जिला पंचायत राज अधिकारी यतेन्द्र सिंह ने सात प्रधानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें बैरिया के छह और मुरलीछपरा ब्लॉक के एक प्रधान शामिल है। तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण तलब किया गया है। इन प्रधानों पर उच्चाधिकारियों के निर्देशों की अनदेखी करने का आरोप है। चेतावनी दी गई है कि स्पष्टीकरण संतोषक व समय से नहीं प्रस्तुत किया गया तो उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी। जिला पंचायत राज अधिकारी की सख्ती से प्रधानों में हड़कंप मच गया है।
बताया जाता है कि डीएम की अध्यक्षता में 28 जुलाई को बैरिया ब्लॉक में पेयजल व जलभराव से निजात दिलाने के लिए बैठक आयोजित की गयी थी। ब्लॉक के सभी प्रधानों को इसकी सूचना दी गयी थी, लेकिन बैरिया ब्लॉक के भीखाछपरा प्रधान भुनेश्वर राम, दयाछपरा प्रधान हृदयानंद वर्मा, नवकागांव प्रधान रजनी सिंह, चकिया प्रधान मनजी पासवान, मानगढ़ प्रधान राजकुमार यादव व श्रीकांतपुर ग्राम प्रधान अरुण यादव बैठक में उपस्थित नहीं थे। इस वजह से इन पंचायतों में साफ-सफाई व पेयजल आदि की व्यवस्था की जानकारी नहीं मिल पायी। डीपीआरओ ने इसे पदीय दायित्वों के निर्वहन में चूक मानते हुए बैठक में अनुपस्थित रहने का स्पष्टीकरण तीन दिन के अंदर देने को कहा है।
वहीं, मुरलीछपरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत शिवपुर कपूर दीयर की प्रधान शीला देवी द्वारा स्वच्छता मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के तहत पंचायत में कूड़ा प्रबंधन केंद्र निजी जमीन पर कराया जा रहा है, जो सरकार के नियम विरूद्ध है। शासनादेश के मुताबिक कूड़ा प्रबंधन केंद्र किसी भी दशा में निजी भूमि पर नहीं बनाया जा सकता है। इसकी रिपोर्ट सचिव व एडीओ पंचायत ने जिला पंचायत राज अधिकारी को दिया। इसे संज्ञान में लेते हुए डीपीआरओ ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।