दुर्गापूजा : इस बार गोलबागीचा में मछली पर विराजमान दिखेंगी मां दुर्गा
शहर में दुर्गापूजा की तैयारी शुरू है। दो साल बाद शहर के नामचीन गोल बागीचा में धूमधाम से मां देवी के पूजनोत्सव की तैयारी है। कोरोना काल के बाद इस साल भव्य मां की प्रतिमा के साथ आकर्षक पंडाल बनेगा। इस बार मछली पर विराजमान मां दुर्गे की प्रतिमा का श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर सकेंगे। मछली की तरह से भव्य पंडाल बनाने की योजना है। गोल बागीचा देवी स्थान की सत्यकाम समिति तैयारी में जुट गयी है। पंडाल के लिए बांस-बल्ले आए गए हैं। निर्माण शुरू होगा। गया के मूर्तिकार बनाएंगे मूर्ति और कोलकाता के कलाकार बनाएंगे पंडाल सत्यकाम समिति के अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना की वजह से 2020 और 2021 में ना तो मां की प्रतिमा स्थापित की गई और ना ही पंडाल बना। लेकिन, इस साल 2022 में समिति के लोग उत्साह के साथ तैयारी में लगे हैं। दो दिन पहले ही बैठक में निर्णय हुआ है। बताया कि गया के मूर्तिकार अखिलेश मछली जैसी आकृति पर मां देवी की प्रतिमा का निर्माण करेंगे। एक-दो दिन में मूर्ति निर्माण शुरू हो जाएगा। लेकिन, पंडाल के लिए कोलकाता के कारीगर बुलाए गए हैं। मछली जैसी आकृति वाली पंडाल निर्माण की भी योजना है। भव्य पंडाल के साथ लाइटिंग की भी अच्छी व्यवस्था होगी। यहां भीड़ काफी होती है। इस वजह से सुरक्षा पर भी विशेष नजर रहेगी। तैयारी में समिति के सचिव गौतम कुमार, कोषाध्यक्ष दीपू कुमार, विरेंद्र सिंह, राजेश कुमार सहित सभी सदस्य जोरशोर से लगे हैं। शहर के नामचीन गोल बगीचा में 1965 से प्रतिमा स्थापित कर मां की हो रही पूजा- अर्चना अध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया कि गोल बागीचा देवी स्थान के पास सत्यकाम समिति 1965 से मां देवी की प्रतिमा स्थापित पूजा-अर्चना कर रही है। सबसे पहला अध्यक्ष स्व. बिन्देश्वर प्रसाद ने गली में मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू की थी। करीब चार-पांच साल के बाद सड़क पर मूर्ति स्थापित की जाने लगी। बताया कि सिर्फ कोरोना के कारण पिछले दो साल प्रतिमा स्थापित नहीं की गई। सिर्फ कलश स्थापना कर सप्तशती पाठ माता की पूजा की गई। इस बार तो उत्साह के साथ शारदीय नवरात्र में कलश स्थापित कर पाठ शुरू होगी।