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निगरानी विभाग ने बिहार के एक भ्रष्ट डीएसपी के ठिकानों पर की छापामारी, कई दुकान-फ्लैट खरीद के कागजात बरामद

बिहार के निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने मंगलवार को भ्रष्टाचार के मामले में राज्य विशेष सशस्त्र पुलिस के डीएसपी बिनोद कुमार राउत के ठिकानों पर छापेमारी की। पटना के अलावा बोधगया स्थित उनके आवास और कार्यालय की तलाशी में चल-अचल संपत्ति से जुड़े कई दस्तावेज हाथ लगे हैं। डीएसपी ने पटना में दुकान के अलावा दिल्ली के एक सोसाइटी में फ्लैट भी बुक करा रखा है। इसके अलावा निवेश से जुड़े अन्य कागजात, बड़ी संख्या में बैंक खाते और सोने के आभूषण व बिस्कुट भी बरामद हुआ है। मूलत: मधुबनी के जयनगर के रहने वाले बिनोद कुमार राउत वर्तमान में बीएसएपी-3, बोधगया में डीएसपी के पद पर तैनात हैं। जब वह झाझा के एसडीपीओ थे तभी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। तभी से उनके खिलाफ जांच शुरू हुई थी। जांच के दौरान साक्ष्य मिलने के बाद निगरानी ब्यूरो द्वारा उनपर 37,79, 964 रुपए आय से अधिक संपत्ति की एफआईआर दर्ज की गई। मंगलवार को पटना और बोधगया स्थित उनके आवास और कार्यालय की तलाशी ली गई। पटना के दिनकर गोलम्बर स्थित वार्ड नम्बर- 32 के ब्लॉक नम्बर-9 स्थित फ्लैट संख्या 91 के साथ राजाबाजार के अशोकपुरी मोहल्ले में होटलनुमा उनके जी प्लस थ्री मकान और बोधगया के सरकारी आवास व कार्यालय को खंगाला गया। राजाबाजार स्थित जी मकान में बजरंग इंटप्राइजेज के नाम से दुकान भी हैं जिसमें इलेक्ट्रीकल सामान बेचे जाते हैं। वहां वहां करीब 43 लाख रुपए के पंखा, मिक्सी, गीजर, कूलर, आदि सामान पाए गए। निगरानी ब्यूरो के मुताबिक बिनोद कुमार राउत का परिवार दिनकर गोलम्बर के पास स्थित एमआईजी फ्लैट में रहता है। वहां तलाशी के दौरान राजेन्द्र नगर में दुकान और दिल्ली के वृंदावन सोसाइटी में फ्लैट बुकिंग के कागजात मिले। इसके अलावा 5 सोने के बिस्कुट समेत 8, 62,000 रुपए के स्वर्णाभूषण, 40 हजार नकद, ज्वेलर्स शॉप से खरीदारी के संबंधित 10 लाख के बिल, 17 बैंक खाता, दो बैंक लॉकर, एलआईसी में निवेश के 4 बांड भी बरामद हुए हैं। बैंक लॉकरों को सील कर दिया गया है। जांच से जुड़े अफसरों ने लॉकर से संपत्ति से जुड़े कई दस्तावेज व अन्य कीमती सामान मिलने की उम्मीद जताई है।

बिहार में कैबिनेट की पहली बैठक में शिक्षकों को 9400 करोड़ का मिला तोहफा, टैक्स का बढ़ेगा बोझ

बिहार की नीतीश-तेजस्वी सरकार द्वारा विश्वास मत हासिल करने के बाद मंगलवार को पहली कैबिनेट बैठक हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट मीटिंग में 8 एजेंडों पर विमर्श कर उन्हें पास कर दिया गया। कैबिनेट मीटिंग में बालू घाटों की निलामी को लेकर बड़ा फैसला किया गया। अब बालूघाटों की बंदोबस्ती ई-नीलामी की प्रक्रिया से होगी। अगले पांच सालों के लिए यह निर्णय लिया गया है। नई सरकार ने घर बनाने वालों को बड़ा झटका दिया है। अच्छे बालू वाले  बालूघाटों की बंदोबस्ती की दर दोगुनी कर दी गयी है। पहले यह दर 75 रुपए प्रति घनमीटर थी जिसे बढ़ाकर 175 रुपए कर दिया गया है। सरकार के इस फैसले से आम आदमी को बालू लगभग दोगुने दर पर खरीदना पड़ेगा। अभी प्रति टैक्टर बालू की कीमत 5 हजार के आसपास थी। एक ट्रैक्टर बालू के लिए 8 हजार से ज्यादा देना पड़ेगा। इससे निर्माण उद्योग पर बुरा असर पड़ेगा। बिहार की पांच नदियों सोन, क्यूल, फल्गु, चानन और मोरहर का बालू प्रति घन मीटर 75 से बढ़ाकर 150 रुपया किया गया है। इन नदियों के बालू से ही गृह निर्माण कार्य होते हैं। एक अन्य एजेंडे में सरकार ने शिक्षकों को खुशखबरी दी है। शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए कैबिनेट में 9400 करोड़ की राशि की स्वीकृति दी गयी है। इसमें बकाया वेतन भुगतान के लिए राशि भी शामिल है। इससे राज्य के 2.64 लाख शिक्षकों को फायदा होगा।

बिहार में सीबीआई और ईडी से डर रही है महागठबंधन की सरकार – विजय कुमार सिन्हा

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहार में सीबीआई की इंट्री बंद करने पर कड़ी आपत्ति जताई। राजद नेता के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि संवैधानिक एजेंसियों को कोई रोक नहीं सकता है। संवैधानिक पद पर बैठे लोगों को संवैधानिक एजेंसियों का सम्मान करना चाहिए। जो गलत हैं उन्हें सीबीआई और ईडी से घबराहट हो रही है। आरोप लगाया कि ये लोग कल न्यायालय को भी काम नहीं करने देंगे। बिहार में भ्रष्टाचारियों को बेचैनी क्यों है? सिन्हा ने दावा किया कि महागठबंधन के पतन की शुरुआत हो चुकी है। कहा, महागठबंधन सरकार के आते ही संवैधानिक संस्थाओं को अपमानित करने एवं नीचा दिखाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। बिहार और देश की जनता सब देख रही है। समय आने पर लोकतांत्रिक ढंग से इसका जवाब देगी। सिन्हा ने कहा कि सरकार को इस बयान पर संज्ञान लेना चाहिए तथा महागठबंधन में अपने सहयोगी से स्पष्टीकरण प्राप्त करना चाहिए।

बिहार के 15 जिलों में आज तेज बारिश के साथ ठनका गिरने के पुर्वानुमान, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

बिहार में आज भी कई जिलों में बारिश होगी। मौसम विभाग के रिपोर्ट के मुताबिक कुछ इलाकों में मेघ गर्जन के साथ तेज बारिश की संभावना है। इस दौरान तेज हवा भी चल सकती है। कुछेक स्थानों पर ठनका गिरने की संभावना जताई गयी है। इसे देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने आम नागरिकों के लिए एहतियात जारी किए हैं। पिछले दो दिनों की बारिश के कारण तापमान में कुछ गिरावट दर्ज की गयी है। लेकिन अभी भी उमस वाली गर्मी का कहर जारी है। घरों में फैन या कूलर के बगैर रहना मुश्किल है। बाहर निकलने पर परेशानी ज्यादा होती है। मौसम विभाग की ओर से जारी ताजा मौसम अपडेट जारी कर दिया गया है। आज यानि 29 अगस्त को राज्य के कटिहार, भागलपुर, बांका, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया में झमाझम बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है। मौसम विभाग ने इन सभी जिलों के नागरिकों के लिए एहतियात जारी कर सचेत रहने की चेतावनी दी है।  मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सुपौल, बांका, भागलपुर, अररिया, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और सुपौल में रविवार को बारिश हुई थी। आज भी इन जिलों में बारिश हो सकती है।  मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आज 29 अगस्‍त को प्रदेश में कहीं- कहीं मूसलाधार बारिश हो सकती है । एक दो स्थानों पर आंधी-तूफान के साथ ठनका गिरने की भी आशंका जताई गई है। IMD की रिपोर्ट के अनुसार, समुद्र के स्तर पर मानसून की ट्रफ हिमालय की तलहटी के करीब चल रही है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के दौरान बिहार और दक्षिण-पूर्वी यूपी में अगले चार दिनों तक बारिश की उम्मीद जताई है। साथ ही पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। आज बिहार में अलग-अलग जगहों पर बहुत भारी बारिश की भी संभावना है। एक दो स्थानों पर वज्रपात भी हो सकता है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के समय बिहार में व्‍यापक पैमाने पर धान की खेती की जाती है। धान की फसल के लिए पर्याप्‍त मात्रा में पानी की जरूरत होती है, लेकिन इस बार मानसून के सामान्‍य नहीं रहने की वजह से फसलों पर प्रत‍िकूल प्रभाव पड़ा है। ताजा बारिश से धान की फसल में कुछ सुधार की उम्मीद है जिससे किसानों को कुछ फायदा होगा।

गुरुग्राम का मॉल के मालिक है भाजपा नेता, तेजस्वी ने ट्विट कर दी जानकारी

हरियाणा के गुरुग्राम में मॉल बनवाने का आरोप झेल रहे बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज कहा कि इस भवन के नर्मिाण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं की संलप्तिता उजागर होने के बाद मॉल को बना रही व्हाइटलैंड कंपनी भी कह रही है कि इस मॉल से उनका (श्री तेजस्वी) कोई संबंध नहीं था।  श्री यादव ने शनिवार को ट्वीट किया कि दो दिन पहले गुरुग्राम के मॉल को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और मीडिया का एक वर्ग उनका मॉल बता रहा था । उस मॉल में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और भाजपा के एक सांसद की संलप्तिता सामने आने के बाद व्हाइटलैंड कंपनी कह रही है कि तेजस्वी का इस कंपनी और मॉल से कोई सम्बंध नहीं था, न है। उप मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा के प्रकोष्ठ सीबीआई,  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एवं भाजपा संपोषित और संपादित मीडिया के एक वर्ग द्वारा यह सब प्रकरण सुनियोजित तरीके से किया जाता है ताकि इसमें हमारी बदनामी हो तथा हमें अवश्विसनीय बनाया जा सके। भाजपा की कुछ जनसंपर्क (पीआर) कंपनियां, जिन्होंने चैनल, पोर्टल और अखबार के नाम पर पंजीकरण करा रखा है वह जानबूझकर ऐसी खबरे चलाते हैं ताकि लोगों तक झूठी खबरें पहुंचाकर नेताओं का चरत्रि हनन तथा जनता को गुमराह किया जा सके। तेजस्वी यादव ने कहा कि जब सच्चाई सामने आती है तो मीडिया का एक वर्ग उस सच्ची खबर को दरकिनार कर देती है तथा कुछ उसे किसी कोने में एक छोटी सी खबर के रूप में प्रकाशित कर देते हैं कि रिपोर्ट गलत थी। इस बीच जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी इस मामले पर कहा कि झूठ, फरेब और चरत्रि हनन करने के प्रयास का पर्दाफाश हो गया है। भाजपा नेता पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें। मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और झारखंड में जो हो रहा है वह पूरा देश देख रहा है। उन्होंने भाजपा नेताओं को नसीहत दी कि नैतिकता का पाठ पढ़ाने की बजाय पहले खुद नैतिकता का पाठ पढ़ें।

बिहार में 5 करोड़ कैश के साथ करोड़ों रूपये का गहना और जमीन का कागजात इंजीनियर के घर से बरामद

पटना में ग्रामीण कार्य विभाग का इंजीनियर । पक्की सूचना मिलने के बाद निगरानी की कारवाई । इंजीनियर के किशनगंज और दानापुर के आवास पर निगरानी के 13 अफसर तैनात। बिहार के ग्रामीण कार्य विभाग में तैनात एक कार्यपालक इंजीनियर के घर से करोड़ों का कैश बरामद हुआ है। निगरानी टीम ने कार्यपालक इंजीनियर संजय कुमार राय के किशनगंज और पटना स्थित ठिकानों पर शनिवार को छापेमारी की। इस दौरान घर से करीब 5 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। इसके अलावा भारी मात्रा में गहने और अन्य कीमती सामान भी मिलने की संभावना है। नोटों की गिनती जारी है। निगरानी टीम ने भ्रष्ट इंजीनियर संजय राय के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। शनिवार को उसके किशनगंज और पटना के दानापुर स्थित दो ठिकानों पर छापेमारी की गई। संजय राय किशनगंज प्रभाग में तैनात है। घर से इतनी ज्यादा मात्रा में नोट देखकर एकबार तो निगरानी टीम के अधिकारी भी चौंक गए। बरामद की गई राशि करीब 5 करोड़ रुपये बताई जा रही है। हालांकि नोटों की पूरी गिनती होने के बाद ही सटीक राशि के बारे में पता चल पाएगा। साथ ही इंजीनियर के एक कैशियर के घर पर भी रेड की खबर आ रही है। किशनगंज में संजय राय के आवास पर निगरानी के 13 अधिकारी मौजूद हैं।

नीतीश को फिर लगा जोरो को झटका : जदयू के एक लाडला विधायक हुआ भाजपा में शामिल

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पुराने सहयोगी भारतीय जनता पार्टी  से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ गठबंधन कर एक नई सरकार का गठन किया है। बीजेपी लगातार जेडीयू पर भरोसा तोड़ने का आरोप लगा रही है। इस बीच खबर आ रही है कि भगवा पार्टी ने नीतीश कुमार को अरुणाचल प्रदेश में झटका दिया है। उनकी पार्टी के लाडला  विधायक को अपने पाले में कर लिया है। आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के एकमात्र विधायक टेची कासो ने बुधवार को सत्तारूढ़ भाजपा का दामन थाम लिया है। विधानसभा के उपाध्यक्ष टेसम पोंगटे ने ईटानगर विधायक के बीजेपी में विलय के आवेदन को स्वीकार कर लिया। इसके साथ ही 60 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी के 49 विधायक हो गए हैं। आपको यहा यह भी बता दें कि जेडीयू ने 2019 के विधानसभा चुनाव में अपने दम पर 15 सीटों पर कैंडिडेट उतारा था। उनमें से सात सीटों पर नीतीश कुमार की पार्टी को जीत मिली। अरुणाचल में जेडीयू भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि दिसंबर 2020 में नीतीश के छह विधायकों वे पाला बदलते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था। अरुणचाल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा की सहयोगी एनपीपी के पास चार-चार विधायक हैं। वहीं, तीन निर्दलीय विधायक भी हैं, जिन्होंने सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ है।

उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मॉल पर सीबीआई का छापामारी शुरू

बिहार विधानसभा में आज नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव सरकार फ्लोर टेस्ट में उतरने वाली है। इस बीच सीबीआई ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले की जांच तेज कर दी है। इस मामले में आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह समेत 4 नेताओं के ठिकानों पर बिहार में छापेमारी की है। यही नहीं इस जांच का दायरा गुरुग्राम तक पहुंच गया है और तेजस्वी यादव के मॉल पर छापेमारी की गई है। क्यूब्स 71 मॉल पर छापेमारी के लिए सीबीआई की टीम पहुंची है और पड़ताल की गई है। सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि इस मॉल के निर्माण में जॉब घोटाले से मिली रकम का इस्तेमाल किया गया है। कहा जा रहा है कि यह मॉल तेजस्वी यादव और उनके एक सहयोगी का है। लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले की सीबीआई जांच कर रही है। बुधवार सुबह ही सीबीआई ने पटना में आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह और सांसद फैयाज अहमद के घर पर भी छापेमारी हुई है। इस मामले में सीबीआई ने पटना, कटिहार और मधुबनी के अलावा दिल्ली में कई ठिकानों पर छापेमारी की है। इसके अलावा हरियाणा के गुरुग्राम में तेजस्वी यादव के मॉल पर रेड डाली गई है। कुल मिलाकर 25 ठिकानों पर केंद्रीय एजेंसी ने छापा मारा है। इसे लेकर सियासत भी तेज हो गई है और आरजेडी ने इसे भाजपा की खीझ बताया है। बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी का कहना है कि हम इस तरह के छापों से डरते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। इसके अलावा तेजस्वी यादव ने सदन में ही इन छापों को लेकर जवाब देने की बात कही है। उन्होंने मीडिया से कहा कि आप लोग भी सदन में रहना। हम वहीं पर इन सभी बातों का जवाब देंगे। इसके अलावा आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि इसे ईडी, आईटी या सीबीआई का छापा कहना गलत है। यह भाजपा की ही रे़ड है। ये सभी एजेंसियां भाजपा के तहत ही काम करती हैं। इनके दफ्तर भाजपा की स्क्रिप्ट पर ही काम करते हैं।

बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने नीतीश के बहुमत साबित करने से पहले दिया इस्तीफा

बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा में भारी हंगामे को देखते हुए  सदन की कार्यवाही आज दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बिहार में नीतीश सरकार के विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले सीबीआई ने कथित लैंड फॉर जॉब स्कैम में दो आरजेडी सांसदों, एमएलसी समेत कई नेताओं के घर सीबीआई ने छापेमारी की है। सीबीआई की अलग-अलग टीमें आज सुबह आरजेडी से राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, फैयाज अहमद, एमएलसी सुनील सिंह और पूर्व एमएलसी सुबोध राय के आवास पर छापेमारी करने पहुंची। बताया जा रहा है कि रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के मामले सीबीआई आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। दूसरी ओर, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई सरकार विधानसभा में आज बहुमत पेश करेगी। इससे पहले अध्यक्ष विजय सिन्हा के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग होगी।

सीबीआई का चला डंडा : बिहार व झारखण्ड में राजद के कई दिग्गजों के घरों पर मारी छापा

बिहार से लेकर झारखंड तक केंद्रीय एजेंसियों ने बुधवार सुबह ही ताबड़तोड़ छापेमारी की है। सीबीआई ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में पटना में आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह के घर पर छापेमारी की है। सुनील सिंह को लालू प्रसाद यादव के करीबी नेताओं में शुमार किया जाता है। यह ऐक्शन ऐसे वक्त में हुआ है, जब विधानसभा में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार फ्लोर टेस्ट साबित करने वाली है। आरजेडी के सांसद अशफाक करीब के घर पर भी छापेमारी की गई है। कहा यह भी जा रहा है कि सीबीआई ने राजद सांसद फैयाज अहमद और पूर्व एमएलसी सुबोध राय के आवास पर भी रेड की है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बिहार के अलावा झारखंड के खनन घोटाले को लेकर ईडी सक्रिय है। केंद्रीय एजेंसी ने सीएम हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि और विधायक पंकज मिश्रा से पूछताछ के बाद छापेमारी की है। झारखंड की राजधानी रांची समेत कई ठिकानों पर ईडी ने एक साथ छापेमारी की है। अवैध खनन और उगाही के मामले में ईडी के ऐक्शन से झारखंड का सियासी पारा चढ़ गया है। ईडी ने प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर भी छापेमारी की है, जिसने नेताओं से अच्छे संपर्क बताए जाते हैं। फिलहाल झामुमो की ओर से इस पर कोई रिएक्शन नहीं आया है। लेकिन बिहार में आरजेडी ने छापेमारी को भाजपा की शरारत बताया है। आरजेडी ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियां भाजपा की पार्टनर के तौर पर काम कर रही हैं। आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि इसे ईडी, आईटी या सीबीआई का छापा कहना गलत है। यह भाजपा की ही रे़ड है। ये सभी एजेंसियां भाजपा के तहत ही काम करती हैं। इनके दफ्तर भाजपा की स्क्रिप्ट पर ही काम करते हैं। आज बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना है और यह क्या हो रहा है? यह तो होना ही था। उन्होंने कहा कि भाजपा को इस बात की खुन्नस है कि कैसे नीतीश कुमार ने उनका साथ छोड़कर जनता के हित में गठबंधन में बदल लिया। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन जनता के हित के लिए किया गया है। छापेमारी का सामना कर रहे आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह ने भी भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह छापेमारी भाजपा के इशारे पर जानबूझकर कराई गई है। इसका कोई मतलब नहीं है। ये लोग यह सोचकर ऐसा कर रहे हैं कि छापेमारी के डर से कुछ विधायक उनके साथ आ जाएंगे।