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अपने कार्य के प्रति समर्पण और नियमितता ही सफलता का मूल – जैप कमांडेंट मुकेश कुमार*

*अपने कार्य के प्रति समर्पण और नियमितता ही सफलता का मूल – जैप कमांडेंट मुकेश कुमार*     *शत-प्रतिशत उपस्थिति के लिए डीपीएस बोकारो के 213 विद्यार्थी किए गए पुरस्कृत* *बोकारो – आज के विद्यार्थी कल के सितारे हैं। ये सितारे ही कल अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी चमक बिखेरेंगे। इसके लिए जरूरी है कि बच्चे जीवन में नियमित बने रहें। अपने काम, लक्ष्य और अपनी पढ़ाई के प्रति पूरे समर्पण-भाव से नियमितता बनाए रखेंगे, तो निश्चय ही सफलता आपके कदम चूमेगी। उक्त बातें झारखंड सशस्त्र पुलिस जैप- 4 एवं राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल एसआईएसएफ के समादेष्टा मुकेश कुमार भापुसे ने कहीं। दिल्ली पब्लिक स्कूल डीपीएस बोकारो की प्राथमिक इकाई में शत-प्रतिशत उपस्थिति के लिए विद्यार्थियों को पुरस्कृत करने के उपरांत बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत उपस्थिति मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए भी प्रेरित करती है, क्योंकि स्वस्थ बच्चे ही रोज विद्यालय आ सकते हैं। श्री कुमार ने सत्र 2024-25 में पूरे वर्ष एक भी दिन अनुपस्थित हुए बिना रोज विद्यालय आनेवाले कुल 213 छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट देकर और मेडल पहनाकर पुरस्कृत किया।* *निरंतरता और अनुशासन जीवन का कौशल – प्राचार्य डॉ. गंगवार* *इस अवसर पर विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने पुरस्कृत सभी विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने बच्चों से कहा – विद्यालय में यह शत-प्रतिशत उपस्थिति जीवन में आपकी उत्कृष्टता की यात्रा की शुरुआत है। वास्तव में, नियमितता, अनुशासन, समर्पण और बड़ों का सम्मान जीवन का कौशल हैं, जो ताउम्र हर क्षेत्र में काम आते हैं। इसलिए, विद्यार्थी आगे भी अपनी यह निरंतरता बरकरार रखें। प्राचार्य ने समारोह के दौरान मुख्य अतिथि को शॉल से अलंकृत कर तथा स्मृति-चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।* *बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से किया मंत्रमुग्ध* *इसके पूर्व, समारोह के आरंभ में बच्चों ने मुख्य अतिथि को पौधा भेंटकर उनका ग्रीन वेलकम किया। तदुपरांत मुख्य अतिथि व प्राचार्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया। इसके पश्चात बच्चों ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। नन्हें छात्र-छात्राओं ने स्वागत गान होके मगन मन ये गाए तथा विद्यालय गीत आया है नया सवेरा की सुरीली प्रस्तुति से सबकी भरपूर सराहना बटोरी। इसके बाद राधा-कृष्ण की लीला पर आधारित मनभावन नृत्य से उन्होंने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह का समापन राष्ट्रगान से हुआ।* *

मतदाता सूचियों के अद्यतन के लिए मृत्यु पंजीकरण का इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्राप्त करना*

*भारत निर्वाचन आयोग द्वारा की जा रही तीन नई पहल* *मतदाता सूचियों के अद्यतन के लिए मृत्यु पंजीकरण का इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्राप्त करना* *बीएलओ को मानक फोटो मिलेगा पहचान पत्र* *वोटर इंफॉर्मेशन स्लिप को और भी अधिक मतदाता अनुकूल बनाना भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूचियों की सटीकता में सुधार लाने और मतदान प्रक्रिया को नागरिकों के लिए और अधिक सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से तीन नई पहल की है। ये उपाय भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) श्री ज्ञानेश कुमार द्वारा इस वर्ष मार्च में चुनाव आयुक्तों डॉ. सुखबीर सिंह संधू एवं डॉ. विवेक जोशी की उपस्थिति में मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) के सम्मेलन के दौरान की गई पहलों के अनुरूप हैं। निर्वाचन आयोग अब भारत के महापंजीयक से मृत्यु पंजीकरण डेटा इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्राप्त करेगा, जो कि मतदाता पंजीकरण नियम, 1960 के नियम 9 और जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम, 1969 (2023 में संशोधित) की धारा 3(5)(बी) के अनुरूप है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों (ईआरओ) को पंजीकृत मौतों के बारे में स

धनबाद में चिकन पॉक्स का प्रकोप , 10 मामलों की पुष्टि, जागरूकता अभियान तेज*

*धनबाद में चिकन पॉक्स का प्रकोप , 10 मामलों की पुष्टि, जागरूकता अभियान तेज* *धनबाद – झारखंड के धनबाद जिले में चिकन पॉक्स का संक्रमण एक बार फिर पैर पसार रहा है। हाल ही में टुंडी और झरिया में मिले संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट में चिकन पॉक्स की पुष्टि हुई है। रांची स्थित रिम्स RIMS से रिपोर्ट मिलने के बाद जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग सक्रिय हो गया है और इन मरीजों को आवश्यक दवाएं वितरित करने के साथ-साथ बीमारी के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।* *इसके अतिरिक्त धनसार थाना क्षेत्र के पथराकुली में भी 10 नए संदिग्ध मरीज सामने आए हैं, जिनके सैंपल जांच के लिए रांची भेजे जाएंगे। वर्तमान में, स्वास्थ्य विभाग की टीमें जिले भर में चिकन पॉक्स को लेकर जागरूकता अभियान चला रही हैं, ताकि लोगों को इस संक्रामक बीमारी से बचाया जा सके।* *स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जिले में अब तक चिकन पॉक्स के 21 मामले चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 10 मामलों की प्रयोगशाला जांच में पुष्टि हो चुकी है। सिविल सर्जन डॉ. चंद्र भानु प्रतापन ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जो विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रही है और निगरानी रख रही है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी में आमतौर पर दो से लेकर 15 दिनों तक बुखार रहता है। चिंता की बात यह है कि इस बार बच्चे और बुजुर्ग सहित सभी आयु वर्ग के लोग इस संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इन सभी मरीजों पर कड़ी नजर रख रहा है।* *हालांकि एक विडंबना यह भी है कि जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है। वर्तमान में, इस महत्वपूर्ण विभाग का जिम्मा एक होम्योपैथिक डॉक्टर को सौंपा गया है। होम्योपैथिक डॉक्टर ऋतुराज अग्रवाल अकेले ही पूरे जिले में महामारी नियंत्रण की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जबकि महामारी विज्ञान (एपिडेमियोलॉजी) में विशेषज्ञता रखने वाले डॉक्टरों की इस तरह के प्रकोप से निपटने के लिए अत्यंत आवश्यकता होती है। धनबाद स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यालय रांची से विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की है, ताकि जिले में प्रभावी ढंग से इस बीमारी का मुकाबला किया जा सके।*

धनबाद में चिकन पॉक्स का प्रकोप , 10 मामलों की पुष्टि, जागरूकता अभियान तेज*

*धनबाद में चिकन पॉक्स का प्रकोप , 10 मामलों की पुष्टि, जागरूकता अभियान तेज*     *धनबाद – झारखंड के धनबाद जिले में चिकन पॉक्स का संक्रमण एक बार फिर पैर पसार रहा है। हाल ही में टुंडी और झरिया में मिले संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट में चिकन पॉक्स की पुष्टि हुई है। रांची स्थित रिम्स RIMS से रिपोर्ट मिलने के बाद जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग सक्रिय हो गया है और इन मरीजों को आवश्यक दवाएं वितरित करने के साथ-साथ बीमारी के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।* *इसके अतिरिक्त धनसार थाना क्षेत्र के पथराकुली में भी 10 नए संदिग्ध मरीज सामने आए हैं, जिनके सैंपल जांच के लिए रांची भेजे जाएंगे। वर्तमान में, स्वास्थ्य विभाग की टीमें जिले भर में चिकन पॉक्स को लेकर जागरूकता अभियान चला रही हैं, ताकि लोगों को इस संक्रामक बीमारी से बचाया जा सके।* *स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जिले में अब तक चिकन पॉक्स के 21 मामले चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 10 मामलों की प्रयोगशाला जांच में पुष्टि हो चुकी है। सिविल सर्जन डॉ. चंद्र भानु प्रतापन ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जो विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रही है और निगरानी रख रही है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी में आमतौर पर दो से लेकर 15 दिनों तक बुखार रहता है। चिंता की बात यह है कि इस बार बच्चे और बुजुर्ग सहित सभी आयु वर्ग के लोग इस संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इन सभी मरीजों पर कड़ी नजर रख रहा है।* *हालांकि एक विडंबना यह भी है कि जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है। वर्तमान में, इस महत्वपूर्ण विभाग का जिम्मा एक होम्योपैथिक डॉक्टर को सौंपा गया है। होम्योपैथिक डॉक्टर ऋतुराज अग्रवाल अकेले ही पूरे जिले में महामारी नियंत्रण की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जबकि महामारी विज्ञान (एपिडेमियोलॉजी) में विशेषज्ञता रखने वाले डॉक्टरों की इस तरह के प्रकोप से निपटने के लिए अत्यंत आवश्यकता होती है। धनबाद स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यालय रांची से विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की है, ताकि जिले में प्रभावी ढंग से इस बीमारी का मुकाबला किया जा सके।*  

*जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई होंगे देश के अगले मुख्य न्यायाधीश 14 मई को करेंगे पदभार ग्रहण अधिसूचना जारी*

*जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई होंगे देश के अगले मुख्य न्यायाधीश 14 मई को करेंगे पदभार ग्रहण अधिसूचना जारी*     *जस्टिस बी.आर. गवई देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होगें । भारत के मुख्य न्यायाधीश CJI संजीव खन्ना ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस बी.आर. गवई के नाम की सिफारिश कर दी है। यह सिफारिश कानून मंत्रालय को भेजी गई थी। 29 अप्रैल को अधिसूचना जारी कर दी गई जस्टिस गवई देश के 52वें CJI बनेंगे। CJI संजीव खन्ना का कार्यकाल 13 मई को खत्म हो रहा है, और वरिष्ठता के आधार पर जस्टिस गवई अगले नंबर पर हैं। हालांकि उनका कार्यकाल सिर्फ 7 महीने का होगा, क्योंकि वे 23 नवंबर 2025 को रिटायर हो जायेंगे। जस्टिस गवई 2019 में सुप्रीम कोर्ट जज बने थे*  

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज लौटेंगे रांची , DGP अनुराग गुप्ता रिटायर होंगे या मिलेगा सेवा विस्तार , फैसला आज

*मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज लौटेंगे रांची , DGP अनुराग गुप्ता रिटायर होंगे या मिलेगा सेवा विस्तार , फैसला आज *रांच – झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता के पद पर बने रहने को लेकर बुधवार को फैसला होने की संभावना है. एक संभावना है कि राज्य सरकार द्वारा उन्हें दो वर्षों के लिए डीजीपी नियुक्त किये जाने को वैध ठहराते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी जा सकती है. इसके पीछे तर्क यह है कि कैबिनेट के फैसले के तहत उनकी नियुक्ति को नियमित किया गया था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज रांची लौटेंगे. उनके लौटने के बाद इस मामले में अंतिम निर्णय लिया जा सकता है* *केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 22 अप्रैल को ही राज्य की मुख्य सचिव को लिखा था पत्र* *दूसरी संभावना यह भी है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के पत्र के आधार पर अनुराग गुप्ता की सेवानिवृत्ति 30 अप्रैल को ही मान ली जायेगी. उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 22 अप्रैल को राज्य की मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा था. पत्र में कहा गया था कि अनुराग गुप्ता की डीजीपी पद पर नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा बनाये गये अधिसूचित नियमों के अंतर्गत की गयी है, जो प्रचलित नियमों और दिशा-निर्देशों के अनुरूप नहीं है* *केंद्र सरकार ने इस नियम का दिया हवाला* *पत्र में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हवाला देते हुए कहा गया है कि कोई भी ऐसा नियम या कानून जो प्रचलित नियमों के विपरीत हो, मान्य नहीं होगा. साथ ही अखिल भारतीय सेवा मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति लाभ नियम, 1958 के नियम 16(1) के अनुसार, कोई भी आइपीएस अधिकारी 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होता है. सेवानिवृत्ति के बाद सेवा विस्तार केवल केंद्र सरकार द्वारा दिया जा सकता है* *केंद्र ने अपने पत्र में लिखा अनुराग गुप्ता को नहीं दिया गया सेवा विस्तार* *सर्वोच्च न्यायालय के प्रकाश सिंह मामले में दिये गये दिशा-निर्देशों के तहत दो वर्षों का कार्यकाल दिया जा सकता है, बशर्ते प्रक्रिया का पालन कर राज्य द्वारा डीजीपी की नियुक्ति की गयी हो. पत्र में कहा गया है कि मौजूदा मामले में केंद्र सरकार ने अनुराग गुप्ता को सेवा विस्तार नहीं दिया है. वह 30 अप्रैल 2025 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. ऐसे में उन्हें सेवानिवृत्ति की तिथि के बाद डीजीपी पद पर बनाये रखना नियमों के विरुद्ध है. केंद्र सरकार ने झारखंड सरकार को निर्देशित किया है कि अनुराग गुप्ता को 30 अप्रैल 2025 को डीजीपी एचओपीएफ पद से सेवानिवृत्त किया जाये* *

*झारखंड में शबनम चला रही थी आतंकी संगठन गिरफ्तारी के दो दिन पहले पहुंचे थे हथियार*

*झारखंड में शबनम चला रही थी आतंकी संगठन गिरफ्तारी के दो दिन पहले पहुंचे थे हथियार* * *धनबाद से गिरफ्तार किए गए आतंकी संगठन हिज्ब उत तहरीर से जुड़े संदिग्धों के मामले में झारखंड एटीएस ने जांच तेज कर दी है। जांच में एटीएस को पता चला है कि आयान जावेद को गिरफ्तारी से दो दिन पहले ही पिस्टल मिली थी,जिसे एटीएस ने जब्त किया था।* *इस पर यूएसए मेड लिखा है। इसके साथ ही खुलासा हुआ है कि झारखंड में शबनम ही हिज्ब उत तहरीर के झारखंड मॉड्यूल की मास्टरमाइंड है* *एटीएस यह जांच कर रही है कि हथियार विदेश से मंगवाया गया है या फिर भारत में ही बना है। प्रारंभिक जांच में हथियार के विदेशी होने की बात सामने आयी है। इसके अलावा जांच में यह भी जानकारी मिली है कि हिज्ब उत तहरीर मॉड्यूल का संचालन शबनम करती थी। बता दें कि एटीएस ने बीते शनिवार को धनबाद के वासेपुर अलीनगर से 21 वर्षीय गुलफाम हसन, भूली के आजाद नगर से 21 वर्षीय आयान जावेद, शमशेर नगर से आयान की पत्नी शबनम परवीन और 20 वर्षीय मोहम्मद शहजाद आलम को गिरफ्तार किया था* *झारखंड मॉड्यूल को संचालित करती है शबनम : हिज्ब उत तहरीर के झारखंड मॉड्यूल से जुड़े संदिग्ध आयान जावेद की पत्नी शबनम परवीन मास्टरमाइंड है। वह झारखंड में संगठन को संचालित करती है। उसके मोबाइल से एटीएस को कई अहम जानकारी मिली है। एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया कि पहले तो शबनम शक के घेरे में नहीं थी, लेकिन जब उसके मोबाइल की जांच की गई तो पूरी एटीएस की टीम भी हैरान हो गई। आरोपी के मोबाइल में कई ऐसे तथ्य पाए गए हैं, जो बेहद आपत्तिजनक हैं।* *संदिग्ध के मोबाइल से जानकारी मिली है कि वह लगातार अपने आसपास के लोगों को भी जिहाद के लिए भड़का रही थी। अपने पति और बाकी गिरफ्तार संदिग्धों को भी उसी ने भड़काया था। उसके मोबाइल पर देश विरोधी मैसेज भी मिले हैं। उसके मोबाइल से कुछ ऐसी तस्वीरें भी मिली हैं, जिसमें सिर कटी लाश और कत्ल का तरीका भी दिखाया गया है। एटीएस संदिग्ध के मोबाइल पर मैसेज भेजने वालों के बारे में जानकारी जुटा रही है। साथ ही उसके दूसरे राज्यों या फिर विरोधी कनेक्शन के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।* *

धनबाद आतंकी कनेक्शन में हुई 5 वीं गिरफ्तारी , ATS कर रही पूछताछ इस संगठन से जुड़े हैं तार*

*धनबाद आतंकी कनेक्शन में हुई 5 वीं गिरफ्तारी , ATS कर रही पूछताछ इस संगठन से जुड़े हैं तार* *   *धनबाद आतंकी कनेक्शन मामले में झारखंड पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड एटीएस ने एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। इस केस में पूर्व में गिरफ्तार चार संदिग्धों के बाद यह पांचवीं गिरफ्तारी है, जो धनबाद का ही रहने वाला है।* *इसका संबंध भी प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर से बताया जाता है। एटीएस मुख्यालय में उससे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध बुधवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया जा सकता है।* *एटीएस को जानकारी मिली थी कि संदिग्ध पहले प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ा था और एक केस में गिरफ्तार भी किया गया था। राज्य पुलिस के आला अधिकारियों के मुताबिक, इंडियन मुजाहिदीन के अधिकतर बड़े आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद इसके कैडर अलग-अलग आतंकी संगठन से जुड़ गए थे। पकड़ा गया पांचवां संदिग्ध बीते दिनों राजस्थान में था।* *उल्लेखनीय है कि एटीएस ने 26 अप्रैल को हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े होने के आरोप में धनबाद बैंक मोड़ के गुलफाम हसन, भूली अमन सोसायटी के आयान जावेद, मो शहजादा आलम और आयान की पत्नी शबनम परवीन को गिरफ्तार किया था। इनके मोबाइल फोन से हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े दस्तावेज, वीडियो और कई संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ी सूचनाएं मिली हैं। इन संदिग्धों का हैंडलर कौन था, ये कैसे आतंकी संगठन के संपर्क में आए, इन पहलुओं पर जांच की जा रही है।* *जांच में पता चला है कि संदिग्धों का कनेक्शन आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर और अककायदा इन इंडियन* *सबकांटिनेंट एक्यूआईएस से है। ये झारखंड में बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। आयान के घर से एटीएस की टीम ने दो पिस्टल, 12 गोलियां, प्रतिबंधित संगठनों से संबंधित कई किताबें और दस्तावेज के साथ आधा दर्जन से अधिक मोबाइल और लैपटॉप बरामद किए थे।*  

स्वास्थ्य अपर सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा झारखंड के सभी अस्पताल होंगे चकाचक*

*स्वास्थ्य अपर सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा झारखंड के सभी अस्पताल होंगे चकाचक* *   *झारखंड के सभी अस्पताल अब होंगे चकाचक , ओटी होगा मॉड्यूलर – स्वास्थ्य विभाग झारखंड के अपर सचिव अजय कुमार सिंह* *रांची – स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने अपने कार्यालय में सभी सिविल सर्जन और अस्पताल उपाधीक्षकों के साथ सदर अस्पताल एवं अन्य स्वास्थ्य केंद्रों के संचालन व्यवस्था पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से समीक्षा की। उन्होंने सभी को विभागीय संकल्प 58 (21), दिनांक 11. 4.2025 के द्वारा निर्गत ‘अस्पताल प्रबंधन के लिए मार्गदर्शिका’ के अनुरूप कार्यवाही किए जाने का निर्देश दिया। अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलों के सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि वह अतिशीघ्र अस्पताल में कर्मियों की कमी को पूरी करें। अपर मुख्य सचिव ने सभी को सदर अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी प्रकार के आवश्यक उपकरण एवं मशीनों का आकलन कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिया। इसके लिए यदि राशि की आवश्यकता होगी तो विभाग से मांग की जा सकती है। उन्होंने विगत 6 माह के अंदर किए गए नवाचार प्रयोग, आयुष्मान भारत, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत किए कार्य और क्लेम, आने वाले 3 महीने में प्रारंभ किए जाने वाली प्रक्रिया और विशेषज्ञ एवं अति विशेषज्ञ चिकित्सकों के पैनल निर्माण की भी समीक्षा की। सभी सिविल सर्जन को अति विशेषज्ञ/ विशेषज्ञों का पैनल निश्चित रूप से इस माह के अंत तक तैयार कर लेने का निर्देश दिया गया। राज्य योजना अंतर्गत मशीन के अधिष्ठापन की अद्यतन स्थिति का एवं उनके द्वारा प्रारंभ गए ऑपरेशन के संबंध में भी समीक्षा की गई। अपर मुख्य सचिव ने सभी सदर अस्पताल में ओटी को आधुनिकतम ओटी में परिवर्तित करने का निर्देश दिया।* *मुख्यमंत्री रखरखाव एवं संचालन योजना के अंतर्गत किए गए कार्यों की भी इस दौरान समीक्षा की गई एवं निर्देशित किया गया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों और उप केन्द्रों की मरम्मत एवं रंगाई पुताई निश्चित रूप से की जाए और किए हुए कार्य का फोटोग्राफ विभाग उपलब्ध कराया जाए। अपर मुख्य सचिव ने मेंटरिंग योजना के तहत जिले से संबंध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सीनियर रेजिडेंट को टीम से संबंध स्थापित कर विभिन्न प्रकार के क्लीनिकल प्रोसीजर प्रारंभ किए जाने के भी निर्देश दिए। अजय कुमार सिंह ने जिले के एम्बुलेंस व्यवस्था का भी आकलन किया। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि एंबुलेंस की जल्द मरम्मत हो ताकि मरीजों को समस्या नहीं हो। इस बैठक में ललित मोहन शुक्ला और विद्यानंद शर्मा पंकज के साथ अधिकारी भी मौजूद थे।*  

बोकारो में महिला नक्सली सुनीता मुर्मू ने किया आत्मसमर्पण*

*बोकारो में महिला नक्सली सुनीता मुर्मू ने किया आत्मसमर्पण*   पुलिस अधीक्षक बोकारो कमांडेंट सीआरपीएफ 154 बटालियन अपर समाहर्ता बोकारो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बेरमो सीआरपीएफ बटालियन 26 के समक्ष पुलिस अधीक्षक कार्यालय बोकारो में महिला नक्सली सुनीता मुर्मू उर्फ लीलमुनि मुर्मू ने आत्म समर्पण किया*