Bakwas News

बलिया : सुखपुरा नगर में गाजे-बाजे के साथ निकला महावीरी झंडा जुलूस

सुखपुरा नगर का ऐतिहासिक महावीरी झंडा जुलूस भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बाजे-गाजे, घोड़ा, ऊंटों के साथ सुनर सती महावीर स्थान से निकल कर पूरे गांव का भ्रमण करते हुए महावीर मंदिर पर जाकर समाप्त हुआ। इसके पूर्व महावीर स्थान पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुरोहित अशोक उपाध्याय ने हनुमान जी का पूजन कराने के साथ झंडा बदलवाया। इस क्रम में सुखपुरा अखाड़े के खिलाड़ियों को पगड़ी बांधने का रस्म भी किया गया। भाजपा नेता विश्राम सिंह, ब्लाक प्रमुख चन्द्रभूषण सिंह उर्फ भोला सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह, बन्टी सिंह, प्रमोद सिंह, राणा कुणाल सिंह, पपु सिंह आदि ने खिलाड़ियों को केसरिया पगड़ी बांधकर जुलूस में रवाना किया। जुलूस महावीर स्थान से निकलकर कस्बे के विभिन्न मार्गों से होते हुए बलिया सिकंदरपुर मार्ग पर पहुंचा जहां खिलाड़ियों ने अपने खेलों का उम्दा प्रदर्शन किया। वहीं लोक कलाकार राधा कृष्ण ,पार्वती शंकर , मां काली आदि के वेश में भक्ति गीतों पर खूब झूमे और श्रद्धालुओं को भी झूमने पर मजबूर किया । वहीं बलिया सिकंदरपुर मार्ग घंटो जाम रहा। जहां दोनों तरफ गाड़ीयों की लम्बी कतारें लग गई। जुलूस के दौरान बीच-बीच में खिलाड़ियों ने हैरतअंगेज खेलों से लोगों को दांतो तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया। खिलाड़ियों ने एक से बढ़कर एक हैरतअंगेज करतब दिखाए। जुलूस में लुप्त हो रहे लोक विधा का प्रदर्शन भी किया गया। जिसमें पखावज, गोड़ऊ, डाफरा आदि शामिल रहा। भजन कीर्तन करते हुए कीर्तन मंडली भी साथ-साथ चल रही थी। जुलूस में शामिल बच्चों द्वारा विभिन्न देवी-देवताओं की झांकियां भी आकर्षण का केंद्र रहा। शिव पार्वती, भारत माता, राधेकृष्ण, राम-लक्ष्मण आदि का प्रतिरूप बने कलाकार लोगों को आकर्षित कर रहे थे। वहीं मुखौटा लगाए बच्चे लोगों को हंसा-हंसा कर लोट-पोट कर रहे थे। रास्ते में छतों पर खड़ी महिलाएं जुलूस पर पुष्प वर्षा कर रही थीं। सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर प्रशासन द्वारा जुलूस के काफी पहले कस्बे में चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी। जुलूस के साथ प्रभारी निरीक्षक सुखपुरा अमित कुमार सिंह व जनपद के थाना पकड़ी, गंगवार, मनियर, बांसडीह रोड थानों की फोर्स साथ चल रहे थे। स्वयंसेवी संगठन व समाजसेवी कई स्थानों पर जुलूस में शामिल खिलाड़ियों व लोगों के लिए पेयजल व शरबत की व्यवस्था किए थे। आजादी के पहले से निकलने वाला यहां का महावीरी झंडा जुलूस पूरे क्षेत्र में आकर्षण व श्रद्धा का केंद्र बना रहा। हिदू-मुसलमान सभी इसमें समान रूप से शरीक होते हैं। इस मौके पर झंडा समिति के अध्यक्ष बंटी सिंह, प्रमोद सिंह, शोक पटेल, शिवशंकर, देवमुनी, वीरबल, राम राज, अमित, संजय, ओमप्रकाश, विनोद, सुधीर, भीम सिंह, पप्पू सिंह, प्रकाश उपाध्याय आदि मौजूद थे।

बलिया : हल्दी थाने में धूमधाम से मना 1033 एम्बुलेंस का वर्षगांठ

राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने वाली दुर्घटनओ पर समय से पहुंच कर घायल लोगो को अस्पताल पहुचा पर उनकी जान बचाने के लिए सरकार की सबसे बड़ी योजना में शामिल हल्दी थाने में आयी एम्बुलेंस 1033 के एक साल पुरे होने पर  103 3एम्बुलेंस पर नियुक्त स्टापो ने वर्षगाँठ धूमधाम से केक काटकर मनाया गया। कार्यक्रम में हल्दी थाने के सभी स्टॉप भी शामिल हुए। इस मौके पर थानाध्यक्ष हल्दी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार की इस योजना से एनएच पर होने वाली घटनाओं में घायल लोगो को तुरंत लाभ मिल जा रहा है।जिससे लोगो की जान बच रही है। नही तो घंटो इंतजार के बाद भी कोई साधन उप्लब्ध नही हो पाता था और व्यक्ति साधन के अभाव में दम तोड़ देते थे। मौके पर ईएमटी अभिषेक यादव, सत्यम कुमार पटेल, ड्राई बरअमित कुमार, विमल शुक्ला, थानाधयक्ष सहित पुरा स्टाप मौजूद रहे।

मानसून की बेरुखी से सहमे किसान, बलिया में 30 प्रतिशत ही हुई धान की रोपाई

इस वर्ष मानसून की बेरुखी ने सारे जानकारों और मौसविदों के पूर्वानुमानों को ध्वस्त कर दिया है।विगत जून महीने से ही लगातार मौसमविदों ने भविष्यवाणी करनी शुरू कर दी कि इस बार मानसून अपने निर्धारित समय से पूर्व पहुंचेगा और 100%बारिश होगी । मौसम विज्ञानियों की भविष्यवाणी को सुनकर किसानों के मन मयूर नाचने लगे।किसानों ने अच्छी मानसून की आवग देखकर खरीफ की फसल धान की तैयारी में जुट गए। किसानों ने ताबड़तोड़ धान की नर्सरी (बेहन) लगा दी । किसान नर्सरी लगाकर मानसून आने की प्रतीक्षा करने लगे दिन ,सप्ताह और माह,और नक्षत्रे बीत गये लेकिन मानसून का दूर दूर तक कोई अतापता नही है। मानसून की इस बेरुखी से किसान सहमे हुए हैं उन्हें समझ मे नही आ रहा है कि क्या किया जाए ? अगर हम पूरे पंदह ब्लॉक की बात करे तो अवर्षण के कारण अभी तक मात्र 20-30% ही धान की रोपाई हो पाई है। अब जबकि धान की नर्सरी रोपाई के लिए बिल्कुल तैयार हो कर खराब हो रही है। कई ऐसी प्रजातियों की नर्सरी है जो अगर समय रहते इनकी रोपाई नही हुई तो इनकी पैदावार नही के बराबर हो जाएगी । किसानों का कहना है कि जिस तरह से मौसम का रुख है इसे देखकर तो यही लगता है कि बारिश के अभी दूर दूर तक कोई आसार नहीं नजर आ रहें हैं। इन किसानों की माने तो आज भले ही विज्ञान अपने को काफी आगे बता रहा है लेकिन पहले जमाने के कृषि एवं मौसमविद घाघ कवि की कहवाते एकदम सटीक बैठती हैं । आज जो मौसम का रुख है इसके संबंध में घाघ कवि ने कहा है कि -“दिन में बदर रात निबदर पुरुआ बहे झब्बर झब्बर ,घाघ कहे कुछ अनहोनी होई कुँआ खोदके धोबी धोइ ।।” अर्थात दिन में बदली और रात में आसमान का साफ होना साथ ही पुरवइया हवा का तेज बहना यह संकेत है कि बारिश नही होगी और ताल तलैया सब सूखे रहेंगे । कुँआ खोदकर धोबी लोगो को कपड़ा धोना पड़ेगा ।घाघ कवि की ये पंक्तियां आज एक दम सटीक बैठ रही हैं यही कारण है कि किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही हैं । मानसून के बेरुखी के साथ साथ नहर व बिजली ने भी मुंह मोड़ा एकतरफ जहाँ किसान मानसून के रूठने से काफी परेशान हैं ।वही किसानों के लिए बिजली और नहरे कोढ़ में खाज बनी हुई हैं ।धान की नर्सरी तैयार होने के बाद मानसून के न आने के बावजूद भी किसान उसके आने केआश नही छोड़े हैं और उसी आस में निजी संसाधनों से पानी की कमी दूर करने का प्रयास कर रहें है । महंगे डीजल पम्पसेट को चलाकर किसान खेतो में पलेवा लगाकर धान की रोपाई करा रहे हैं।इस आस में कि आज नही तो कल हो सकता है मानसून हम पर प्रसन्न हो जाये और हमारी खरीफ की फसल धान की पैदावार अच्छी हो जाये । परंतु दूसरी तरफ सरकार के तरफ सर उपलब्ध कराए जाने वाले संसाधनों के लगातार दगा देने के कारण किसानों की हालत और खस्ता हो गई है। आज कोई भी नहर अपने मानक के अनुरूप नही चल रही है । प्रायः हर नहरो में गेज से नीचे पानी या सप्ताह में एक या दो दिन ही पानी किसानों को मिल रहा है जिससे किसानों की बात बनने वाली नही है। यही हाल बिजली का है सप्ताह में अक्सर तीन दिन बिजली गायब रहती है या 24 घंटे में 6- 7 घंटे ही मिल पाती है जो मिलती भी है । वो भी है उसमें लगातार ट्रिपिंग या लो बोल्टेज की समस्या बनी रहती है । जिससे किसानों के बिजली चलित पम्पसेट नही चल पाते और किसान बेचारा बिजली विभाग और सरकार को कोस कर चुप हो जाता है । किसानों का कहना है कि अगर मानसून नही भी आया है लेकिन अगर नहरो में पानी और बिजली समय से उपलब्ध रहते तो हमारी परेशानियां काफी हद तक कम हो सकती थी । पानी के आभाव में रोपे गए धान के खेतों में पड़े दरार जिन किसानों की धान की नर्सरी तैयार हो चुकी हैं वो येन केन रूप से उनकी रोपाई तो कर रहें हैं लेकिन बारिश न होने और जमीन के अंदर जलस्तर के नीचे चले जाने के कारण खेतो की नमी तुरंत चटक जा रही है ।जिसके कारण खेतो में लंबे लंबे दरार पड़ जा रहे हैं । ऊपर से तेज धूप और गर्मी के चलते धान की नवजात फसल झुलसने लग जा रही है । नहरो में पानी और बिजली का आभाव भी खेतो की नमी गायब करने में बड़ा योगदान कर रहा है । अगर नहरो में पानी तथा बिजली होते तो किसान रोपे गए धान की आराम से सिंचाई कर लेते। अब जिले को सुखा ग्रस्त घोषित करने की मांग शुरू बलिया। लगातार अवर्षण की स्थिति एवं मानसून की बेरुखी के साथ साथ मात्र 20 से 30 प्रतिशत तक धान की रोपाई को देखते हुए अब लोगो के जेहन में सूखे की आशंका उत्पन्न हो गई है। धीरे धीरे ही सही लेकिन किसानों से लगायत बुद्धिजीवी वर्गों तथा राजनैतिक दलों के नेताओ द्वारा बलिया को सूखाग्रस्त घोषित करने की माँग उठने लगी है साथ ही किसानों को आर्थिक सहायता के साथ साथ कृषि ऋण माफी एवं वसूली रोकने की भी मांग होने लगी है। किसानों सहित अनेको लोगो ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित कर सूखा ग्रस्त घोषित करने की मांग की है।

बलिया : सुखपुरा कस्बा में नकाबपोश चोरो ने एक आवासीय घर से नगदी और गहने उडाये

सुखपुरा कस्बा के ए एस एम‌ कान्वेंट स्कूल के पास एक करकटनुमा मकान में नकाबपोश चोरो ने नकदी समेत हजारों रूपये के समान पर हाथ साफ कर दिया।परिजनो को इसकी जानकारी सुबह हुई। बता दें कि कस्बा निवासी श्रीभगवान गोड़ का घर ए एस एम कान्वेंट के पास है। वह गाड़ी चलाने का काम करता है उसी से उसका परिवार चलता है।  रात में  घर के सभी सदस्य खाना खाने के बाद घर के बाहर गर्मी की वजह से सो रहे थे तभी रात के अंधेरे में चोरों ने उनके घर के पीछे से घर में रखा तीन हजार नगद, दो चांदी के पायल , 6 साड़ी व एक मोबाइल पर हाथ साफ कर दिया। इसकी जानकारी सुबह परिजनो को हुई। पीड़ित ने इसकी शिकायत एक तहरीर देकर सुखपुरा थाने पर की है। पुलिस रात में कभी गस्त नहीं करती है जिसके परिणाम स्वरूप आए दिन चोरी की घटनाएं क्षेत्र में बढ़ रही है इससे लोगों में पुलिस प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश बढ़ता जा रहा है पुलिस अधीक्षक का ध्यान आकृष्ट कराते हुए भुक्तभोगी श्री भगवान ने अबिलंब चोरी का पर्दाफाश करने की मांग किया है।

बलिया : जनऊपुर में स्कूली बच्चों ने निकाली तिरंगा रैली

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत शिक्षा क्षेत्र गड़वार अन्तर्गत कम्पोजिट विद्यालय जनऊपुर में  बच्चों ने तिरंगे के साथ रैली निकाली और देश भक्ति के नारे लगाए। साथ ही लोगों को राष्ट्रप्रेम के लिए जागरुक किया। तिरंगा यात्रा कम्पोजिट विद्यालय से शुरु होकर चिरैया टोला, पूराना डाकघर, खिरौली, हनुमान मन्दिर होते हुए गांधी चबूतरे पर समाप्त हुई।  रैली में भारत माता की जय, बन्दे मातरम आदि नारेबाजी करते हुए बच्चे चल रहे थे। विद्यालय के प्रधानाचार्य एस.एन.राम ने बताया कि रैली का उद्देश्य देशवासियों में राष्ट्रीय भावना जागृत करना है। साथ ही अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को खुद खरीद कर फहराने के लिए प्रेरित करना है।  इस अवसर पर सहायक अध्यापक अजीत सिंह, अभय सिंह, शिक्षामित्र पूनम पाण्डेय सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

बलिया : महाराजपुर गांव में पूर्व प्रधान के घर के बाहर अधेड़ की गला रेतकर नृशंस हत्या

सहतवार थाना क्षेत्र के महाराजपुर गांव में गुरुवार  की देर रात  क्षेत्र के केशव यादव (50 साल) के गला रेत कर नृशंस तरीके से हत्या कर दी ।केशव यादव रात में पूर्व प्रधान राधेश्याम यादव के घर के बाहर सोये थे। हत्या को लेकर चर्चाओ का बाजार काफी गर्म है। केशव यादव अविवाहित थे तथा उनका गांव में घर भी नहीं है। वह गांव में घूम घूम कर गाय , भैंस का दूध दूहने का काम करते थे। सूचना मिलते ही सुबह पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

बलिया : जेपी के गांव लाल टोला में बनेगा राष्ट्रीय स्मारक

जयप्रकाश नारायण स्मारक ट्रस्ट लाल टोला सिताब दियारा बिहार को राष्ट्रीय स्मारक बनाया जाएगा। इसका लोकार्पण आगामी 11 अक्टूबर को भारत सरकार के गृह मंत्री व सहकारिता मंत्री अमित शाह करेंगे। इस आशय की जानकारी देते हुए सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने बताया कि जयप्रकाश नारायण स्मारक ट्रस्ट का अध्यक्ष होने के नाते मैंने नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर जाकर उन्हें आमंत्रित किया। उन्होंने अपनी सहमति प्रदान कर दी है। वही प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को सहकारिता के माध्यम से अधिक लाभ पहुंचाने के संदर्भ में भी विचार विमर्श किया गया। पत्रकारों से बातचीत में सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने बताया कि अक्टूबर में गृह मंत्री के सिताब दियारा आगमन पर बलिया के विकास से जुड़े कई परियोजनाओं की घोषणा भी होगी। इस संदर्भ में गृह मंत्री से व्यापक विचार विमर्श हुआ है। गृह मंत्री ने बलिया के विकास के लिए हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाते हुए कहा है कि कार्य योजना तैयार कराइए, धन का अभाव नहीं होने दिया जाएगा।

बलिया : बैरिया विकासखण्ड की अधिसिजुवा पंचायत के कुओं के सुन्दरीकरण कराने में जुटी प्रधान

अगाध जल के स्रोत कुओं का अस्तित्व मिटने के कागार पर है। लोग कुओं को महत्वहीन समझकर अंधाधुध पाट रहे है। ऐसा लग रहा की कुओं पर सामत आ गयी है। वहीं बैरिया विकास खण्ड की ग्राम पंचायत अधिसिजुवा की प्रधान प्रियंका प्रकाश कुंए के महत्व को समझ मनरेगा से सफाई करवाने में लगी है। यही नहीं, प्रधान प्रतिनिधि मनोज निषाद कुंए के स्वच्छ जल के सम्बंध में लोगों को जागरूक कर रहे है। प्रधान का कहना है कि गांव में पानी टंकी से सप्लाई नही है, तो क्या हुआ कुएं के शुद्धजल में आर्सेनिक भी नही होता है। ऐसे में वर्षो से कूड़ा-करकट से पटे कुएं को मनरेगा से सफाई कराने में लगे हुए है। प्रधान का कहना है कि सफाई के बाद कुंए का जीर्णोद्धार कराया जाएगा।जिससे लोग पीने का पानी से लेकर पूजा-पाठ तक करने के लिए उपयोग करेंगे।

बलिया के सात प्रधानों को कारण बताओ नोटिस

जिला पंचायत राज अधिकारी यतेन्द्र सिंह ने सात प्रधानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें बैरिया के छह और मुरलीछपरा ब्लॉक के एक प्रधान शामिल है। तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण तलब किया गया है। इन प्रधानों पर उच्चाधिकारियों के निर्देशों की अनदेखी करने का आरोप है। चेतावनी दी गई है कि स्पष्टीकरण संतोषक व समय से नहीं प्रस्तुत किया गया तो उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी। जिला पंचायत राज अधिकारी की सख्ती से प्रधानों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि डीएम की अध्यक्षता में 28 जुलाई को बैरिया ब्लॉक में पेयजल व जलभराव से निजात दिलाने के लिए बैठक आयोजित की गयी थी। ब्लॉक के सभी प्रधानों को इसकी सूचना दी गयी थी, लेकिन बैरिया ब्लॉक के भीखाछपरा प्रधान भुनेश्वर राम, दयाछपरा प्रधान हृदयानंद वर्मा, नवकागांव प्रधान रजनी सिंह, चकिया प्रधान मनजी पासवान, मानगढ़ प्रधान राजकुमार यादव व श्रीकांतपुर ग्राम प्रधान अरुण यादव बैठक में उपस्थित नहीं थे। इस वजह से इन पंचायतों में साफ-सफाई व पेयजल आदि की व्यवस्था की जानकारी नहीं मिल पायी। डीपीआरओ ने इसे पदीय दायित्वों के निर्वहन में चूक मानते हुए बैठक में अनुपस्थित रहने का स्पष्टीकरण तीन दिन के अंदर देने को कहा है। वहीं, मुरलीछपरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत शिवपुर कपूर दीयर की प्रधान शीला देवी द्वारा स्वच्छता मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के तहत पंचायत में कूड़ा प्रबंधन केंद्र निजी जमीन पर कराया जा रहा है, जो सरकार के नियम विरूद्ध है। शासनादेश के मुताबिक कूड़ा प्रबंधन केंद्र किसी भी दशा में निजी भूमि पर नहीं बनाया जा सकता है। इसकी रिपोर्ट सचिव व एडीओ पंचायत ने जिला पंचायत राज अधिकारी को दिया। इसे संज्ञान में लेते हुए डीपीआरओ ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।  

बलिया : नगरा व चिलकहर प्रखंड के प्रधान पद का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न, मतगणना 6 अगस्त को

जिले के नगरा व चिलकहर ब्लाक क्षेत्र के एक-एक पंचायतो में प्रधान पद लिए गुरुवार को मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न होने पर प्रशासन ने राहत की सास ली है। नगरा ब्लाक के त्रिलोकमन्दा पंचायत पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित है यहां आए महिला व आए पुरूष उम्मीदवार मैदान में थे। दोनों  प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटिका में बंद हो गया। छह अगस्त यानी शुक्रवार को ब्लाक मुख्यालय पर मतगणना के बाद जीत-हार का फैसला होगा। बता दे कि प्रधान राजकुमार यादव के मौत के बाद पद रिक्त चल रहा था। चुनाव की तिथि घोषित होने के पश्चात मृतक की पुत्री कृतिका यादव ने नामांकन दाखिल किया और सकलदीप चौहान ने मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रुप में रहे। लगभग 75 प्रतिशत मतदान में कुल 1035 मतदाता के मतदान के लिए दो बूथ बनाए गए थे जिसमें प्रथम बूथ पर 566 में 424 व दुसरे बूथ में 469 में 349 मत पड़े। शान्तिपूर्ण मतदान के लिए उपजिलाधिकारी सर्वेश कुमार यादव के नेतृत्व में भारी सुरक्षा व्यवस्था लगी रही। वहीं चिलकहर ब्लाक के मझौवा पंचायत में तीन उम्मीदवार मैदान में थे। दो बूथों पर लगभग 60 प्रतिशत मतदान हुआ।