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अवैध रूप से विद्युत उर्जा चोरी को लेकर प्रशाखा दावथ में सात पर प्राथमिकी दर्ज

रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चन्द्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट  प्रखंड दावथ अंतर्गत एसटीएफ टीम के नेतृत्व में गुप्त सूचना के आधार पर एक जांच दल का गठन किया गया, जिसमे नीरज प्रभाकर सहायक विद्युत अभियंता (एसटीएफ) सासाराम, कौशलेंद्र कुमार कनीय विद्युत अभियंता, दावथ अन्य क्षेत्रीय मिस्री आदि मौजूद थे। निरीक्षण के क्रम में जांच दल द्वारा पाया गया कि बिना कोई वैध विद्युत कनेक्शन के अवैध रुप से विद्युत ऊर्जा चोरी को लेकर ग्राम-जगोधरा के श्रीपति दुबे पर 51180, सुनील चौधरी पर 68932, विश्वनाथ सह पर 1990 एवं अजय राम पर 25880 रुपये राजस्व क्षति को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उपरोक्त व्यक्तियों के परिसर में मीटर भी अधिष्ठापित नहीं थे एवं विद्युत संबंधित कागजात की मांग करने पर कोई कागजात नहीं दिखाई गई। आगे बताते चलें कि मीटर बाईपास कर बिजली जलाने को लेकर ग्राम-बहुआरा के सुदर्शन शर्मा पर 22983, मीरा देवी पर 14047, शाखीचन्द राम पर 5302 रुपये आर्थिक दंड लगाई गई है। ऊक्त उपभोक्ताओं के परिसर में अधिष्ठापित मीटर को बाईपास कर अवैध रूप से विद्युत ऊर्जा की चोरी की जा रही थी, उपरोक्त उपभोक्ताओं के द्वारा मीटर बाईपास करने के कारण वास्तविक पठन अवरुद्ध हो रहा था। कनीय विद्युत अभियंता, दावथ कौशलेंद्र कुमार के द्वारा बताया गया कि शीर्ष कंपनी के निर्देशानुसार विद्युत ऊर्जा चोरी को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। सहायक विद्युत अभियंता, बिक्रमगंज रविशंकर कुमार के द्वारा उपभोक्ताओं से आग्रह किया जाता है कि जो भी उपभोक्ता मीटर बाईपास कर विद्युत का उपयोग कर रहे हैं वह दुरुस्त कर लें साथ ही साथ जो व्यक्ति विद्युत संबंध नहीं लिए हैं वह अपना विद्युत संबंध ले लें तथा जिनका बकाया पर विद्युत कनेक्शन काटा जाता है तो बकाया राशि और रिकनेक्शन शुल्क जमा करने के पश्चात हीं विद्युत ऊर्जा का उपयोग करें अन्यथा पकड़े जाने पर आर्थिक जुर्माना के साथ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। इस माह में अब तक 18 व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का निधन, पीएम मोदी सहित कई नेताओं ने जताया दुःख

समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने 82 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। मुलायम सिंह यादव के निधन की जानकारी उनके बेटे अखिलेश यादव ने दी। मुलायम सिंह यादव पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। मुलायम सिंह यादव को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी, उन्हें आईसीयू में रखा गया था और जीवन रक्षक दवाओं का सेवन कर रहे थे।   मुलायम सिंह यादव के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जाहिर किया है।प्रधानमंत्री मोदी ने मुलायम सिंह यादव के साथ बिताए गए पलों को साझा करते हुए उन्हें याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा, मुलायम सिंह यादव जबरदस्त व्यक्तित्व थे, उन्हें जमीनी नेता के तौर पर लोग पसंद करते थे, वह जनसमस्याओं के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे। उन्होंने लोगों की सतत सेवा की और पूरा जीवन लोकनायक डॉक्टर जेपी और डॉक्टर लोहिया के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने में समर्पित कर दिया। मुलायम सिंह यूपी के साथ देश की राजनीति में खुद की अलग पहचान बनाई। आपातकाल के दौरान वह देश के लोकतंत्र के अग्रणी सैनिक रहे। बतौर रक्षा मंत्री उन्होंने देश को मजबूत करने का काम किया। संसद में उनका हस्तक्षेप काफी गंभीर और राष्ट्रहित में रहा।   प्रधानमंत्री मोदी ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर कई तस्वीरों को साझा किया। पीएम ने ट्वीट करके लिखा, मुलायम सिंह यादव से मेरी कई बार मुलाकात हुई, जब हम अलग-अलग राज्य के मुख्यमंत्री थे। उनके साथ करीबी रिश्ता हमेशा बना रहा, मैं हमेशा उनकी राय का सम्मान करता था। उनके साथ करीबी रिश्ता हमेशा बना रहा। उनके निधन से बेहद दुखी हूं, उनके परिवार वालों और लाखो प्रशंसको के प्रति मेरी संवेदना है।

बीजेपी ने तीन सीटो के लिए प्रत्याशियों के नाम की घोषणा

बिहार (Bihar by-election) और ओडिशा (Odisha) की तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। बीजेपी हाईकमान ने बिहार की गोपालगंज सीट से कुसुम देवी को टिकट दिया है, जबकि मोकाम सीट से सोनम देवी चुनाव लड़ेंगी। इसके अलावा ओडिशा की धामनगर सीट से सूर्यवंशी सूरज स्थितप्रजना को पार्टी ने मैदान में उतारा है।

शहरों की तरह गांव में भी शुरू हुआ है डोर टू डोर कचरा उठाव का कार्य, बनाया जाएगा कंपोस्ट खाद

रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट  बिक्रमगंज। लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान फेज 2 के तहत अब शहर की तरह गांव में भी कचरा उठाव का कार्य शुरू हो गया है। बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र के नोनहर, घुसियां खुर्द और जमोढ़ी पंचायत में यह योजना प्रारंभ कर दिया गया है। इन पंचायतों के सभी वार्डों में डोर टू डोर कचरा उठाव शुरू है। नोनहर पंचायत एक माह पूर्व से हीं कचरा उठाव का कार्य किया जा रहा है। पंचायत के सभी 13 वार्डों से गिला एवं सूखा कचरा उठाव किया जा रहा है। पंचायत में कचरा उठाव के लिए हर गांव के हर घर में हरा और नीला डस्टबिन वितरण किया गया है। इस पंचायत के 13 वार्ड में 13 ठेला और एक ई रिक्शा दिया गया है। वही इसका समुचित मोनेटरिंग के लिए स्वच्छता ग्रही एवं सफाई सुपरवाइजर प्रतिनियुक्त किये गए है । इन्ही लोगों के देखरेख में इस योजना को मूर्त रूप दिया जा रहा है। इस योजना का संचालन जिला स्तर पर जिला प्रबंधन जल एवं स्वच्छता समिति, प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में प्रखंड क्रियान्वयन प्रबंधन इकाई और पंचायत स्तर पर मुखिया की अध्यक्षता में पंचायत क्रियान्वयन प्रबंधन इकाई कर रही है। पंचायत सचिव नोडल पदाधिकारी की भूमिका निभा रहे है, जबकि वार्ड सदस्य मेंबर है। इसका कार्य मूल रूप से वार्ड प्रबंधन क्रियान्वयन इकाई को सौपा गया है। घरों से उठाए जाने वाले कचरों के निस्तारण को लेकर पंचायत में विकास कार्य का निर्माण किया जा रहा है। जहां गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग निस्तारित किया जाना है। इसके लिए नोनहर पंचायत में नोनहर-ढोढ़नटोला पथ में आवनावाद बिहार सरकार की भूमि पर निर्माण कार्य जारी है । पंचायत से निकलने वाले कूड़ा को प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट में निस्तारण कर दिया जाएगा। पंचायत के मुखिया आभा देवी ने बताया कि निस्तारण केंद्र का कार्य तेजी से चल रहा है। एक पखवारे मे इसका निर्माण हो जाएगा। कचरे से निर्मित होगा कंपोस्ट खाद इस संबंध में जानकारी देते हुए मिक्की राज मेहता ने बताया कि जो भी कचरा का उठाव हो रहा है, उसे कचरा प्रबंधन में जमा किया जा रहा है। उसके बाद कृषि विभाग द्वारा कंपोस्ट खाद बनाया जाएगा। गांव को सुंदर बनाने के लिए पंचायत के सभी वार्ड के प्रत्येक घर में 2 डस्टबिन दिया जा चुका है। जिसे लोग इस्तेमाल कर रहे है

बिक्रमगंज में विद्युत विपत्र सुधार के लिए किया गया शिविर का आयोजन

रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चन्द्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट  बिक्रमगंज। महाप्रबंधक (राजस्व) अरविंद कुमार के निर्देश पर शनिवार को उपभोक्ताओं के विद्युत विपत्र सुधार के लिए विद्युत आपूर्ति अवर प्रमण्डल, बिक्रमगंज अंतर्गत प्रत्येक प्रशाखा में कैम्प का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्यतः गलत रीडिंग, एकमुश्त रीडिंग, गलत औसत, खराब मीटर एवं अन्य कारणों से संबंधित विद्युत विपत्र सुधार कराने हेतु उपभोक्ता पहुंचे। सहायक विद्युत अभियंता, बिक्रमगंज रविशंकर कुमार ने बताया कि कुछ उपभोक्ताओं का बिजली बिल ऑनस्पॉट सुधार कर दिया गया। जिनके विपत्र में ऑनस्पॉट सुधार संभव नहीं थे, उनका आवेदन पत्र ले लिया गया। जिसका सात कार्य दिवस में सुधार कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बिक्रमगंज सेक्शन में 8 आवेदन, दावथ सेक्शन में 4 आवेदन, संझौली सेक्शन में 5, दिनारा सेक्शन में 8, सूर्यपुरा सेक्शन में 7 कुल 32 आवेदन आये 11 आवेदन का ऑन स्पॉट निष्पादन किया गया। विद्युत विपत्र सुधार शिविर में जेई बिक्रमगंज अमित कुमार, जेई राजस्व प्रकाश चंद्र कुमार, सहायक आईटी मैनेजर चंदन कुमार, कार्यपालक सहायक आदिल खान, लाइनमैन दीनानाथ चौधरी के साथ साथ सभी प्रशाखा में जेई उपस्थित थे।

राष्ट्रीय अल्प बचत अभिकर्ता संघ ने मुख्य डाकघर सासाराम में दिया धरना

रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट राष्ट्रीय अल्प बचत अभिकर्ता संघ ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय सासाराम में मुख्य डाकघर के समक्ष अपनी मांग के समर्थन में घेराव किया। संघ के जिला अध्यक्ष राम आशीष सिंह के नेतृत्व में पहुंचे दर्जनों अभी कर्ताओं ने जोरदार तरीके से विरोध प्रदर्शन भी किया। अभिकर्ताओं ने बताया कि उनके खाते से अवैध तरीके से चीफ पोस्ट मास्टर जनरल की ओर से रुपए की निकासी करा ली गई है। इस के संदर्भ में अभिकर्ताओं को किसी प्रकार की कोई सूचना डाकघर द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई। जिसके विरोध में आक्रोशित अभिकर्ता जिला मुख्यालय सासाराम स्थित मुख्य डाकघर पहुंच घेराव किया। घेराव के दौरान चीफ पोस्ट मास्टर जनरल ने बताया कि निवेशकों से उनके एसबीआई खाता से सीधा निवेश कराया गया है। जबकि इस प्रक्रिया में चेक बुक का उपयोग अनिवार्य था। इस स्थिति में कमीशन की राशि अभिकर्ताओ की खाते से रिकवरी की गई है। जिस पर अध्यक्ष ने बताया कि इस तरह के नियमावली आने पर अभिकर्ताओं को विभाग द्वारा सूचना उपलब्ध कराया जाना था। लेकिन अधिकारियों ने इस संदर्भ में किसी प्रकार की कोई सूचना अभिकर्ताओं को नहीं दिया। जिसके कारण पुराने प्रक्रिया के अंतर्गत निवेश कार्य सुचारू रूप से होता रहा। कमीशन की राशि पुनः उनके खाते में स्थानांतरित करने का अपील किया गया है। ऐसा नहीं किए जाने पर बड़ा आंदोलन संघ द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम में गीता देवी, केदार साह, नीलम देवी, पुष्पा कुमारी, लालबाबू प्रसाद, सीमा पंडित, विनोद कुमार गुप्ता, सुभाष प्रसाद, मुकेश कुमार एवं दिवाकर द्विवेदी सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हुए।

मुख्यमंत्री टोला संपर्क योजना बिक्रमगंज में फ्लाप, आजादी के सात दशक बाद भी दर्जन भर गांव संपर्क पथ से वंचित

रोहतास जिला से विशेष संवाददाता चंद्रमोहन चौधरी की रिपोर्ट बिक्रमगंज। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र में पूरी तरह से फ्लॉप है। आाज भी प्रखंड क्षेत्र में दर्जन भर से अधिक टोला व बसाव क्षेत्र संपर्क पथ से वंचित है। यहां रहने वाले लोग बरसात के चार माह मुख्यालय से कटे रहते है। मार्ग नहीं होने के कारण यहां के लोगों को आने जाने या खेती की सामग्री अपने घर या खेतों तक ले जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।   ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, थ्रेसर या अन्य कृषि उपकरण इनके गांव तक नहीं पहुंच पाते है। जिससे समय से फसल लगाने या उत्पाद घर तक पहुंचने में कठिनाई होती है। गौरतलब हो कि 28 अक्टूबर वर्ष 2016 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना का शुभारंभ किया गया था। इस योजना के तहत सभी 100 की आबादी वाले टोला को मुख्य पथ तक जोड़ने की योजना थी। प्रारंभ में इसके लिए 100 करोड़ राशि खर्च करना था। बाद में जिसे बड़ा कर 730 करोड़ कर दिया गया। इस योजना में 2020 तक 4643 टोला के 3977 किलोमीटर सड़क निर्माण किये जाने थे। निर्धारित अवधी समाप्त हो गया है। लेकिन बिक्रमगंज प्रखंड के घंसियां कला पंचायत सोहरनिया, यादव टोला, पाल टोला, मधुबन टोला, घुसियां खुर्द पंचायत के कंडाडीह टोला, गोपालपुर, कहुआरा सहित दर्जन भर से अधिक टोला एवं बसाव क्षेत्र है, जहां संपर्क पथ नहीं है। आज भी लोग मुख्यालय से कटे हुए है। पक्की सड़क नहीं होने के कारण यहां आने जाने के लिए लोगों को साधन आसानी नहीं मिलते है। सबसे अधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है। इन गांवों को संपर्क प्रखंड मुख्यालय या आसपास के बाजार से पूरी तरह से कट जाता है। लोगों को आवश्यक सामग्री या खेती के लिए उर्वरक, बीच आदि लाने में भारी परेशानी होती है। लोग कीचड़ से होकर सिर पर या साइकिल पर किसी तरह आवश्यक सामग्री बाजार से अपने घर लाते है। कहते है अधिकारी कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य प्रमंडल-2 मदन मोहन प्रसाद ने बताया कि कार्य पूरा करने की अवधी का विस्तार किया गया है। निर्धारित अवधी में कार्य पूर्ण किये जाने का निर्देश जारी किया गया है।

मिठाई बनी जानलेवा : मेले में मिठाई खाने के बाद 15 लोग बीमार, 2 लोगों की मौत, जाँच में जुटे अधिकारी

अरवल जिले के करपी थाना क्षेत्र के रोहाई गांव में फूड प्वाइजनिंग से करीब 15 लोग बीमार हो गए। मंगलवार की देर शाम दशहरा मेला में लगी दुकान में खाना खाने से अचानक लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। जिसे ग्रामीणों के सहयोग से अरवल सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। बीमार पड़ने वालों में 9 बच्चे हैं। सभी करपी थाना क्षेत्र के केश्वर बिगहा, बाजीतपुर और बारा गांव के रहने वाले हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार आसपास के गांव के बच्चे दुर्गा पूजा में मेला घूमने के लिए गए थे। इस दौरान बाजार में ब्रेड और मिठाई खाई थी जिसके बाद वे लोग मेला घूम कर घर चले गए। मंगलवार की देर रात बारी बारी से बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। जिसके बाद सभी बच्चों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों द्वारा सभी बच्चों का इलाज किया जा रहा है। वहीं अरवल के इटवा गांव निवासी बाबूलाल बिंद और उसके बेटे कल्लू कुमार की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। लोगों ने बताया कि बाबूलाल बिंद मंगलवार को काम करने के लिए बैदराबाद बाजार में गया था जहां लिट्टी खाया था और घर में आकर सो गया था। देर रात अचानक तबीयत बिगड़ी और घर पर ही बाबूलाल बिंद की मौत हो गई। लोगों ने बाबूलाल के मौत पर फूड प्वाइजनिंग की आशंका जताई है। बाबू लाल के पुत्र कल्लू को बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सदर अस्पताल के डॉक्टर महेंद्र प्रसाद ने बताया कि बच्चे को बेहोशी हालत में अस्पताल में लाया गया था जिसकी मौत हुई है। बच्चे में फूड प्वाइजन का कोई लक्षण नहीं है। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने गांव पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया है। पोस्टमार्टम के बाद है खुलासा होगा कि बाप-बेटे की मौत फूड प्वाइजनिंग से या किसी अन्य कारण से हुई है। फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए लोगों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। इलाज के दौरान डॉक्टर ने बताया कि बीमार हुए लोगों में 9 बच्चे हैं इसलिए स्थिति नाजुक है। अगले 24 घंटे में रिकवरी की उम्मीद की जा रही है। बीमार हुए सभी लोग अभी खतरे से बाहर हैं। पीड़ित बच्चों के परिजनों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले की जांच की जानी चाहिए और लापरवाही बरतने वाले दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई की जाए। 

मोहनिया नगर निकाय चुनाव में गलत शपथ पत्र लगाकर एक महिला प्रत्याशी उतरी चुनाव मैदान में

कैमूर में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है । नगर निकाय चुनाव को लेकर बिहार राज्य चुनाव आयोग ने साफ कह दिया है कि 2008 के बाद जिनके पास दो से ज्यादा बच्चे होंगे वो चुनाव नही लड़ेंगे। लेकिन मोहनिया में एक महिला प्रत्याशी ने गलत शपथ पत्र लगाकर चुनावी मैदान ताल ठोक दी है। जानिए पूरा मामला क्या है  मोहनियां नगर निकाय निर्वाचन 2022 के निर्वाची पदाधिकारी अनुमण्डल पदाधिकारी मोहनियां द्वारा दिनांक 21 सितंबर को नामनिर्देशन पत्रों की छंटनी के समय नियम का पालन नहीं किया गया। मोहनियां वार्ड नंबर13 से प्रत्याशी श्रीमती रीता देवी पति श्री सोहन सिंह की तीन संतानें हैं जिनमें प्रथम दो संतान जुड़वा हैं जिनकी जन्म तिथि विद्यालय रजिस्टर में दिनांक 12.07.2008 दर्ज है। उनके द्वारा विद्यालय में जमा आधार कार्ड में भी जुड़वा बच्चों की जन्म तिथि 2008 हीं दर्ज है। तीसरे बच्चे की जन्म तिथि 2009 में दर्ज है। नगर निकाय निर्वाचन संबंधी चुनाव आयोग के निर्देश के तहत 2008 में दो बच्चे जन्म लेने के बाद तीसरा बच्चा उत्पन्न करनेवाले व्यक्ति नगर निकाय चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित हैं।   उक्त प्रत्याशी रीता देवी द्वारा चुनाव आयोग को भ्रमित कर चुनाव लड़ने की मंशा से अपने जुड़वा बच्चों का फर्जी आधार कार्ड तथा शपथ पत्र दाखिल किया गया जिसमें जुड़वा बच्चों की जन्म तिथि 2006 में दिखाई गई है। इस गड़बड़ी क जानकारी होने पर आवेदक द्वारा जुड़वा बच्चों के विद्यालय शारदा ब्रजराज +2 उच्च विद्यालय मोहनियां से सूचना के अधिकार के तहत बच्चों के नामांकन रजिस्टर एवं आधार कार्ड कि मांग कि गई और विद्यालय द्वारा विधिवत सूचना दिया गया कि उनकी जन्मतिथि दिनांक 12.07.2008 है। विद्यालय के उक्त सूचना के प्रति के साथ एक आवेदन लेकर वार्ड नंबर 13 के मतदाता अधिवक्ता संजय कुमार सिंह निर्वाची पदाधिकारी से दिनांक 20.09.2022 को मिले एवं नियमानुसार कारवाई की मांग किए। लेकिन निर्वाची पदाधिकारी ने आवेदन रिसीव करने से मना कर दिया। उसके बाद श्री सिंह ने निर्वाची पदाधिकारी के आफिशियल मेल आईडी पर आपत्ति भेज दिया। आज दिनांक 21.09.2022 को नाम निर्देशन पत्रों के छंटनी के समय उस वार्ड से प्रत्याशी सुमन कुमारी ने उक्त सभी कागजात के साथ आवेदन देकर निर्वाची पदाधिकारी से प्रत्याशी रीता देवी का नामांकन पत्र नियमानुसार खारिज करने का मांग किया। लेकिन निर्वाची पदाधिकारी ने आवेदन लेने से इंकार करते हुए रीता देवी का नामांकन स्वीकृत कर लिया। निर्वाची पदाधिकारी द्वारा यह कारवाई इस निमित्त जारी चुनाव आयोग के निर्देश का स्पष्ट उल्लंघन है तथा पक्षपातपूर्ण है। आवेदक ने इसके विरुद्ध जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी कैमूर एवं बिहार राज्य चुनाव आयोग को साक्ष्यों सहित आवेदन भेजकर उचित कारवाई की मांग किया है।

बिहार में एक ऐसा थाना जहां थानेदार नही बल्कि कुर्सी टेबल ही करती है थानेदारी

औरंगाबाद। जिले का क्रीम कहे जानेवाला बारुण थाना जो कि हमेशा से शुर्खियो में रहा है। कभी पिला सोना यानी कि बालू और कभी थाने के पीछे दारू का खेल। जी हां हम बात कर रहे हैं बारुण थाना की जहां सरकार ने जिनके कंधे पर आम जनों की सुरक्षा की जिम्मेवारी दी है मगर उनकी थोड़ी सी लापरवाही आम जनों के लिए भारी पड़ सकता है । यह वीडियो औरंगाबाद जिला के क्रीम कहे जाने वाले बारुण थाना की है।   जिसे हम मॉडल थाना के रूप में भी जानते हैं। लेकिन इस थाने में अधिकारी नहीं मिलेंगे और ना ही कोई ड्यूटी में तैनात मिलेगा। यहां तक की ऑडी ड्यूटी भी यहां किसी को नहीं लगाई जाती जबकि नियम यह कहता है शिफ्ट चेंज होने पर जिसकी डयूटी होती है जबतक वह नही आता तबतक पहले वाले साहब को रहना अनिवार्य है। मगर इस थाने में ऐसा रूल नही है। जिसका खामियाजा किसी काम से थाने में आये ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है। अपने काम से ग्रामीण तो थाने जरूर आते हैं मगर थाने में साहब को न देखकर बैरंग वापस लौट जाते है । क्योंकि थाने में साहब नही सिर्फ खाली कुर्सी और टेबल पड़े है जो कि थाने चलाने का काम कर रहे है। इसका जांच करनेवाला भी कोई नहीं है।   इस बारे में जब ग्रामीणों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मैं घंटों से आकर थाने में बैठा हूं मुझे अपनी अग्नियास्त्र का सत्यापन कराना है लेकिन यहां तो कोई साहब उपलब्ध है ही नहीं ना तो थाना प्रभारी है और ना ही कोई ऑडी ड्यूटी में ही उपलब्ध है । हां वहां अंदर में 2 चौकीदार और एक मुंशी एक रूम में बैठे दिख रहे थे हालांकि जब उनसे इस बारे में बात की गई की थाने में आज ऑडी ड्यूटी पर भी लोग नहीं है तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा डेरा में गए हुए हैं एक से दो घंटे के बाद ही आएंगे जबकि नियमानुसार ऑडी ड्यूटी 24 घंटा दी जाती है 1 मिनट के लिए भी थाने को खाली छोड़ने का प्रावधान नहीं है मगर यहां थाना प्रभारी तथा पुलिसकर्मी की लापरवाही साफ झलक रही है जो अपने खुद सुरक्षित नहीं है वह आम जनों को क्या सुरक्षा प्रदान करेंगे।