अरवल करपी एवं सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखंड में जाति गणना कार्य तेजी से प्रारंभ कर दी गई है।अपर सचिव के के पाठक के द्वारा पत्र जारी करने के बाद भी जिला से शिक्षको को गणना कार्य में प्रतिनियोजन से संबंधित को पत्र जारी नही किया गया है।जिससे शिक्षको में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
एक तरफ जाति आधारित गणना को लेकर अधिकारियों ने शिक्षको को तीन दिन का समय दिया है वहीं दूसरी तरफ शिक्षको को विद्यालय छोड़ने में निलंबन का खतरा लग रहा है।विद्यालय अवधि या बाद में कार्य करना है इसको लेकर शिक्षको में संशय की स्थिति बनी हुई है।पिछले दिनों शिक्षा विभाग के अपर सचिव के के पाठक के कड़े नियम कानून के तहत लगातार निरीक्षणों के कारण शिक्षकों में पहले से ही डर का माहौल बना हुआ है।
कब कौन विद्यालय के निरीक्षण में आ जाए।हालांकि अधिकारियों ने शिक्षको को जनगणना अवधि में जांच प्रक्रिया नहीं किए जाने का मौखिक आश्वासन भी दिए है।इधर जिलाधिकारी अरवल ने अपने मातहतों को व्हाटसेप्प माध्यम से भेजे संदेश में 3 दिनों के अंदर तेज गति से किसी भी परिस्थिति में गणना कार्य पूर्ण करने का आदेश दिया है।कई जिलों में जनगणना कार्य को लेकर स्पष्ट लेटर निकाला गया है किंतु अरवल जिले में शिक्षा विभाग से ही कोई पत्र जारी नही किया गया है।
इधर गुरुवार को अपर सचिव के के पाठक के द्वारा अरवल के विद्यालयों में निरीक्षण करने की सूचना से शिक्षको में हड़कंप मच गया।कई शिक्षको ने नाम गोपनीय रखने के शर्त पर बताया की कल तक जनगणना,निर्वाचन जैसे कार्य गैर शैक्षणिक था,और अचानक इन कार्यों को गंगाजल से शुद्ध कर इसे शैक्षणिक कार्यो की सूची में ला दिया गया है।प्रखंड के अधिकारियों के द्वारा शिक्षको को यहां तक कहा गया है की गणना कार्य के दौरान आपके विद्यालय में नियमित जांच बंद रहेगी।ऐसे में यह सब सरकार की शिक्षको को केवल तंग करने की मंशा दिखाई देती है।शिक्षको ने कहा की सरकार का कोई भी कार्य शिक्षको के बिना नहीं हो सकता।