*सी.आर.सी.- त्रिपुरा ने सिपार्ड अगरतला में पाँच दिवसीय ऑफ़लाइन आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम का किया आयोजन* राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (दिव्यांगजन), कोलकाता, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण केन्द्र (सी.आर.सी.) त्रिपुरा द्वारा *पाँच दिवसीय आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम* विषय: *”राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के आलोक में समावेशी और समान शिक्षा के लिए विशेष शिक्षा शिक्षकों की क्षमता निर्माण”* का सफल आयोजन *सिपार्ड, अगरतला, त्रिपुरा* में किया गया। यह कार्यक्रम *एन.सी.ई.आर.टी., नई दिल्ली और एन.ई.आर.आई.ई, शिलांग* और कार्यरत समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण केन्द्र (सी.आर.सी.) त्रिपुरा द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया एवं इस कार्यक्रम को *भारतीय पुनर्वास परिषद, भारत सरकार, नई दिल्ली* द्वारा मान्यता प्राप्त है। इस कार्यक्रम में *49 प्रोफेशनल* भारतीय पुनर्वास परिषद, भारत सरकार, नई दिल्ली में पंजीकृत विशेषज्ञ भाग लिए, भारतीय पुनर्वास परिषद, भारत सरकार, नई दिल्ली, से मान्यता प्राप्त *प्रशिक्षण संस्थानों, विशेष विद्यालयों और समग्र शिक्षा अभियान संस्थानों* में कार्यरत हैं और *पूर्वोत्तर राज्यों के सिक्किम, असम, मिजोरम, मेघालय, मणिपुर और त्रिपुरा* के विभिन्न कोनों से आए थे। इन सभी प्रतिभागियों के लिए इस पाँच दिवसीय ऑफ़लाइन आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम में *नामांकन, रहने और खाने की उत्तम व्यवस्था और यात्रा निःशुल्क* था। कार्यक्रम का शुभारम्भ *दिनांक 25 फरवरी 2025* को हुआ जिसमे वतौर *मुख्य अतिथि डॉ. अभय कुमार निदेशक,* भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.आई.टी.), अगरतला, *विशिष्ठ अतिथि डॉ. ललित नारायण,* निदेशक, राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (दिव्यांगजन), कोलकाता, *श्री वी. दिनेश कुमार, उप निदेशक (इन्जी)* दूरदर्शन केंद्र, अगरतला, *डॉ. आर. शिल्पा मनोगना, सह आचार्य,* वि.आ.स.शि.वि., रा.शै.अ.प्र.प., नई दिल्ली, *डॉ. अलेन्द्र कुमार त्रिपाठी,* नार्थ ईस्ट समन्वयक & नोडल अधिकारी, सी.आर.सी. – त्रिपुरा एवं *डॉ. अमित कुमार कच्छप,* निदेशक, सी.आर.सी. – त्रिपुरा मौजूद रहे। राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (दिव्यांगजन), कोलकाता ने आई.आई. आई. टी. अगरतला और सी.आर. सी. – त्रिपुरा के बीच *संयुक्त सहयोग का प्रस्ताव रखा* है, जिससे विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करके पुनर्वास विशेषज्ञों के कौशल को उन्नत किया जा सके। इसके अतिरिक्त, दूरदर्शन केंद्र अगरतला से यह सुझाव दिया गया कि वह *दिव्यांगजन की सफलता की कहानियों पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री विकसित* करे और इसका प्रसारण करे, जिससे समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिले। इस कार्यक्रम उद्घाटन सत्र का सफलतापूर्वक आयोजन *डॉ. ललित नारायण, निदेशक* , एन.आई.एल.डी., कोलकाता, के मार्गदर्शन में किया गया। इस कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों से *प्रतिष्ठित विशेष शिक्षा क्षेत्र के प्रोफेशनल और विषय विशेषज्ञ* आकर शिक्षण प्रशिक्षण दिया इस पाँच दिवसीय ऑफ़लाइन आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम में कुल *24 सत्रों का संचालन* हुआ। यह कार्यक्रम पूर्वोत्तर राज्यों के संकाय सदस्यों और पुनर्वास विशेषज्ञों के लिए एक समृद्ध और प्रभावशाली सीखने की यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। *दिनांक 1 मार्च 2025* की संध्या को इस कार्यक्रम का समापन वतौर *मुख्य अतिथि डॉ ललित नारायण, निदेशक* राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (दिव्यांगजन), कोलकाता, *विशिष्ठ अतिथि डॉ प्रकाश सिंह,* नोडल अधिकारी, एलिम्को, नार्थ ईस्ट, *डॉ. आर. शिल्पा मनोगना* , सह आचार्य वि.आ.स.शि.वि., रा.शै.अ.प्र.प., नई दिल्ली, *डॉ. अलेन्द्र कुमार त्रिपाठी,* नार्थ ईस्ट समन्वयक & नोडल अधिकारी, सी.आर.सी. – त्रिपुरा एवं *डॉ. अमित कुमार कच्छप,* निदेशक, सी.आर.सी. – त्रिपुरा के द्वारा हुआ। पूरे कार्यमक्रम को *भारतीय सांकेतिक भाषा में अनुवाद किया गया* कार्यक्रम के अंत में मुख्या अतिथि और विशिष्ट थी के द्वारा सभी प्रतिभागियों को *प्रमाणपत्र वितरित* किया गया और साथ ही साथ सभी प्रतिभागियों को एन.सी.ई.आर.टी.के *प्रशिक्षण किताब और प्रशिक्षण मटेरियल* वितरित किया गया। कार्यक्रम का समापन *राष्ट्रगान* के उपरांत किया गया। इस पूरे पांच पाँच दिवसीय ऑफ़लाइन आवासीय संकाय विकास कार्यक्रम का सफल आयोजन, *कार्यक्रम समन्वयक श्री नमो नारायण पाठक,* असिस्टेंट प्रोफेसर (विशेष शिक्षा) सी आर सी त्रिपुरा और *डॉ. अलेन्द्र कुमार त्रिपाठी,* नार्थ ईस्ट समन्वयक & नोडल अधिकारी, सी.आर.सी. – त्रिपुरा के द्वारा किया गया।