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कायाकल्प में उत्कृष्ट कार्य करने पर जिलाधिकारी ने चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों को किया सम्मानित

कायाकल्प के तहत स्वास्थ्य अधिकारियों को रोहतास जिलाधिकारी ने सम्मानित किया। जिससे अनुमंडलीय अस्पताल बिक्रमगंज के स्वास्थ्य अधिकारियों एवं कर्मियों में खुशी की लहर है। बताते चलें कि रोहतास जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार की अध्यक्षता में अनुमंडलीय अस्पताल बिक्रमगंज के उपाधीक्षक डॉक्टर ओम प्रकाश, स्वास्थ्य प्रबंधक अशोक कुमार, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर घुसियां कला प्रभारी डॉ माधवी कुमारी एवं नोनहर सीएचओ चंद्रदीप कुमार गुप्ता को जिलाधिकारी के द्वारा शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र से कायाकल्प तहत उत्कृष्ट कार्य करने को लेकर सम्मानित किया गया। जिसको लेकर अनुमंडलीय अस्पताल बिक्रमगंज के स्वास्थ्य अधिकारियों एवं कर्मियों में खुशी की लहर है।   खुशी व्यक्त करने वालों में अनुमंडलीय अस्पताल बिक्रमगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रधान लिपिक प्रणव कुमार, अनुमंडलीय अस्पताल के प्रधान लिपिक लालबाबू सिंह, स्वास्थ्य कर्मी उपेंद्र तिवारी, सरोज कुमार सहित वरीय चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी शामिल है।   सम्मान समारोह में जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार के अलावा, डीडीसी शेखर आनंद, सिविल सर्जन केएन तिवारी, एसएमओ अशोक कुमार सिंह, डीपीएम अजय कुमार सिंह, डीपीसी संजीव कुमार मधुकर सहित जिला के तमाम वरीय अधिकारी उपस्थित थे। अनुमंडलीय अस्पताल बिक्रमगंज के स्वास्थ्य प्रबंधक अशोक कुमार ने बताया के कायाकल्प के तहत अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सक और कर्मी के द्वारा उत्कृष्ट कार्य किते गया है।

वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय मुख्य पथ का सांसद ने किया उद्घाटन, जन-जन की सेवा करना ही मेरे जीवन का मुख्य लक्ष्य : महाबली सिंह

बिक्रमगंज नगर परिषद स्थित वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय, धारूपुर अंतर्गत नवनिर्मित मुख्य पथ का रविवार को काराकाट सांसद महाबली सिंह ने उद्घाटन किया। इस अवसर पर सांसद को लोगों ने फूल माला पहना जोरदार स्वागत किया। भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ प्रदेश महामंत्री डॉ० मनीष रंजन व व्यापार मंडल अध्यक्ष जवाहर सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों समर्थकों के साथ फीता काटते हुए वेद मंत्र उच्चारण के साथ नारियल फोड़ मुख्य सड़क का उद्घाटन किया।   इस मौके पर कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहें डॉ० मनीष रंजन ने सांसद को फुलों का माला, बुके व अंगवस्त्र देकर उनका स्वागत किया। व्यापार मंडल अध्यक्ष जवाहर सिंह ने भी उनको केसरिया अंगवस्त्र से सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन अयूब खां ने की। इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए सांसद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों की प्रशंसा की। साथ ही साथ बताया कि मेरे जीवन का एक ही लक्ष्य है की मैं जनता के जनहित में कार्य करता रहूं।   इस मौके पर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल, प्राचार्य डॉ० सुरेंद्र कुमार सिंह, नगर परिषद बिक्रमगंज के भावी सभापति प्रत्याशी विकाश उर्फ सरसठ सिंह, भाजपा नेता सुनील सिंह, रमाशंकर सिंह, भीम पांडेय, रवि प्रकाश, परवेज खां, अनिल सिंह, अजीत सिंह, जितेंद्र सिंह, गोलू सिंह, चंदन सिंह, सरोज सिंह, मुन्ना सिंह, मनोज सिंह, विवेक कुमार, प्रो०बलवंत सिंह, अनिल सिंह, सुनील सिंह, दिनेश कुमार, अजय सिंह, विवेक सिंह, अभय कुमार सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थें।

हैप्पी क्लास विषय पर किया गया कार्यशाला का आयोजन

द डिवाइन पब्लिक स्कूल धावां बिक्रमगंज के सभागार में सीबीएसई द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में “हैप्पी क्लास रूम विषय पर सीओई पटना के द्वारा कैपिसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के संबंध में जानकारी दी गई। रिसोर्स पर्सन नीरज कुमार एवं विकास कुमार के द्वारा कक्षा का एक स्वस्थ माहौल कैसे बनाएं, इस पर शिक्षकों को अनेक टिप्स दिए गए।   विभिन्न फार्मूला आधारित अवधारणा एवं उदाहरणों द्वारा शिक्षण कौशल को प्रभावी एवं उपयोगी बनाने संबंधी उपायों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर विद्यालय के सह निदेशक अखिलेश कुमार भी पूरे सेशन कार्यशाला में उपस्थित रहे तथा चर्चा को सुना। शिक्षकों के व्यक्तित्व निर्माण एवं एक सुखद कक्षा के माहौल के निर्माण के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम को उन्होंने बहुत उपयोगी बताया। कार्यशाला में विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं शामिल थे।

अजीत आडोटोरियम में दीक्षांत समारोह का किया गया आयोजन

बिक्रमगंज शहर के अजीत आडोटोरियम में द डीप सीटेट क्लासेस के तत्वावधान में दीक्षांत सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन काराकाट विधायक अरूण कुमार सिंह, डिहरी विधायक फतेहबहादुर सिंह, डा नागेंद्र जा महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डा अमरेन्द्र मिश्र, राजद नेता डा श्रीनिवास सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। समारोह की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक कंचन कुमार एवं संचालन धीरज कुमार ने किया। समारोह में सीटेट 2022 में डीडीसी क्लासेज संस्थान से 250 से भी ज्यादा छात्र सफल हुए हैं।   इन सभी शिक्षक अभ्यर्थियों को समारोह में सम्मानित किया गया। संस्थान के निदेशक ने बताया कि बिक्रमगंज अनुमंडल में पिछले 5 वर्षों से हजारों छात्र संस्थान से सीटेट एवं बिहार टेट में सफल हो चुके हैं एवं बहुत छात्र शिक्षक बनकर बिहार के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं। समारोह को संबोधित करते हुए डेहरी के विधायक ने कहा कि संस्थान के निदेशक कंचन कुमार को धन्यवाद दिया। इन्होंने गांव-गांव में शिक्षक पैदा करने का महान काम किया है। काराकाट विधायक ने कहा कि संपत्ति का बंटवारा हो सकता है, किंतु शिक्षा का बंटवारा नहीं हो सकता। जल्द ही सातवां चरण के बहाली का विज्ञापन भी प्रकाशित होने वाला है।   बिक्रमगंज अनुमंडलीय लोक निवारण पदाधिकारी दिलीप कुमार ने शिक्षक अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के स्तर का प्रथम पड़ाव आपने अपनी मेहनत से पार कर लिया है। अब आप लोग प्रशासनिक सेवा में अवसर पर विराजमान होकर समाज की सेवा में अपना योगदान देंगे। समारोह को राजद नेता डॉ श्रीनिवास सिंह, डा नगेंद्र झा महिला कॉलेज के प्राचार्य अमरेंद्र मिश्रा, समाजसेवी सुनील सिंह, प्रदीप कुमार सहित कई लोगों ने संबोधित किया।   मौके पर उमाकांत कुमार, दीपक सिंह, धीरज कुमार, पंकज कुमार, अर्जुन प्रकाश, पुष्पा कुमारी, प्रिया कुमारी, धर्मशिला कुमारी, विनीता कुमारी, विष्णु कुमार सहित कई गणमान्य और सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थी उपस्थित थे।

बिक्रमगंज अनुमंडल के 40वें स्थापना दिवस पर नहीं हुआ किसी समारोह का आयोजन

बिक्रमगंज अनुमंडल के 40वां स्थापना दिवस पर सरकारी स्तर पर कोई समारोह आयोजित नहीं किते जाने से लोगों में काफी नाराजगी है। विदित हो कि 39 वर्ष पूर्व 9 अप्रैल 1984 को बिक्रमगंज अनुमंडल बना था । 9 अप्रैल बिक्रमगंज अनुमंडल का स्थापना दिवस है। लेकिन विडंबना यह है कि इस दिन सरकारी स्तर पर कोई कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया। जबकि जिला का स्थापना दिवस काफी धूमधाम से प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मनाया जाता है।   इससे भी अधिक दुर्भाग्य यह है कि स्थापना दिवस के 39 वर्ष बाद भी अनुमंडल कार्यालय उसी किराये के भवन में चल रहा है, जिसमें इसका उदघाटन हुआ था। तब से लेकर आज तक अनुमंडल के कई कार्यालय और पदाधिकारियों के आवास किराये पर चल रहे हैं। काफी जदोजहद के बाद मार्च 2021 में बिक्रमगंज प्रखंड कार्यालय को मुख्य शहर से दूर सलेमपुर स्थित नवनिर्मित सरकारी भवन में स्थानांतरित किया गया है।   जबकि एक तरफ 2004 से ही सिविल कोर्ट के साथ अनुमंडल पदाधिकारियों के लिए करियवा बाल पर बने भवन अब तकरीबन खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। इसके साथ ही अनुमंडल कोर्ट और सिविल कोर्ट को एक साथ करने की कवायद भी लगभग ठंढे बस्ते में जा चुकी है। अभी कुछ दिनों से अनुमंडल कोर्ट भवन धावां पुल के समीप बनाने की बात चल रही है। यहाँ यह सोचने वाली बात है कि 39 वर्षों में कोई भी बिहार सरकार बिक्रमगंज में एक मुख्य अनुमंडल भवन क्यों नहीं बना सकी है और बने भवनों का कोई उपयोग क्यों नहीं कर सकी है ? सरकार के साथ यहाँ के तथाकथित जनप्रतिनिधि, समाजसेवी एवं लोकसेवकों ने कैसी सेवा की है ? 39 वर्षों के बाद अनुमंडल के महत्वपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्था और भवन राजनैतिक एवं सरकारी उदासीनता के प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। बिक्रमगंज के तथाकथित विकास वर्तमान स्वरूप यहाँ के लोगों की जागरूकता और गंभीरता का स्वतः गवाही देता है और प्रमाणित करता है कि समाज में सामूहिक चेतना का घोर आभाव है । विकास के नाम पर स्थानीय स्तर पर अभी भी व्यवसायिक एवं तकनीकी शिक्षण संस्थान का आभाव है। इसके अलावा उपयुक्त नगर योजना का अभाव है। आधुनिक उद्योग धंधों का अभाव है। आधारभूत मुद्दों के प्रति लोगों एवं व्यवस्था की घोर लापरवाही और उदासीनता बिक्रमगंज के विकास के स्वयं प्रमाण हैं। कायदे से बिक्रमगंज को बहुत पहले जिला घोषित हो जाना चाहिये था। क्षेत्रफल और जनसंख्या के हिसाब से बिहार के कई जिले बिक्रमगंज से छोटे हैं। लेकिन 39 वर्षों में सरकारें जहाँ ढंग से प्रशासनिक ढाँचा विकसित नहीं कर सकी हैं, वहाँ आगे क्या उम्मीद किया सकता है ? अनुमंडल बनने के 20 वर्षों के बाद 25 सितंबर 2004 को सिविल कोर्ट, जेल एवं 29 जून 2015 को सब जज कोर्ट का उद्घाटन हुआ तथा 20 दिसंबर 2006 से रेल परिचालन शुरू हुआ। इस प्रकार इसके विकास की गति को देखते हुये अन्य तमन्नाओं को पूरा होने में अभी कई पीढ़ियों के बीत जाने का अंदेशा लगता है ।   बिक्रमगंज अनुमंडल के अनुमानित करीब 1160 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में 8 प्रखंड, 11 थाना, 2 नगर पंचायत, 1 नगर परिषद 98 ग्राम पंचायत तथा 10 लाख से अधिक की आबादी है। लेकिन अभी तक यहाँ ट्रेजरी का कार्यालय नहीं है। इसी तरह बिक्रमगंज में अनेकों सरकारी एवं प्रशासनिक व्यवस्थाओं की जरूरत है, क्योंकि इसके बिना वास्तविक विकास संभव नहीं है।आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से वर्तमान प्रशासनिक ढाँचे पर कार्यभार अधिक है। जिला स्तरीय प्रशासन के गठन से जनता का कार्य सहजता से हो सकता है। नये परिसीमन के अनुसार पूरा अनुमंडल क्षेत्र तीन लोक सभा और तीन विधानसभा क्षेत्रों को स्पर्श करता है। लेकिन कोई नेता, कोई पार्टी यह नहीं बताता है कि इससे क्षेत्र को विशेष लाभ क्या हुआ है ? क्या केवल राजनीतिक वर्चस्व और जातीय गणित को ध्यान में रख कर परिसीमन किया गया है ? क्या नये परिसीमन का विकास से कोई लेना देना नहीं है ?अनुमंडल में रोजगार, पर्यटन कृषि आधारित उद्योग की असीम संभावनाएं हैं। उपजाऊ भूमि को देखते हुये बिक्रमगंज को धान का कटोरा कहा जा सकता है। कहा जाता है कि यदि बिक्रमगंज में कृषि क्षेत्र का समुचित विकास हो जाये तो अकेले पूरे बिहार को भरपेट अन्न दे सकता है। इस लिहाज से बिक्रमगंज में कृषि आधारित उद्योग धंधों का भरपूर विकास किया जा सकता है, लेकिन राजनैतिक इच्छाशक्ति तथा सार्थक सामुहिक सामाजिक प्रयास के आभाव में इनका समुचित विकास नही हो पा रहा है।   उच्च न्यायालय पटना के अधिवक्ता सह स्थानीय निवासी कुलदीप नारायण दुबे कहते है कि बिक्रमगंज में एक स्वतंत्र और निष्पक्ष संस्था होना चाहिए जो जाति, धर्म और राजनीतिक पार्टी से ऊपर उठकर केवल क्षेत्र और समाज के समुचित विकास के लिये काम करे। अभी तो क्षेत्र को शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी, बिजली और निष्पक्ष भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन जैसी साधारण एवं आधारभूत चीजों के लिये ही तरसना है। ऐसे स्थिति में आम जनता को ही जागरूक होना पड़ेगा। हम किसी भी जाति, पार्टी, धर्म या विचारधारा के हो, हमारी आधारभूत जरूरतें तकरीबन एक जैसी होती हैं। बिक्रमगंज के विकास के लिये यहाँ के स्थानीय लोगों को ही तत्पर होना पड़ेगा। इसे अपना घर समझना हैं। जो भी हो हमें या हमारे प्रियजनों को यहीं रहना है। जब राजनीतिक दल गठबंधन करके न्यूनतम साझा कार्यक्रम बना सकते हैं, तो हम लोग भी अपने क्षेत्र के विकास और समरस समाज के लिये एक न्यूनतम साझा उदेश्य निर्धारित कर कार्य कर सकते हैं। हमलोगों को अपने देश दुनियाँ को सुधारने से पहले अपने क्षेत्र की बात कर लेना चाहिए। बस इसके लिये हम सबको अपने अपने संकीर्ण दायरे से बाहर निकलने जरूरत है।   चुनाव के वक्त क्षेत्र के एक से एक धुरंधर बेटा बेटी अचानक प्रकट होते हैं और विकास के बड़े बड़े दावे करते हैं लेकिन राजनीति की स्थिति को देखते हुये हमें इतना जरूर समझ लेना चाहिये कि जो समाज और क्षेत्र खुद का विकास चाहेगा वहीं विकसित हो सकता है। किसी नेता और राजनीतिक पार्टी के भरोसे यह कदापि संभव नहीं है। गहराई से विचार करने पर प्रतीत होता है कि अपने हालात के जिम्मेवार हमलोग खुद होते हैं। दूसरों की तरह यह दावा तो नहीं कर सकता कि मैं ही विकास करूँगा … Read more

फलमंडी में शार्ट सर्किट से लगी आग, एक स्कार्पियो सहित लाखों रुपए की संपत्ति जला

बिक्रमगंज शहर के डुमरांव रोड स्थित फल मंडी में शुक्रवार की रात बिजली के शार्ट सर्किट से आग लग गई। जिसमें काफी मात्रा में फल, चालीस ठेला, पंद्रह हजार से अधिक फल के कैरेट, 1800 वर्ग फीट में लगा कराकट का शेड जल गया। पास में खड़ी एक स्कार्पियो में भी आग पकड़ लिया। जिससे उसका एक हिस्सा जल गया। आग की लपटे उठते देख लोग दौड़े, तथा आग पर काबू पाने का प्रयास किये। सफलता नहीं मिलने पर अग्निशमन दस्ता को इसकी सूचना दी गई।   अग्निशमन दस्ता ने किसी तरह से आग पर काबू पाने में सफल हो गयी। इस बीच थाना चौक बिक्रमगंज निवासी मो जाहिद खान और उनके भाई सबीर खान उर्फ फुसहाली का काफी मात्रा में फल, चालीस ठेला, पंद्रह हजार से अधिक फल के कैरेट जल गया। पास हीं में खड़ी एक स्कार्पियो में भी आग पकड़ ली। जिससे उसका एक हिस्सा जल गया। एक युवक ने दिलेरी का प्रदर्शन करते हुए धधकती आग के बीच से स्कार्पियो गाड़ी को निकाल लिया। जिससे गाड़ी बच गई, नहीं तो स्कार्पियो पूरी तरह से जल जाती।   इस घटना में आठ लाख रुपए से अधिक की क्षति बताई जा रही है। पीड़ित दुकानदार ने बताया कि इस संबंध में सीओ और थानाध्यक्ष बिक्रमगंज को सूचना दी गई है।

एमएलसी चुनाव में भाजपा की जीत पर कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न, बिहार में जंगलराज नही अब जनताराज चलेगी : डॉ० मनीष

गया एमएलसी चुनाव में दोनों सीटों पर भाजपा की जीत पर बीजेपी कार्यकर्ता जश्न में डूबे हुए है। जिसको लेकर वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय, धारूपुर में शुक्रवार को कर्मियों ने जीत का जश्न मनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि भाजपा नेता सह बिक्रमगंज नगर परिषद् के पूर्व चेयरमैन जवाहर सिंह उर्फ सिद्धनाथ सिंह ने महाविद्यालय कर्मियों को अबीर-गुलाल लगा मिठाई खिलाते हुए भाजपा की एमएलसी चुनाव के स्नातक व शिक्षक निर्वाचन में जीत का सरताज पहनने वाले जीवन कुमार और अवधेश नारायण सिंह को जीत की हार्दिक बधाई दी।   साथ ही साथ बताया कि यह जीत बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव में बदलाव की एक नई लहर लायेगी। जबकि जीत पर भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ प्रदेश महामंत्री डॉ० मनीष रंजन ने बताया कि अब बिहार की जनता और शिक्षक बिहार में अब एक नई बदलाव के लिए एक्शन मूड में दिखे रहें है। जहां आगामी बिहार के विधानसभा चुनाव में बिहार में जंगलराज नही बल्कि जनताराज चलेगी। जिसका बिहार की जनता जवाब देने की तैयारी में जुट गई है। ज्ञात हो कि शिक्षक निर्वाचन चुनाव में भाजपा प्रत्याशी जीवन कुमार ने 3 हजार 5 मतों से जीत हासिल कर भारी मतों से अपने करीबी प्रत्याशी को शिकस्त दी।   जीवन कुमार जो भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरे थे। उन्होंने दो बार जीतने वाले महागठबंधन के प्रत्याशी संजीव श्याम सिंह को हार की करारी शिकस्त दिया। हालांकि शिक्षक निर्वाचन के प्रथम और दूसरे वरीयता के गिनती के बाद भाजपा प्रत्याशी को 7766 मत मिले और महा गठबंधन प्रत्याशी संजीव श्याम सिंह को 4761 वोट मिले। वहीं गया स्नातक निर्वाचन चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अवधेश नारायण सिंह 16 सौ 66 मत प्राप्त कर जीत हासिल किया। उन्होंने राजद प्रत्याशी पुनीत कुमार सिंह को शिकस्त दी है। स्नातक चुनाव के गिनती के बाद भाजपा प्रत्याशी अवधेश नारायण सिंह को 24 हजार 290 वोट प्राप्त हुआ। वहीं राजद प्रत्याशी को 22 हजार 624 मत ही प्राप्त कर सकें।   इस मौके पर प्राचार्य डॉ० सुरेंद्र कुमार सिंह , प्रो०-अरविंद सिंह, बलवंत सिंह, वीर बहादुर सिंह , उमा सिंह, अखिलेश सिंह, दिनेश कुमार, कुमार विवेक, रमेश सिंह, अभय कुमार सिंह, रवि प्रकाश, रोहित तिवारी, मंटू चौधरी, भाजपा नेता-सुनील सिंह, मदन वैश्य, रामाशंकर सिंह, भीम पांडेय, मनोज तिवारी, सरोज सिंह, मनोज सिंह, परवेज खां, मंगल कुमार, आलोक राम, रामाकांत, वार्ड पार्षद ललन चौरसिया सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

बिजली का तार टूटकर गिर जाने से खेत में लगे लगभग 6 बीघे का गेहूं फसल जलकर राख

बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मोहनी के इंद्रार्थ खुर्द गांव वार्ड संख्या 7 के बधार में बिजली के तार टूटकर गिरने से खेत में लगी आग में लगभग 6 बीघे का गेहूं का फसल जलकर राख हो गया है। घटना शुक्रवार की दोपहर है। घटना की जानकारी देते हुए इंद्रार्थ खुर्द गांव के रहने वाले मूल निवासी डॉ नागेंद्र झा महिला महाविद्यालय बिक्रमगंज के प्राचार्य डॉ अमरेंद्र मिश्रा, मोहिनी पंचायत के मुखिया नियू देवी ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर अचानक 11 हजार वोल्ट बिजली का तार टूट कर गेहूं के खेत में गिर गया। जिससे खेत में आग लग गई। खेत से आग की लपटे न उठते देख लोग खेत की ओर दौड़े, बोरिंग और अन्य माध्यमों से आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिये। इसी बीच पंचायत के मुखिया नियू देवी ने अग्निशमन दल को इस घटना की सूचना दी।   अग्निशमन दल और ग्रामीणों के प्रयास से किसी तरह से आग पर काबू पाया जा सका। मुखिया प्रतिनिधि विश्वजीत कुमार ने बताया कि आग पर काबू नहीं पाया जाता तो आसपास के पचास-साठ बीघे में लगे गेहूं के फसल इस चपेट में आ सकता था। उन्होंने कहा कि जैसे ही यह घटना घटी, इसकी सूचना बिजली विभाग के अधिकारियों को दूरभाष के माध्यम से देकर कनेक्शन को कटवाया गया।   उन्होने बताया कि उक्त घटना में शिवजी राम, लक्ष्मण सिंह, केशो शर्मा, शंभू साह एवं पूर्णमासी राम के लगभग 6 बीघे का खेत में लगे फसल जलकर राख हो गया। इसकी सूचना दूरभाष के माध्यम से मुखिया ने बिक्रमगंज सीओ को जानकारी दी है।

नवरात्र के मौके पर अनुमंडल क्षेत्र के देवी मंदिरों में गूंजे जयकारे, उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

नवरात्र के नवें दिन अनुमंडल क्षेत्र सभी शक्तिपीठ व सिद्धपीठ और अन्य देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालु मंदिरों में सुबह से पहुंचकर पूजा-अर्चना किये। इस दौरान देवी मंदिरों में माता का मनोहारी श्रृंगार कर आरती एवं पूजा-अर्चना की गई। अनुमंडल क्षेत्र के भलुनी में स्थित सिद्धपीठ मां भलुनी भवानी, पोंगाढ़ी में स्थित शक्तिपीठ, शहर के मां काली मंदिर सहित सभी गांवों में स्थित देवी मंदिरों में माता का मनोहारी श्रृंगार कर पूजा-अर्चना की गई।   देर रात्री तक देवी मंदिरों एवं घरों में भजन-कीर्तन किए गए। नौ दिन तक चले इस पर्व के दौरान हजारों की संख्या में भक्तों द्वारा उपवास किया गया। बताया गया कि रात्रि तीन बजे से ही देवी मंदिरों में महिलाओं का पहुंचना शुरू हो गया। मां की पूजा करने पहुंचने वाली महिलाएं नंगे पैर हाथों में कलश लिए मंदिरों में पहुंच रहीं थी। देवी मंदिरों में रोशनी के बेहतर इंतजाम किए गए।अधिकतर मंदिरों के आसपास मेला का भी आयोजन किया गया।   जिसमें महिलाओं के श्रृंगार, चू़िड़यां, बिंदी, मंगलसूत्र सहित अन्य सामान सजाए गये थे। बच्चे चाट-छोला का जमकर आनंद उठाये। मेले में पुलिस द्वारा सुरक्षा और शांति व्यवस्था के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे।

पूर्व मुखिया के पुण्यतिथि पर दो गोला चैता महामुकाबला का किया गया आयोजन

बिक्रमगंज प्रखंड के जमोढ़ी पंचायत के पूर्व मुखिया शिवाधार सिंह के पुण्यतिथि धावां के ग्रीन पार्क स्टेडियम में दो गोला चैता महामुकाबला का आयोजन किया गया। प्रदुमन प्रदेशी और रौशन राज के बीच दो गोला चैता महामुकाबला कार्यक्रम का उद्घाटन समाजसेवी सह हौण्डा एजेंसी के संचालक घनश्याम सिंह ने फीता काट कर किया।   चैता महामुकाबला के आयोजक अरबिंद सिंह ने सभी आगत अतिथियों और कलाकारों को फुलों का माला और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। बिहार-झारखंड के सुप्रसिद्ध उद्घोषक रविरंजन ने अपने उद्बोधन कला से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। दोनों टीमों के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक चैता गीत, भोजपुरी लोकगीत प्रस्तुत कर जहां लोगों को खुब झुमाया वहीं लोक संस्कृति का एहसास भी करा दिया। पूरी रात चले चैता गायन कार्यक्रम में लोगों की भीड़ कम नहीं हुई। मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ।   मौके पर जिला पार्षद प्रभाषचंद्र सिंह उर्फ मंटू सिंह, पिंटू सिंह, राजकुमार सिंह, रामलाल भगत, भुलेटन सिंह, सरपंच अरूण कुमार पांडेय, दिनेश प्रसाद सहित कई लोग उपस्थित थे।