Bakwas News

मालगाड़ी के धक्के से युवती की मौत

बलिया। रेवती थाना क्षेत्र के दलछपरा हाल्ट रेलवे स्टेशन एवं सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन के बीच श्रीनगर में बुधवार की सायं सुरेमनपुर से बलिया जा रही मालगाड़ी के चपेट में आने से 22 वर्षीय अज्ञात लड़की की मौके पर मौत हो गयी। बताया जाता है कि वह लड़की पोल सं. 33/41 के पास ट्रैक पार कर रही थी। इसी बीच मालगाड़ी आ गयी।फलस्वरुप मालगाड़ी से धक्का लगने के बाद सीमांकन हेतु लगा लोहे का कटिंला एंगिल से सिर में गंभीर चोट लगी तथा मौके पर ही मौत हो गयी।घटना के बाद रेवती रेलवे स्टेशन के एसएम ने रेवती पुलिस को सूचित किया।पुलिस शव को कब्जे लेकर बलिया भेज दिया।समाचार लिखे जाने तक मृतका का शिनाख्त नही हो पाया था।

उत्साह के साथ मना भैया दूज व गोवर्धन पूजन का त्योहार

बलिया। जिले भर में बुधवार की सुबह महिलाएं अपने भाई के दीर्घायु जीवन के लिए श्रद्धा व विश्वास के साथ भैया दूज का त्योहार मनाया। महिलाओं ने गाय के गोबर का गोवर्धन के प्रतीक (गोधन) बनाकर उनकी प पूजा की। वहीं, भाई के दीर्घायु जीवन की कामना के साथ ही गोवंश के संवर्धन के साथ पूरे परिवार को धन-धान्य से परिपूर्ण करने की प्रार्थना की। मुंह से परंपरागत रूप में उनके मृत्यु के लिए अपशब्द निकालने वाली जिह्वा में रेगनी का कांटा चुभोकर उसे दण्डित करने का सामुहिक उपक्रम किया। उनका दीर्घायु जीवन बनाये रखने की कामना की।   फिर उस गोधन को मूशल के कुटकर उन्हें विसर्जित किया। उस पूजित गोधन से केराव का दाना (बजरी) निकाल सबो ने अपने भाईयों को प्रसाद के रूप में खिलाकर बज्र के समान शरीर को निरोग और आरोग्य प्राप्ति के लिए आशीर्वाद दिया। महिलाएं आपस में लंबा टिका लगाकर उनके पति के दीर्घायु जीवन की कामना की और अन्न उपज के लिए खेतों में भी पूजा किया। इस पूजन को लेकर बाजार में जगह-जगह पूजन की सामग्री की दुकानें सजी रहीं, श्रद्धालुओं ने खूब खरीदारी भी की। पूजन उपरांत घरों में तरह-तरह के व्यंजन भी पकाए गए। जिले भर में यह त्यौहार उत्साह एवं श्रद्धा विश्वास के साथ मनाया गया।

मनबढ़ों ने लाठी डंडे से पीटकर बुजुर्ग को किया घायल

बलिया। रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के सरायभारती गांव में मंगलवार की शाम करीब पांच बजे मनबढ़ युवकों ने एक वृद्ध की लाठी-डंडे से जमकर पिटाई कर दी। इस घटना में गंभीर रूप जख्मीं वृद्ध को स्थानीय सीएचसी पहुंचाया गया, जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के डाक्टरों ने भी उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया। हालांकि परिजन मऊ में भर्ती कराया है।   गांव के 70 वर्षीय मोहम्मद मुस्तफा को उनके ही गांव के कुछ मनबढ़ युवकों ने किसी रंजिश को लेकर लाठी-डंडे से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और फरार हो गए। गांव वालों के मदद से उन्हें स्थानीय सीएचसी ले जाया गया। जहां से इलाज के बाद गंभीर स्थिति में जिला अस्पताल भेज दिया गया। बताया जाता है कि गांव के ही रहने वाले कुछ मनबढ़ युवक मुम्बई में रहते हैं।एक सप्ताह पहले गांव पर आए मनबढ़ युवक मुस्तफा के घर रह रहे थे। किसी बात को लेकर बुजुर्ग पर हमला कर लहुलुहान कर दिया। सूचना पाकर प्रभारी निरीक्षक हिमेंद्र सिंह व सीओ शिवनारायण वैस मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी।

अगलगी में दो गाय व बछिया झुलसी

बलिया। बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के खरौनी गांव में मंगलवार की देर सायं आग लगने से चार झोपड़ियां जलकर राख हो गई। आग की घटना में एक महिला सहित दो गाय व एक बछिया जलकर घायल हो गई है। गांव के अजय यादव के घर पर अज्ञात कारणों से अचानक आठ बजे के करीब आग लग गई। आग की घटना में बाइक, पम्पिग सेट, साईकिल,अनाज, बिस्तर खोप में रखा भूसा, बर्तन आदि हजारों रूपए का सामान जलकर राख हो गया। आग बुझाने व मवेशियों को बचाने के प्रयास में अजय यादव की पत्नी सुमन देवी झुलस गई हैं। परिजन ईलाज के लिए पीएचसी बांसडीह लें गये जहां से डाक्टरों ने जिला अस्पताल को रेफर कर दिया। सुमन का जिला अस्पताल में ईलाज चल रहा है। मौके पर पंहुचे गांव के पूर्व प्रधान राजू सिंह व अन्य ग्रामीणों के प्रयास से आग पर काबू पाया।

सफेदपोशों के संरक्षण में चल रहा था सेक्स रैकेट, पुलिस ने की छापेमारी

बलिया। शहर से सटे अगरसंडा गांव में देह व्यापार का कारोबार लम्बे समय से चल रहा था। यहीं नहीं इसको चलाने वाली शीला को कई सफेदपोशों का संरक्षण भी प्राप्त था। छापेमारी में तीन आरोपितों के अलावे अन्य कुछ लोग पकड़े गये थे जिनकों पुलिस ने किन्हीं कारणों से छोड़ दिया। फिलहाल इस प्रकरण को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। दरअसल अगरसंडा गांव में चलने वाले सेक्स रैकेट का खुलासा एक लड़की के अपहरण के बाद हो सका। सूत्रों की मानें तो बांसडीहरोड थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली एक किशोरी सात सितम्बर को संदिग्ध रुप से लापता हो गयी। किसी प्रकार वह सेक्स रैकेट चलाने वाली शीला के यहां पहुंच गयी। परिवार के लोग उसकी खोजबीन कर रहे थे। 18 सितम्बर की रात लड़की ने अपनी बड़ी बहन को अगरसंडा के एक घर में कैद होने की सूचना दी। इसके बाद उसकी बड़ी बहन व मां खोजबीन करते हुए रात करीब नौ बजे रोडवेज बस स्टेशन तिराहा (गड़वार तिराहा) पर पहुंच गयी। पीड़ित परिवार के अनुसार इस दौरान पहुंची एक कार सवार महिला व दो युवक पीड़िता की मां को धक्का देकर उसकी बड़ी बहन का अपहरण कर अगरसंडा लेकर चले गये।   रात करीब 12 बजे अपह्ृत लड़की ने डॉयल 112 को फोन कर पूरे मामले से अवगत कराया। इसके बाद पहुंची फेफना थाने की पुलिस ने भोर में दोनों बहनों को बरामद करने के साथ ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। छानबीन में पुलिस ने मौके से बड़ी संख्या में आपत्तिजनक सामान बरामद किया है। इस मामले में पुलिस ने अगरसंडा निवासी शीला सिंह पत्नी जैनेंद्र सिंह, नरहीं थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर निवासी आशीष राय पुत्र ओमप्रकाश राय तथा रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के नवापुरा निवासी आदित्य सिंह उर्फ मुलायम पुत्र आजाद सिंह के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार, गैंगरेप तथा पाक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है। लग्जरी गाड़ियों से पहुंचते थे सफेदपोश व कारोबारी शहर से सटे फेफना थाना क्षेत्र के अगरसंडा गांव में देह व्यापार का काम लम्बे समय से चल रहा था। पुलिस ने दर्ज मुकदमा में इस बात का उल्लेख किया है कि सेक्स रैकेट चलाने वाली शीला दबंग व रसुखदार महिला थी। फर्द में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि पूछताछ में आसपास के लोगों ने दबी जुबान में बताया है कि शीला के यहा कुछ बालिग व नाबालिग लड़किया व महिलाएं आती-जाती थी। कुछ युवक व अन्य लोग उसके घर वक्त-नावक्त आते-जाते थे। लिखा है कि शीला लड़कियों से देह व्यापार कराती थी।

बोरी पर अंकित मूल्य पर खरीदें खाद

बलिया। जिले को मिली 2555 एमटी इफको डीएपी की नई रैक को सभी सहाकारी समितियां, उर्वरक बिक्री केंद्रों तथा एग्रीजंक्शन तथा इफको ई-बाजार को भेज दिया गया है, इसका रेट 1350 रुपये प्रति बोरी है। जबकि पीसीएफ बफर प्रीपोजिशनिंग योजना तहत भंडारित डीएपी जो पुराने रेट 1200 की है, को भी ब्लॉक की सहकारी समितियों पर भेजा जा रहा है। सहायक आयुक्त व सहायक निबंधक सहकारिता नीरज ने किसानो से अपील किया है कि किसान उर्वरक खरीदते समय बोरी पर अंकित मूल्य पर ही खाद खरीदें।

डीपीआरओ ने 11 सचिवों के एक दिन का काटा वेतन

बलिया। जिला पंचायत राज अधिकारी यतेन्द्र सिंह ने 11 सचिवों के एक दिन का वेतन कटा दिया है। यह सभी सचिव सूचना के बाद भी गुरुवार यानि बीते 20 अक्तूबर को विकास भवन सभागार में आयोजित मीटिंग में बिना बताए अनुपस्थित थे। बताया जाता है कि सीडीओ प्रवीण वर्मा के निर्देश पर आयुष्मान कार्ड, डीएनएस ऐप, बायोमैट्रिक मशीन आदि बिन्दुओं पर प्रगति की समीक्षा के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी ने विकास भवन सभागार में 20 अक्तूबर को सचिवों की बैठक बुलाई थी। इस दौरान रविशंकर वर्मा, राजेश कुमार सिंह, प्रमोद कुमार पांडेय, हर्षदेव, संजय कुमार चौरसिया, प्रभात कुमार, प्रकाश कुमार सिंह, रामसहाय, शशिभूषण ठाकुर, प्रशांत कुमार, मनोज कुमार बिना सूचना दिए अनुपस्थित थे। डीपीआरओ ने इसे गंभीरता से लेते हुए एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है।

20-20 प्रतियोगिता के ऑडिशन में पहुंचे सैकड़ों कलाकार

बलिया। भरौली में गड़हा महोत्सव के मंच पर आयोजित होने वाले गीत-संगीत की प्रतियोगिता ट्वेंटी-ट्वेंटी के लिए शुक्रवार को गड़हा विकास मंच के भरौली स्थित कार्यालय पर ऑडिशन सम्पन्न हो गया। इसमें यूपी-बिहार के विभिन्न जिलों के सैकड़ों नवोदित कलाकारों ने प्रतिभाग किया। इन प्रतिभागियों में से 20 कलाकारों का चयन किया जाएगा। चयनित कलाकार गड़हा महोत्सव के पहले दिन चार नवम्बर को प्रतियोगिता में शामिल होंगे। आडिशन लेने वालों में मशहूर गीतकार आनंद गहमरी, मशहूर तबला वादक पंडित बब्लू चौबे, शुभम पांडेय, विवेक गुप्त आदि थे। चयनित प्रतिभागियों को फोन के माध्यम से सूचना दी जाएगी।

आकर्षक दिखने वाली मिठाई खरीदने से करें परहेज

बलिया। प्रकाशपर्व दीपावली पर घर-घर में श्रीगणेश  व माता लक्ष्मी का पूजन-अर्चन विधि-विधान से होता है। इसमें फल-फूल से लगायत श्रीगणेश व मां लक्ष्मी का अतिप्रिय मिष्ठान लड्डू का भोग लगाया जाता है। लिहाजा घर-घर में इसकी खरीदारी होती है। कोरोना काल के बाद इस  पर्व पर मिठाई की बिक्री अधिक होने की उम्मीद इस व्यवसाय से जुड़े लोगों में है। लिहाजा नामी-गिरामी मिष्ठान भंडारों से लगायत सामान्य दुकानों यहां तक की ठेला की दुकानों पर भी मिठइयां आकर्षक ढंग से सजाई गयी हैं। नाम न छापने की शर्त पर मिठाई बनाने वाले एक नामी हलवाई ने बताया कि नकली खोआ को बनाने के लिए मावा स्टार्च, आयोडीन, सिंघाड़े का आटा और आलू मिलाया जाता है, ताकि उसका वजन बढ़ सके। वहीं कुछ केमिकल मिलाया जाता है कि ताकि इससे बने मिठाई खराब न हो सके। कुछ दुकानदार तो खोआ में मिल्क पाउडर व वनस्पति घी मिलवाकर मिठाई बनवाते हैं। वहीं दूसरे ने बताया कि टेलकम पाउडर, चूना, चॉक के साथ सफेद केमिकल डालकर भी मिठाइयां बनाई जाती हैं। चूकि दीपावली पर मिठाई की डिमांड अधिक होता है। मिलावटी मिठाई खाना नुकसान दायक होता है। प्रशासन की ओर से धर पकड़ का अभियान चलाया जाता  है लेकिन उस पर काबू न के बराबर है। वहीं खोआ मंडी के एक विक्रेता की माने तो खोआ में शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, मैदा  आलू आदि मिलाकर भी नकली खोआ बाजार में बिक रहा है। ऐसे पहचानें असली खोवा बलिया। मिठाई कारोबार से जुड़े लोगों की मानें तो  असली खोआ की पहचान के लिए उसे रगड़ने पर असली खोआ से घी की महक आती है। खोआ की गोली बनाएं, बनाते समय फट जाय तो नकली है। खोआ में में चीनी डालकर गर्म करें पानी छोड़ने लगे तो नकली है। असली खोआ मुंह में चिपकता नहीं है जबकि नकली चिपक जाएगा। इसके अलावा भी पहचान के कई अन्य तरीके भी हैं। रंग-बिरंगी मिठाइयां खरीदने से करें परहेज बलिया। प्रकाश पर्व का आगाज आज यानि शनिवार से शुरू हो चुका है। इस दौरान विभिन्न रंगों की चीनी से निर्मित मिठायां बाजारों में आयी है। ध्यान रहे बाजार की मिठाइयों में सिंथेटिक रंगों का इस्तेमाल कारोबारी करते हैं। मिठाई खरीदते समय चमक दमक से दूर प्रतिष्ठानों से खरीदारी करना लाभकारी रहेगा। बेसन के लड्डू, मगदल के लड्डू, बुंदिया वाला लड्डू से लगायत खोआ, छेना की तमाम तरह की मिठाइयां दुकानों पर सलीके से सज गयी हैं।  बाजार में लड्डू के रेट 150 रुपये किलो से लगायत 250 रुपये तक हैं। जबकि चना का रेट 60 से 65 रुपये प्रति किलो इसी तरह खोवा 260 से 280 इससे बनी मिठाई 300 से 350 है। इसी तरह छेना और इससे बने मिठाई में अंतर कम है। मिठाइयों के रेट नाम                     प्रति किलो लड्डू                    130 से 250 छेना की मिठाई      180 से 250 खोवा                    300 से 350 खोवा                   260 से 280

दीपावली पर फूलमाला कारोबार चहकने की उम्मीद

बलिया। प्रकाश पर्व दीपावली को देखते हुए नगर समेत कस्बा व चट्टी पर स्थित स्थायी एवं अस्थायी फूल माला की दुकानें सज गयी है। कोरोना काल के बाद पहली बार दीपावली पर फूल माला बाजार चहकने की उम्मीद कारोबारियों को है। ग्राहकों की मांग को देखते हुए दुकानदार कोलकता, बनारस, कानपुर सहित अन्य शहरों से कमल, गेंदा, लीला, गुलहजारा, गुलाब पंखड़ी, चांदनी के फूल मंगाए हैं। फूल कारोबार से जुड़े धर्मात्मा माली की मानें तो दीपावली के दिन प्रथम पूज्य श्रीगणेश एवं माता लक्ष्मी का पूजन अर्चन घर-घर में होता है। इसमें फूलों की लगभग सभी लोगों को होती है। इसके अलावा लोग अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों में फूल-माला से सजावट कराते हैं। दीपावली को लेकर फूल-माला को लेकर हम कारोबारियों में काफी उत्साह है। विभिन्न प्रकार के फूल को मंगाने के लिए ऑर्डर दिया जा चुका है। बब्लू माली की मानें तो जिले में मांग के सापेक्ष फूल की आपूर्ति नहीं होती है। ऐसे में हमलोग कलकता, कानपुर व वाराणसी से फूल मंगाते हैं। दीपावली पर फूलों की बिक्री के साथ दामों में भी वृद्धि होती है। मीरा बताती हैं कि जो गेंदा फूल का माला आम दिनों में 30 रुपये का मिलता है वह दीपावली के दिन 40 या इससे अधिक पर भी बिकता है। मोहन ने बताया कि प्रतिष्ठानों में सजावट के लिए नीला फूल जो 300 रुपये किलो है मंगाया जाता है। गुलहजरा तो लोकल में मिल जाता है जो 150 रुपये किलो बिक रहा है। गुलाब की पंखुड़ी 400 रुपये तथा चांदनी 200 रुपये किलो है। बताया कि फूलों के भाव में उतार चढ़ाव, बंगाल व वाराणसी के फूल मंडी पर निर्भर है। दीपावली पर कमल के फूल की डिमांड बढ़ जाती है। इसके चलते इसका आर्डर पहले देना पड़ता है। इस कारोबार से जुड़े लोगों की मानें तो फूल का व्यवसाय कच्चा कारोबार होता है। अगर डिमांड बढ़ा तो दोबरी नहीं तो खराब होने पर घर की पूंजी डूब जाती है।