Bakwas News

पितृपक्ष मेला शुरू होने में सिर्फ चार दिन, गंदगी से बजबजा रही गया की गलियां

पितृपक्ष मेला-2022 का उद्घाटन 9 सितंबर को होगा। मेला शुरू होने में महज चार दिन शेष है, लेकिन गयाधाम की गलियां गंदगी से बजबजा रही है। नगर निगम कर्मियों की हड़ताल के कारण शहर गंदगी के ढेर पर है। खासकर पितृपक्ष मेला क्षेत्र का इलाका। विष्णुपद इलाके में भी गंदगी का अंबार लगा है। पिछले कई दिनों से उठाव नहीं होने से कूड़े-कचरे सड़क पर पसरे हैं। शहरवासियों को गंदगी के बीच आवाजाही करनी पड़ रही है। पितृपक्ष मेला शुरू होने से पहले निगम कर्मियों की हड़ताल नहीं टूटी या सफाई के लिए कोई वैकिल्पक व्यवस्था नहीं की गई गयाधाम की छवि देश-विदेश में खराब हो जाएगी। मेला क्षेत्र में लगा है गंदगी का अंबार, आस्था को पहुंच रही ठेस इस वक्त पितृपक्ष मेला क्षेत्र के विष्णुपद मार्ग, दक्षिण दरवाजा, अंदर गया, पंचमहल्ला, काठगच्छी, नई सड़क, चांदचौरा, मछली फाटक, ऊपरडीह, नवागढ़ी, ब्राह्मणी घाट में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा है। विष्णुपद रोड में अशोक अतिथि निवास के पास रोड पर कूड़े-कचरे का ढेर लगा है। सड़क पर पसर गया है। इस कारण विष्णुपद मंदिर जाने वाले श्रद्धालु और पिंडदानियों की आस्था को ठेस पहुंच रही है। इसी तरह गया स्टेशन बाहर निकलने पर गुरुद्वारा मोड़ के पास कूड़े से सड़क ढंक गयी है। कचरे से होकर आवाजाही करनी पड़ रही है। सफाई नहीं होने के कारण स्टेशन से पितृपक्ष मेला या विष्णुपद जाने वाले लोगों को इसी गंदगी के बीच से होकर गुजरनी पड़ेगी। गया स्टेशन से लेकर विष्णुपद मंदिर तक पहुंचने में कई जगह गंदगी के ढेर से होकर गुजरना होगा। गंदगी के ढेर पर अंदर गया, बाहर निकलना मुश्किल गयापाल छोटू बारिक व महेश बारिक ने बताया कि हड़ताल के कारण शहर के साथ पितृपक्ष मेले का इलाका अंदर गया भी गंदगी के ढेर है। अब तो गंदगी बजबजा रही है। सड़ांध के कारण आम लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। इस वक्त पिंडदान के लिए आने वाले हजारों पिंडदिानयों को परेशानी हो रही है। गयापाल चंदन गुर्दा ने बताया कि पितृपक्ष नजदीक है और शहरी गंदगी पसरी है। ऐसी स्थिति में तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कत होगी। मुख्यमंत्री का आना है तो कुछ मेन सड़क की सफाई हो रही है लेकिन गलियों में कचरे का अंबार लगा है। अगर हड़ताल नहीं टूटी तो पितृपक्ष भी गंदगी व सड़ांध के बीच गुजरेगा।    

मानिकपुर के प्रभात के रूप में हुई शव की पहचान

मऊ ओपी क्षेत्र के महुअरी आहर से मिले अज्ञात शव की पहचान हो गई। मृतक अरवल जिले की कुर्था थाना क्षेत्र के मानिकपुर ओपी के छतोई गांव के रामईश्वर सिंह के 23 वर्षीय बेटे प्रभात कुमार उर्फ सवेरा के रूप में की गई है। प्रभात एक सितंबर से घर से लापता था। शव की बरामदगी के बाद विभिन्न माध्यमों से पहचान में जुटी मऊ ओपी की पुलिस को छतोई गांव से इसी हुलिया और उम्र के एक युवक के लापता होने की रिपोर्ट मानिकपुर ओपी में दर्ज कराये जाने की जानकारी मिली। मानिकपुर ओपी की पुलिस ने समन्वय बनाकर मऊ पुलिस ने बेटे की लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराने वालों से सम्पर्क किय गया। पुलिस की सूचना पर पहुंचे लापता युवक के माता पिता ने मृतक को देखा। अपने बेटे की पहचान कपड़े व हाथ में बंधे राखी से करते हुए मृतक को अपना बेटा बताया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने कागजी कार्रवाई पूरा करते हुए शव को परिजनों को सौंप दिया। पुलिस को परिजनों ने बताया कि प्रभात मानसिक रूप से विक्षिप्त था। प्रभात बीते एक सितंबर से घर से लापता था। लापता बेटे की खोजबीन के बाद भी कोई पता नहीं चलने पर परिजनों ने तीन सितम्बर को मानिकपुर ओपी में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करायी थी। ओपी अध्यक्ष रंजन चौधरी ने बताया कि मामले में परिजन के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी।

पितृपक्ष मेला की तैयारी पूरी, 43 जोन गया को बांटा गया, पिंडदानियों के लिए पुख्ता इंतजाम

कोरोना काल के दो साल बाद विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला को लेकर गयाधाम तैयार है। यहां आने वाले पिंडदानियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किया है। नौ सितंबर से पितृपक्ष मेला शुरू हो रही है। इसके पहले शहर की साफ-सफाई, बिजली, लाइटिंग, स्वास्थ्य सुविधा, परिवहन व सुरक्षा आदि की पुख्ता इंतजाम किया गया है। देश-विदेश से पहुंचे पिंडदानियों के स्वागत में किसी तरह की कमी नहीं रहे, इसको लेकर डीएम डॉ त्यागराजन एसएम खुद तैयारियों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। रविवार को डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम और एसएसपी हरप्रीत कौर ने तैयारियों को फाइनल टच दिया और पदाधिकारियों को ब्रीफिंग किया। इस क्रम में दोनों सीनियर अधिकारियों ने पदाधिकारियों और दण्डाधिकारियों को पर्यटकों से अच्छे व्यवहार से पेश आने का सलीखा बताया। प्रशासनिक स्तर पर आवासन, चिकित्सा सुविधा, यातायात प्लान, सहित की गई अन्य व्यवस्थाओं को बेहतर ढ़ग से लागू करने की जिम्मेवारी दी गई। वहीं ड्यूटी में विलंब या कोताही नहीं बरतने को लेकर हिदायत की गई। पूरे मेला क्षेत्र को 43 जोन में बांटा गया है। बोधगया महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र के सभागार में डीएम व एसएसपी ने सभी जोन के वरीय पदाधिकारियों, प्रभारी पदाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को ब्रीफिंग के माध्यम से संबंधित निर्देश दिया। लगन से काम करें अधिकारी ताकि तीर्थयात्री अच्छी छवि लेकर घर जाएं सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला 2 वर्षों के बाद मनाया जा रहा है। इस वर्ष अधिक संख्या में तीर्थयात्री आएंगे, इसलिए सभी पदाधिकारी अपने अपने दिए गए दायित्वों का पूरी मेहनत, लगन से अनुपालन कराएं, ताकि तीर्थयात्री यहां से अच्छी छवि लेकर घर वापस लौटे। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। परंतु सभी का दायित्व है कि पितृपक्ष मेला अवधि के दौरान प्रत्येक दिन अपने अपने निर्धारित क्षेत्र का भ्रमण कर बिजली आपूर्ति, पेयजल एवं जलापूर्ति तथा साफ-सफाई सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण करते रहेंगे। यदि कहीं किसी क्षेत्र में कमियां पाई जाती है, तो उसे तुरंत संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए कमियां को दूर कराएंगे। उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया है कि विभिन्न पिंड वेदियां तथा घाटों के समीप पर्याप्त संख्या में डस्टबिन उपलब्ध कराएं।  

बालक में पंजाब व बालिका में महाराष्ट्र बना विजेता

शहर के हरिदास सेमिनरी स्कूल कैंपस में रविवार को 41वां सब जूनियर राष्ट्रीय शूटिंग बॉल चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला हुआ, जिसमें बालक वर्ग में पंजाब तो बालिका वर्ग में महाराष्ट्र चैंम्पियन बना। बालिका वर्ग में महाराष्ट्र व यूपी की टीम के बीच फाइनल मुकाबला हुआ। जिसमें महाराष्ट्र के खिलाड़ी शुरूआत से ही आक्रमक दिखे और एक के बाद एक प्वाइंट अर्जित करते गये। इस तरह 21-7 व 21-11 से लगातार दो सेट जीतकर विजेता रही। वहीं उत्तरप्रदेश की टीम दुसरे स्थान पर व राजस्थान की टीम तीसरे स्थान पर रही। बालक वर्ग में पंजाब ने राजस्थान को हराया वही बालक वर्ग के फाइनल मुकाबला पंजाब व राजस्थान के टीम के बीच हुआ। जिसमें कड़े मुकाबले में राजस्थान की टीम पहला सेट 21-14 से जीत लिया। इसके बाद पंजाब के खिलाड़ी हाबी दिखे और कांटे की टक्कर में लगातार 23-21 व 21-13 से दो सेट जीत कर मैच अपने नाम कर लिया और विजेता बनी। इस तरह पंजाब की टीम पहले स्थान पर रही। वही राजस्थान की टीम दूसरे व हरियाणा की टीम तीसरे स्थान पर रही। मैच के बाद शूटिंग बॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव रविन्द्र सिंह तोमर द्वारा विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी व प्रसस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वही टेक्निकल ऑबजरबर के रूप में जयप्रकाश कात्यान रहे।

बिहार में सहकारिता व्यवस्था को और बनाया जाएगा सुदृढ : डॉ सुरेंद्र

मगध सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक की वार्षिक आम सभा ( 2021-22) का आयोजन रविवार को रेड क्रॉस भवन के सभागार में आयोजित किया गया। आमसभा का उद्घाटन सहकारिता विभाग के मंत्री सुरेन्द्र प्रसाद यादव ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बिहार में सहकारिता व्यवस्था को और सुदृढ किया जाएगा। कोऑपरेटिव बैंक प्रणाली को और मजबूती प्रदान की जाएगी। साथ ही पैक्स व वयापार मंडल को और सुविधाएं उपलब्ध कराकर किसानों को सहायतार्थ विशेष कार्य किया जाएगा। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक अमर कुमार झा द्वारा बैंक का लेखा-जोखा, लाभ-हानि खाता एवं बैंक का प्रगति प्रतिवेदन तथा बजट आदि प्रस्तुत किया गया। वार्षिक आम सभा में बैंक के सभी अंश धारको के द्वारा बैंक के लाभ-हानि खाता, बजट, तुलनपत्र, निदेशक मंडल एवं विभिन्न कमिटियों के द्वारा लिए गए सभी निर्णयों एवं आम सभा में हुए सभी खर्च आदि के सम्पुष्टि का प्रस्ताव रखा गया जिसे सभी अंशधारकों के द्वारा ध्वनिमत से सम्पुष्ट किया गया।सभा की अध्यक्षता बैंक के अध्यक्ष उमेश कुमार वर्मा ने। सभा का मंच संचालन बैंक के निर्देशक ओम प्रकाश निराला द्वारा की गई। आम सभा में गया जिला सहित जहानाबाद व अरवल के अंश धारक उपस्थित हुए। सभा का बिहार राज्य सहकारिता बैंक के अध्यक्ष रमेश चन्द्र चौबे, बिस्कोमान के अध्यक्ष डा० सुनील कुमार सिंह, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक आरा के अध्यक्ष सतेन्द्र कुमार सिंह, गोपालगंज सहकारिता बैंक के अध्यक्ष महेश राय, गुरुआ के विधायक विनय कुमार यादव, जहानाबाद के विधायक सुदय यादव, जहानाबाद के पैक्स अध्यक्ष सूर्यदेव यादव ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर बैंक के उपाध्यक्ष राजिव कुमार सिंह, निदेशक राजेश प्रसाद आदि उपस्थित थे। बैंक के उपाध्यक्ष राजिव कुमार सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। *उत्कृष्ट अधिप्राप्ति करने वाले पैक्स अध्यक्ष सम्मानित* सर्वाधिक किसानों से धान अधिप्राप्ति करने वाले समिति अध्यक्ष को सम्मानित किया गया। इसमें गया के धुसरी पैक्स अध्यक्ष धनन्जय कुमार, जहानाबाद के कोकरसा पैक्स के अध्यक्ष रविन्द्र कुमार शर्मा, नोआवों पैक्स अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा एवं अरवल के भदासी पैक्स अध्यक्ष दिलीप कुमार शामिल हैं।

वजीरगंज में शराब की छापेमारी करने गई पुलिस पर हमला के पांच आरोपी सहित नौ गिरफ्तार

बीते 21 मार्च को शराब तस्करों की धरपकड़ के लिये सकरदास नवादा के महादलित टोले में गयी पुलिस बल पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था, जिसके पांच नामजद आरोपी सहित अन्य मामले के चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष रामएकबाल प्रसाद यादव ने बताया कि मार्च में शराब तस्करों को पकड़ने गई पुलिस पर कुछ असमाजिक तत्वों ने हमला कर दिया था, जिसमें केएन तिवारी सहित पांच पुलिस कर्मी घायल हो गये थे, इस घटना में फरार आरोपित रतिया देवी, गायत्री देवी, राजेन्द्र मांझी, लौंगो मांझी तथा ललन मांझी को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावे शराब तस्करी मामले में पुनावां निवासी शम्भु मांझी व नवादा के रामलखन पासवान तथा महुएत निवासी रामजी चौधरी को गिरफ्तार किया गया है, वहीं मारपीट मामले में आरोपित बुद्धघरेया निवासी पिंटु कुमार को गिरफ्तार किया गया है, सभी को न्यायीक हिरासत में भेजा जायगा।

बदलते हुए परिवेश में मनोविज्ञान साहित्य में समाहित : प्रो. नारायण

साहित्य के नवलेखन में वर्तमान परिवेश और संस्कृति का समायोजन कर लेखन की आवश्यकता आन पड़ी है। जो बदले हुए परिवेश में समाज के लिए उपयोगी होगा। बदलते हुए परिवेश में मनोविज्ञान साहित्य में समाहित हो। यही कार्य मुंशी प्रेमचंद्र ने अपने साहित्य साधना में की थी। उक्त बातें रविवार बोधगया के होटल आनंद इंटरनेशनल में शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित दीपक कुमार द्वारा लिखित पुस्तक ‘मन के मनके काव्य संकलन के विमोचन के मौके पर मुख्य अतिथि गया कॉलेज गया के अंग्रेजी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो० केके नारायण ने कही। अतिथियों ने विधिवत तरीके से पुस्तक का विमोचन किया। हिन्दी साहित्य सम्मेलन गया के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सुरेन्द्र ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। नवसृजित जिला स्कूल के प्राचार्य डॉ रंगनाथ दिवाकर ने कहा कि जब मन का संबंध चित्त से होता है तो व्यक्ति की बुद्धि सकारात्मक होती है और उसका साकारात्मक प्रतिफल नजर आता है। हिन्दी विभाग के सेवानिवृत्त विभागाध्यक्ष डॉ रमेश कुमार ने कहा कि ‘मन के मनके में परिवेश से जुड़े अनुभवों की पूर्ण झलक है और इसमें हिन्दी, उर्दू व संस्कृत तीनों भाषाओं का सम्मिलन नज़र आता है। राजभाषा विभाग पटना के डॉ विजय कुमार शांडिल्य ने वर्तमान संदर्भ से इस पुस्तक को हिन्दी को नवजीवन प्रदान करनेवाला बताया और उसकी समीक्षा लिखकर इसे राजभाषा विभाग मंत्रिमंडल सचिवालय में प्रकाशित करने की बातें कहीं। इस मौके पर सासाराम के डॉ अनुज कुमार, चितरंजन भारती, अरविंद कुमार सहित अन्य मौजूद थे।

फतेहपुर के करियादपुर बाजार में करंट से वृद्ध की मौत

फतेहपुर थाना क्षेत्र करियादपुर बाजार में रविवार की देर शाम करंट लगने से 60 वर्षीय ब्रह्मदेव साव की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि ब्रह्मदेव साव अपने मिठाई दुकान में बिजली चालित स्टैंड पंखा को बंद करने लगा। इतने में पंखा ब्रह्मदेव पर गिर गया। पंखा गिरने के बाद उसमें करंट प्रवाहित हो गया। इस कारण वह करंट लगने से उसमें सट गया और छटपटा कर शांत पड़ गया। घटना के समय वह दुकान में अकेले था। करंट लगने के काफी देर बाद ब्रह्मदेव का बेटा दुकान पर आया तो वह अपने पिता को दुकान में फर्स पर गिरा पाया। उसने लोगों के सहयोग से पिता को उठाकर इलाज के लिए निजी चिकित्सक के पास ले गया। जहां चिकित्सक ने उसे देखने के बाद मृत घोषित कर दिया। इधर, ब्रह्मदेव साव की मौत के बाद उसके घर में कोहराम मच गया। इधर, घटना की खबर पाकर पूर्व उपप्रमुख व वर्तमान पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि रामचंद्र यादव और मुखिया धंनजय मिस्त्री मृतक के घर पहुंचे और दुःखी परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना देकर शांत कराया। साथ ही डीएम से मिलकर आपदा के तहत उचित मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया है।

मरीज की मौत के बाद नई बाजार के प्राइवेट अस्पताल में हंगामा

शेरघाटी के नई बाजार में चेरकी रोड पर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में एक युवक की मौत हो गई। युवक की मौत के बाद अस्पताल परिसर में परिजनों ने जमकर हंगामा किया। रविवार की सुबह इलाज के दौरान हुई युवक की मौत पर परिजनों ने कहा कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। मरीज के रिश्तेदारों के शोर शराबे की सूचना पर शेरघाटी थाने की पुलिस और स्थानीय सीओ सुधीर कुमार तिवारी भी मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत किया। मृतक की पहचान आमस थाने के नीमा गांव के मोहित कुमार रूप में हुई है। मृत युवक के पिता रामजतन साव ने बताया कि पेट में दर्द की शिकायत पर शनिवार को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि रविवार की सुबह हालत बिगड़ी और कुछ देर में उसकी मौत हो गई। परिजन चिकित्साकर्मियों के द्वारा लापरवाही और बुरे बर्ताव का आरोप लगा रहे थे। दूसरी तरफ चिकित्साकर्मियों का कहना था कि इलाज में कोई कमी नहीं हुई है। जो कुछ संभव था, वह किया गया था। करीब चार पांच घंटे के हंगामे के बाद परिजन शव को उठाकर अपने गांव ले गए।

दुर्गापूजा : इस बार गोलबागीचा में मछली पर विराजमान दिखेंगी मां दुर्गा

शहर में दुर्गापूजा की तैयारी शुरू है। दो साल बाद शहर के नामचीन गोल बागीचा में धूमधाम से मां देवी के पूजनोत्सव की तैयारी है। कोरोना काल के बाद इस साल भव्य मां की प्रतिमा के साथ आकर्षक पंडाल बनेगा। इस बार मछली पर विराजमान मां दुर्गे की प्रतिमा का श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर सकेंगे। मछली की तरह से भव्य पंडाल बनाने की योजना है। गोल बागीचा देवी स्थान की सत्यकाम समिति तैयारी में जुट गयी है। पंडाल के लिए बांस-बल्ले आए गए हैं। निर्माण शुरू होगा। गया के मूर्तिकार बनाएंगे मूर्ति और कोलकाता के कलाकार बनाएंगे पंडाल सत्यकाम समिति के अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना की वजह से 2020 और 2021 में ना तो मां की प्रतिमा स्थापित की गई और ना ही पंडाल बना। लेकिन, इस साल 2022 में समिति के लोग उत्साह के साथ तैयारी में लगे हैं। दो दिन पहले ही बैठक में निर्णय हुआ है। बताया कि गया के मूर्तिकार अखिलेश मछली जैसी आकृति पर मां देवी की प्रतिमा का निर्माण करेंगे। एक-दो दिन में मूर्ति निर्माण शुरू हो जाएगा। लेकिन, पंडाल के लिए कोलकाता के कारीगर बुलाए गए हैं। मछली जैसी आकृति वाली पंडाल निर्माण की भी योजना है। भव्य पंडाल के साथ लाइटिंग की भी अच्छी व्यवस्था होगी। यहां भीड़ काफी होती है। इस वजह से सुरक्षा पर भी विशेष नजर रहेगी। तैयारी में समिति के सचिव गौतम कुमार, कोषाध्यक्ष दीपू कुमार, विरेंद्र सिंह, राजेश कुमार सहित सभी सदस्य जोरशोर से लगे हैं। शहर के नामचीन गोल बगीचा में 1965 से प्रतिमा स्थापित कर मां की हो रही पूजा- अर्चना अध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया कि गोल बागीचा देवी स्थान के पास सत्यकाम समिति 1965 से मां देवी की प्रतिमा स्थापित पूजा-अर्चना कर रही है। सबसे पहला अध्यक्ष स्व. बिन्देश्वर प्रसाद ने गली में मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू की थी। करीब चार-पांच साल के बाद सड़क पर मूर्ति स्थापित की जाने लगी। बताया कि सिर्फ कोरोना के कारण पिछले दो साल प्रतिमा स्थापित नहीं की गई। सिर्फ कलश स्थापना कर सप्तशती पाठ माता की पूजा की गई। इस बार तो उत्साह के साथ शारदीय नवरात्र में कलश स्थापित कर पाठ शुरू होगी।