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चास में बिजली,पानी,नाली और कचरे की है गंभीर समस्या : यशवीर सिंह 

बोकारो : बोकारो विधानसभा 36 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी यसवीर सिंह ने चास प्रखंड के चास नगर निगम क्षेत्र के गरगा नदी का दर्शन कर जनसंपर्क अभियान चलाया। जनसंपर्क अभियान की शुरुआत गरगा नदी के समक्ष स्थापित भारत माता की प्रतिमा को राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रणाम करके किया। इस जनसंपर्क अभियान के दौरान सैकड़ो की संख्या में राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल थे। जनसंपर्क अभियान एवं पदयात्रा के दौरान प्रत्याशी यसवीर सिंह ने व्यापारी वर्ग के लोगों से मुलाकात की। सभी दुकानदारों और व्यापारियों ने खुले दिल से यसवीर सिंह का स्वागत किया और उनको अपना मतदान देने का वादा किया। जनसंपर्क अभियान और पदयात्रा का कारवां गरगा पुल चेक पोस्ट से चलकर पुराना बाजार होते हुए महावीर चौक पहुंचा। चौक पर मीडिया से बात करते हुए प्रत्याशी यसवीर सिंह ने कहा की चास में बिजली पानी और नाले सहित चास नगर निगम में कचरे की गंभीर समस्या है। बोकारो के वर्तमान भाजपा विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि बोकारो विधानसभा की जनता 10 सालों से देख रही है कि विधायक जी का कितना संपत्ति का उछाल हुआ। प्रत्याशी ने अभी कहा कि अपना विकास करने से जनता का विकास नहीं हो जाता। जनता विधायक चूमती है अपने विकास के लिए। लेकिन भाजपा विधायक वीरिंची नारायण 10 वर्षों से अपना ही विकास कर रहे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पूरी जनता का विकास में अपना विश्वास व्यक्त करती है।हमें बोकारो विधानसभा की जनता का काफी सहयोग मिल रहा है। इस बार बोकारो विधानसभा चुनाव में परिवर्तन की लहर है। बोकारो विधानसभा की जनता परिवर्तन करने के मूड में है। कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी श्वेता सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा की 99 हजार वोट लेकर भी कोरोना काल में एक दिन भी बाहर नहीं निकले। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी यसवीर सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ता अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए भी कोरोना काल में जनता के साथ खड़ी रही। इस बार बोकारो विधानसभा चुनाव में जनता परिवर्तन चाहती है। पदयात्रा और जनसंपर्क अभियान में प्रदेश के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आरिफ खान, विजय टूरी, विश्वनाथ प्रताप आस, सुशील सिंह, शिव राय, हासिम, मुकेश जी, संजीव, अधिवक्ता भानु,अनिल सिंह, रंजन यादव अशोक सिंह, चंदन यादव, नसीम,मनोहर सहित सैकड़ो की संख्या में राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकर्ता पदयात्रा और जनसंपर्क में शामिल हुए।

दस साल में जनप्रतिनिधी ने नही ली जनता की कोई सुध : श्वेता सिंह

बोकारो : इंडिया गठबंधन प्रत्याशी श्वेता सिंह ने विभिन्न ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में  चुनाव निमित प्रचार किया इस दौरान नन पंचायत क्षेत्र श्यामपुर,बंशिमली के बाद सीजूआ पंचायत अंतर्गत शिमलाटांड़ राधानगर पंचायत अंतर्गत डहरडीह,दूधीमाटी,राधानगर के पश्चात चैनपुर पंचायतअंतर्गतझोपड़ों,धर्मपुरा,चैनपुर,बारूडीह,खेड़गोड़ा,गुड़गुड़ी,सुनता पंचायत अंतर्गत बिक्रमडीह,कुसुमटेकरी, डुगरीगोड़ा हाट का प्रवास किया इस दौरान आम जनता ने प्रत्याशी को पेयजल की व्याप्त समस्याओं से अवगत हुई। श्रीमती सिंह ने कहा कि इन क्षेत्रों में पूर्व के 10 वर्षों में पेयजल को लेकर कई बार जनता अपने हक के लिए मुखर हुई लेकिन किसी जनप्रतिनिधिगण ने इसकी सुध नहीं ली श्वेता सिंह ने आश्वासन दिया कि इन सभी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा श्रीमती सिंह ने अपने पक्ष में मतदान करने की सभी से अपील की और कहा कि आपकी बेटी के रूप में क्षेत्र के लोगों का दर्द समझती हूं क्यों कि यह सभी लोग हमारे घर परिवार से जुड़े हुए हैं।आगामी 20 तारीख को हमे अपना मतदान देकर जिताएं ताकि एक बेहतर बोकारो का निर्माण हो सके।

दस साल से जनता त्राहिमाम, अब जनता बदलाव करने के मूंड में है : यशवीर सिंह 

बोकारो : बोकारो विधानसभा चुनाव करके एनसीपी प्रत्याशी राष्ट्र वादी कांग्रेस पार्टी परिवार के यशवीर सिंह ने सीवनडीह सहित विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया और लोगो से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की। एनसीपी प्रत्याशी श्री सिंह ने कहा की सभी दुकानदार भाइयों के साथ मिलकर विचार विमर्श किया सभी लोगों का सहमति हुआ है कि हम लोग घड़ी के साथ चलेंगे। अभी बदलाव का बाहर चल रहा है लोग बदलाव करने के मूड में है जो स्थिती भाजपा द्वारा जो दस से त्राहिमाम करके रखा गया है और कांग्रेस प्रत्याशी जो 99 हजार वोट जो लेकर आई फिर कोरोनाकाल में लोगो को पूछने नही आई ऐसे – ऐसे प्रत्याशी मैदान में है। मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी यशवीर सिंह हुॅ मुझे गीता,रामायण, उपनिषद ,कुरान,बाइबल को आत्मसात करके चलता हूं बोकारो को स्वर्ग बनाने के लिए संभाव सद्भाव,विचार का क्रांति फैलाना चाहता हुॅ।

इंडिया गठबंधन प्रत्याशी श्वेता सिंह ने चास के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों का किया दौरा

बोकारो : बोकारो विधानसभा की इंडिया गठबंधन प्रत्याशी श्वेता सिंह ने विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया।इस जनसंपर्क अभियान में चाकुलिया पंचायत अंतर्गत चाकुलिया,चास कॉलेज चास, बगडेगा,मूर्त्तिटांड़,रामडीह, भेलवाटांड़,कुर्मीडीह के बाद काशीझरिया पंचायत अंतर्गत योगीडीह,संथालडीह,ओझाडीह, कुरमा,बेलडीह,खेरगोंडा,काशीझरिया,झरना,बाजूडीह,झरना,मोदीडीह,नवाझरिया के पश्चात भालसुंदा ग्राम में भव्य जागरण का उद्घाटन किया और छठ व्रतियों के बीच में सूप वितरण किया।इस अवसर पर प्रत्याशी ने छठ महापर्व की क्षेत्र वासियों को शुभकामना देते हुए मां से सबकी खुशहाली की कामना की।क्षेत्र प्रवास के दौरान आम जनता का भरपूर समर्थन मिला और सभी ने एक स्वर में इंडी गठबन्धन प्रत्याशी को जिताने का आशीर्वाद दिया।श्वेता सिंह ने कहा कि क्षेत्र में छात्रों,विद्युत,पेयजल,किसानों के व्याप्त समस्याओं को सुलझाने का अथक प्रयास किया जाएगा।हमारे परिवार ने हमेशा क्षेत्र वासियों को अपने परिवार की तरह माना है और हमेशा  जनता के सुख दुख में खड़े रहने का संस्कार स्व समरेश सिंह दादा से मिला है। स्व समरेश सिंह दादा के विकसित बोकारों के सपने को साकार करने के लिए आप सभी के बीच इंडी गठबन्धन के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही हू और उम्मीद करती हू कि आप सभी अपने बेटी को आशीर्वाद देने में पीछे नहीं हटेंगे।

गांधीनगर के श्मशान घाट में पंचतत्व में विलीन हुईं पीएम मोदी की मां

पीएम मोदी की मां हीराबा के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दे दी गई है। गांधीनगर के श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा का निधन हो गया। पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह सूचना दी गई। पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा गया, ‘शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है। मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से।’ मां के निधन के बाद पीएम मोदी अहमदाबाद पहुंचे। यूएन मेहता अस्पताल के एक बयान में कहा गया है, ‘हीराबा मोदी का निधन शुक्रवार तड़के (30 दिसंबर) 3.30 बजे (सुबह) इलाज के दौरान हुआ। मां का स्थान कोई नहीं ले सकता: नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी की मां श्रीमती हीरा बेन जी का निधन दुखद। मां का निधन असहनीय और अपूरणीय क्षति होता है। मां का स्थान दुनिया में कोई नहीं ले सकता। दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा प्रधानमंत्री श्री मोदी जी एवं उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां का निधन, पीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा मोदी का शुक्रवार को निधन हो गया. वे 100 साल की थीं. हीरा बा ने अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में अंतिम सांस ली. हीरा बा को मंगलवार शाम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पीएम मोदी ने ट्वीट कर मां हीरा बा को श्रद्धांजलि दी. पीएम की मां हीरा बा को मंगलवार को अचानक से सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी. इसके अलावा उन्हें कफ की शिकायत भी थी. इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल के कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती करा दिया गया. डॉक्टरों ने उनकी मां का एमआरआई और सीटी स्कैन किया. गुरुवार को अस्पताल की ओर से बयान जारी कर बताया गया था कि उनकी तबीयत में सुधार है. लेकिन शुक्रवार सुबह उनका निधन हो गया.

नववर्ष की जश्न को फीका कर सकती है कोरोना की चौथी लहर, सरकार अलर्ट

देश में जनवरी मध्य से कोरोना मामले बढ़ने की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग इलाज के साथ रोकथाम के लिए तमाम एहितयाती उपायों पर मंथन कर रहा है। मंगलवार को प्रदेश भर के अस्पतालों में इलाज की तैयारियों की माक ड्रिल के बाद बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने नववर्ष के जश्न पर रोक लगाने पर डाक्टरों का मंतव्य जाना। उनकी चिंता थी कि बोधगया में लोगों का जमावड़ा लगने के कारण कोरोना के मामले बढ़े हैं, ऐसे में नववर्ष के जश्न से खतरा और बढ़ सकता है। हालांकि, डाक्टरों ने जश्न पर रोक लगाने के बजाय मास्क और शारीरिक दूरी के नियम को अनिवार्य रूप से लागू कराने की सलाह दी है। उनका कहना था कि रोक लगाने के बावजूद लोग आदतन जश्न मनाएंगे और खतरे में आ सकते हैं। एहतियात के साथ जश्न मनाने का नियम लागू कराने से बड़ी आबादी को सुरक्षित रखा जा सकता है। समीक्षा बैठक में शामिल एम्स, आइजीआइएमएस, पीएमसीएच, एनएमसीएच समेत सभी मेडिकल कालेजों के प्राचार्य-अधीक्षक और सिविल सर्जनों का मानना था कि कोरोना से निपटने में सरकार के स्तर से तमाम तैयारियां दुरुस्त हैं। कोराेना से कैसे बचना है इसकी बाबत हर शख्स को जागरूक किया जा चुका है। अब यह आमजन के हाथ में है कि वह कोरोना अनुकूल व्यवहार जैसे मास्क पहनना, अंजान सतह छूने के बाद मुंह-नाक व आंख को छूने के पहले साबुन से हाथ धोने, बेवजह यात्रा न करने या भीड़भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाना और शारीरिक दूरी जैसे नियमों का पालन कर कोरोना से सुरक्षित रहें। अपर मुख्य सचिव ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे रेड अलर्ट मोड में रहें और कोरोना जांच की संख्या को बढ़ाएं। कोरोना उपचार में जिस सामान, दवा की कमी हो अभी बीएमएसआइसीएल से मंगवा लें। कोविड डेडिकेटेड हास्पिटल रहे एनएमसीएच को अधिक संख्या में बेड तैयार रखने को कहा गया। पीएमसीएच को बाथरूम व आक्सीजन कंटेनर समेत अन्य सुविधाएं दुरुस्त रखने को कहा गया। इसके अलावा लखीसराय, अररिया, मुंगेर, बांका जैसे जिलों को कमियां दूर करने का निर्देश दिया गया।

झारखंड में एक लाख करोड़ से ज्यादा की राशि हुई खर्च, हेमंत सरकार के पास हिसाब नहीं, अब मची खलबली

राँची। झारखंड में बीते 16 साल के दौरान विभिन्न विभागों के जरिए खर्च की गई करोड़ों की राशि का हिसाब सरकार को नहीं मिला है, सरकार विकास योजनाओं सहित अन्य मदों में विभिन्न विभागों को राशि तो लगातार जारी करती रही, पर राशि का किस तरह और कितना उपयोग हुआ, इसका सही-सही ब्योरा सरकार को नहीं मिल पाया है।राज्य सरकार ने माना है कि कुल एक लाख तीन हजार चार सौ उनसठ करोड़ (103459.14) करोड़ की राशि का हिसाब नहीं मिल पाया है वही राज्य में कुल 39 हजार से अधिक योजनाओं या मदों में दी गई राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं उपलब्ध है। सबसे ज्यादा ग्रामीण विकास विभाग में 14361.00 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं है, इसी तरह कृषि विभाग 611 करोड़, ऊर्जा में 9234 करोड़, नगर विकास विभाग सहित अन्य विभागों में भी बड़ी राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं किया गया है। जब इसका खुलासा झारखंड के मुख्य सचिव झारखंड सुखदेव सिंह के पत्र से हुआ है, जो उन्होंने सभी विभागों के सचिवों को लिखा है उन्होंने उपयोगिता प्रमाण लंबित रहने पर चिंता जतायी है वही सीएस ने कहा कि कई निर्देश के बाद भी बड़ी राशि का हिसाब बकाया है, जो गंभीर विषय है। सीएस ने यह भी कहा है कि झारखंड के वित्त विभाग द्वारा बार-बार स्मारित किये जाने के बावजूद लंबित उपयोगिता प्रमाण-पत्र समर्पित नहीं किया जाना यह दर्शाता है कि आपके विभाग द्वारा इस संबंध में गंभीर प्रयास नहीं किया गया। वही महालेखाकार झारखंड द्वारा उपयोगिता प्रमाण पत्र (यूसी) सबमिट करने की ऑनलाइन व्यवस्था भी सितंबर 2019 से प्रभावी है। सीएस ने ऑनलाइन सबमिशन कर रिपोर्ट देने को कहा है। उधर व्यक्तिगत रुचि लेकर उपयोगिता प्रमाण पत्र देने का निर्देश मुख्य सचिव ने सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव,प्रधान सचिव,सचिवों को व्यक्तिगत रुचि लेकर लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्र अविलंब समर्पित करने का आदेश दिया है। सीएस ने कहा कि अगर सचिव रुचि लेंगे और लगातार मॉनिटरिंग करेंगे तो लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्र में अपेक्षित कमी हो सकेगी। एजी की रिपोर्ट से मिली जानकारी दरअसल, महालेखाकार लेखा एवं हकदारी झारखंड ने 26 जुलाई 2022 को ही सीएस को एक पत्र लिखा था और पूरी विवरणी दी थी। यह बात सामने आई कि 2006-07 से 2020-21 तक कुल 103459.14 करोड़ की राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र विभिन्न विभागों में लंबित है। क्या है उपयोगिता प्रमाण पत्र उपयोगिता प्रमाण पत्र यानी खर्च का सही हिसाब-किताब इसे दिए बिन आगे की राशि नहीं दी जाती है क्योंकि रुपये प्राप्त करने वाले पदाधिकारी-विभाग के लिए यह नियम है कि वे ट्रेजरी कोड के तहत प्रपत्र भर के उपयोगिता प्रमाण पत्र एक साल के अंदर जमा कर दें कि कितनी राशि खर्च हुई है और कितनी बची है। इसकी प्रति एकाउंटेंट जनरल झारखंड को भेजनी होती है।उपयोगिता प्रमाण पत्र वित्तीय प्रबंधन की ट्रांसपेरेंसी को स्थापित करता है। प्रत्येक वर्ष        –        राशि करोड़ में 2012-13                  2685 1239.47 2013-14                  936 11235.61 2014-15                  1320 1564.44 2015-16                  2134 5354.78 2016-17                  8902 9573.72 2017-18                  4868 14497.51 2018-19                  3968 18591.51 2019-20                  4441 17044.72 2020-21                  4735 18710.47 2021-22                   5075 15406.55  कुल: 39064 103459.14

झारखंड में KCC अस्पताल ने 8 लोगों की आंखे छीन ली

जमशेदपुर स्थित केसीसी आइ अस्पताल के लापरवाही की वजह 3 लोगों के आंखों की रोशनी चली गयी. दरअसल मामला ये है कि जिले से 45 किलोमीटर दूर घाटशिला अनुमंडल क्षेत्र का कीताडीह गांव है. 11 माह पूर्व मुफ्त में आंख के इलाज के नाम पर गांव के 8 बुजुर्गों की आखों का इलाज किया गया. हालांकि इस मामले में साकची पुलिस ने कालीमाटी रोड स्थित केसीसी आइ अस्पताल के संचालक समेत अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया है.जानकारी के अनुसार, केसीसी आइ अस्पताल को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभ मिलता है. इसके बदले उनको गांवों से लोगों को लाकर मोतियाबिंद का इलाज कराना होता है. एजेंट और सहायिका के माध्यम से यह अस्पताल लोगों को लाकर इलाज करता है और फिर उनको वापस भेज देता है. पूरे मामले में एक सिंडिकेट के काम करने की आशंका है.