Bakwas News

बकरीद पर अमन-चैन की मिसाल बनेगा काराकाट,शांति समिति की बैठक में गूंजी सौहार्द की आवाज

Inकाराकाट थाना परिसर में गुरुवार को आगामी बकरीद पर्व को लेकर शांति समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया । बैठक की अध्यक्षता अंचलाधिकारी डॉ रितेश कुमार ने की । बैठक में पदाधिकारियों, शांति समिति के सदस्यों, जनप्रतिनिधियों और बुद्धिजीवियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया । सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि पर्व को पूरी श्रद्धा, आपसी भाईचारे और कानून व्यवस्था का पालन करते हुए मनाया जाएगा ।बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों एवं समिति सदस्यों ने त्योहार से जुड़े विभिन्न मुद्दों को अधिकारियों के समक्ष रखा । बिजली, पानी, साफ- सफाई,सुरक्षात्मक उपायों और आवागमन की व्यवस्था को लेकर कई सुझाव और मांगें रखी गईं । अंचलाधिकारी डॉ रितेश कुमार ने सभी की बातें को गंभीरता से सुनते हुए आश्वस्त किया कि पर्व के दौरान हर आवश्यक सुविधा मुहैया कराई जाएगी । थानाध्यक्ष भागीरथ कुमार ने कहा कि “प्रशासन पूरी तरह सतर्क है । संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती होगी और हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी । किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें । बैठक में मौजूद सभी लोगों ने एकमत से अमन,एकता और भाईचारे का संदेश देते हुए बकरीद को शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने का संकल्प लिया । मौके पर मुखिया प्रतिनिधि रितेश सिंह, सरपंच रामप्रसाद सिंह, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि मुन्ना अंसारी, मुन्ना सिंह, बीरेंद्र सिंह, मुखिया रामबिलास पाल, अवधेश राम, सरपंच कृष्णा सिंह, बीस सूत्री उपाध्यक्ष आशुतोष सिंह, संतोष तिवारी , सुरेश माली स्थानीय थाना के पुलिस पदाधिकारी, कर्मी सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।

माँ काली प्राण प्रतिष्ठा सह लक्ष्मी नारायण यज्ञ का किया गया आयोजन

काराकाट थाना क्षेत्र अंतर्गत धवनी गांव में काली माई प्राण प्रतिष्ठा सह लक्ष्मी नारायण जग का आयोजन बड़े ही धूमधाम से संपन्न हुई काली मां पूजा समिति धवनी के द्वारा यज्ञ में आए हुए अतिथि धर्माचार्य आचार्य की कोई दिक्कत ना हो उसका ख्याल रखा गया। जग के पूर्णाहुति के अवसर पर त्रिडंडी स्वामी के परम शिष्य जीयर स्वामी स्वामी आशीर्वाद देने के लिए पधारें।स्वामी जी के आने के प्रतीक्षा में काली माई पूजा समिति धवनी के सदस्य एवं ग्रामीण साथ ही साथ काली माई के भक्त दूर दराज से आए भक्त गण स्वामी जी के शिष्य प्रतीक्षा में घंटों इंतजार करते देखे गए

बिक्रमगंज में रांची एक्प्रेस और भभुआ इंटरसिटी के ठहराव पर रेलमंत्री को भाजपा ने दी बधाई

शुक्रवार को बिक्रमगंज के रेलवे स्टेशन पर आरा-रांची और सांझौली हालत पर भभुआ-पटना इंटरसिटी से रुकने से लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। विगत लंबे समय इसके ठहराव के लिए अनुमंडल क्षेत्र के सभी लोगों ने केंद्र सरकार से निरंतर अपनी मांगों को रखा था। जिन यात्रियों की सुविधा को देखते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने हरी झंडी देते हुए लोगों को एक बड़ी सौगात दे दी। जो शुक्रवार को आरा-सासाराम रेलखंड में बिक्रमगंज स्टेशन आरा-रांची एक्सप्रेस और संझौली हाल्ट पर पटना-भभुआ इंटरसिटी एक्सप्रेस का ठहराव हुआ। जिसका 02 मिनट का निर्धारित ठहराव समय रहा। जिसकी जानकारी पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने दी। शुक्रवार के पहले दिन 18639 आरा-रांची एक्सप्रेस सुबह 10:24 बजे बिक्रमगंज स्टेशन रुकी और वहां से 10:26 बजे रांची के लिए रवाना हो गई। दूसरी तरफ पटना-भभुआ रोड इंटरसिटी एक्सप्रेस सुबह 07:45 बजे संझौली रेलवे हाल्ट पर रुकी और वहां से सुबह 07:47 बजे पटना के लिए रवाना हो गई। साथ ही दूसरी टाइमिंग 13250 भभुआ रोड-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस दोपहर 12:41 बजे संझौली हाल्ट पहुंची और वहां से 12:43 बजे पटना के लिए प्रस्थान कर गई। इस ऐतिहासिक कार्य पर खुशी व्यक्त करते हुए भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ प्रदेश महामंत्री डॉ. मनीष रंजन ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी। साथ ही कहा की दोनों ट्रेनों के ठहराव से अब पूरे बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र के लोगों को काफी सुविधाएं मिलेगी। क्योंकि क्षेत्र की जनता काफी दिनों से इसकी मांग कर रहें थे। जिनकी मांगों के उपर रेलवे ने अपनी हरी झंड़ी दिखा नई रेल यात्री सेवा को बहाल कर दिया है। काराकाट बीजेपी नेता डॉ. मनीष ने बताया कि दोनों ट्रेनों के रुकने से रांची जाने के लिए यात्रियों को अब आरा-सासाराम मुख्य स्टेशन जाने की झंझट खत्म हो गई। अब स्थानीय यात्री अपने नजदीक के रेलवे स्टेशन बिक्रमगंज से ही निरंतर अपनी सफर तय करेंगे। मौके पर व्यापार मंडल चेयरमैन सिद्धनाथ सिंह, भाजपा कार्यकर्ता-बलिराम मिश्र, मदन प्रसाद वैश्य, नागेश्वर कुशवाहा, मंगल कुमार, सुनील सिंह, नवीन चंद्र साह, वरुण सिंह, मनमोहन तिवारी, सुदर्शन गुप्ता, संजय गुप्ता सहित अन्य लोगों ने भी बधाई दी।

दवा दुकान पर औषधि निरीक्षकों ने की छापेमारी

बिक्रमगंज शहर के डुमरांव रोड स्थित सरस्वती मेडिकल एजेंसी पर औषधि निरीक्षक ने छापेमारी किया। जिसमें ऑक्सिटोसिन (वेटनरी) जैसी प्रतिबंधित दवाएं जब्त की गईं। यह कार्रवाई ड्रग इंस्पेक्टर शशि भूषण कुमार, शिव नंदन, और मृणाल द्वारा संयुक्त रूप से की गई। औषधि निरीक्षक शशिभूषण कुमार ने बताया कि छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में ऑक्सिटोसिन मिलने पर एजेंसी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। कहा कि औषधि नियंत्रण प्रशासन इस प्रकार की अवैध दवा बिक्री पर सख्ती से नजर बनाए हुए है। ज्ञात हो कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन दुधारू पशुओं में मवेशी के दूध बढ़ाने के लिए किया जाता है जिसका दुष्प्रभाव पशुओं एवम दूध के इस्तेमाल करने पर स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव होता है। बताया कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का दुरुपयोग फलों और सब्जियों में भी किया जाता है जिसके सेवन करना स्वास्थ के लिये बहुत ही घातक होता है।

अंबिका पांडेय हत्या मामले के आरोपी को पुलिस ने 12 घंटे के अंदर किया गिरफ्तार

काराकाट थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जमुआ बाल पर रिटायर्ड बीएमपी हौलदार अंबिका पांडेय के हत्या मामले में पुलिस ने हत्यारे को 12 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब हो कि अरूण पांडेय के हाता में संदिग्ध अवस्था में रिटायर्ड बीएमपी हौलदार 80 वर्षीय अंबिका पांडेय शव बरामद किया गया। सूचना मिलते ही काराकाट पुलिस एवं थानाध्यक्ष भागीरथ कुमार ने अपने दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी। स्थानीय लोगों से पूछताछ कर आवश्यक साक्ष्य संकलित किए गए। पुलिस टीम द्वारा शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया तथा विधिक कार्रवाई प्रारंभ की गई। पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी भागीरथ कुमार ने शीघ्र ही अभियुक्त की गिरफ्तारी की बातें कही थी। जिसके परिणाम स्वरूप 12 घंटे के अंदर थाना प्रभारी भागीरथ कुमार ने हत्यारे जमुआ बाल निवासी विकेश पांडेय पिता अरूण पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपी ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।

बकरीद पर अमन-चैन की मिसाल बनेगा बिक्रमगंज,शांति समिति की बैठक में गूँजी सौहार्द की आवाज़

बिक्रमगंज थाना परिसर में बुधवार को आगामी बकरीद पर्व को लेकर अनुमंडल स्तरीय शांति समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता एसडीएम प्रभात कुमार एवं डीएसपी कुमार संजय ने संयुक्त रूप से की। बैठक में सभी विभागों के पदाधिकारियों, शांति समिति के सदस्यों, जनप्रतिनिधियों और बुद्धिजीवियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि पर्व को पूरी श्रद्धा, आपसी भाईचारे और कानून व्यवस्था का पालन करते हुए मनाया जाएगा। बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों एवं समिति सदस्यों ने त्योहार से जुड़े विभिन्न मुद्दों को अधिकारियों के समक्ष रखा। बिजली, पानी, साफ-सफाई, सुरक्षात्मक उपायों और आवागमन की व्यवस्था को लेकर कई सुझाव और मांगें रखी गईं।एसडीएम प्रभात कुमार ने सभी की बातें गंभीरता से सुनते हुए आश्वस्त किया कि पर्व के दौरान हर आवश्यक सुविधा मुहैया कराई जाएगी। डीएसपी कुमार संजय ने कहा कि “प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती होगी और हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।” बैठक में मौजूद सभी लोगों ने एकमत से अमन, एकता और भाईचारे का संदेश देते हुए बकरीद को शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने का संकल्प लिया । मौके पर नगर परिषद बिक्रमगंज के ईओ जमाल अख्तर अंसारी, अनुमंडल के बीडीओ, थानाध्यक्ष, सीओ, बिक्रमगंज पुलिस इंस्पेक्टर, जनप्रतिनिधियों में मदन प्रसाद वैश्य, रबनवाज राजू, गुप्तेश्वर प्रसाद गुप्ता, राजा पटेल, राजू गुप्ता, मोहम्मद अयूब खान, जसीम कुरैशी, योगेंद्र सिंह, परवेज सिद्दीकी, स्थानीय थाना के पुलिस पदाधिकारी, कर्मी सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।

बिक्रमगंज की बेटी कनिष्का बनेगी आईआईटियन, जेईई एडवांस में मिली सफलता

बिक्रमगंज के धारुपुर निवासी कनिष्का सिंह ने जेईई एडवांस में सफल होकर अपने आईआईटियन बनने का सपना साकार कर लिया है। कनिष्का धारुपुर निवासी कमलेश कुमार सिंह की पुत्री है। वे दक्षिण पूर्व रेलवे चक्रधरपुर में सहायक मंडल अभियंता हैं। कनिष्का की मां रीता सिंह एसबीआई लाइफ में कार्यरत हैं। कनिष्का की स्कूलिंग जमशेदपुर से हुई है। उनके मामा रतन सिंह ने बताया कि वह शुरू से ही पढ़ने में बहुत अव्वल थी। उसने पहले ही प्रयास में जेईई एडवांस क्लियर किया है। उन्होंने 10 वीं में 97.4 प्रतिशत, 12 वीं में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त किया था। जेईई मेंस में 98 परसेंटाइल और जेईई एडवांस में 9925 वीं रैंक प्राप्त की है। कनिष्का ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता, पिता, भाई के अलावे गुरुजनों को दिया है। उनकी सफलता पर शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक और धारुपुर निवासी डॉ कामेन्द्र सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि कनिष्का के पिता उनके मित्र हैं और उन्होंने कठिन परिश्रम से अपने सफलता का मार्ग प्रशस्त किया है। अपने गांव की बेटी की सफलता पर उन्हें गर्व है। यह बेटी मेरे गांव और शहर के लिए प्रेरणास्रोत है। कनिष्का की सफलता पर उनके ननिहाल रतन सिंह के घर में भी उत्सवी माहौल है।

बिक्रमगंज की बेटी कनिष्का बनेगी आईआईटियन, जेईई एडवांस में मिली सफलता

बिक्रमगंज के धारुपुर निवासी कनिष्का सिंह ने जेईई एडवांस में सफल होकर अपने आईआईटियन बनने का सपना साकार कर लिया है। कनिष्का धारुपुर निवासी कमलेश कुमार सिंह की पुत्री है। वे दक्षिण पूर्व रेलवे चक्रधरपुर में सहायक मंडल अभियंता हैं। कनिष्का की मां रीता सिंह एसबीआई लाइफ में कार्यरत हैं। कनिष्का की स्कूलिंग जमशेदपुर से हुई है। उनके मामा रतन सिंह ने बताया कि वह शुरू से ही पढ़ने में बहुत अव्वल थी। उसने पहले ही प्रयास में जेईई एडवांस क्लियर किया है। उन्होंने 10 वीं में 97.4 प्रतिशत, 12 वीं में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त किया था। जेईई मेंस में 98 परसेंटाइल और जेईई एडवांस में 9925 वीं रैंक प्राप्त की है। कनिष्का ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता, पिता, भाई के अलावे गुरुजनों को दिया है। उनकी सफलता पर शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक और धारुपुर निवासी डॉ कामेन्द्र सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि कनिष्का के पिता उनके मित्र हैं और उन्होंने कठिन परिश्रम से अपने सफलता का मार्ग प्रशस्त किया है। अपने गांव की बेटी की सफलता पर उन्हें गर्व है। यह बेटी मेरे गांव और शहर के लिए प्रेरणास्रोत है। कनिष्का की सफलता पर उनके ननिहाल रतन सिंह के घर में भी उत्सवी माहौल है।

विकास आनंद के एक शिक्षाविद की राजनीतीक सफर नामक पुस्तक का किया गया विमोचन

बिक्रमगंज शहर के डुमरांव रोड स्थित संत एस एन ग्लोबल स्कूल के विकास आनन्द की पुस्तक ‘एक शिक्षाविद की राजनीतिक यात्रा का आज नई दिल्ली में विमोचन किया गया।पेशे से अध्यापक और पत्रकार विकास आनन्द ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक स्व श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन और कृतित्व को अलग नज़रिये से अपनी इस पुस्तक में देखने की कोशिश की है। पुस्तक के लेखक विकास आनन्द कहते हैं कि आमतौर पर लोग स्व मुखर्जी को लोग जनसंघ के संस्थापक के रूप में याद करते हैं। किंतु स्व श्यामा प्रसाद मुखर्जी का व्यक्तित्व जहां एक ओर अनन्त आकाश के समान व्यापक है वहीं इसके कई आयाम है। वे एक ही साथ शिक्षाविद, शिक्षाशास्त्री, बैरिस्टर, राजनेता, एक सामाजिक कार्यकर्ता, चिंतक, क्रांतिकारी और अतिसाधारण नागरिक हैं।इन महामानव के व्यक्तित्व और कृतित्व के अनेक पक्ष हमारे समक्ष आने अभी बाकी हैं।मैंने अपनी पुस्तक में स्व डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के शिक्षक-चिंतक पक्ष को प्रकाशित करने की कोशिश की है।और सहीमायने में जब राजनीति का संयोग वास्तविक शिक्षा से होता है तब राष्ट्र,समाज और दुनिया को ‘डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जैसा’ महामानव सेवक मिलता है। ‘एक शिक्षाविद की राजनीतिक यात्रा’ का विमोचन भारत के केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और तमिलनाडु भाजपा उपाध्यक्ष और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कनक सभापति के करकमलों द्वारा दिल्ली स्थित एन एम डी सी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक सादे समारोह में सम्पन्न हुआ। विकास आनन्द की इस पुस्तक को देश के जानेमाने बड़े प्रकाशन संस्थान वाणी प्रकाशन ने प्रकाशित किया है।बताते चले कि विकास आनन्द जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली के छात्र रह चुके हैं और सम्प्रति दिल्ली विश्वविद्यालय में एसोसियेट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं।इस अवसर पर अनेक गणमान्य व्यक्तियों के साथ विमोचन सभा में संत एस एन ग्लोबल स्कूल के निदेशक प्रकाश आनंद भी उपस्थित रहे।

बिक्रमगंज में विशाल जनसभा को पीएम मोदी ने किया संबोधित,

ऑपरेशन सिंदूर के सफलता के बाद बिक्रमगंज पहुचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर तरकश का बस एक तीर है। इस दौरान पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर खूब निशाना साधा। पीएम मोदी ने इस दौरान कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया और उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी भाषा में जनता को प्रणाम करने से की। उन्होंने कहा कि बिहार के मेहनती जनता के हमार प्रणाम। पीएम मोदी ने कहा कि आज मुझे इस पवित्र भूमि पर बिहार के विकास को नई गति देने का सौभाग्य मिला है। यहां करीब करीब 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। बड़ी संख्या में आप सब हमें आशीर्वाद देने आए हैं। आपका ये स्नेह, बिहार का ये प्यार, मैं हमेशा सर आंखों पर रखता हूं। आज बिहार में इतनी बड़ी तादाद में माताओं और बहनों का आना यह अपने आप में बिहार के मेरे इतनी कार्यक्रमों की ये सबसे बड़ी शानदार घटना है। मैं माताओं-बहनों को विशेष प्रणाम करता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि सासाराम की इस धरती के नाम में भी राम है। सासाराम के लोग जानते हैं भगवान राम और उनके कुल की रीति क्या थी। प्राण जाए पर वचन ना जाई। यानि जो वचन एक बार दे दिया, वो पूरा होकर के ही रहता है। प्रभु श्रीराम की ये रीति अब नए भारत की नीति बन गई है। अभी पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। हमारे कितने निर्दोष नागरिक मारे गए। इस जघन्य आतंकी हमले के एक दिन के बाद मैं बिहार आया था। मैंने बिहार की धरती से देश को वादा किया था, वचन दिया था बिहार की धरती पर आंख में आंख मिलाकर हमने कह दिया था कि आतंक के आकाओं के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि जिन लोगों ने पाकिस्तान में बैठकर हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, हमारी सेना ने उनके ठिकानों को खंडहर में बदल दिया है। भारत की बेटियों के सिंदूर की शक्ति क्या होती है ये पाकिस्तान ने भी देखा और दुनिया ने भी देखा। पाकिस्तानी सेना की छत्रछाया में आतंकी खुद को सुरक्षित मानते थे। हमारी सेनाओं ने एक ही झटके में उनको भी घुटनों पर ला दिया। पाकिस्तान के एयरबेस, उनके सैन्य ठिकानें, हमने कुछ ही मिनट में तबाह कर दिए। ये नया भारत है, ये नए भारत की ताकत है। ये हमारा बिहार वीर कुंवर सिंह की धरती है। यहां के हजारों नौजवान देश की सुरक्षा के लिए सेना में, बीएसएफ में अपनी जवानी खपा देते हैं। ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने हमारी बीएसएफ का भी अभूतपूर्व पराक्रम और अदम्य साहस देखा है। उन्होने कहा कि हमारी सीमाओं पर तैनात बीएसएफ के जांबाज सुरक्षा की अभेद चट्टान हैं। मां भारती की रक्षा हमारे बीएसएफ के जवानों के लिए सर्वोपरि है। यही मातृभूमि की सेवा का पवित्र कर्तव्य निभाते हुए 10 मई को सीमा पर बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर इम्तियाज शहीद हो गए थे। मैं बिहार के इस वीर बेटे को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं। बिहार की धरती से फिर दोहराना चाहता हूं, ऑपरेशन सिंदूर में भारत की जो ताकत दुश्मन ने देखी है, लेकिन दुश्मन समझ लें ये तो हमारे तरकश का केवल एक ही तीर है। आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई न रूकी है, ना थमी है। आतंक का फन अगर फिर उठेगा तो भारत उसे बिल से खींचकर कुचलने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई देश के हर दुश्मन से है। फिर वह चाहे सीमा पार हो या देश के भीतर हो। बीते वर्षों में हमने हिंसा और अशांति फैलाने वालों का ऐसे खात्मा किया कि बिहार के लोग इसके साक्षी हैं। कुछ साल पहले तक सासाराम, कैमूर और आसपास के इन जिलों में क्या हालात थे। नक्सलवाद कैसे हावी था। मुंह पर नकाब लगाए हाथों में बंदूक थामें नक्सली कब कहां सड़कों पर निकल आएं, हर किसी को ये खौफ रहता था। सरकारी योजना आती थी, तो नागरिकों तक पहुंचती ही नहीं थी। नक्सल प्रभावित गांव में न तो अस्पताल होता था, ना मोबाइल टावर। कभी स्कूल जलाए जाते थे, कभी सड़क बनाने वालों को मार दिया जाता था। उन्होने कहा कि इन लोगों का बाबा साहब आंबेडकर के संविधान पर कोई विश्वास नहीं था। नीतीश कुमार ने उन परिस्थितियों में यहां विकास की पूरी कोशिश की। 2014 के बाद से हमने इस दिशा में और तेजी से काम किया। हमने माओवादियों को उनके किए की सजा देनी शुरू की। हम युवाओं को विकास की मुख्यधारा में भी लेकर आए। 11 सालों की प्रतिज्ञा का फल आज देश को मिलना शुरू हुआ है। 2014 से पहले देश में सवा सौ से ज्यादा जिले नक्सल प्रभावित थे। अब सिर्फ 18 जिले नक्सल प्रभावित बचे हैं। अब सरकार सड़क भी दे रही है, रोजगार भी दे रही है। वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा। उन्होने कहा कि शांति, सुरक्षा, शिक्षा और विकास गांव-गांव तक बिना रुकावट के पहुंचेंगे। जब सुरक्षा व शांति आती है तभी विकास के नए रास्ते खुलते हैं। यहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में जब जंगलराज वाली सरकार की विदाई हुई तो बिहार भी प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ने लगा। टूटे हाईवे, खराब रेलवे, गिनी चुनी फ्लाइट कनेक्टिविटी, वो डर और वो दौर अब इतिहास बन चुका है। कभी बिहार में एक ही एयरपोर्ट था पटना में। आज दरभंगा एयरपोर्ट भी बनकर तैयार हो गया है। बिहार के लोगों की लंबे समय से मांग थी कि पटना एयरपोर्ट के टर्मिनल को आधुनिक बनाया जाए। अब ये मांग भी पूरी हो गई है। उन्होने कहा कि पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल 1 करोड़ यात्रियों को संभाल सकता है। हर तरफ तेजी से काम हो रहा है। हजारों करोड़ की परियोजनाएँ बिहार में नए अवसर और संभावनाओं का निर्माण कर रही हैं। इन प्रोजेक्ट से हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा। यहां टूरिज्म और व्यापार दोनों को फायदा होगा। बिहार में रेलवे की हालत भी अब तेजी से बदल रही है। आज बिहार में वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे लाइनों को डबल … Read more