदेशक (इन्जी)* दूरदर्शन केंद्र, अगरतला, *डॉ. आर. शिल्पा मनोगना, सह आचार्य,* वि.आ.स.शि.वि., रा.शै.अ.प्र.प., नई दिल्ली, *डॉ. अलेन्द्र कुमार त्रिपाठी,* नार्थ ईस्ट समन्वयक & नोडल अधिकारी, सी.आर.सी. – त्रिपुरा एवं *डॉ. अमित कुमार कच्छप,* निदेशक, सी.आर.सी. – त्रिपुरा मौजूद रहे। राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (दिव्यांगजन), कोलकाता ने आई.आई. आई. टी. अगरतला और सी.आर. सी. – त्रिपुरा के बीच *संयुक्त सहयोग का प्रस्ताव रखा* है, जिससे विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करके पुनर्वास विशेषज्ञों के कौशल को उन्नत किया जा सके। इसके अतिरिक्त, दूरदर्शन केंद्र अगरतला से यह सुझाव दिया गया कि वह *दिव्यांगजन की सफलता की कहानियों पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री विकसित* करे और इसका प्रसारण करे, जिससे समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिले। इस कार्यक्रम उद्घाटन सत्र का सफलतापूर्वक आयोजन *डॉ. ललित नारायण, निदेशक* , एन.आई.एल.डी., कोलकाता, के मार्गदर्शन में किया गया। इस कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों से *प्रतिष्ठित विशेष शिक्षा क्षेत्र के प्रोफेशनल और विषय विशेषज्ञ* आकर शिक्षण प्रशिक्षण दिया इस पाँच दिवसीय ऑफ़लाइन आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम में कुल *24 सत्रों का संचालन* हुआ। यह कार्यक्रम पूर्वोत्तर राज्यों के संकाय सदस्यों और पुनर्वास विशेषज्ञों के लिए एक समृद्ध और प्रभावशाली सीखने की यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। *दिनांक 1 मार्च 2025* की संध्या को इस कार्यक्रम का समापन वतौर *मुख्य अतिथि डॉ ललित नारायण, निदेशक* राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (दिव्यांगजन), कोलकाता, *विशिष्ठ अतिथि डॉ प्रकाश सिंह,* नोडल अधिकारी, एलिम्को, नार्थ ईस्ट, *डॉ. आर. शिल्पा मनोगना* , सह आचार्य वि.आ.स.शि.वि., रा.शै.अ.प्र.प., नई दिल्ली, *डॉ. अलेन्द्र कुमार त्रिपाठी,* नार्थ ईस्ट समन्वयक & नोडल अधिकारी, सी.आर.सी. – त्रिपुरा एवं *डॉ. अमित कुमार कच्छप,* निदेशक, सी.आर.सी. – त्रिपुरा के द्वारा हुआ। पूरे कार्यमक्रम को *भारतीय सांकेतिक भाषा में अनुवाद किया गया* कार्यक्रम के अंत में मुख्या अतिथि और विशिष्ट थी के द्वारा सभी प्रतिभागियों को *प्रमाणपत्र वितरित* किया गया और साथ ही साथ सभी प्रतिभागियों को एन.सी.ई.आर.टी.के *प्रशिक्षण किताब और प्रशिक्षण मटेरियल* वितरित किया गया। कार्यक्रम का समापन *राष्ट्रगान* के उपरांत किया गया। इस पूरे पांच पाँच दिवसीय ऑफ़लाइन आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम का सफल आयोजन, *कार्यक्रम समन्वयक श्री नमो नारायण पाठक,* असिस्टेंट प्रोफेसर (विशेष शिक्षा) सी आर सी त्रिपुरा और *डॉ. अलेन्द्र कुमार त्रिपाठी,* नार्थ ईस्ट समन्वयक & नोडल अधिकारी, सी.आर.सी. – त्रिपुरा के द्वारा किया गया।

पुलिस सप्ताह दिवस पर शकूराबाद थाने में नुक्कड़-नाटक का हुआ आयोजन

पुलिस सप्ताह दिवस पर शकूराबाद थाने में नुक्कड़-नाटक का हुआ आयोजन Anjani kumar जहानाबाद रतनी बिहार पुलिस सप्ताह 2025 के तत्वावधान में शकुराबाद थाना में नशा मुक्ति, सामाजिक व सड़क सुरक्षा , बाल विवाह पर नुक्कड़ नाटक आयोजित कर पुलिस पदाधिकारी , कर्मियों व स्कूली बच्चे को जागरूक किया गया।उक्त आशय की जानकारी थानाध्यक्ष मोहन प्रसाद सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि 22 से 28 फरवरी तक पुलिस सप्ताह दिवस मनाया जा रहा है।इस दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा सरकारी एवं निजी विद्यालयों समेत सार्वजनिक स्थलों पर कार्यक्रम आयोजित कर नशा मुक्ति, सड़क सुरक्षा, बाल विवाह एवं सामाजिक सुरक्षा में महिलाओं की भागीदारी के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि क्षेत्र में स्वच्छ वातावरण के साथ शांति व्यवस्था कायम रखा जा सके. जिससे समरस व स्वच्छ समाज की परिकल्पना किया जा सके. उन्होंने कहा कि जब परिवार व समाज स्वच्छ होगा तो राज्य व देश उन्नति के ओर अग्रसर रहेगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में भारत डिजिटल इंडिया के तौर पर कार्य कर रहा है।धूम्रपान नशा मुक्ति के लिए सभी को सजग व सतर्क रहने के लिए जन-जन तक जागरूकता फैलानी होगी. ताकि इस पर अंकुश लगाया जा सके। शकुराबाद थाना में जहानाबाद जत्था क्लव टीम के द्वारा नुक्कड़-नाटक की प्रस्तुति कर लोगों को जागरूक किया गया । थानाध्यक्ष द्वारा इस पहल को सामाजिक जागरूकता में बेहतर कार्य को लेकर नुक्कड़ नाटक टीम एवं स्कूली बच्चों को पुरस्कृत किया गया । मौके पर मुकेश कुमार, अरबिंद कुमार, सुनील कुमार, पुष्पा देवी, रमेश कुमार, सुधीर कुमार, दिग्विजय शर्मा सहित स्कूली बच्चा उपस्थित रहे ।

पुलिस सप्ताह दिवस पर रतनी प्रखंड में नुक्कड़ नाटक का हुआ आयोजन

पुलिस सप्ताह दिवस पर शकूराबाद थाने में नुक्कड़-नाटक का हुआ आयोजन अंजनी कुमार जहानाबाद बिहार पुलिस सप्ताह 2025 के तत्वावधान में शकुराबाद थाना में नशा मुक्ति, सामाजिक व सड़क सुरक्षा , बाल विवाह पर नुक्कड़ नाटक आयोजित कर पुलिस पदाधिकारी , कर्मियों व स्कूली बच्चे को जागरूक किया गया।उक्त आशय की जानकारी थानाध्यक्ष मोहन प्रसाद सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि 22 से 28 फरवरी तक पुलिस सप्ताह दिवस मनाया जा रहा है।इस दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा सरकारी एवं निजी विद्यालयों समेत सार्वजनिक स्थलों पर कार्यक्रम आयोजित कर नशा मुक्ति, सड़क सुरक्षा, बाल विवाह एवं सामाजिक सुरक्षा में महिलाओं की भागीदारी के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि क्षेत्र में स्वच्छ वातावरण के साथ शांति व्यवस्था कायम रखा जा सके. जिससे समरस व स्वच्छ समाज की परिकल्पना किया जा सके. उन्होंने कहा कि जब परिवार व समाज स्वच्छ होगा तो राज्य व देश उन्नति के ओर अग्रसर रहेगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में भारत डिजिटल इंडिया के तौर पर कार्य कर रहा है।धूम्रपान नशा मुक्ति के लिए सभी को सजग व सतर्क रहने के लिए जन-जन तक जागरूकता फैलानी होगी. ताकि इस पर अंकुश लगाया जा सके। शकुराबाद थाना में जहानाबाद जत्था क्लव टीम के द्वारा नुक्कड़-नाटक की प्रस्तुति कर लोगों को जागरूक किया गया । थानाध्यक्ष द्वारा इस पहल को सामाजिक जागरूकता में बेहतर कार्य को लेकर नुक्कड़ नाटक टीम एवं स्कूली बच्चों को पुरस्कृत किया गया । मौके पर मुकेश कुमार, अरबिंद कुमार, सुनील कुमार, पुष्पा देवी, रमेश कुमार, सुधीर कुमार, दिग्विजय शर्मा सहित स्कूली बच्चा उपस्थित रहे ।

*बेहद शर्मनाक घटना झारखंड में तीन नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म* *

*बेहद शर्मनाक घटना झारखंड में तीन नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म* * *लड़काें के चुगुल में फंसी तीनाें नाबालिग भागने में सफल रहीं। पुलिस एक दर्जन से अधिक लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही* *रांची खूंटी के रनिया थाना क्षेत्र के उलिहातू गांव से निचितपुर जाने वाले रास्ते में कारो नदी के पास तीन आदिवासी नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का मामला रविवार काे प्रकाश में आया है। तीन नाबालिग से दुष्कर्म की घटना काे लगभग 12 से अधिक नाबालिग किशोरों ने अंजाम दिया है।* *लड़काें के चुगुल में फंसी तीनाें नाबालिग भागने में सफल रहीं। पुलिस एक दर्जन से अधिक लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।* *लोटा पानी कार्यक्रम में शामिल होने गयी थी लड़किया* *पीड़ित सभी लड़कियां खूंटी की रहने वाली हैं और लोटा पानी(विवाह के पूर्व एक कार्यक्रम) में शामिल होने के लिए रनिया थाना क्षेत्र के एक घर में गयी थी। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद पांचो लड़कियां एक साथ घर लौट रही थी।* *रास्ते में कारो नदी के पास लगभग एक दर्जन से ज्यादा लड़के पीछा करते हुए वहां पहुंचे। उन्होंने पांचो लड़कियों को अपने कब्जे में ले लिया और अलगःअलग ग्रुप बनाकर चारो लड़कियों को अलग-अलग जगह पर ले गये।* *तीन लड़कियों ने दुष्कर्म की पुष्टि की है,जबकि एक लड़की का बयान नहीं लिया जा सका है। वह गांव में नहीं थी।* *