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बलिया : आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 53 समूह की महिलाएं बनाएंगी 3.80 लाख तिरंगा

हर घर तिरंगा अभियान की तैयारी तेज खादी ग्रामोद्योग व दो एनजीओ को भी जिम्मेदारी बीडीओ व एडीओ को निगरानी का दिया निर्देश बलिया। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 11 से 17 अगस्त तक ‘हर घर झंडा’ कार्यक्रम के तहत शासन की ओर से जिले को चार लाख 40 हजार झंडा निर्माण कराने का लक्ष्य मिला है। इनमें से तीन लाख 80 हजार तिरंगा के निर्माण की जिम्मेदारी जिले की 53 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को दिया गया है। इसके अलावा खादी ग्रामोद्योग व दो एनजीओ को भी निर्माण की जिम्मेदारी दी गयी है। ब्लॉक के बीडीओ व एडीओ पंचायत झंडा निर्माण की स्थिति का नियमित निरीक्षण कर रहे हैं। जिला मिशन प्रबंधक (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) राजीव रंजन सिंह की मानें तो 53 समूहों से तीन लाख 80 हजार तिरंगा झंडा का निर्माण कराया जायेगा। समूहों को इसके लिए आर्डर दिया जा चुका है। बताया कि झंडा का आकार 20 इंच गुणे 20 इंच का होगा। इसके लिए 25 से 30 रुपये प्रति तिरंगा के हिसाब से स्वयं सहायता समूह की सदस्यों को भुगतान किया जाएगा। इनके अलावा खादी ग्रोमोद्योग विभाग व एनजीओ भी तेजी से तिरंगा बनाने का कार्य कर रही है। तिरंगा झंडा सूती व पॉलीस्टर के कपड़े का बनाया जाना है। निर्माण गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखना है। समूहों को मिलेंगे 1.14 करोड़, होगी अच्छी कमाई आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सरकार के हर घर झंडा कार्यक्रम से जिले के 53 समूहों को लगभग एक करोड़ 14 लाख की कमाई होगी। इस कार्य में लगे समूहों को बैंकों से ऋण लेकर अन्य कारोबार करने का रास्ता साफ होने के साथ ही प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से किये जा रहे नित्य नए-नए प्रयोग को बल मिलेगा। सरकार के हर घर झंडा कार्यक्रम से जिले के 53 समूहों से जुड़ी लगभग 530 महिलाओं को रोजगार मिला है। तिरंगा निर्माण की कमाई से महिलाओं की आर्थिक स्थिति समृद्ध होगी। तिरंगा निर्माण के लिए जिन समूहों, एनजीओ व विभागों को जिम्मेदारी दी गयी है। वहां कार्य की गुणवत्ता के लिए सभी ब्लॉक के बीडीओ को निर्देश दिया गया है। जुलाई के अंत तक तिरंगा बनाकर जिम्मेदारों को सौंपने का निर्देश दिया गया है।- प्रवीण वर्मा, सीडीओ  

अवधेश राय हत्याकांड : मूल केस डायरी गायब कराने के मामले में मुख्तार अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज

गाजीपुर। 31 साल पुराने चर्चित अवधेश राय हत्याकांड की मूल केस डायरी गायब कराने मामले में माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। कैंट इंस्पेक्टर प्रभु कांत के अनुसार कचहरी के कर्मचारियों से मिलीभगत कर साजिशन मूल केस डायरी गायब कराने के आरोप में मुख्तार अंसारी सहित अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अवधेश राय हत्याकांड की सुनवाई वाराणसी के विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए सियाराम चौरसिया की अदालत में हो रही है। मामले में मूल केस डायरी की जगह छाया प्रति पर ही केस की सुनवाई हो रही है। दो दिन पहले इस केस में नया मोड़ आया और हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुख्तार अंसारी ने साक्ष्यों के मूलपत्रों की बजाय छायाप्रति के आधार पर ट्रायल चलाने पर आपत्ति उठाई है। वाराणसी सत्र न्यायालय के आदेश को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती देकर ट्रायल पर रोक लगाने की मांग की है। अवधेश राय हत्याकांड के मुकदमे में सुनवाई के लिए बीते सोमवार को चश्मदीद साक्षी विजय कुमार पांडेय को बिना जिरह वापस लौटना पड़ा। बचाव पक्ष के अधिवक्ता श्रीनाथ त्रिपाठी ने अदालत में जिरह से पहले प्रयागराज की अदालत में विचाराधीन मुकदमे की मूल पत्रावली के मुआयने और एसएसपीजी अस्पताल से अवधेश राय के मेडिकल लीगो से जुड़े कागजात मंगवाने की मांग की थी। मामले में 22 जुलाई को सुनवाई होनी है। विशेष न्यायाधीश (एमपी/एमएलए) सियाराम चौरसिया की अदालत में विचाराधीन मुकदमे में गवाह विजय कुमार पांडेय से बचाव पक्ष की ओर से जिरह की जानी थी। इसके पूर्व ही बचाव पक्ष के अधिवक्ता श्रीनाथ त्रिपाठी ने अदालत में प्रार्थना पत्र देकर चश्मदीद साक्षी से शेष जिरह करने से पूर्व प्रयागराज की अदालत में विचाराधीन सरकार बनाम राकेश न्यायिक व अन्य के मुकदमे में मूल पत्रावली के मुआयने व एसएसपीजी अस्पताल से अवधेश राय के मेडिकल लीगो संबंधित प्रपत्र मंगवाने के बाबत समय देने की मांग की। इस पर वादी के अधिवक्ता अनुज यादव व विकास सिंह के साथ अभियोजन की ओर से एडीजीसी ज्योति शंकर उपाध्याय ने आपत्ति की। अदालत ने इस मामले में सुनवाई के लिए अगली तिथि 22 जुलाई नियत कर दी। बता दें कि तीन अगस्त 1991 को लहुराबीर स्थित आवास के गेट पर ही अवधेश राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अवधेश राय के भाई अजय राय ने मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह व राकेश न्यायिक समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

वैशाली में भगवान बुद्ध के आकृति का 100 वर्ष पुराना पीपल का पेड़ जलकर राख

भगवान बुद्ध के आकृति जैसा पीपल का पेड़ में आग लग गई। ऐसा पेड़ बिहार के वैशाली जिले में स्थित है। ग्रामीणों ने पराम्परिक तरीके से आग बुझाने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं होने पर पूरी तरह राख हो गया। इस वृक्ष पर भगवान बुद्ध जैसी आकृति बनी हुई थी। माना जाता है कि बुद्ध का अंतिम वर्षावास स्थल यही पेड़ था। जानकारी के मुताबिक वैशाली जिले के पटेढ़ी बेलसर प्रखंड की सोरहत्था पंचायत के बेलवर (वेलुवग्राम) में इस ऐतिहासिक पीपल के पेड़ में आग लगी। गांव के लोग मौके पर जुटे और पानी डालकर आग पर काबू पाने की कोशिश की। बड़ी मशक्कत के बाद भी आग नहीं बुझ पाई। भगवान बुद्ध से जुड़ा ऐतिहासिक वृक्ष पूरी तरह जल कर खाक हो गया। यह वृक्ष सैकड़ों साल पुराना था। यहां पर सती स्थान भी है। 11 साल पहले पेड़ पर अपने आप उभर आई थी मानव आकृति  2011 में इस वृक्ष का बड़ा हिस्सा टूट गया था, जिससे पेड़ पर मानव आकृति उभर आई थी। लोगों का मानना है कि यह आकृति भगवान बुद्ध के आयु संस्कार जैसी थी। इसके बाद बुद्ध से संबंधित कई इतिहासकार और शोधार्थी भी यहां आए। कई रिसर्चर दावा कर चुके हैं कि बुद्ध का आयु संस्कार स्थल बेलवर गांव ही है, जिसे प्राचीनकाल में वेलुवग्राम के नाम से जाना जाता था।ग्रामीणों के मुताबिक ऐतिहासिक पीपल के पेड़ के पास लोग पूजा अर्चना करते हैं। आग लगने से कुछ घंटे पहले भी लोग पूजा करके गए थे। फिर रात में अचानक आग लग गई। इस हादसे के बाद से स्थानीय लोग मायूस हैं। वहीं, आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। वृक्ष की सटीक आयु की जानकारी नहीं माना जाता है कि आग में जलकर राख हुआ यह वृक्ष सैकड़ों साल पुराना है। हालांकि इसकी सही आयु के बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है। मुजफ्फरपुर क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक  कार्यालय के पदाधिकारी आरके राम ने 2011 में तिरहुत के आयुक्त को यहां का दौरा करने के बाद पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने पीपल के पेड़ में अपने आप बनी मानव आकृति बनने की जांच करने की मांग की थी। साथ ही बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के विशेषज्ञों से इसकी सटीक आयु की जांच करने की भी मांग की थी। हालांकि, अब तक इस ओर कोई कदम नहीं उठाए गए।

खराब रास्ता के चलते यात्रियों को भोजपुर जिले के पीरो रेलवे स्टेशन तक पहुंचना मुश्किल

खराब रास्ता के चलते भोजपुर जिला मुख्यालय से लगभग 42 की दुरी पर अवस्थित आरा – सासाराम रेलखंड के पीरो स्टेशन पर यात्रियों का पहुंचना मुश्किल हो गया है। मुख्य बाजार से कटेयां नहर पुल तक पीसीसी करा दी गयी है और नहर पुल से स्टेशन तक आने जाने का रास्ता बिल्कुल ही खराब है। अक्सर ही यात्रियों से भरी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है। पैदल चलने वाले राहगीर भी खराब रास्ता के चलते जख्मी होने से नहीं बच पाते है। बिजली विभाग का ट्रांसफार्मर स्टेशन परिसर में लगा हुआ है। बिजली कटने के बाद स्टेशन परिसर में अंधेरा पसर जाता है और रास्ता में प्रकाश की व्यवस्था तक नहीं की जा सकी है। स्टेशन परिसर और यात्री शेड में शौचालय की व्यवस्था है लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं होने से शौचालय पुरी तरह गंदा हो गया है। पानी के लिये लगाये गये चापाकल में से दो बिल्कुल ही खराब है। वैसे पूर्व मध्य रेलवे की ओर प्लेटफार्म पर पानी की व्यवस्था के लिये पाईप लाईन बिछा कर नल लगाया गया है लेकिन पानी जमा करने के लियेलगाये गये टंकी में पानी भरने की व्यवस्था नहीं है। पूर्व मध्य रेलवे अधिकारियों की मनमानी या उदासीनता से स्टेशन परिसर में दिखावे के लिये पानी, शौचालय और प्रकाश की व्यवस्था है लेकिन धरातल पर यात्रियों को लाभ नहीं मिल पाता है। रास्ता निर्माण को लेकर यात्रियों की ओर से बार – बार पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों अथवा जिला प्रशासन से गुहार लगायी गयी लेकिन लाभ नहीं मिल पाया। प्लेटफार्म पर यात्रियों को बैठने के लिये पर्याप्त संसाधनों का घोर आभाव है। स्टेशन परिसर में रेलवे के अफसरों और कर्मियों के लिये क्वार्टर बनाये गये है लेकिन प्रकाश , पेयजल और शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से अफसर और कर्मी रह नहीं पाते है। आरा – सासाराम रेलखंड के पीरो रेलवे स्टेशन पर आंतरिक विद्युतीकरण का काम चल रहा है। प्रकाश, पेयजल और शौचालय को यात्रियों के सुविधा के लायक बनाने की दिशा में पहल हो रहा है। – स्टेशन प्रबंधक, पीरो रेलवे स्टेशन ।  

बलिया में किसानों के हितो के लिए भाकपा माले का प्रदर्शन, एसडीएम को सौपा ज्ञापन

बलिया, संवाददाता। बारिश नहीं होने के कारण पिछड़ती खेती के सवालों के साथ ही किसानों को 25 रुपये प्रति लीटर डीजल देने, नहरों में तत्काल पानी छोड़ने, सरकारी नलकूपों को सुचारू रूप से चलाने, निजी ट्यूबवेलों को नि:शुल्क बिजली तथा कृषि कार्य को भी मनरेगा मजदूरों से कराने की मांग को लेकर भाकपा माले और अखिल भारतीय किसान महासभा ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन डीएम के प्रतिनिधि एसडीएम को दिया। भाकपा माले नेता लक्ष्मण यादव ने कहा कि बारिश नहीं होने से प्रदेश भीषण सूखे की चपेट में है। नहरों में पानी नहीं है, पम्प कैनाल बन्द पड़े हैं, सरकारी नलकूप सरकार की उदासीनता के कारण खराब पड़े हैं और जहां नलकूप हैं वहां आपरेटर नहीं है। प्रधानमंत्री फसल बीमा भी किसानों को मुंह चिढ़ा रहा है। ज्ञापन देने वालो में बसन्त सिंह उर्फ मुन्नी सिंह, रामानन्द गोंड, रामकृष्ण यादव, शिवविलास शाह, नियाज अहमद, जितेन्द्र पासवान, नागेन्द्र कुमार, जैनुद्दीन अंसारी, मो. युसुफ खां, उमाशंकर पटेल, रामप्रवेश शर्मा, प्रदीप सिंह, डीपी सोनी, रमेश बिन्द, अनुरूद्ध प्रसाद, संतोषी तुरैहा, बृजलाल प्रमुख है।

रेप केस में फरार चल रहे संदेश के पूर्व विधायक अरुण कुमार यादव ने कोर्ट में किया सरेंडर

राजद के पूर्व विधायक अरुण यादव ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। मामला नाबालिग से रेप का है। पीड़िता पटना के सेक्स रैकेट संचालकों के पास से 18 जुलाई, 2019 को भाग कर आरा पहुंची थी। पीड़िता के भाई ने नगर थाने में आवेदन दिया था, जिसमें अनीता देवी और संजीत कुमार उर्फ छोटू के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में नगर थाना में कांड संख्या 340/19, तथा पॉक्सो में कांड संख्या 47/19 दर्ज हुआ था। पीड़िता के 164 के पहले बयान में मनरेगा के इंजीनियर अमरेश कुमार और संजय कुमार उर्फ जीजा को आरोपित किया गया था, जबकि 164 के दूसरे बयान में आरजेडी के पूर्व विधायक अरुण यादव को आरोपित बताया गया था। आपको बता दें, इस मामले के चार आरोपितों को साक्ष्य न होने के कारण कोर्ट ने बरी कर दिया था। इस कांड में पीड़िता के भाई, बहन और परिजन सहित सभी गवाह अपने बयान से पीछे हट गए थे, जिसके बाद अवर जिला और सत्र न्यायाधीश VI और पॉक्सो के विशेष न्यायालय ने गिरफ्तार मनरेगा इंजिनियर अमरेश कुमार, किशोरी को धंधे में धकेलने वाली अनीता देवी, उसके सहयोगी संजीत कुमार और संजय कुमार को बरी कर दिया था।  

बारिश नहीं होने के चलते नर्सरी में सुख रहे धान के पौधे

पटना जिला सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में कम वर्षा का असर दिखने लगा है। कम वर्षा से प्रभावित खेतों में दरारें पड़ने लगी है। पानी के अभाव में रोपनी का काम रुक गया है। खेतों में घटते जल स्तर से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है। धान की सुरक्षा के लिए किसान अब बोरवेल पंप से खेतों में पानी सप्लाई कर रहे हैं। किसानों में अब भी वर्षा की आस बनी है। कम बारिश से पटना जिला सहित आसपास इलाके के खेतों में दरार पड़ने लगी है। मिट्टी में नमी अब भी बरकरार है, लेकिन सप्ताह भर से बारिश नहीं होने के कारण किसानों को एक-एक दिन भारी पड़ रहा है। घटते नमी से एक दो दिन के भीतर पौधों के मुरझाने की संभावना बनी है। समय सीमा के भीतर मानसून आगमन से किसान काफी खुश थे। निकटवर्ती जलाशयों से सिंचाई की सुविधा नहीं होने से किसान ट्यूबवेल से सिंचाई पर आश्रित हैं। कई स्थानों में भूजल स्त्रोत कम होने से ट्यूबवेल से पर्याप्त पानी की अब भी कमी है। सिंचाई सुविधा को मूर्तरूप नहीं दिए जाने के कारण मौसम आश्रित खेती करने वाले किसानों को कम वर्षा की मार झेलनी पड़ती है। सिंचाई की सुविधा नहीं होने से किसानों के खेतों के लिए पानी मिलने की कोई संभावना नहीं है।

हवा में ‘उड़ने’ लगी कार और सीधे पेड़ पर कर गई लैंड! रोंगटे खड़े कर देगा सड़क हादसे का ये वीडियो

अक्सर आपने लोगों को कहते सुना होगा कि सड़क हादसे हमेशा सामने वाले की गलती की वजह से होते हैं. यानी कोई अपनी गलती नहीं मानना चाहता और दूसरों पर इल्जाम थोप देता है. सड़क पर अगर ध्यान से ना चला जाए तो दूसरों की क्या, अपनी ही गलती के चलते इतने भयानक हादसे हो जाते हैं कि उनके बारे में सुनकर ही रूह कांप जाती है. इसी तरह की एक दुर्घटना (Road accident viral video) का वीडियो इन दिनों चर्चा में है जिसमें एक कार हवा में ‘उड़ने’ लगी. ट्विटर अकाउंट @clownabsolute1 अजब-गजब वीडियोज के लिए फेमस है. इसमें ऐसे वीडियोज पोस्ट किए जाते हैं जो लोगों को हैरान कर देते हैं. इन दिनों एक वीडियो इस अकाउंट पर शेयर किया गया है जिसमें एक सड़क हादसे (Car crash into tree video) का नजारा दिखाई दे रहा है. ये एक सीसीटीवी कैमरे (Road accident CCTV video) से रिकॉर्ड किया वीडियो है इस वजह से कैमरे के रेंज से बाहर का दृश्य दिखाई नहीं दे रहा है. ऐसे में ये बता पाना मुश्किल है कि हादसा हुआ कैसे, सिर्फ उसका अंजाम देखने को मिल रहा है. *5 mins earlier* ‘Phwoar! Dave, I tell you what, this car is a flying machine!’ No, no it is not. pic.twitter.com/d9PBjxCPnT — You Absolute Clown (@clownabsolute1) June 25, 2022 कार ने मारी छलांग!वीडियो में एक सड़क नजर आ रही है और उसके दोनों तरफ घर और पेड़ दिख रहे हैं. कैमरे के ठीक सामने भी एक सूखा सा पेड़ लगा है जिसमें पत्तियां नहीं दिख रही हैं. अचानक एक कार तेज रफ्तार से हवा में उड़ते हुए आती है और सीधे पेड़ पर जा गिरती है. इस दुर्घटना में पेड़ भी टूट कर रोड पर आ गिरता है. कार को देखने से ऐसा लग रहा है जैसे वो हवा में उड़ रही है मगर असल में वो किसी फुटपाथ जैसी उभरी हुई चीज के चलते हवा में उछलती लग रही है. ड्राइवर का पूरी तरह से नियंत्रण खो जाने के बाद कार सीधे पेड़ से टकरा गई. हादसे में कार को तो ज्यादा नुकसान होते नहीं दिख रहा है मगर ड्राइवर की क्या हालत हुई होगी, इसका सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है. वीडियो पर लोगों ने दी प्रतिक्रियाइस वीडियो को 33 हजार से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं जबकि कई लोगों ने कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक ने कहा कि ये तो एवेंजर्स का सीन लग रहा है तो दूसरे ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे शख्स टाइम ट्रैवेल से पास्ट में आ गया था और दोबारा फ्यूचर में जाने की उसकी कोशिश नाकाम हो गई है. एक शख्स ने मजाक में लिखा कि जरूर ड्राइवर किसी को ये साबित करने की कोशिश में लगा होगा कि ये कार उड़ सकती है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी | Tags: Ajab Gajab news, Weird news FIRST PUBLISHED : June 26, 2022, 17:00 IST Source link

‘मुझे आंटी मत बुलाना’ कॉफी शॉप की मालकिन ने ग्राहकों के लिए दुकान पर लगाया बैनर

वैसे ये बात तो ज्यादातर महिलाओं को बुरी लगती है कि उन्हें किसी भी उम्र के लोग आंटी बुलाकर चले जाते हैं. आमतौर पर समाज में ज्यादातर उम्रदराज़ अजनबियों को अंकल या आंटी कहकर बुलाने का ही चलन है. ताइवान में एक कैफे की मालकिन को ये बिल्कुल पसंद नहीं है और उसने इससे बचने के लिए जो तरीका अपनाया है वो काफी मज़ेदार और अलग है. ताइवान में कॉफी शॉप की मालकिन ने बाकायदा बैनर लगाकर आने वाले ग्राहकों को इस बात के लिए आगाह किया है कि वे उन्हें आंटी कहकर नहीं बुलाएं. वैसे ये बैनर खासी सुर्खियां बटोर रहा है. उन्होंने अपने बैनर में साफ-साफ लिख दिया है कि 18 साल से ज्यादा उम्र वाले ग्राहक उन्हें आंटी कहकर बिल्कुल भी संबोधित नहीं करेंगे. उनका ये बैनर सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है. ‘मुझे आंटी मत बुलाना’सोशल मीडिया पर खासी सुर्खियां बटोर रहे इस बैनर को Facebook ग्रुप Baofei Commune ने सबसे पहले इंटरनेट पर डाला था. पोस्ट करने वाले शख्स ने बताया था कि ताइवान की ज़ोंग्ली डिस्ट्रिक्ट में ताओयुवान शहर के अंदर एक कैफे है. यहां के खाने के अलावा ये पोस्टर भी खास है. उसने कैफे की मालकिन से कहा – आंटी मैं स्मोक्ड चिकन, प्याज़ और ठंडा दूध चाहता हूं. जब कैफे की मालकिन ने उसके ऑर्डर पर ध्यान नहीं दिया तो वहां मौजूद एक ग्राहक ने ये पोस्टर उस शख्स को दिखाया. पोस्टर पर लिखा था – खाने के ऑर्डर की क्वालिटी मेनटेन रखने के लिए, यहां आने वाले 18 साल से ऊपर के लोग कैफे की मालकिन को आंटी नहीं बुलाएं. आंटी कहा, तो नहीं मिलता खानाबैनर को ध्यान से पढ़ने के बाद जब शख्स ने दोबारा अपना ऑर्डर प्लेस करते हुए कैफे की मालकिन को खूबसूरत लेडी बॉस कहा, तो उनकी बात सुन ली गई. हालांकि महिला ने उससे ये ज़रूर कहा कि उसके जैसों के लिए ही ये बैनर लगाया गया है. शख्स का कहना था कि इस बार उसे नाश्ते में कोई गड़बड़ नहीं मिली. लोगों ने इस पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा – महिला को बड़ी बहन और पुरुष को बड़े भाई कहकर संबोधित करना चाहिए. वहीं एक अन्य यूज़र ने कहा अगर उन्हें सुंदर महिला कहा जाए, तो वे अच्छा खाना परोसेंगी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी | Tags: Ajab Gajab, Viral news, Weird news FIRST PUBLISHED : June 26, 2022, 17:03 IST Source link

सालों तक लोगों से छुपाई दाढ़ी, अपमान सहने के बाद महिला ने खुद को अपनाया! अब फ्लॉन्ट करती है चेहरे के बाल

इंसान दुनिया की किसी भी चीज को अपना सकता है मगर खुद को अपनाना सबसे ज्यादा मुश्किल होता है. कई बार लोग अपने व्यक्तित्व, रूप-रंग, शारीरिक बनावट को अपना नहीं पाते जिसके बाद उन्हें सारी जिंदगी घुट-घुटकर जीना पड़ता है. कई बार तो दूसरे उनका अपमान भी करने लगते हैं. इस वजह से उनके अंदर कॉन्फिडेंस की कमी हो जाती है. ऐसा ही कुछ ऑस्ट्रेलिया की एक महिला (Australian woman grow beard) के साथ भी हुआ जिसके चेहरे पर दाढ़ी आती है. डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार 26 साल की मॉर्गन कोलमन (Morgan Coleman) जब 11 साल की थीं तब उन्होंने पहली बार गौर किया कि उनके गाल, ठुड्डी, और गर्दन पर बाल उग रहे हैं. उन्होंने अपना बचपन और टीनएज अपने बालों को छुपाने में बिता दिया. स्कूल में बच्चे उनका मजाक बनाते थे. बड़े होते-होते लोग उन्हें घिनौनी, गंदी, अजीबोगरीब, मर्द यहां तक कि ट्रांसजेंडर (Woman trolled for beard) तक कहने लगे. लोगों ने उन्हें इतना बुली किया कि उनके सेल्फ-कॉन्फिडेंस की धज्जियां उड़ गईं. वो लोगों से मिलने में डरती थीं. इस कारण उन्होंने बालों को साफ करने के हर विकल्प को अपनाया. बाल उगने के सिंड्रोम से जूझ रही थी महिलामॉर्गन ने एलेक्ट्रोलिसिस तक को अपना लिया जिससे उनके बाल पर्मानेंट तौर पर चले जाएं मगर वो भी कामयाब नहीं हो सका. साल 2019 में जब उन्हें स्त्री रोग से जुड़ी समस्याएं शुरू हो गईं तब उन्होंने अल्ट्रासाउंड करवाया जिससे उनको पता चला कि उनके अंडाशय में सिस्ट है. साल 2021 में जांच से पता चला कि उन्हें हिरसूटिज्म (hirsutism) यानी ज्यादा बाल उगने की समस्या और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic Ovary Syndrome) है. वो अपना इलाज करवा ही रही थीं कि अप्रैल 2022 में उन्हें कोविड हो गया और उन्हें अस्पताल में 6 दिनों के लिए भर्ती होना पड़ा. अस्पताल में रहते हुए उन्होंने अपने बालों के बारे में सोचा और फैसला किया कि वो अब कभी अपने बाल नहीं काटेंगी और खुद को वैसे ही अपनाएंगी जैसी वो हैं. मॉर्गन ने शेविंग करना कर दिया बंदअब तक मॉर्गन को रेजर छोड़े 2 महीने बीत चुके हैं और वो अपनी जिंदगी से बहुत खुश हैं. मॉर्गन ने मेहसूस किया कि जब से उन्होंने खुद को अपना लिया है, तब से लोग भी उन्हें अपनाने लगे हैं और कोई उनके प्रति जजमेंटल नहीं होता. उन्होंने तय कर लिया है कि अपने दिखावे से ज्यादा वो अपनी सेहत और मेंटल हेल्थ का बहुत ध्यान रखेंगी. वो दूसरों को भी अपने आप को अपनाने की सलाह देती हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी | Tags: Ajab Gajab news, Weird news FIRST PUBLISHED : June 27, 2022, 11:43 IST Source link