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बाइकों की भिड़ंत में युवक की मौत, दूसरा गम्भीर

बलिया। उभांव थाना क्षेत्र के सिकन्दरपुर- उभांव मार्ग पर हल्दिरामपुर चट्टी के समीप मंगलवार की देर शाम दो बाइको की आमने – सामने की टक्कर में एक 30 वर्षीय युवक की मौत हो गयी जबकि दूसरा मामूली रूप से घायल मौके से फरार हो गया। इस घटना के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 वर्षीय माखन यादव निवासी सहिया मठिया जो माल्दा में कपड़े की दुकान चलाता था। मंगलवार की शाम को अपनी दुकान बन्द करके वापस बाइक से घर आ रहा था। अभी हल्दिरामपुर चट्टी के समीप पहुँचा था कि विपरीत दिशा से आ रहा बाइक सवार ने जोरदार टक्कर मार दिया जिससे माखन सड़क से दूर जा गिरा और गम्भीर रूप से घायल हो गया। वही दूसरा बाइक सवार मौके से फरार हो गया। गम्भीर रूप से घायल माखन को आस पास के लोगो की मदद से सीएचसी सीयर पहुँचाया गया। जहाँ डॉक्टरों ने माखन को मृत घोषित कर दिया ।   इस घटना की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। युवक का एक 2 साल का लड़का है। घटना की सूचना मिलते ही उभांव पुलिस सीएचसी सीयर पहुँचकर युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बलिया भेज दिया।

भागवत कथा सुनने मात्र से महापापी का भी होता है कल्याण

बलिया। संदीपाचार्य ‘मधुकर ने कहा कि कभी-कभी ऋषि मुनियों का श्राप भी जीव के लिए कल्याणकारी बन जाता है। जबकि श्राप देते समय जीव को बुरा लगता है। बताया कि अहिल्या को अत्रि मुनि ने श्राप दे दिया कि तुम पत्थर बन जाओ, अहिल्या तुरन्त पत्थर बन गई। लेकिन कालांतर में प्रभु श्रीराम के पैर की रज से स्पर्श से अहिल्या का उद्धार हुआ और वह प्रभु का दर्शन कर पति लोक को चली गई। बैरिया तहसील के नवका गांव में चल रहे नौ दिवसीय रुद्रमहायज्ञ में रविवार की शाम प्रवचन में ‘मधुकर ने जनकपुर प्रसंग में बताया कि प्रभु श्रीराम को जनकपुर घूमने का मन था, लेकिन उन्होंने लक्ष्मण का सहारा लिया और गुरु विश्वामित्र से कहे कि ‘नाथ लखन जनकपुर देखन चहही प्रभु संकोच डर प्रकट न करहीं, जो राउर आयसु मैं पाऊं, नगर दिखाई तुरत लै आऊं। ऐसे हैं मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जो अपनी इच्छा पूर्ति के लिए भी दूसरे के सहारे गुरु से आज्ञा लेते हैं। मनुष्य को किसी काम में अपने से बड़ों से आज्ञा लेनी चाहिए। पीठाधीश्वर वेंकटेश महाराज ने बताया कि श्रीमद्भागवत में जो बातें सुखदेवजी ने बताई है वह आज घोर कलिकाल में जीव के लिए कल्याणकारी है। श्रद्धालुओं को बताया कि इसी कथा से राजा परीक्षित को ज्ञान प्राप्त हुआ, तो वही महापापी धुंधकारी का भी कल्याण हो गया। रुद्रमहायज्ञ में पहुंचे श्रद्धालु देर रात तक मानस व भागवत कथा रूपी भक्ति सरिता में गोता लगाते रहे। इस मौके पर शिव ध्यान सिंह, रवि प्रताप सिंह, गरज नारायण सिंह, करण कुमार, मुन्नी सिंह, चंदन सिंह, वीरेंद्र सिंह आदि थे।  

डीपीआरओ ने पांच सचिवों की रोकी सालाना वेतनवृद्धि

बलिया। जिला पंचायत राज अधिकारी यतेन्द्र सिंह ने जिले के पांच सचिवों को ‘पंचायत गेटवे की जगह बाहर से भुगतान पर एक साल की वार्षिक वेतनवृद्धि रोकने का आदेश दिया है। साथ ही तीन दिन में स्पष्टीकरण जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में देने का आदेश भी दिया है। समय से स्पष्टीकरण नहीं देने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। ये पांचों सचिव अपने ग्राम पंचायतों में तीन लाख 41 हजार 544 रुपये ‘पंचायत गेटवे के बाहर से दिए हैं, जो शासनादेश का उल्लंघन के साथ ही वित्तीय अनियमितता है। प्रदेश सरकार ने गांव के विकास कार्यों में हो रहे धांधली को रोकने के लिए बीते सितम्बर महीने में सभी पंचायतों में एक नया सॉफ्टवेयर ‘पंचायत गेटवे इंस्टॉल कराने तथा विकास कार्यों का भुगतान इसी साफ्टवेयर से करने का निर्देश दिया था। जिले के 940 पंचायतों के पंचायत सचिवालयों के कम्प्यूटर में साफ्टवेयर का इंस्टॉलेशन कराया जाने के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी ने बाहर से भुगतान नहीं किये जाने का निर्देश दिया था। बावजूद सोहांव ब्लॉक के इच्छा चौबे के पुरा में तैनात सचिव अजय कुमार यादव 53 हजार 100, रसड़ा ब्लॉक के रामपुर में तैनात सचिव वैभव कुमार श्रीवास्तव 20 हजार, बांसडीह ब्लॉक के मुड़ियारी में तैनात रामभवन त्यागी 16 हजार 800 गड़वार ब्लॉक के हरिपुर में तैनात पूजा सिंह दो लाख 21 हजार 492 इनके ही चार्ज वाला नवादा पंचायत में 26 हजार 152 तथा मनियर ब्लॉक के निपनिया में तैनात सचिव शैडो वर्मा 30 हजार रुपये ‘पंचायत गेटवे के बाहर से भुगतान किए हैं

अविलम्ब शुरू करें कार्तिक पूर्णिमा स्नान की तैयारी : डीएम

बलिया। ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा स्नान (8 नवम्बर) की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल अभी से गंभीर हो गई हैं। उन्होंने सोमवार को श्रीरामपुर घाट का निरीक्षण कर कार्तिक पूर्णिमा की तैयारियों के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिया कि जहां सड़क जर्जर हो गई है वहां सड़क का निर्माण करा दिया जाए, ताकि लोगों का आवागमन सुगम हो सके। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सत्यप्रकाश सिंह को निर्देश दिया कि घाट पर स्नानार्थियों के लिए जो भी सुविधाएं पहले से उपलब्ध कराई जाती रही है, उसको ध्यान में रखते हुए अभी से तैयारी शुरू कर दी जाए। बता दे कि आगामी 8 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा का यह ऐतिहासिक अवसर है। इस दौरान उनके साथ पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर, सीडीओ प्रवीण वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार सहित लोक निर्माण विभाग व नगरपालिका के अधिकारी-कर्मचारी थे।

लंपी के चलते नहीं लगेगा ददरी का ऐतिहासिक पशु मेला

बलिया। देश के बड़े पशु मेला में शुमार ऐतहासिक ददरी मेला इस बार नहीं लगेगा। गोवंश में हो रही लंपी बीमारी के चलते सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह निर्णय लिया है। उन्होंने इससे पशु कारोबारियों व दुकानदारों को भी अवगत कराने का निर्देश दिया है।   दीपावली के एक-दो दिन बाद से ददरी का पशु मेला (नंदी ग्राम) का आयोजन हर साल होता है। नगर पालिका की ओर से इसकी तैयारी भी की जा रही थी। इसी बीच पशु मेला के नहीं लगाने का निर्णय से नपा को अवगत कराया गया। दरअसल इस मेला में यूपी-बिहार के साथ ही हरियाण व पंजाब आदि जगहों से पशु व्यापारी पहुंचते हैं। पशु मेला की शुरुआत गाय-भैंस से होती है। इसके बाद खच्चर, बैल, बछड़ा, घोड़ा तथा सबसे अंत में गदहों की खरीद-बिक्री होती है। मेला से नगर पालिका को आमदनी होती है तथा उसी पैसे से कार्तिक पूर्णिमा के दिन से शुरु होने मीना बाजार का इंतजाम किया जाता है। नपा की ओर से शासन को गोवंश को छोड़कर अन्य पशुओं का मेला लगाये जाने की अनुमति मांगा है। हालांक शासन की ओर से इसको देने से भी इनकार कर दिया गया है। नपा के ईओ सत्यप्रकाश सिंह का कहना है कि पशु मेला का आयोजन नहीं करने की जानकारी मिली है। उनका कहना है कि अधिकारियों का जो निर्णय होगा उसी के अनुसार काम किया जायेगा।

दूसरे दिन पीईटी में गैरहाजिर रहे 4697 अभ्यर्थी

बलिया। प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) दूसरे दिन रविवार को शहर के नौ केंद्रों पर आयोजित हुई। कुल 10464 परीक्षार्थियों में से दूसरे दिन ही 4697 अभ्यार्थी गैरहाजिर रहे। परीक्षा के सकुशल समाप्त होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली। परीक्षा के दौरान केंद्रों के बाहर तथा आसपास सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये गये थे। पीईटी के लिये शहर के नौ स्कूलों व कॉलेजों को केंद्र बनाया गया था। इनमें राजकीय इंका (जीआईसी), राजकीय बालिका इंका (जीजीआईसी), गुलाब देवी बालिका इंका, गुलाब देवी महिला महाविद्यालय, कुंवर सिंह इंका, कुंवर सिंह पीजी कॉलेज, एससी कॉलेज, श्रीमुरली मनोहर टाउन इंका तथा श्रीमुरली मनोहर पीजी कॉलेज शामिल थे। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 बजे शुरु होकर दोपहर 12 बजे समाप्त हुई। इस दौरान पंजीकृत कुल 5232 अभ्यार्थियों में से करीब 2332 अनुपस्थित रहे। इसी प्रकार दूसरी पाली का इम्तिहान दोपहर बाद तीन से शुरु हुआ तथा शाम पांच बजे समप्त हुआ। दूसरी पाली में रजिस्टर्ड 5232 परीक्षार्थियों में से 2365 गैरहाजिर रहे। परीक्षा के खत्म होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मिलान करने के बाद अधिकारियों ने सुरक्षा के बीच ट्रेजरी के लॉकर में जमा कराया। परीक्षा के दौरान पुलिस-प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारी अलर्ट मोड में रहे। सकुशल परीक्षा के समाप्त होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। नशे में स्टेटिक मजिस्ट्रेट के होने पर हंगामा प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा के दूसरे दिन रविवार को शहर के परीक्षा केंद्र पर उस वक्त खलबली मच गयी जब स्टेटिक मजिस्ट्रेट के रुप में तैनात अफसर नशे की हालत में ड्यूटी करने पहुंचा। वहां मौजूद अधिकारियों ने मामले से आला अधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद उक्त अधिकारी को परीक्षा केंद्र से हटा दिया गया। सूत्रों की मानें तो संवेदनशील परीक्षा की ड्यूटी में इस तरह की अनुशासनहीनता पर अधिकारी नाराज व गंभीर हैं। उसके खिलाफ अंदरखाने कार्रवाई की तैयारी भी चल रही है। दो दिनों में 9529 ने छोड़ दी पीईटी प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा के लिये जनपद के नौ केंद्रों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। दो दिनों में चार पालियों में परीक्षा देने के लिये कुल 20 हजार 928 अभ्यार्थियों को पंजीकृत किया गया था। एक दिन में 10 हजार 64 तथा प्रत्येक पाली में 5232 परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होना था। संसाधानों के अनुसार परीक्षा केंद्रों को परीक्षार्थियों की संख्या का आंवटन किया गया था। इनमें सबसे अधिक एससी कॉलेज व टीडी कॉलेज को प्रत्येक पाली में 984-984 परीक्षार्थियों का परीक्षा केंद्र बनाया गया था। सूत्रों की मानें तो पहले दिन यानि शनिवार को 4832 तथा दूसरे दिन रविवार को 4697 अभ्यार्थी परीक्षा देने नहीं पहुंच सके। कुल मिलाकर दो दिनों में 9529 ने पीईटी परीक्षा को छोड़ दिया। परीक्षा समाप्त होने के बाद वापसी को आपाधापी पीईटी परीक्षा को लेकर दो दिनों से शहर में गहमागहमी रहा। सुबह से शाम तक परीक्षार्थियों की चहलकदमी से कई दुकानदारों की आमदनी में भी इजाफा हुआ। रविवार को परीक्षा समाप्त होने के बाद दोपहर व शाम को रोडवेज व रेलवे स्टेशनों पर भी गहमा-गहमी रही। परीक्षार्थियों का आने का सिलसिला शुक्रवार की देर शाम से ही शुरु हो गया था। ट्रेन व बसों से आने वाले अभ्यार्थी होटल, लाज तथा रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर रुके थे। हालांकि कई ऐसे थे जो अपने साधन से परीक्षा शुरु होने से कुछ देर पहले पहुंच रहे थे। रविवार को पहली पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद से ही उनके वापस लौटने का सिलसिला शुरु हो गया। अभ्यार्थियों के भीड़ से शहर में जाम की स्थिति न बने इसके यातायात पुलिस के जवान भी अलर्ट मोड में थे। ट्रैफिक के अलावे मुख्य चौराहों व अन्य जगहों पर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था।

गंगा का थमा वेग, घाघरा नदी भी घटाव पर

बलिया। मीडियम फ्लड के करीब पहुंच गंगा का जल स्तर रविवार सुबह से स्थिर हो गया। उधर, घाघरा में शनिवार रात से धीमी गति से घटाव शुरू हो गया है। बावजूद प्रभावित क्षेत्र के लोगों की दिक्कते कायम है। गंगा के बाढ़ के पानी में रामगढ़ क्षेत्र के सैकड़ों बीघे मिर्च, परवल, टमाटरआदि की फसल जलमग्न हो गयी। किसान सकते में है। पीड़ित परिवार मदद की आस लगाये बैठे हैं। घाघरा के अधिकतर बाढ़ क्षेत्रों में अब तक सरकारी सहायता नहीं पहुंच पायी है। गायघाट गेज पर रविवार शाम चार बजे नदी का जलस्तर 58.080 मीटर रिकार्ड किया गया। नदी यहां सुबह आठ बजे खतरा बिन्दु 57.615 मीटर से 47 सेमी ऊपर पहुंच कर स्थिर हो गयी है। बाढ़ का पानी सैकड़ों किसानों की कमर तोड़ चुका है। मौजा गायाघाट में छोटक रज्जक, विक्रमा, मुन्ना, शम्भू, विजय, श्रवण तुरहा आदि के पचास बीघे से अधिक की मिर्च, टमाटर आदि की फसल नष्ट हो गयी। वहीं शुक्लछपरा के योगेन्द्र तुरहा, कन्हैया तुरहा, रमेश आदि की पचासों बीघे में बोयी गयी परवल की फसल डूब कर जल मग्न हो गयी है। इसमे योगेन्द्र के 12 व कन्हैया के तीन बीघे की फसल शामिल है। उधर, शनिवार दिन भर ठहराव के बाद देर रात से घाघरा नदी में घटाव शुरू हो गया है। बावजूद बस्तियों में घुसा बाढ़ का पानी फिलहाल बाहर नही निकला है। पीड़ित मदद की आस में जिम्मेदारों की राह निहारते देखे जा रहे है। अधिकाश पीड़ितों तक अब तक राहत मुहैया नहीं हो पायी है। आयोग के अनुसार शाम चार बजे डीएसपी हेड पर घाघरा का जल स्तर 65.580 मीटर रिकार्ड किया गया। जबकि एक सेमी प्रति घंटे का घटाव हो रहा है। नदी यहां अब भी खतरा बिन्दु 64.010 मीटर से 1.57 सेमी ऊपर बह रही है। पिछले आठ घंटो मे आठ सेमी का घटाव दर्ज किया गया है। नीचले इलाकों जगछपरा से लेकर गायाघाट-रुद्रपुर तक एनएच के दक्षिण दिशा के दर्जनों मकानों तक गंगा के बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। नदी के ठहराव के बाद उक्त पीड़ित राहत महसूस कर रहे है। गंगा में आयी बाढ़ से गंगा उस पार नौरंगा पंचायत के मौजा भगवानपुर, तिरासी, कोन्हिया में गंगा कटान के रूप मे एक बार फिर कहर बरपाने लगी है। बीते चौबीस घंटे के अंदर करीब पांच बीघा खेत नदी में विलीन हो चुके है।

किशोरी को लहूलुहान करने वाला मुठभेड़ में गिरफ्तार

बलिया। नगरा थाना क्षेत्र के सिकरहटा गांव के पास रविवार को तड़के हुई मुठभेड़ में किशोरी की हत्या का प्रयास करने का आरोपित गोली लगने से घायल हो गया। पैर में गोली लगने से जख्मी आरोपित को पुलिस ने पीएचसी नगरा पहुंचाया जहां के डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया। स्थानीय थाना क्षेत्र के सिकरहटा गांव के पास शनिवार की सुबह लहुलूहान हाल में करीब 13 वर्षीय किशोरी पड़ी मिली। खबर पाकर पहुंची पुलिस ने पीएचसी पर पहुंचाया जहां के डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने भी उपचार के बाद हालत गंभीर देख वाराणसी रेफर कर दिया। इस मामले में पुलिस ने लड़की के पिता की तहरीर पर ताड़ीबड़ागांव (डेरापर) निवासी नौशाद के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर लिया। पुलिस के अनुसार रविवार की रात आरोपित को पकड़ लिया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूछताछ के बाद भोर में पुलिस टीम नौशाद को घटनास्थल पर किशोरी के हाथ काटने में प्रयुक्त ब्लेड व अन्य साक्ष्यों को बरामदगी के लिये लेकर जा रही थी। इस दौरान मलप गांव के पास वह पुलिसकर्मियों को धक्का देकर भागने लगा तथा पहले से छिपाये गये कट्टे से पुलिस टीम पर फायर कर दिया। पुलिस के जवानों ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाइ लिहाजा उसके पैर में गोली लग गयी। इसकी जानकारी होते ही सीओ रसड़ा एसएन वैस के साथ ही अन्य कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गयी। कार्रवाई करने वाली पुलिस टीम में एसओ नगरा बृजेश सिंह, एसआई रामसकल यादव, सुरजीत सिंह, सिपाही अब्दुल हमीद, नीरज राही, रणजीत सिंह, सतीश गुप्ता आदि थे। चक्का जाम के बाद आरोपित के घर पर चला बुल्डोजर नगरा में किशोरी की नस काटकर हत्या के प्रयास की घटना के बाद से इलाके में तनाव की स्थिती बनी हुई है। रविवार की सुबह पहुंचे ग्रामीणों ने आरोपी के गोदाम में मौजूद टेंट आदि के सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने एहतियातन ताड़ीबड़ागांव में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी है। बताया जाता है कि आरोपित के घर पर बुल्डोजर चलाने की मांग को लेकर रविवार की दोपहर कुछ लोगों ने गांव के सामने ही सड़क जाम कर दिया। पुलिस के काफी प्रयास के बाद जाम समाप्त हुआ। इसके बाद पुलिस की टीम बुल्डोजर लेकर आरोपित नौशाद के मुख्य सड़क के किनारे स्थित मकान पर पहुंची तथा आगे लगे टीन शेड व पक्की सीढ़ी को तोड़ दिया। हालांकि इसके बावजूद लोगों में आक्रोश कम नहीं हुआ है। मेले से ले जाकर हत्या का प्रयास का आरोप किशोरी को मेला से लेजाकर आरोपित नौशाद ने हाथ की नस काटकर हत्या करने का प्रयास किया। हालांकि संयोग से लड़की की जान बच गयी और इस पूरे मामले का खुलासा हो गया। घायल किशोरी के पिता ने पुलिस को दी गयी तहरीर में आरोपित नौशाद पर इस घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा है कि मेरी बेटी अपनी सहेली के साथ मेला देखने गयी थी जहां से नौशाद उसे अपने साथ लेकर चला गया तथा हाथ की नस काटकर हत्या करने का प्रयास किया। पुलिस ने सिकरहटा घटनास्थल से घटना में प्रयुक्त ब्लेड, किशोरी का पर्स आदि को बरामद कर लिया है। एसपी राजकरन नय्यर का कहना है कि किशोरी का इलाज चल रहा है। डॉक्टरी मुआयना होने के बाद धारा की बढ़ोत्तरी कर आगे की कार्रवाई की जायेगी। सोशल मिडिया पर जारी है अफवाहों का दौर नगरा इलाके में किशोरी की हाथ की नस काटकर हत्या करने के प्रयास का मामला राजनीतिक रुप धारण करता जा रहा है। इसके चलते आरोपित के गांव का ही नहीं बल्कि स्थानीय कस्बा का माहौल तनावपूर्ण हो चुका है। आरोपित पर कार्रवाई की मांग को लेकर कुछ संगठन भी माहौल को गरमाने का प्रयास कर रहे हैं। बताया जाता है कि घटना के बाद से सोशल मिडिया पर भी अफवाहों का दौर जारी है। हालात को देखते हुए पुलिस अधिकारी पल-पल पर नजर बनाएं हुए हैं। कई थानों की फोर्स व पीएसी के जवानों को नगरा में उतारा गया है। पुलिस का प्रयास माहौल को शांत बनाएं रखने का है।

टूटकर गिरे बिजली के तार की जद में आकर वृद्ध की मौत

बलिया। रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के डूमरकोठी (मंगरौली) गांव में रविवार की भोर में शौच के लिए जा रहे बुजुर्ग की हाईटेंशन तार की चपेट में आकर मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही परिवार में मातम पसर गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गांव के 76 वर्षीय राधा यादव भोर में करीब तीन बजे शौच के लिए खेत की ओर जा रहे थे।  वे घर के पीछे पहुंचे थे, तभी खेत में पहले से टूटकर गिरे बिजली के तार की चपेट में आ गये तथा मौके पर ही उनकी मौत हो गयी।  इसकी जानकारी होते ही गांव-घर में कोहराम मच गया।   सूचना पाकर मौके पर पहुंची डायल 112 के जवानों ने मामले से अधिकारियों व कोतवाली पुलिस को घटना से अवगत कराया। ग्रामीणों का कहना है कि जर्जर तार को बदलने की मांग कई बार हो चुकी है। हालांकि इसके बावजूद जिम्मेदारों का ध्यान इस ओर नहीं जा सका। इसका नतीजा यह हुआ कि एक वृद्ध की मौत हो गयी।

तिरंगे में लिपटा घर पहुंचा बलिया का लाल, रो पड़ा हर दिल

बलिया। सेना के जवान का शव जैसे ही गांव पहुंचा कोहराम मच गया। घर-परिवार ही नहीं, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गयी। अपने लाल की एक झलक पाने को हर कोई बेताब रहा। जवान का अंतिम संस्कार गंगा नदी के चैनछपरा घाट पर किया गया, जहां साथ आये जवानों ने गार्ड फॉर आनर दिया।    हल्दी थाना क्षेत्र के परसिया गांव निवासी प्रकाश सिंह (26) पुत्र संजय सिंह सेना के 130 आरसीसी ग्रिफ में ईस्ट सिक्किम में तैनात थे। गुरुवार की रात सिक्किम की पहाड़ियों में सभी जवानों के साथ कैम्प में प्रकाश भी सोए थे। शुक्रवार की सुबह प्रकाश सिंह के साथियों ने चाय पीने के लिए कैम्प से बाहर चलने को कहा, लेकिन उसने रात 09 बजे की फ्लाइट से गांव जाने की बात कह कर सो गया। शुक्रवार की सुबह छः बजे कैम्प के ऊपर पहाड़ी पर खड़ी सेना की गाड़ी में एक प्राइवेट गाड़ी ने टक्कर मार दिया दिया। इससे असन्तुलित दोनों गाड़ी पहाड़ी से नीचे लगे प्रकाश के कैम्प पर गिर गयी, जिसके नीचे दब कर प्रकाश सिंह की मौके पर ही मौत हो गयी।   संयोग रहा कि उसके सभी साथी चाय पीने चले गए थे, अन्यथा बहुत बड़ी घटना हुई होती। शनिवार की दोपहर करीब 11 बजे प्रकाश का पार्थिव शरीर पैतृक गांव परसिया पहुंचा तो परिवार के साथ-साथ इलाके में कोहराम मच गया। गांव सहित आस पास के गांव के लोगों की भीड़ दरवाजे पर इकट्ठा हो गयी। पार्थिव शरीर को साथ लेकर आये जवानों ने चैनछपरा गंगा घाट पर गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम संस्कार कराया।मुखाग्नि दिवंगत जवान के पिता संजय सिंह में दी।   प्रकाश दो भाईयों में बड़ा थे, जो 2018 में 130 आरसीसी ग्रिफ में भर्ती हुए थे। प्रकाश की शादी फरवरी 2020 में हल्दी थाना क्षेत्र के मझौवा गांव निवासी विजेन्द्र सिंह की पुत्री स्वीटी सिंह से हुई थी। प्रकाश सिंह के पिता संजय सिंह यूपीपी में कार्यरत है। इस घटना के बाद मृतक की माता ब्यूटी सिंह तथा परिवार के लोगो का रोते रोते बुरा हाल है, जबकि इस घटना से अनजान गर्भवती पत्नी स्वीटी सिंह बलिया के किसी नर्सिंग होम में तीन दिन पहले से भर्ती है।