बलिया। प्रकाशपर्व दीपावली पर घर-घर में श्रीगणेश व माता लक्ष्मी का पूजन-अर्चन विधि-विधान से होता है। इसमें फल-फूल से लगायत श्रीगणेश व मां लक्ष्मी का अतिप्रिय मिष्ठान लड्डू का भोग लगाया जाता है। लिहाजा घर-घर में इसकी खरीदारी होती है। कोरोना काल के बाद इस पर्व पर मिठाई की बिक्री अधिक होने की उम्मीद इस व्यवसाय से जुड़े लोगों में है। लिहाजा नामी-गिरामी मिष्ठान भंडारों से लगायत सामान्य दुकानों यहां तक की ठेला की दुकानों पर भी मिठइयां आकर्षक ढंग से सजाई गयी हैं।
नाम न छापने की शर्त पर मिठाई बनाने वाले एक नामी हलवाई ने बताया कि नकली खोआ को बनाने के लिए मावा स्टार्च, आयोडीन, सिंघाड़े का आटा और आलू मिलाया जाता है, ताकि उसका वजन बढ़ सके। वहीं कुछ केमिकल मिलाया जाता है कि ताकि इससे बने मिठाई खराब न हो सके। कुछ दुकानदार तो खोआ में मिल्क पाउडर व वनस्पति घी मिलवाकर मिठाई बनवाते हैं। वहीं दूसरे ने बताया कि टेलकम पाउडर, चूना, चॉक के साथ सफेद केमिकल डालकर भी मिठाइयां बनाई जाती हैं। चूकि दीपावली पर मिठाई की डिमांड अधिक होता है। मिलावटी मिठाई खाना नुकसान दायक होता है। प्रशासन की ओर से धर पकड़ का अभियान चलाया जाता है लेकिन उस पर काबू न के बराबर है। वहीं खोआ मंडी के एक विक्रेता की माने तो खोआ में शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, मैदा आलू आदि मिलाकर भी नकली खोआ बाजार में बिक रहा है।
ऐसे पहचानें असली खोवा
बलिया। मिठाई कारोबार से जुड़े लोगों की मानें तो असली खोआ की पहचान के लिए उसे रगड़ने पर असली खोआ से घी की महक आती है। खोआ की गोली बनाएं, बनाते समय फट जाय तो नकली है। खोआ में में चीनी डालकर गर्म करें पानी छोड़ने लगे तो नकली है। असली खोआ मुंह में चिपकता नहीं है जबकि नकली चिपक जाएगा। इसके अलावा भी पहचान के कई अन्य तरीके भी हैं।
रंग-बिरंगी मिठाइयां खरीदने से करें परहेज
बलिया। प्रकाश पर्व का आगाज आज यानि शनिवार से शुरू हो चुका है। इस दौरान विभिन्न रंगों की चीनी से निर्मित मिठायां बाजारों में आयी है। ध्यान रहे बाजार की मिठाइयों में सिंथेटिक रंगों का इस्तेमाल कारोबारी करते हैं। मिठाई खरीदते समय चमक दमक से दूर प्रतिष्ठानों से खरीदारी करना लाभकारी रहेगा। बेसन के लड्डू, मगदल के लड्डू, बुंदिया वाला लड्डू से लगायत खोआ, छेना की तमाम तरह की मिठाइयां दुकानों पर सलीके से सज गयी हैं। बाजार में लड्डू के रेट 150 रुपये किलो से लगायत 250 रुपये तक हैं। जबकि चना का रेट 60 से 65 रुपये प्रति किलो इसी तरह खोवा 260 से 280 इससे बनी मिठाई 300 से 350 है। इसी तरह छेना और इससे बने मिठाई में अंतर कम है।
मिठाइयों के रेट
नाम प्रति किलो
लड्डू 130 से 250
छेना की मिठाई 180 से 250
खोवा 300 से 350
खोवा 260 से 280