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इंटर में नामांकन तिथि के अंतिम दिन एएस कालेज में उमड़ी भीड़

अंतिम तिथि को इन्टर में नामांकन को लेकर एएस कालेज बिक्रमगंज में छात्राओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ज्ञातव्य हो प्रथम मेधा सूची में चयनित छात्रों का नामांकन 29 और 30 जून को बकरीद पर्व के कारण अवकाश और 2 जुलाई को रविवार के कारण नामांकन कार्य नहीं हो सका था।   वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा प्रक्षेत्र के शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष अक्षय कुमार प्यारे ने बताया कि एएस कालेज में इन्टर से लेकर स्नातकोत्तर तक एक ही साथ नामांकन का कार्य चल रहा। कर्मियों की कमी के कारण एक एक कर्मी के जिम्मे कई काम हैं और वे उसे कर भी रहे हैं। सत्यापन के लिए शिक्षक भी लगे हुए हैं। शिक्षक गर्मी की छुट्टियां बीतने के बाद 1 जुलाई से काम पर वापस लौटे हैं।   इसके पहले बीए पार्ट वन और एम ए का नामांकन के लिए शिक्षकेतर कर्मियों को सत्यापन का काम भी करना पड़ा। कर्मचारियों ने उस कार्य को भी कर्तव्यनिष्ठा के साथ किया। ये काम सभी अंगभूत कॉलेज के कर्मियों ने किया, लेकिन जब कर्मियों की प्रोन्नति आदि की बात आती है तो विश्विद्यालय प्रशासन कई तरह के बहाने बनाकर उसे टाल देता है। उन्होंने कहा कि 2006 के बाद आज तक कॉलेजकर्मियों को प्रोन्नति का लाभ नहीं मिला है।   इसी बीच राज्य सरकार ने रिक्त पदों के बारे में जानकारी मांग ली है। इन पदों पर राज्य सरकार नियुक्ति की तैयारी कर रही है। कितने कर्मी प्रोन्नति की आशा लगाए बैठे हैं। कितने बिना प्रोन्नति के 30 साल 35 साल नौकरी के बाद सेवानिवृत्त हो गए और कितने काल के गाल में समा गए। 2016 के बाद कर्मियों को एसीपी और एमएसीपी को लाभ नहीं मिला है, जबकि कई कर्मी इस दायरे में आ गए हैं। शिक्षकेतर कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार शुरू से ही किया जाता रहा है। जब भी नए अधिकारी आते हैं तब तब कर्मियों के बीच आशा की किरण जगती है कि उनकी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता। सातवें वेतन का वेतन अन्तर की राशि का भुगतान अब तक नहीं हुआ है।   जबकि यहीं भुगतान शिक्षकों का कर दिया गया है। जब भी नया अधिकारी आते हैं वे कहते हैं कि कर्मचारी रीढ़ होते हैं। लेकिन हर बार उस रीढ़ को कमजोर करने का काम किया जाता है। धरना प्रदर्शन हड़ताल के समय समझौते तो कर लिए जाते हैं। मगर खानापूर्ति के नाम पर उनमे से एक दो काम करने के बाद अन्य सारे काम को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। उन्होंने विश्विद्यालय अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि शिक्षकेतर कर्मियों की समस्याओं का समाधान करने की दिशा में सकारात्मक पहल करें।   साथ ही वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा, कर्मचारी महासंघ के प्रक्षेत्र अध्यक्ष और महामंत्री से भी विश्वविद्यालय अधिकारियों से मिलकर कर्मचारी के समस्याओं के समाधान के लिए पहल करने का आग्रह किया।

ट्रैक्टर की चपेट में आने से बच्चे की हुई मौत

दुर्गावती ककरैथ पथ पर चेहरिया बाजार में एक 11 वर्षीय बालक की ट्रैक्टर की चपेट में आने से मौत हो गई । मौत करीब 12:00 हुई ट्रैक्टर चालक मौत के बाद गाड़ी छोड़ फरार हो गया। घटना के बाद बाजार वासी और आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा‌ ककरैत दुर्गावती पथ सड़क को जाम करके रखा गया ग्रामीण मौके पर एसपी और डीएम के बुलाने की मांग कर रहे हैं।

 

घटना में घायल बालक संदीप कुमार पिता दिनेश मल्लाह माता कस्तुरी देवी चेहरियां गांव निवासी थाना दुर्गावती जिला कैमूर का रहने वाला बताया जाता है। मौके पर पहुंचे थाना अध्यक्ष दुर्गावती राजीव रंजन सिंह एवं अंचलाधिकारी दुर्गावती लक्ष्मण सिंह एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा परिजनों को समझा-बुझाकर किसी तरह मामला को शांत कराया गया लेकिन तब तक 4 घंटे तक रोड पर जाम लगा रहा।

अनुश्रवण समिति की बैठक में जन वितरण पर हुई चर्चा

बिक्रमगंज। नगर परिषद कार्यालय में शनिवार को अनुमंडल अनुश्रवण समिति की एक बैठक अनुमंडलाधिकारी उपेन्द्र कुमार पाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई।   जिसमें कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। कुछ सदस्यों ने वर्तमान वितरण प्रणाली पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि खाद्यान्न का वितरण समय पर नहीं हो रहा है। गेहूं में कटौती से लोग परेशान हैं। जिसके चलते जनवितरण से संबंधी शिकायतें बहुत अधिक हो गई हैं।   एसडीओ श्री पाल ने कहा कि नए वर्ष में खाद्यान्न के वितरण को अपडेट कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बीते कई वर्षों से प्रत्येक माह अनाज का उठाव तो होता था पर पिछले माह के नाम पर, परंतु अब इसका सुधार कर लिया गया है। वहीं सदस्य प्रमोद कुमार ने कहा कि वर्तमान में प्रखंड कार्यालय और अनुमंडल कार्यालय में एपीएल और बीपीएल लाभार्थियों की कोई नई सूची नहीं बन रही है और ना ही कोई सुधार का का काम हो रहा है, परंतु कुछ दलाल भोले-भाले ग्रामीणों को सूची में नाम डालने व सुधार की बात कह कर उनका शोषण कर रहे हैं।   बैठक में नगर परिषद के मुख्य पार्षद मनोरंजन सिंह, जिला परिषद उपाध्यक्ष बंदना, आठों प्रखंड के आपूर्ति पदाधिकारी, सभी गोदाम प्रबंधक, सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर संत एस एन ग्लोबल स्कूल में कार्यक्रम आयोजित

बिक्रमगंज शहर के संत एस एन ग्लोबल स्कूल के विद्यालय परिसर में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि डॉ सेतु सिंह एवं उनकी टीम के सहयोगियों के द्वारा बच्चों की नि:शुल्क स्वास्थय जांच कर उचित परामर्श दिया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्यालय की प्राचार्या सुखविंदर कौर के ने मुख्य अतिथि डॉ. सेतु सिंह को बुक्के एवं शाल प्रदान कर उनका स्वागत किया।   इस मौके पर प्राचार्या ने राष्टीय चिकित्सक दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला और छात्र-छात्राओं के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत मे पहली बार “डॉक्टर्स डे” 1 जुलाई 1991को मनाया गया था। महान चिकित्सक, स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी भारत रत्न डॉ. विधान चंद्र रॉय की याद में प्रत्येक वर्ष पहली जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। वें एक फिजिशियन के साथ-साथ एक अच्छे शिक्षक, समाज सेवक एवं स्वंतत्रता सेनानी के रूप में सुविख्यात हैं। डॉ. विधान चंद्र राय पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में भी 14 वर्षो तक अपनी सेवा दिये। डा. सेतु ने छात्र-छात्राओं सहित समस्त विद्यालयकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच भी की गई।   डॉ सेतु सिंह ने ग्रीष्मकालीन व वर्षा ऋतु में होने वाली बीमारियों एवं उनसे बचाव के उपायों के बारे में बच्चों को विस्तृत जानकारी दिया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने कविता, प्ले, ड्रामा और भाषण-कला के साथ-साथ चिकित्सक के कॉस्ट्यूम में कई आकर्षक गतिविधियां प्रस्तुत की। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका नेहा छेत्री ने किया।

समारोह आयोजित कर नीट और जी एडवांस में सफल छात्राओं को किया गया सम्मानित

नीट (NEET) और जी एडवांस (ZEE ADVANCE) की परीक्षा में सफल छात्राओं को द डिवाइन पब्लिक स्कूल के सभागार में समारोहपूर्वक सम्मानित किया गया। विदित हो कि द डीपीएस की पूर्ववर्ती छात्रा निशा रानी एवं श्वेता कुमारी ने मेडिकल की प्रवेश परीक्षा पास करके विद्यालय का मान बढ़ाया है, वहीं श्रुति कुमारी ने इंजीनियरिंग की जी एडवांस की परीक्षा पास करके गौरवान्वित किया है। इन्ह छात्राओं के सम्मान में विद्यालय के सभागार में समारोह का आयोजन किया गया।   कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ये तीन छात्राएं ही रही। इनके अलावा रिबेल स्पोकन इंग्लिश कोचिंग के संचालक आलोक तथा आईआईटीयन अमितेश्वर आनंद भी उपस्थित रहे।सभी ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की। छात्राओं द्वारा वंदना एवं स्वागत गान की प्रस्तुति हुई। इसके बाद क्रमशः तीनों छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं लैपटॉप देकर सम्मानित किया गया।   इस अवसर पर छात्राओं के अभिभावकों को भी अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया। विद्यालय के प्राचार्य अभिशेख सिंह ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रेरित करना था।विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए निशा रानी ने कहा कि सभी को स्व प्रेरणा से पढ़ाई करनी चाहिए। अपना लक्ष्य निर्धारित कर, पूरी ताकत से उसकी प्राप्ति के लिए परिश्रम करें।   श्वेता ने बताया कि वह अपने गांव की पहली डॉक्टर है। इलाके में कोई डॉक्टर नहीं था, इसलिए डॉक्टर बनने का सपना देखा। नीट परीक्षा पास करने के कई टिप्स दिए। दोनों ने अपनी उपलब्धि का श्रेय माता-पिता एवं शिक्षकों को दिया। श्रुति ने बताया कि असफलता से विचलित न हों।अपने माता-पिता से भयभीत न रहें बल्कि उनसे दोस्ताना व्यवहार रखें उनसे कुछ न छिपाएं। तीनों ही छात्राओं ने समाजसेवा में रुचि दिखाई तथा कहा कि भविष्य में जरूरतमंदों की हम हर संभव मदद करेंगे।   इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विद्यालय के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने कहा कि आज हम तीन का अभिनंदन कर रहे हैं लेकिन यह भविष्य में तीस की तैयारी है। विद्यार्थियों को जुझारू बनने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने कहा कि मान लिया तो हार है और ठान लिया तो जीत है। उन्होंने समारोह में उपस्थित तीनों छात्राओं से संकल्प करवाया कि वे जब-जब छुट्टी पर आएंगी तब-तब बालकों को अपने जैसा डॉक्टर और इंजिनीअर बनाएंगी अर्थात उन्हें पढ़ाएंगी, प्रेरित करेंगी। इस प्रकार डॉक्टर और इंजिनीअर की फौज खड़ी हो जाएगी।   विद्यालय के संकल्प को उन्होंने दोहराते हुए कहा कि द डीपीएस में परिणाम की चिंता की जाती है। जिस दिन आप सभी में से कोई जोनल या नेशनल टॉपर निकल जायेगा उस दिन ये अखिलेश कुमार हेलीकॉप्टर से आपका अभिनंदन करवाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों को सतत लक्ष्य पर केंद्रित होने की बात कही। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं के बीच स्वस्थ एवं सुखद माहौल रहा।

मानसून की पहली वारिश में ही बिगड़ी शहर की सूरत

बिक्रमगंज। मानसून की पहली बारिश के साथ ही शहर के मुख्य सड़कों पर जल जमाव हो गया है। जल जमाव के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। मुख्य पथ व गलियों में जलजमाव से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।   शहर के डेहरी रोड और नटवार रोड की स्थिति जलजमाव से काफी खराब है। सड़क की गहराई का अंदाजा नहीं मिलने के कारण कई बाइक सवार धोखा खाकर अनियंत्रित हो गिर गए और कीचड़ की चपेट आ गए। डेहरी रोड में मौनी बाबा के कुटिया के समीप सड़क के गढ़े बाइक सवारों के लिए जानलेवा बनी है। पानी भरने से ये गढ़े दिख नहीं रहे हैं, जिसके कारण लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं।   वहीं नटवार रोड में एसडीएम आवास से कुछ ही दूरी पर सड़क की नजारा तालाब सदृश हो गया है। स्थानीय लोग बताते हैं कि सड़क के दोनों ओर नाली निर्माण हो गया है। एक तरफ नाली की ऊंचाई सड़क से ऊंची है। ऊंचाई के कारण घरों की भी पानी नाली में नहीं निकलता। दूसरी ओर बनी नाली में सड़क की पानी जाने का कोई उपाय नहीं है, जिसके कारण जलजमाव की स्थिति खतरनाक बनी हुई है।

लहठान में दहेज के लिए कर दी गई विवाहिता की निर्मम हत्या

लहठान गांव में दहेज के लिए विवाहिता की निर्मम हत्या कर दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल आरा भेजा। मृतका के पिता विनय पासवान ने पुलिस से दहेज के लिए हत्या कर दिए जाने और आत्महत्या का मामला दर्शाने के लिए फांसी पर लटका देने का शिकायत दर्ज कराया है। मृतका की पहचान सहार थाना क्षेत्र के मथुरापर निवासी विनय पासवान की पुत्री के रूप में की गई है। पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक सहार थाना क्षेत्र के मथुरापर निवासी विनय पासवान की पुत्री रंभा देवी की शादी पारंपरिक रीति रवाज के अनुसार 8 मई 2021 को अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के लहठान निवासी विकेश पासवान के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही विकेश पासवान का पूरा  परिवार दहेज के लिए दबाव बनाता रहा और लगातार कम होते रहे। दहेज में मांगी गई रकम देने से इनकर करने पर गला दबाकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद गुमराह करने के लिए फांसी से लटका दिया गया। घटना के बाद से मृतिका के पति और ससुराल के लोग शव को घर में छोड़कर फरार हो गए हैं.।मृत विवाहिता अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के लहठान गांव के वार्ड नंबर 15 निवासी विकेश पासवान की 26 वर्षीय पत्नी रंभा देवी है । मायके सहार थाना क्षेत्र के मथुरापुर गांव में है.। मृतिका के पिता विनय पासवान और भाई रितेश कुमार ने बताया कि रंभा देवी की शादी 8 मई 2021 को लहठान गांव निवासी धनेश्वर पासवान के पुत्र विकास पासवान से हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद तक सबकुछ ठीक ठाक चल रहा था लेकिन इस बीच घरेलू कलह को लेकर कई बार पति पत्नी और उसके ससुराल वालों के बीच भी तू-तू मैं-मैं और झगड़ा हो रहा था। दोनों परिवारों के आपसी सहमति कर मामले को शांत कराया गया था लेकिन शुक्रवार को अचानक रंभा के ससुराल से फोन आया कि उसकी बेटी फांसी के फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली है।. मृतका के पिता ने इसकी सूचना तुरन्त अगिआंव बाजार  पुलिस को दी । शव कुंडी में लटका हुआ था।।.इससे साफ लग रहा था कि मेरी बेटी को पति और उसके ससुराल वालों के द्वारा गला दबाकर हत्या कर दी गई और मामले को दूसरी ओर भटकाने को लेकर शव को फंदे से लटका दिया गया है। घटना के बाद शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए लाए अगिआंव बाजार थाना में तैनात पुलिसकर्मी उदय नारायण यादव ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि  विवाहिता ने फांसी के फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली है।. जिसकी सूचना पर हम लोग मौके पर पहुंची मृतिका के शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए आरा सदर अस्पताल लाए हैं साथ ही पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.पुलिस फिलहाल इस घटना की हर एक बिंदु पर जांच कर आगे कानूनी कार्रवाई में जुटी हुई है।

हर्षोल्लास के साथ प्रखंड क्षेत्र में मनाया गया बकरीद का त्योहार

बिक्रमगंज। प्रखंड क्षेत्र में ईद उल अजहा का त्योहार भाईचारे व आपसी सौहार्द के बीच मनाया गया। गुरुवार को विभिन्न ईदगाह व मस्जिदों में मुस्लिम भाईयों ने बकरीद की नमाज अदा की। बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को मुस्लिम भाईयों ने कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा रश्मों रिवाज के साथ मनाया।   इस मौके पर मुख्यालय स्थित डाकघर से ईदगाह स्थित सहित सभी मस्जिदों में सैंकड़ों की संख्या में नमाजी जुटे और एक साथ नमाज अता किया। मुख्यालय स्थित ईदगाह में मदरसा अजबरूल उलूम के इमाम हारूण रसीद ने नमाज अता करवाया। ईदगाह स्थल पर जुटी भीड़ के कारण मेला सा नजारा था। त्याग व बलिदान के रूप में मनाये जाने वाले इस पर्व को लेकर समुदाय के लोगों में चहल पहल देखी गयी।   ग्रामीण इलाकों में भी काफी धूमधाम के साथ इस त्योहार को मनाया गया। शांति पूर्वक त्योहार संपन्न हो इसको लेकर प्रशासन भी सक्रिय दिखी। सभी ईदगाहों, मस्जिदों और चौक-चौराहों पर अधिकारी के साथ पुलिस बल के जवान तैनात थे।

निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई एक बच्चे की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

बिक्रमगंज शहर के डुमराव रोड़ स्थित एक अस्पताल में बुधवार को इलाज के क्रम में एक बच्चे की मौत हो गई। बच्चे के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। कहा कि अस्पताल प्रबंधन के लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है और शिकायत करने पर अस्पताल के लठैतों ने मृत बच्चे के पिता के साथ मारपीट भी की है।   प्राप्त जानकारी के अनुसार बिक्रमगंज के पटेल नगर में किराये के मकान में रहने वाले प्रेमचंद कुमार के बेटे प्रिंस कुमार 9 साल की मौत इलाज के क्रम में हुई है। लड़का के पिता का कहना है कि बेटे के पेट और छाती में दर्द था, उसे उक्त अस्पताल में इलाज के लिए ले गया था। वहां डाक्टर ने ऑक्सीजन देना शुरू कर दिया। पिता ने बताया कि बच्चे की हालत खराब होने लगी तो मैंने बाहर रेफर करने को कहा।   डॉक्टर ने कहा कि पैसा जमा कीजिए यानी सारा व्यवस्था हो जाएगा। लेकिन बच्चे की मौत हो गई। और डॉक्टर क्लिनिक छोड़ भाग गए। इस घटना के बाद परिजन हंगामा करने लगे। बाद में घटना की सूचना मिलने के बाद 112 नंबर पुलिस मौक़े पर पहुंची तो परिजन शांत हुए। उसके बाद परिजन थाने पहुंच लिखित शिकायत दर्ज कराएं।   इस संबंध में बिक्रमगंज थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि कि मृत बच्चे के पिता द्वारा आवेदन दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है, प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। इस बाबत अस्पताल के चिकित्सक से संपर्क साधने की कोशिश की गई तो बात नहीं हो सका।

किसान का बेटा शिक्षा की मंदिर स्थापित कर किया कीर्ति

दाता सह संस्थापक स्वर्गीय नेपाल सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एएस कालेज के नवनियुक्त प्रशासक ने नमन किया। लगभग दो सप्ताह से महाविद्यालय का प्रशासक के रूप में कार्य करने के बाद भूमि सुधार उप समाहर्ता बिक्रमगंज अविनाश कुमार सिंह ने महाविद्यालय के दाता सह संस्थापक स्वर्गीय नेपाल सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके पांव छूकर नमन किया और आशीर्वाद लिया।   उन्होंने कहा कि एक किसान के बेटे ने 1957 में महाविद्यालय खोलकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित इस महाविद्यालय का अपना अलग ही गौरव रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि महाविद्यालय प्रशासक के अतिरिक्त उन्हें अन्य कई दायित्वों का निर्वहन करना होता है। इसके बावजूद वे प्रयास करेंगे कि यहां के शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मियों के सहयोग से महाविद्यालय के विकास से संबंधित कार्यों को भी पूरा करेंगे। ग्रीष्मावकाश के बाद 1 जुलाई से शिक्षण कार्य प्रारम्भ होंगे। वे चाहेंगे कि सभी शिक्षक अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से करें।   उन्होंने छात्रों से अपील की है कि वे नियमित रूप से क्लास करें। अभिभावकों से भी अपील की कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से क्लास करने के लिए प्रेरित करें। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो 75 प्रतिशत उपस्थिति के अभाव में उन्हें परीक्षा प्रपत्र भरने से रोकने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारी समय पर अपनी बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करें। अगर अवकाश पर जाना है तो लिखित सूचना महाविद्यालय प्रशासन को देकर ही जाएं। बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहने के कारण उनका उस दिन का वेतन काट दिया जाएगा।   ज्ञातव्य हो की राज्य सरकार के दिशा निर्देशों के आलोक में विश्विद्यालय ने भी इस आशय का पत्र निर्गत किया है और प्रतिदिन 1 बजे तक उपस्थिति, अनुपस्थित का ब्योरा भेजने का निर्देश दिया है। शिक्षकों द्वारा किए गए वर्ग संचालन का प्रतिवेदन भी प्रतिदिन भेजना है। उन्होंने बताया कि 3 जुलाई को सभी शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारी की एक बैठक बुलाई गई है। बैठक में महाविद्यालय के जरूरी कार्य जो एनएएसी से संबंधित हैं, पर भी चर्चा की जाएगी और बहुत जल्द अधूरे कार्यों को पूरा किया जाएगा इसके लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है।