*अपने कार्य के प्रति समर्पण और नियमितता ही सफलता का मूल – जैप कमांडेंट मुकेश कुमार*
*शत-प्रतिशत उपस्थिति के लिए डीपीएस बोकारो के 213 विद्यार्थी किए गए पुरस्कृत*
*बोकारो – आज के विद्यार्थी कल के सितारे हैं। ये सितारे ही कल अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी चमक बिखेरेंगे। इसके लिए जरूरी है कि बच्चे जीवन में नियमित बने रहें। अपने काम, लक्ष्य और अपनी पढ़ाई के प्रति पूरे समर्पण-भाव से नियमितता बनाए रखेंगे, तो निश्चय ही सफलता आपके कदम चूमेगी। उक्त बातें झारखंड सशस्त्र पुलिस जैप- 4 एवं राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल एसआईएसएफ के समादेष्टा मुकेश कुमार भापुसे ने कहीं। दिल्ली पब्लिक स्कूल डीपीएस बोकारो की प्राथमिक इकाई में शत-प्रतिशत उपस्थिति के लिए विद्यार्थियों को पुरस्कृत करने के उपरांत बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत उपस्थिति मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए भी प्रेरित करती है, क्योंकि स्वस्थ बच्चे ही रोज विद्यालय आ सकते हैं। श्री कुमार ने सत्र 2024-25 में पूरे वर्ष एक भी दिन अनुपस्थित हुए बिना रोज विद्यालय आनेवाले कुल 213 छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट देकर और मेडल पहनाकर पुरस्कृत किया।*
*निरंतरता और अनुशासन जीवन का कौशल – प्राचार्य डॉ. गंगवार*
*इस अवसर पर विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने पुरस्कृत सभी विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने बच्चों से कहा – विद्यालय में यह शत-प्रतिशत उपस्थिति जीवन में आपकी उत्कृष्टता की यात्रा की शुरुआत है। वास्तव में, नियमितता, अनुशासन, समर्पण और बड़ों का सम्मान जीवन का कौशल हैं, जो ताउम्र हर क्षेत्र में काम आते हैं। इसलिए, विद्यार्थी आगे भी अपनी यह निरंतरता बरकरार रखें। प्राचार्य ने समारोह के दौरान मुख्य अतिथि को शॉल से अलंकृत कर तथा स्मृति-चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।*
*बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से किया मंत्रमुग्ध*
*इसके पूर्व, समारोह के आरंभ में बच्चों ने मुख्य अतिथि को पौधा भेंटकर उनका ग्रीन वेलकम किया। तदुपरांत मुख्य अतिथि व प्राचार्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया। इसके पश्चात बच्चों ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। नन्हें छात्र-छात्राओं ने स्वागत गान होके मगन मन ये गाए तथा विद्यालय गीत आया है नया सवेरा की सुरीली प्रस्तुति से सबकी भरपूर सराहना बटोरी। इसके बाद राधा-कृष्ण की लीला पर आधारित मनभावन नृत्य से उन्होंने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह का समापन राष्ट्रगान से हुआ।*
*