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जल्द ही पटना में यात्रियों को मेट्रो की सवारी करने का मिलेगा मौका, काम हुआ शुरू

पटना में अंडरग्राउंड मेट्रो का काम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस परियोजना की शुरुआत की। पटना में इस कोरिडर के अंतर्गत 6 अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन होंगे। इनमें राजेंद्र नगर, मोइनुलहक, यूनिवर्सिटी, पीएमसीएच, गांधी मैदान और आकाशवाणी शामिल हैं। इस कोरिडोर की कुल लंबाई 8.08 किलोमीटर है। पटना मेट्रो के अंडरग्राउंड प्रोजेक्ट की लागत 1989 करोड़ रुपये है। इसके अलावा कोरिडोर-1 के तहत भी 6 अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बनाए जाने हैं। आकाशवाणी से गांधी मैदान, पीएमसीएच, मोइनुलहक स्टेडियम, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मलाही पकड़ी होते हुए खेमनीचक होते हुए बैरिया बस अड्डा तक बनेगा। इसमें एक मेट्रो डिपो भी बनेगा। इसमें पांच एलिवेटेड और छह भूमिगत स्टेशन होंगे। इसकी लंबाई करीब 8.08 किलोमीटर होगी। इसमें भूमिगत स्टेशन आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, यूनिवर्सिटी, मोइनुलहक स्टेडियम और राजेंद्रनगर में भूमिगत स्टेशन हैं। 29 दिसंबर 2021 को कोरिडोर-2 के डिजाइन और निर्माण की जिम्मेवारी एल एंड टी कंपनी को दी गई है। इस कॉरिडोर का सिविल काम पूरा कर लिया गया है। पहले मेट्रो स्टेशन बनेंगे फिर सुरंग का काम शुरू होगा मोइनुलहक स्टेडियम में पटना मेट्रो रेल परियोजना के भूमिगत स्टेशन के शिलान्यास के बाद पटना मेट्रो के काम में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जिस अंडरग्राउंड स्टेशन का शिलान्यास किया, वह कॉरिडोर-2 पर है। कॉरिडोर-2 पर पहले भूमिगत स्टेशन बनेगा। उसके बाद टनल यानी सुरंग बनाने का काम शुरू होगा। पटना में दो मेट्रो कोरिडोर का होना है निर्माण  17 मार्च 2020 को पटना मेट्रो के अंडरग्राउंड प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई थी। इसके तहत दो कॉरिडोर निर्माणाधीन हैं। पहला कॉरिडोर दानापुर सगुना मोड़ से बेली रोड होते हुए पटना जंक्शन, मीठापुर होते हुए खेमनीचक, बैरिया तक जाएगा। दूसरा कॉरिडोर आकाशवाणी से गांधी मैदान, पीएमसीएच, मोइनुलहक स्टेडियम, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मलाही पकड़ी होते हुए खेमनीचक, एनएच 30 होते हुए बैरिया बस अड्डा तक बनेगा। पटना मेट्रो के कॉरिडोर-2 पर छह स्टेशन भूमिगत होंगे। वहीं, कोरिडोर- 1 पर भी छह स्टेशन भूमिगत होंगे। इस तरह पटना मेट्रो के कुल 12 स्टेशन जमीन के नीचे होंगे। पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन के सूत्रों के अनुसार सबसे पहले अंडरग्राउंड स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके बाद उस रूट के लिए टनल यानी सुरंग बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन के लिए मिट्टी की जांच कर दी गई है। तकनीकी स्वीकृति के बाद आगे का काम शुरू किया जा रहा है। ज्यादातर भूमिगत रेलवे स्टेशनों का निर्माण कट एंड कवर पद्धति से किया जा रहा है। पटना मेट्रो का पहला कॉरिडोर : 8 एलिवेटेड और 6 अंडरग्राउंड स्टेशन दानापुर सगुना मोड़ से बेली रोड होते हुए पटना जंक्शन, मीठापुर होते हुए खेमनीचक तक तैयार होगा। 17.93 किमी लंबे इस कॉरिडोर पर आठ एलिवेटेड और छह भूमिगत स्टेशन होंगे। कॉरिडोर-1 में दानापुर से खेमनीचक के बीच रुकनपुरा, विकास भवन, विद्युत भवन, राजा बाजार, चिड़ियाघर, पटना रेलवे जंक्शन पर अंडर ग्राउंड स्टेशन बनेगा।

महागठबंधन की नयी सरकार में फिर विवादों में फंसे मंत्री तेजप्रताप यादव

बिहार की महागठबंधन सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव विवादों में आ गए हैं। तेज प्रताप ने गुरुवार को विभाग की बैठक ली, इसमें उनकी बहन और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के पति शैलेश कुमार भी नजर आए। तेज प्रताप जब विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे, तब शैलेश कुमार वहीं बैठे थे। शैलेश के बिना किसी सरकारी पद के आधिकारिक बैठक में आने पर विवाद खड़ा हो गया है। बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मंत्री तेज प्रताप को कोई हल्के म न ले। आरजेडी के सभी मंत्रियों से शैलेश कुमार ज्यादा समझदार-ज्ञानी हैं। अगर उनका आशीर्वाद रहा तो तेज प्रताप बेस्ट मिनिस्टर साबित होंगे। इस मामले पर आरजेडी प्रवक्ता शशि यादव ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि शैलेश यादव किसी काम से तेज प्रताप से मिलने गए थे। मीटिंग चल रही थी, इसलिए उन्हें वहीं बैठकर इंतजार करने के लिए कहा गया। किसी मंत्री के चैंबर में जाना कोई गुनाह नहीं है। शैलेश कुमार ने किसी भी अधिकारी को कोई निर्देश या आदेश नहीं दिए।

रेप केस में एफआईआर के खिलाफ भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

रेप के मामले में एफआईआर से बचने के लिए भाजपा के सीनियर नेता शाहनवाज हुसैन ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। दिल्ली हाई कोर्ट ने बुधवार को उनके खिलाफ रेप केस में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था और तीन महीने में जांच पूरी करने की समयसीमा भी तय की थी। उस आदेश पर रोक की मांग को लेकर ही अब शाहनवाज हुसैन शीर्ष अदालत पहुंच गए हैं। 2018 के रेप मामले में हाई कोर्ट का आदेश शाहनवाज हुसैन के लिए करारा झटका माना जा रहा है। शाहनवाज के वकील ने उनकी अर्जी को चीफ जस्टिस एनवी रमना की बेंच के समक्ष तत्काल सुनवाई के लिए पेश किया है। शाहनवाज हुसैन के वकील ने कहा कि इस मामले की तत्काल सुनवाई होनी चाहिए क्योंकि देरी होने पर एक राजनीतिक नेता की छवि खराब हो सकती है। चीफ जस्टिस की बेंच ने कहा कि अगले सप्ताह इस मामले की सुनवाई की जाएगी। शाहनवाज के वकील ने शीर्ष अदालत में कहा, ‘मेरे मुवक्किल का 30 सालों का सार्वजनिक जीवन है। उन्हें बेवजह बदनाम किया जा रहा है। यदि इस पर तत्काल सुनवाई नहीं होगी तो पुलिस एफआईआर दर्ज कर लेगी और ऐसी स्थिति में इस अर्जी का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा।’ बता दें कि बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा था, जिसमें शाहनवाज हुसैन के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया गया था। उच्च न्यायालय ने कहा था कि शाहनवाज हुसैन की याचिका की कोई मेरिट नहीं है। इसलिए उसे खारिज किया जाता है। अदालत ने कहा था कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की जाए और तीन महीने के अंदर रिपोर्ट सौंपी जाए कि कितनी जांच हुई है और क्या पाया गया है। जस्टिस आशा मेनन की बेंच ने अपने आदेश में कहा, ‘मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की ओर से एफआईआर का जो आदेश दिया गया है, उसमें कोई खामी नहीं पाई गई है।’ अदालत का कहना था कि पुलिस इस केस में एफआईआर दर्ज करे और फिर सीआरपीसी के सेक्शन 173 के तहत वह रिपोर्ट जमा कराए।

नीतीश के वोट बैंक पर हमले को बीजेपी ने बनायी रणनीति, नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश जारी

बिहार में नीतीश कुमार के द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अपनी राह जुदा करने के बाद भारतीय जनता पार्टी  ने दिल्ली में एक बड़ी बैठक की। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भगवा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं के साथ काफी देर तक आगे की रणनीति के लिए विचार-विमर्श किया। इस दौरान आगामी लोकसभा चुनाव के लिए एक खाका भी खींचा गया। राष्ट्रीय कार्यालय में हुई इस बैठक में बीजेपी के नेताओं ने लोगों की प्रतिक्रिया के आधार पर बिहार में संगठनात्मक परिवर्तन करने का फैसला किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता इस बात की पुष्टि करते करते हुए कहा कि पटना में हाल ही में हुई सात मोर्चाओं की बैठक से पहले करीब 200 विधानसभाओं में लोगों से बात की गई थी। इस दौरान लोग पीएम नरेंद्र मोदी और उनके काम को लेकर तो खुश थे, लेकिन बीजेपी के स्थानीय नेतृत्व के प्रति निराशा दिखी। सितंबर तक नया प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी के एक नेता ने कहा कि सितंबर के दूसरे सप्ताह तक बिहार में बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है। आपको बता दें कि भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का कार्यकाल सितंबर महीने के बीच में समाप्त हो रहा है। बीजेपी नेता ने कहा, ‘बैठक का एजेंडा बिहार बीजेपी के नए अध्यक्ष के चुनाव के साथ-साथ विधानसभा और विधान परिषद में विपक्ष के मजबूत नेता का चुनाव था।’ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भी तलाश बिहार में अब बीजेपी विपक्ष की भूमिका में आ गई है। सरकार को घेरने के लिए भगवा पार्टी बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए एक मजबूत चेहरे की तलाश में है। पार्टी नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए सामाजिक समीकरणों का भी विशेष ध्यान रख रही है। बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि बिहार में भाजपा को ‘सेकेंड लाइनर’ का टैग नीतीश कुमार के लगातार मुख्यमंत्री में रहने के कारण मिला है। नीतीश के वोट बैंक पर बीजेपी की नजर इस बैठक में बीजेपी ने उन सभी समुदायों तक सक्रिय रूप से और आक्रामक रूप से पहुंचने का फैसला किया जिन्हें अब तक इसने कभी छुआ नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा, “भाजपा अब तक ईबीसी और गठबंधन के कारण जेडीयू के मुख्य वोट आधार महादलितों के समर्थन के लिए आश्वस्त रही है। अब पार्टी उन तक भी पहुंचने जा रही है।” बिहार में लगभग 50% आबादी ओबीसी और ईबीसी की है। वहीं, एससी और एसटी की 17% आबादी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा, “बैठक में बिहार के राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा हुई। एक नया गठबंधन बनाया गया है जो जनादेश के साथ विश्वासघात है। यह लालू राज की वापसी की सुविधा के लिए बनाया गया गठबंधन है।” उन्होंने कहा, “2024 के लोकसभा चुनावों में हम 35 से कम सीटें नहीं जीतेंगे और राज्य में एक मजबूत पार्टी बनकर उभरेंगे। हम नीतीश कुमार द्वारा किए गए विश्वासघात को लोगों तक ले जाएंगे।”

बीजेपी के शाहनवाज को हराने वाले तसलीमुद्दीन के पुत्र शाहनवाज को मिला ताज

नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ मिलकर फिर से सरकार बनाई है। इस बार सरकार में RJD के चेहरे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। आज पटना में हुए शपथ ग्रहण समारोह में RJD के शाहनवाज को कैबिनेट में शामिल किया गया है। पिछली नीतीश सरकार में बीजेपी के शाहनवाज हुसैन मंत्री थे। शाहनवाज केंद्र में भी मंत्री रहे हैं। ये किशनगंज लोकसभा सीट से एक बार तसलीमुद्दीन को हरा चुके हैं और एक बार हार भी चुके हैं। तसलीमुद्दीन के बेटे हैं शाहनवाज आलम शाहनवाज हुसैन को शाहनवाज आलम के पिता तसलीमुद्दीन किशनगंज लोकसभा क्षेत्र से हरा चुके हैं वहीं भाजपा के शाहनवाज ने भी तसलीमुद्दीन को एक बार हराया है। भाजपा से गठबंधन के दौरान नीतीश सरकार में शाहनवाज हुसैन मंत्री थे अब महागठबंधन की सरकार में RJD के शाहनवाज को जगह दी गयी है। शाहनवाज आलम के पिता भी राजनीति में सक्रिय रहे हैं। मीडिया के सामने छलका था शाहनवाज हुसैन का दर्द  भाजपा से नीतीश का गठबंधन टूटने के बाद शाहनवाज हुसैन ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि दिल्ली से जब उन्होंने पटना के लिए  उड़ान भरी तब वो बिहार सरकार में मंत्री थे जब पटना में उतरे तो पता चला कि सरकार ही चली गयी। मजबूत समीकरणों के आधार पर नीतीश कैबिनेट का गठन नीतीश कुमार ने हर तरीके के समीकरणों को साधते हुए नई कैबिनेट का गठन किया है। नितीश ने महागठबंधन की हर पार्टी और एक निर्दलीय विधायक को मंत्री पद सौंपा है। शाहनवाज हुसैन की जगह शाहनवाज आलम अब कैबिनेट में शामिल हैं। RJD से सबसे ज्यादा मंत्री बनाये गए हैं।

नीतीश – तेजस्वी की सरकार में मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, जाने किसकों मिला कौन विभाग

नीतीश कैबिनेट का विस्तार मंगलवार को हो गया है। राजभवन में कुल 31 मंत्रियों ने शपथ दिलाई गई। वहीं आज ही मंत्रियों के बीच विभागों का भी बंटवारा हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास सामान्य प्रशासन और गृह विभाग समेत कुल पांच मंत्रालय रहेंगे। वहीं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य और पथ निर्माण समेत 4 मंत्रालय दिए गए हैं। 1- नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री) – सामान्य प्रशासन – गृह – मंत्रिमंडल सचिवालय – निगरानी – निर्वाचन 2- तेजस्वी प्रसाद यादव उप मुख्यमंत्री: – स्वास्थ्य – पथ निर्माण – नगर विकास एवं आवास – ग्रामीण कार्य 3- विजय कुमार चौधरी: – वित्त – वाणिज्य कर – संसदीय कार्य 4- बिजेंद्र प्रसाद यादव: – ऊर्जा – योजना  एवं विकास 5- आलोक कुमार मेहता: – राजस्व एवं भूमि सुधार 6- तेज प्रताप यादव: – पर्यावरण,  जल एवं जलवायु परिवर्तन 7- आफाक आलम: – पशु एवं मत्स्य संसाधन 8- अशोक चौधरी:  – भवन निर्माण 9- श्रवण  कुमार: – ग्रामीण विकास 10- सुरेंद्र प्रसाद  यादव: – सहकारिता 11- रामानन्द  यादव: – खान एवं भूतत्व 12- लेशी सिंह : – खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण 13- मदन सहनी: समाज कल्याण 14- कुमार सर्वजीत: पर्यटन 15- ललित कुमार यादव: लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण 16- संतोष कुमार सुमन: अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण 17- संजय कुमार झा: जल संसाधन सूचना एवं जन संपर्क 18- शीला कुमारी: परिवहन 19- समीर कुमार महासेठ उद्योग 20- चन्द्र शेखर शिक्षा 21- सुमित कुमार सिंह विज्ञान एवं प्रावैधिकी 22- सुनील कुमार मद्य निषेध,  उत्पाद एवं निबंधन 23- अनिता देवी पिछड़ा वर्ण एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण 24- जितेंद्र कुमार राय:  कला, संस्कृति एवं युवा 25- जयन्त राज लघु जल संसाधन 26- सुधाकर  सिंह कृषि 27- मोहम्मद जमा खान अल्पसंख्यक कल्याण 28- मुरारी प्रसाद गौतम पंचायती राज 29- कार्तिक कुमार विधि 30-  शमीम अहमद गन्ना उद्योग 31- शाहनवाज आपदा प्रबंधन 32- सुरेंद्र राम श्रम संसाधन 33- मोहम्मद इसराईल मंसूरी  सूचना प्रौद्योगिकी

महागठबंधन की सरकार में राजद, जदयू और कांग्रेस से मंत्री बनने वालों की नाम का कभी भी हो सकता है खुलासा

बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की महागठबंधन सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार 16 अगस्त को हो सकता है। तेजस्वी यादव सरकार में हिस्सेदारी और संभावित मंत्रियों पर सोनिया गांधी और लालू यादव से दिल्ली में चर्चा करने के बाद पटना लौट आए हैं। सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार और लालू यादव के बीच ये तय हुआ है कि आरजेडी और जेडीयू के बीच 50-50 फॉर्मूले पर मंत्री बनाए जाएंगे। कांग्रेस और हम को जेडीयू अपने कोटे से मंत्री बनाएगी जबकि वामदल आरजेडी कोटे से मंत्री बनेंगे। सूत्र ने यह भी बताया है कि नीतीश और तेजस्वी समेत सरकार में कुल 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। तेजस्वी यादव की आरजेडी से कौन-कौन बन सकते हैं मंत्री सूत्रों का कहना है कि आरजेडी को बिहार विधानसभा में स्पीकर का पद समेत 12-15 मंत्री पद मिल सकता है। राजद को अपने कोटे से सीपीआई-एमएल, सीपीआई या सीपीएम जैसी लेफ्ट पार्टियों को मंत्री पद देना होगा जो भी सरकार में शामिल होना चाहें। वैसे सीपीआई-एमएल महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने पटना में साफ कहा है कि माले सरकार को बाहर से समर्थन देगी और सरकार में शामिल नहीं होगी। राजद से स्पीकर बनता है तो अवध बिहार चौधरी का नाम सबसे आगे है। राजद से मंत्री बनने वाले नेताओं की संभावित लिस्ट में तेज प्रताप यादव, आलोक कुमार मेहता, कुमार सर्वजीत, अख्तरुल इस्लाम शाहीन, ललित यादव, अनिता देवी, जितेंद्र राय, अनिल साहनी, चंद्रशेखर, भाई वीरेंद्र, भरत भूषण मंडल, वीणा सिंह, शाहनवाज, रणविजय साहू, सुरेंद्र राम, सुनील सिंह, केदार सिंह, बच्चा पांडे, राहुल तिवारी, कार्तिक कुमार और सौभर कुमार के नाम शामिल हैं। नीतीश कुमार की जेडीयू से कौन-कौन बन सकते हैं मंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू को अपने ही कोटे में कांग्रेस और जीतनराम मांझी की हम को भी मंत्री का पद देना है। जेडीयू के जिन नेताओं का नाम महागठबंधन सरकार में मंत्री बनने की संभावित लिस्ट में है उसमें बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, उपेंद्र कुशवाहा, संजय कुमार झा, लेसी सिंह, सुनील कुमार, जयंत राज, जमा खान और अशोक चौधरी शामिल हैं। कांग्रेस से कौन-कौन बनेगा नीतीश सरकार में मंत्री सूत्रों का कहना है कि संभव है कि विधानसभा स्पीकर का पद आरजेडी के बदले कांग्रेस को मिल जाए। उस स्थिति में कांग्रेस के तीन मंत्री बनेंगे। अगर स्पीकर आरजेडी के पास जाता है तो कांग्रेस से चार नेता मंत्री बन सकते हैं। उन चार नेताओं में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजित शर्मा, राजेश राम और शकील अहदम खां का नाम शामिल है।

16 अगस्त को होगा नीतीश-तेजस्वी की नयी सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार

बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन की नई सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार 16 अगस्त को हो सकता है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ राज्य सचिवालय में बैठक के बाद नीतीश ने मंगलवार को कैबिनेट विस्तार का मन बनाया है। कुछ लेफ्ट पार्टियों के बाहर से समर्थन के स्टैंड से अचानक सरकार में शामिल होने के रुख से अगर मामला लटका तो फिर तारीख बदल सकती है। महागठबंधन में जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई-एमएल, हम, सीपीआई और सीपीएम कुल सात पार्टियां हैं। मंत्री पद की संभावित सूची में शामिल एक नेता ने बताया कि मुख्यमंत्री मंगलवार को शपथ ग्रहण को लेकर राज्यपाल फागू चौहान से आग्रह करने वाले हैं। डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव दिल्ली से लौट आए हैं। आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, लेफ्ट के सीताराम येचुरी, डी राजा समेत कई नेताओं से तेजस्वी की दिल्ली में मुलाकात हुई है। तेजस्वी ने सभी नेताओं को भरोसा दिया है कि महागठबंधन सरकार में सबको सम्मानजनक प्रतिनिधित्व मिलेगा।

बिहार के 21 जिलों में बारिश और वज्रपात का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी किया पूर्वानुमान

बिहार में मॉनसून लगातार कमजोर होता जा रहा है। इस वजह से राज्य में मूसलाधार बारिश पिछले 15 दिनों में नहीं हुई है। कुछ जिलों में बारिश हुई है लेकिन अधिकांश जिलों में सूखे की स्थिति बन रही है। इस बीच मौसम विभाग द्वारा दिए गए रिपोर्ट से कुछ उम्मीद जगी है। ताजा रिपोर्ट में राज्य के 21 जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि कहीं भी तेज या मूसलाधार वर्षा का पूर्वानुमान नहीं किया गया है। उत्तर पूर्व बिहार से कई जिलों में आज वज्रपात हो सकती है। नागरिकों से सचेत रहने की अपील की गई है। राज्य के जिन जिलों में मौसम विभाग पटना ने  वर्षा होने के अनुमान लगाया है उनमें किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, बेगूसराय, रोहतास, कैमूर लखीसराय, बक्सर, भोजपुर, नवादा, गया जहानाबाद, अरवल और औरंगाबाद शामिल हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में इन जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश का अनुमान लगाया गया है। मौसम विभाग द्वारा उत्तर पूर्व बिहार में वज्रपात की संभावना जताई गई है। इसमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा और पूर्णिया शामिल हैं। इन जिलों में नागरिकों को वज्रपात से सचेत रहने की सलाह दी गई है। बताया गया है कि यहां 30 से 40 किमी प्रतिघंटा के दर से हवा चलेगी और मेघगर्जन भी होगा। मौसम विभाग के पूर्वानूमान में राज्य का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और  न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आस पास रहने का पूर्वानुमान है। शनिवार को सीतामढ़ी सबसे गर्म जिला रहा। वहां का तापमान 41 डिग्री सेल्सियद दर्ज किया गया। आज राज्य के अन्य जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।  

8 वीं बार नीतीश कुमार बने बिहार के मुख्यमंत्री, तेजस्वी ने चाचा “नीतीश” का पैर छूकर लिया आशिर्वाद

नीतीश कुमार ने 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। पटना स्थित राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान ने बुधवार दोपहर में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की है। वे दूसरी बार राज्य के डिप्टी सीएम बने हैं। महागठबंधन की नई सरकार में मंत्रिपरिषद का गठन बाद में किया जाएगा। शपथ लेने के बाद तेजस्वी यादव ने ‘चाचा’ नीतीश का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार के कई सदस्य मौजूद रहे। पूर्व सीएम राबड़ी देवी, उनके बेटे तेज प्रताप यादव, तेजस्वी यादव की पत्नी समेत आरजेडी के कई बड़े नेता शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे। नीतीश कुमार बोले- विपक्ष मजबूत होगा शपथ ग्रहण के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की जनता नई सरकार से बहुत खुश हैं। 2020 का जो चुनाव हुआ जेडीयू के साथ गलत व्यवहार हुआ। हमारी पार्टी के विधायक बोलते रहे लेकिन कि बीजेपी का साथ छोड़ दिया जाए। आखिरकार हमने बीजेपी का साथ छोड़ दिया। नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि विपक्ष खत्म हो जाएगा, लेकिन अब हम भी विपक्ष में आ गए हैं। विपक्ष और मजबूत होगा। #NITISH#KUMAR