Bakwas News

तमंचा संग संदिग्ध गिरफ्तार

बलिया। उभांव थाना पुलिस ने करनी चट्टी के समीप पुरुषोत्तमपुर तिराहे पास से अवैध तमंचा के साथ संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा। जिनकी पहचान करनी गांव निवासी शशिकांत सिंह उर्फ राणा के रुप में किया गया। जिनके पास से पुलिस ने 315 बोर का एक देशी अवैध तमंचा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है। पुलिस के अनुसार वे किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने जा रहे थे। जिन्हें मुखबिर की सूचना पर पकड़ लिया गया।

मनियर में उपेन्द्र‌ हुए अध्यक्ष व‌ अजीत बने मंत्री

बलिया । विशिष्ट बी.टी.सी.शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन बलिया के मनियर इकाई का अधिवेशन व चुनाव बुधवार को ब्लॉक संसाधन केंद्र मनियर पर सम्पन्न हुआ । जहां सर्वसम्मति से उपेन्द्र नारायण सिंह को ब्लाक अध्यक्ष व‌ अजीत यादव को मंत्री पद पर निर्वाचित किया गया । अधिवेशन का उदघाटन जिलाध्यक्ष डॉ.घनश्याम चौबे, संरक्षक अरुण कुमार सिंह व वरिष्ठ उपाध्यक्ष अवनीश कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से माँ सरस्वती के तैल चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया । अपने सम्बोधन में डॉ. घनश्याम चौबे ने कहा कि संगठन शिक्षक हितों और शिक्षक सम्मान के प्रति प्रतिबद्ध व समर्पित है । हमारा हमेशा से प्रयास रहा है कि शिक्षक भय, शोषण और भ्रष्टचार मुक्त वातावरण में शिक्षण करें । द्वितीय सत्र में शिक्षकों ने सर्वसम्मति से ब्लॉक के पदाधिकारियों का चुनाव किया । वरिष्ठ उपाध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह, उपाध्यक्ष पंकज मिश्रा संगठन मंत्री सुजीत कुमार, संजीव कुमार सिंह, मो असलम अंसारी, संयुक्त मंत्री असरफ अली, कोषाध्यक्ष प्रवीण कुमार दूबे का निर्विरोध निर्वाचन हुआ । विवेकानन्द तिवारी को सर्वसम्मति से संरक्षक चुना गया । नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को पद और गोपनीयता की शपथ चुनाव अधिकारी राघवेन्द्र प्रताप राही अध्यक्ष नगरा व आशीष श्रीवास्तव ने दिलायी अधिवेशन में नित्यानन्द पाण्डेय, सुरेश वर्मा, शर्मानाथ यादव, सुनील गुप्ता, अनिल सिंह, नन्दलाल वर्मा, ओमकारनाथ पांडे, विजय कन्नौजिया, आनन्द सिंह, प्रवीण दूबे, संजय पासवान, राघवेन्द्र यादव व विवेकानन्द तिवारी‌ आदि उपस्थित रहे । अध्यक्षता अरुण कुमार सिंह और संचालन प्रेमचंद गुप्ता ने किया ।

आपदा प्रबंधन बाढ़ से नुकसान फसलों का करा रहा सर्वे

बलिया। गंगा नदी में आयी बाढ़ से सदर व बैरिया तहसील में नुकसान हुई फसलों का सर्वे आपदा प्रबंधन विभाग लेखपालों से करा रहा है। अब तक शासन को 3800 किसानों की रिपोर्ट शासन को भेज दी गयी है। इसमें लेखपालों द्वारा खरीफ के विभिन्न फसलों का 33 प्रतिशत नुकसान दर्शाया गया है। लेकिन सच्चाई कुछ और है। बताया जाता है कि गंगा नदी में आई बाढ़ से सदर व बैरिया तहसील के लगभग दो दर्जन से अधिक गांव के किसानों की मक्का, जोन्हरी व सब्जी की खेती बर्बाद हो गयी है। इन किसानों को आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से भरपाई के रूप में प्रति हेक्टेयर अधिकतम साढ़े 13 हजार व न्यूनतम एक हजार देने के लिए सर्वे करा रहा है। अब तक के सर्वे में कुल 3800 किसानों का 33 प्रतिशत नुकसान होने का रिपोर्ट लेखपालों ने भेजा है। जबकि धरातल पर सच्चाई यह है कि कुछ पंचायतों के किसानों की शतप्रतिशत फसल बाढ़ की भेंट चढ़ गयी है। बैरिया तहसील के किसान विजय कुमार मिश्र, परशुराम मिश्र, राजेन्द्र यादव, रमाशंकर यादव गरयां व बेलहरी मौजा में मक्का व जोन्हरी के साथ सब्जी की खेती किए हैं। पिछले दिनों आई बाढ़ में एनएच से दक्षिण तरफ के खेतों में लगी फसल शतप्रतिशत बाढ़ की भेंट चढ़ गयी है। वर्तमान में बाढ़ से फसलों के नुकसान का सर्वे चल रहा है। लेकिन लेखपाल मनमाने ढंग से अपनी रिपोर्ट दे रहे हैं।

पूर्व प्रमुख प्रत्याशी ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

बलिया। विकास खंड सोहांव के पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी उमेश प्रताप सिंह ने विकास खंड में चल रहे विकास कार्यों में भ्रष्टाचार, वित्तिय अनियमितता व कार्य पूर्ण होने के पहले भुगतान का आरोप लगाया है । अपने दर्जनों समर्थकों संग मंगलवार को विकास खंड कार्यालय पहुंचे उमेश प्रताप सिंह ने खंड विकास अधिकारी को इस बाबत ज्ञापन दिया । ज्ञापन में कार्यालय में चल रहे शौचालय निर्माण, खंड विकास अधिकारी कक्ष और प्रमुख कक्ष के मरम्मत सहित छत के मरम्मत कार्य में भारी अनियमितता का आरोप लगाया गया है । साथ ही कहा गया है कि सारे कार्यों का भुगतान पूर्ण होने के पश्चात भी कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है । पुराने कार्यों में केवल रंगाई पुताई कराकर सरकारी धन की बंदरबांट हो रहा है । नियमानुसार जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की गयी है । निविदा प्रक्रिया पर भी उठाये सवाल विकास खंड सोहांव के द्वारा जारी की गई निविदा को लेकर भी सोमवार 26 सितंबर को उमेश प्रताप सिंह ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी । आरोप था कार्यालय द्वारा जारी की गई निविदा के आफलाइन प्रकाशन कर अनियमितता करने का । जिसे निरस्त कर सारे कार्य ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से कराए जाने की मांग की गयी थी । जिलाधिकारी द्वारा सीडीओ को जांच सौंपी गयी थी । हालांकि मंगलवार को ही उक्त निविदा को कार्यालय खंड विकास अधिकारी सोहांव द्वारा इस आधार पर निरस्त कर दिया गया की 27 सितंबर को निर्धारित समय तक किसी फर्म ने निविदा नहीं डाली थी ।

नवरात्र के दूसरे दिन मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप का पूजन

बलिया। शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मंगलवार को मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप का विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर देवी भक्तों ने अपने व परिवार के लोगों के कुशलता की कामना की। सुबह से ही देवी मंदिरों में घंट-घड़ियाल के साथ देवी गीतों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो उठा। फेफना थाना क्षेत्र के इंदरपुर थम्हनपुरा निवासी आचार्य डॉ. अखिलेश उपाध्याय ने बताया कि मां का ब्रह्मचारिणी स्वरूप ज्ञान, तपस्या व वैराग्य देने वाला माना जाता है। शास्त्रों में वर्णन के अनुसार देवी के इस स्वरूप का विधि-विधान से पूजन-अर्चन करने से दिव्य ज्ञान की प्राप्ति होती है। मां के इस स्वरूप का पूजन-अर्चन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं द्वारा विधि-विधान से किया जाता है। शहर के जापलिनगंज, ब्रह्माईन के ब्रह्माणी देवी, मंगला भवानी मंदिर सहित सभी देवी मंदिरों पर सुबह से ही भक्त दर्शन-पूजन के लिए कतार में लगे नजर आए। जिन घरों में कलश स्थापित है, उनके यहां पुरोहितों से दुर्गा सप्तशती का पाठ कराया गया। चहुंओर मां के जयकारों से वातावरण देवीमय हो उठा।

छात्रों ने प्राचार्य व कुलपति का फूंका पुतला

बलिया। रसड़ा के मथुरा पीजी कालेज में किताबें उपलब्ध नहीं कराने के साथ ही शौचालय, साइकिल स्टैंड की व्यवस्था नहीं होने से नाराज छात्र-छात्राओं ने मंगलवार को दोपहर में कालेज गेट के पास प्राचार्य व कुलपति का पुतला फूंका। छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया है कि दो वर्ष से नई शिक्षा नीति लागू होने के बावजूद महाविद्यालय में किताबें उपलब्ध नहीं होन, शौचालय व साइकिल स्टैंड की व्यवस्था नहीं किए जाने से उन्हें दिक्कतें हो रही है।   उनका कहना है कि इस संबंध में कई बार प्राचार्य को ज्ञापन दिया गया, लेकिन कालेज प्रशासन  इस दिशा में कोई पहल नहीं किया जा रहा है। किताबें उपलब्ध नहीं होने से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। पुतला फूंकने वालों में  दीपक गौतम राहुल, सरफराज अली छोटू, बादल राठौर, अमरेश कुमार, रणधीर कुमार, इमरान अहमद, अभिषेक कुमार, राहुल कुमार, राधिका, अंकिता, पूजा, सरिता, तनु, श्वेता, जीशान अहमद, रोहित यादव, विशाल कुमार, मन्नान अहमद, विपिन कुमार, राकेश, मुकेश आदि रहे।

बैरिया में कुत्ता के साथ बिल्ली सियार बने हिंसक

बलिया। बैरिया तहसील क्षेत्र में हिंसक जानवरों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। यह हम नहीं, स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा बता रहा है। यहां पिछले एक महीने में विभिन्न गांव के 400 से अधिक लोगों को कुत्तों ने काट कर घायल कर दिया है। 120 लोग बंदर काटने से घायल हुए हैं, जबकि 80 लोगों को सियार ने काटा है। यही नहीं, बिल्ली, घोड़ा, घोड़ी, खच्चर भी 55 लोगों को काट कर घायल किये है। यह आंकड़ा वह है, जिनका टीका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पर लगा है। उल्लेखनीय है कि धीरज गोड़ प्रकाश नगर, राजकुमारी देवी जयप्रकाश नगर, शुभम यादव सोनबरसा, नैतिक श्रीवास्तव गोपालपुर, पलक सिंह सिताब दियारा, विकेश केसरी लालगंज, शगुन दलन छपरा, रौनक सिंह प्रीतम छपरा, लव कुश चौधरी बाबू के डेरा सहित कुल 400 लोगों को पिछले एक महीने में आवारा कुत्तों ने काट कर घायल किया है। जिसमें 60 फिसदी घायल बच्चे हैं।जिनकी उम्र 15 साल से कम है। सोनबरसा अस्पताल के फार्मासिस्ट डॉ एन एन शुक्ला ने बताया कि यह तो उन घायलों की संख्या है, जिन्होंने अस्पताल में आकर एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाया है। इससे अधिक भी संख्या हो सकती है, काफी लोगो ने एंटी रेबीज का टीका प्राइवेट चिकित्सालयो व मेडिकल स्टोरों से खरीदकर लगवाया है। यह आंकड़े डरावने हैं। आवारा कुत्तों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। प्रशासन ऐसे कुत्तों के जनसंख्या के नियंत्रण के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। बच्चे कब आवारा कुत्तों के काटने से घायल हो जाएंगे। इस आशंका से हमेशा अभिभावक सशंकित रहते हैं। ग्रामीणों ने जरूरी कार्रवाई करने के लिए जिलाधिकारी से गुहार लगाया है। कहां है कि संबंधित पंचायतों व पशुपालन विभाग को निर्देशित किया जाए कि ऐसे आवारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण किया जाए, जो राह चलते बच्चों को काट कर घायल कर दे रहे हैं। बंदरों का आतंक क्षेत्र में अलग से है। बंदर रोज उत्पात मचाते हैं। पीड़ित लोग वन विभाग कार्यालय का चक्कर लगाकर थक गए हैं। ऐसे बंदरों को पकड़ने के लिए वन विभाग के पास कोई साधन नहीं है। तीन दिन से रैबीज इंजेक्शन खत्म सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा में तीन दिनों से एंटी रेबीज इंजेक्शन समाप्त हो गया है। रोज दर्जनों लोग एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए अस्पताल आ रहे हैं। वापस लौट जा रहे हैं। इस संदर्भ में बात करने पर अधीक्षक डॉक्टर आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिला मुख्यालय पर भी एंटी रेबीज उपलब्ध नहीं है। एक-दो दिन में जिला मुख्यालय पर एंटी रेबीज उपलब्ध हो जाएगा। वहां उपलब्ध होने के साथ ही सोनबरसा अस्पताल के लिए एंटी रैबीज इंजेक्शन मंगवा लिया जाएगा।

गंगा-घाघरा घटाव पर, टला बाढ़ का खतरा

बलिया। खतरा विन्दु के करीब पहुंच चुकी गंगा नदी मे रविवार देर शाम से घटाव शुरू हो गया। वहीं अनवरत घटाव के बाद घाघरा भी तुर्तीपार गेज पर लाल निशान से नीचे आ गयी है। प्रमुख दोनों नदियों मे घटाव व खतरा विन्दु से नीचे आ जाने के बाद संभावित बाढ़ का खतरा टल गया है। गायघाट गेज पर शाम चार बजे नदी का जल स्तर 57.150 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां खतरा विन्दु 57.615 मीटर है। करीब 30 घंटे से भी अधिक के ठहराव के बाद रविवार शाम से घटाव शुरू हो गया। हालांकि नदी मे फिलहाल धीमी गयी से घटाव हो रहा है किन्तु जल्द ही घटाव की रफ्तार मे तेजी आने की संभावना जतायी गयी है। उधर तुर्ती पार गेज पर शाम चार बजे नदी का जल स्तर 63.920 मीटर रिकार्ड किया गया। पिछले चार दिनों से हो रहे अनवरत घटाव के बाद भी यहां नदी खतरा विन्दु  64.010 मीटर से मात्र 9 सेमी नीचे आ पायी है। पिछले आठ घंटो के बीच गंगा मे चार तो घाघरा मे मात्र एक सेमी का ही घटाव हुआ है। इससे ग्रामीणों के बीच भय बना हुआ है। आयोग के अनुसार नदियों पर पानी का ऊपरी दबाव न होने व घटाव के बाद इनके खतरा विन्दु के नीचे आ जाने के बाद अब बाढ़ का खतरा भी टल गया है। इससे दोनों नदियों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोग राहत महसूस कर रहे है। हालांकि इनकी उतरती लहरो से कटान का खतरा और बढ़ गया है। इससे कटान पीड़ितों को अब भी सकून नही है। गांव के नरेन्द्र डूबे, अमित कुमार आदि ने बताया कि घटाव के बाद नदियों का पानी पेटे मे जाने के बाद नदी सोहरा कटान कटान के रूप मे कहर जरूर बरपाती जो बढ़ाव से भी तीब्र होता है। उधर पूर्व मे धराशयी कटान रोधी बचाव कार्य भी लोगो की चिंताए बढ़ा रही है।

शारदीय नवरात्र के पहले दिन देवीमय हुआ वातावरण

बलिया। शारदीय नवरात्र के पहले दिन सोमवार को घर व मंदिरों पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापित हुआ तथा दुर्गा सप्तशती व चालीसा पाठ से संपूर्ण वातावरण देवीमय हो गया। सुबह से घरों व मंदिरों की साफ-सफाई कर विधि-विधान से पुरोहितों ने कलश स्थापित कराया। मंत्रोच्चार के बीच देवी के पहले शैलपुत्री स्वरूप का पूजन-अर्चन कर देवी भक्तों ने कष्टों को दूर करने की मन्नत मांगी। कोविड काल में दो साल की पाबंदियों के बाद इस साल देवी भक्तों ने नवरात्र में पूजन-अर्चन को लेकर बेहद उत्साह है। प्रसिद्ध देवी मंदिरों पर सुबह से ही भक्तों की लम्बी लाइन पूजन-अर्चन के लिए लगी थी। कुछ मंदिरों पर पड़ोसी जिलों के अलावा काफी संख्या में बिहार से भी देवी भक्त पहुंचे और पूजन-अर्चन कर अपने व परिवार के कुशलता की कामना की। मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस फोर्स की पर्याप्त व्यवस्था नजर आयी। प्रतिमा स्थल पर विधि-विधान से दुर्गा पाठ हुआ। विशेष फलदाई होता है नवरात्रि में मंगला भवानी का दर्शन मंगला भवानी के मंदिर में सालों भर किसी भी दिन आने और दर्शन पूजन करने के लिए भक्तों की भीड़ जुटती है। लेकिन नवरात्रि के पावन दिनों में दर्शन पूजन को भारी भीड़ जुटती है। मान्यता है कि नवरात्र में सच्चे मन से मां की बिना ताम झाम एवं दिखावा के मन्नत मांगी जाए तो अवश्यक पुरा होता है। मनौती मांगने और पूरी होने के बाद चुनरी चढ़ाने वाले भक्तों की पूरे नवरात्र में भीड़ में भीड़ जुटती है। मान्यता है कि मंगला भवानी की क्षेत्र के लोगों के उपर विशेष कृपा दृष्टि रहती है। मंदिर परिसर में की गयी शादियां अटूट होती हैं।

अराजक तत्वों ने टाउन हॉल पर किया कब्जा, डीएम ने दिए जांच के आदेश

बलिया। टाउन हॉल परिसर में बने बापू भवन ट्रस्ट की स्थापना 1969 में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में महात्मा गांधी के आदर्शों को लोगों तक पहुंचाने के लिए किया गया था। 1969 से लेकर इसके प्रबंधन में कभी भी किसी प्रकार की गड़बड़ी या दिक्कत नहीं आई परंतु कालांतर में 2013 में राकेश श्रीवास्तव नामक व्यक्ति ने बापू भवन ट्रस्ट का स्वयं को अध्यक्ष घोषित कर दिया, जिसका संज्ञान लेकर जिलाधिकारी ने नगर मजिस्ट्रेट को इसकी जांच के आदेश दिए हैं।   जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया की टाउन हाल में स्थित बापू भवन ट्रस्ट के पदेन अध्यक्ष जिलाधिकारी होते हैं परंतु राकेश श्रीवास्तव तथा अन्य सदस्यगण द्वारा मिलकर 2013 में स्वयं को ट्रस्ट का अध्यक्ष घोषित कर लिया गया है, जिसकी सूचना न तो जिलाधिकारी को दी गई है और न ही उनका कोई अनुमोदन जिलाधिकारी से लिया गया है। बताते चलें कि टाउन हॉल शहर के बीचों बीच स्थित है तथा इसकी भूमि बहुत ही कीमती है। बापू भवन का उपयोग शादी ब्याह, गोष्ठी, संगोष्ठी जैसे सार्वजनिक कार्यों के लिए किया जाता है। जांच के दौरान जब राकेश श्रीवास्तव से आय-व्यय और कार्यवाही का रजिस्टर मांगा गया तो वह आनाकानी करने लगे। जिसके कारण उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में कोतवाली थाने में तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करा दी गई है और आगे की कार्यवाही जारी है।