बलिया
गंगा-सरयू के इस संगम स्थल का होगा समग्र विकास : योगी
बलिया। जेपी जयंती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उनके पैतृक गांव सिताबदियारा में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मां गंगा और मां सरयू का आशीर्वाद इस क्षेत्र को प्राप्त है। यहां प्रतिवर्ष बाढ़ के बावजूद इस भूमि में पैदा हुए लोगों में जो जुझारूपन दिखता है। वह अलग ही दिखता है। महात्मा गांधी के नेतृत्व में चले आंदोलन में देश के साथ पूरे बिहार ने हिस्सा लिया। लेकिन सरकार से बाहर रह कर के जिन महापुरुषों ने स्वतन्त्र भारत में अपने चिंतन से आगे बढ़ाया, उनमें जेपी अग्रणी थे। लोकतंत्र को कुचलने का जब कार्य हुआ तो बिहार कैसे शांत रह सकता था। सबसे पहले बलिया की आजादी का जिक्र करते हुए कहा कि लोकतंत्र के प्रति जितना सजग बिहार है, वह अभूतपूर्व है। देश की आजादी के बाद सबसे बड़ा आंदोलन जेपी ने किया। मोदी सरकार जेपी के सपने को साकार कर रही है। उज्ज्वला योजना का हवाला देते हुए कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में समाज के हर तबके के हितों के लिए बिना भेदभाव के कार्य हो रहा है। 135 करोड़ लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य जेपी, पं दीनदयाल और लोहिया के आदर्शों पर चल कर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी ने घोषणा किया कि जेपी की जन्मस्थली के बाद यूपी के बलिया के हिस्से में बाढ़ से सदैव के लिए मुक्त किया जाएगा। नदियों को चैनलाइज कर जल यातायात को आगे बढ़ाया जा रहा है। शीघ्र ही यहां गंगा और सरयू के संगम स्थल पर उत्तर प्रदेश सरकार समग्र विकास करेगी। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी तिवारी, नित्यानंद राय, उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर सुशील मोदी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
जेपी के सर्वोदय से अंत्योदय को जोड़कर भाजपा ने किया विकास : अमित शाह
बलिया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर बिहार के हिस्से वाले उनके पैतृक गांव सिताबदियारा में मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित किया। उन्होंने जेपी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट परिसर में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का लोकार्पण भी किया। जनसभा को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यूपी और बिहार की मिलन स्थान पर जेपी का जन्म हुआ था। जयप्रकाश नारायण का जीवन विशिष्ट रहा है। आजादी के लिए क्रांति के रास्ते भी लड़े। गांधी जी के बताए रास्ते पर भी चले। पूरा जीवन भूमिहीनों और दलितों-पिछड़ों के लिए गुजारा। जेपी का सबसे बड़ा योगदान सत्तर के दशक में देश में आपातकाल डाला गया तो उन्होंने आंदोलन किया। तब जेल भी गए। श्री शाह ने कहा कि मैं गुजरात से आता हूं। जहां से इंदिरा गांधी के खिलाफ शुरू हुए आंदोलन का नेतृत्व जेपी ने किया। आपातकाल हटा तो विपक्ष को जेपी ने संगठित और एक किया। जेपी ने यह दिखाया कि परिवर्तन कैसे किया जाता है। देश में मोदी के नेतृत्व में सरकार चल रही है। वह आठ साल से जेपी के सर्वोदय के नारे को अंत्योदय के साथ जोड़कर देश का विकास किया। गरीब कल्याण की नई परम्परा जोड़ी है। ढाई साल तक हर गरीब को फ्री राशन देना हो या बिजली देना हो, मोदी जी ने दिया। हर गांव सड़क से जुड़ा। मैंने एक नारा सुना था, “अंधेरे में एक प्रकाश, जयप्रकाश-जयप्रकाश”। सम्पूर्ण क्रांति के नारे को मोदी ने सफल किया है। 1974 में जब जेपी ने बिहार में आंदोलन किया, तब सारी विचार धाराओं के छात्र एकत्रित हुए थे, जो जेपी का नाम लेकर जेपी आंदोलन से उपजे नेता आज सत्ता से चिपके हुए हैं, उनसे सहमत हैं क्या, इस पर लोगों ने ना में सिर हिलाया। बिहार के लोगों को तय करना होगा कि जेपी के रास्ते पर चलने वाली मोदी सरकार चाहिए कि सत्ता के लिए गठजोड़ कर सत्ता हथियाने वाले लोग चाहिए। इस मौके पर जयप्रकाश नारायण स्मारक ट्रस्ट के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह मस्त, संजय जायसवाल, नित्यानन्द राय, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, राधामोहन सिंह, सांसद राजीव प्रताप रूड़ी, सुशील मोदी, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, नीरज शेखर, यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, विनय कुमार व हरीश द्विवेदी आदि थे।
चातुर्मास्य स्थल से आज प्रस्थान करेंगे परमपूज्य श्री लक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज
बलिया। एनएच 31 से सटे जनेश्वर मिश्र सेतु से उत्तर गंगा नदी के पावन तट पर चातुर्मास्य व्रत और श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ की पूर्णाहुति पूरी होने के बाद परमपूज्य श्री लक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज 12अक्टूबर 2022 को दोपहर 12 बजे चातुर्मास्य स्थल से प्रस्थान करेंगे। ऐसे में जो श्रद्धालु स्वामी जी का दर्शन करना चाहते है, वे 12 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12 बजे तक कर सकते है।
बैट्री फटने से धू-धू कर जली ट्रक, चालक फरार
बलिया। बैरिया थाना क्षेत्र के एनएच 31 चांददियर के पास सोमवार की सुबह केबल वायर लदी ट्रक की बैट्री अचानक फट गई जिससे ट्रक में आग लग गई। ट्रक में आग लगते ही ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।केबल वायर लदे ट्रक में आग लगने से कुछ ही देर में ट्रक आग का गोला बन गई और उसकी टंकी तेज आवाज के साथ फट गई। सूचना पर पुलिस व फायर सर्विस मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।मिली जानकारी के अनुसार सुखपुरा थाना क्षेत्र के बनरही निवासी भोला कुमार यादव की ट्रक गुजरात के सिलवासा से बिजली का वायर लोड करके यूपी बिहार के रास्ते नेपाल जा रही थी,कि अचानक बैटरी फट जाने की वजह से ट्रक में आग लग गई।और धू-धू कर ट्रक जल गई।
जेपी जयंती की पूर्व संध्या पर गोष्ठी व श्रद्धांजलि सभा
बलिया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 120वीं जयंती की पूर्व संध्या पर टाउन हॉल बापू भवन सभागार में सोमवार को जयप्रकाश नारायण फाउंडेशन के तत्वाधान में श्रद्धांजलि सभा एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में दीप प्रज्वलन तथा लोकनायक जयप्रकाश नारायण मानवाधिकारी नेता रहे स्व. चितरंजन सिंह के चित्र पर उपस्थित लोगों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर रंगकर्मी आशीष त्रिवेदी और उनके साथियों द्वारा जेपी की याद में जनगीत ‘जयप्रकाश का बिगुल बजा दो जाग उठी तरूणाई है, तिलक लगाने तुम्हें जवानों क्रांति द्वार पर आई है’ गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में आजादी का अमृत काल और जेपी विषयक विचार गोष्ठी में बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार मोहन जी सिंह ने कहा कि आज भारत सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है, जबकि दूसरी तरफ बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ, खेती-किसानी एवं जीविका के साधन से देश की बहुतायत जनता जूझ रही है। ऐसे में जब हम जेपी की तरफ देखते हैं, यह यक्ष प्रश्न उठता है कि उनके संकल्प व सपने के अनुरूप क्या देश बन पाया है। गोष्ठी के मुख्य वक्ता अखिल भारतीय किसान महासभा उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण ने कहा कि यह समय हमारे इतिहास का ब्लैक पीरियड है। देश की आजादी के लिए 1942 में गांधी जी के नेतृत्व में जो आंदोलन हुआ तो वर्ष 1974 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में सत्ता के विरूद्ध संपूर्ण क्रांति का आंदोलन भी एक तरह से दूसरी आजादी के लिए चला। आज देश का दुर्भाग्य है कि राजनीतिक दल सत्ता में आने के बाद एक पैरों से चलते हैं, जबकि लोकतांत्रिक कल्याण के लिए दोनों पैरों से चलने की जरूरत है। देश में जिस तरह से नागरिक अधिकारों एवं संवैधानिक संस्थाओं को राज्यसत्ता द्वारा कुचला जा रहा है तो हमें जयप्रकाश नारायण याद आते हैं। क्योंकि इसी राजनीतिक राजसत्ता के दूर्व्यवस्था के विरुद्ध संविधान की रक्षा के लिए उन्होंने संपूर्ण क्रांति का उद्घोष किया था। किसान नेता ने सरकार को घेरते हुए कहा कि लाल किले के प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नारी सशक्तिकरण की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ गुजरात की भाजपा सरकार उसी दिन बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार केस के सभी आरोपियों को दोषमुक्त कर रिहा करती है। यह निर्णय महिलाओं की स्वतंत्रता पर कुठाराघात है। गोष्ठी का विषय प्रवर्तन करते हुए जेपी फाउंडेशन के सचिव रणजीत सिंह एडवोकेट ने कहा कि आज सांप्रदायिकता एवं राजनीतिक हत्याएं लोकतंत्र के लिए खतरा है। संविधान की मूल भावनाओं को कुचलने का कार्य संघीय सरकार द्वारा किया जा रहा है। गोष्ठी में हरिमोहन सिंह, अखिलेश सिन्हा, जेपी सिंह, सुरेंद्र सिंह, सुर्य प्रकाश सिंह, पंकज राय, असगर अली, प्रदीप सिंह, पी एन राय, अमरेंद्र सिंह, बलवंत यादव, शैलेश धुसिया, मनोरंजन सिंह, रमाशंकर तिवारी, बृजेश राय, रणजीत सिंह सेंगर, विनोद सिंह सहित अन्य सहभागिता की। अध्यक्षता सिविल बार एसोसिएशन बलिया के पूर्व अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह एडवोकेट एवं संचालन गोपाल सिंह एवं अखिलेश सिन्हा ने किया। अंत में सपा संस्थापक एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
पूर्व सीएम के निधन पर जताया शोक, दी श्रधांजलि
बलिया। जिले भर में सोमवार को पूर्व सीएम समाजवादी के संस्थापक धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव के निधन पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन करते हुए श्रधांजलि दी गई। वक्ताओं ने उनके कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। दो मिनट का मौन रख आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया। रसड़ा में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए जिला सहकारी बैंक के पुर्व चैयरमेन लोकतंत्र सेनानी चन्द्र शेखर सिंह ने नेता जी के विषय में बताया कि नेताजी जी लोकदल उ प़ के अध्यक्ष थे विधानपरिषद में नेता विरोधी दल थे उन्होंने लखनऊ में मे मुलाकात हुई थी तो उन्होंने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी बलिया वासी ने सम्पूर्ण क्रान्ति के साथ देश में 1977 मे सत्तापरिवर्तन किया था मै बलिया से दोरा करुगा 1982 मे पहला दौरा हुआ इटावा से पुर्वा एक्सप़ैस से बक्सर आये टैन विलम्ब होने से नेता जी टैन में तैयार हो चुके थे। बक्सर से रसडा डाक बंगला आकर गरीब कार्यकर्ता जहीर अन्सारी के घर भोजन कर गांधी पार्क रसडा मे जनसभा को संबोधित किये। नेता जी ने आपातकाल के दौरान राजनैतिक कारणों से बन्द मीसा डीआइआर बंदी यो का लोकतंत्र सेनानी का सम्मान दिया। शोक सभा में विजय शंकर यादव अध्यक्ष सपा बदरूद्दीन अन्सारी बीरबल राम शिवजी सिंह पुरुषोत्तम यादव, राधेश्याम यादव राजेंद्र शर्मा पिटु अन्सारी गुलजार अहमद श्री भगवान बन्धु रविन्द्र यादव मनोज गुप्ता जयराम प्रसाद अवधैश त्रिपाठी सौरभ बर्मा विजय शंकर आदि थे।
खाना खाकर सोए युवक की मौत, मचा कोहराम
बलिया। उभांव थाना क्षेत्र के चन्दाडीह गांव निवासी आशीष गुप्ता (18) पुत्र सुग्रीव गुप्ता रविवार की रात खाना खाकर सोया तो सोया ही रह गया। हंसमुख और मिलनसार प्रवृति का धनी आशीष बीए प्रथम वर्ष का छात्र था। उसके निधन से परिवार में कोहराम मच गया है। बताया जा रहा है कि चन्दाडीह गांव निवासी आशीष गुप्ता को टायफाइड बुखार की दवा चल रही थी। परिजनों के अनुसार रविवार की रात्रि में आशीष खाने खाने के बाद लगभग 10 बजे तक पढ़ता रहा। फिर सो गया। सोमवार की सुबह उसकी मां जगाने गयी तो आशीष शांत पड़ा था। पिता सुग्रीव भी कमरे में पहुंच गए। आशीष को हिलाकर जगाने लगे, किन्तु कोई प्रतिक्रिया न होने से परिजनों में कोहराम मच गया। इस घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गयी।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का निधन, पीएम मोदी सहित कई नेताओं ने जताया दुःख
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने 82 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। मुलायम सिंह यादव के निधन की जानकारी उनके बेटे अखिलेश यादव ने दी। मुलायम सिंह यादव पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। मुलायम सिंह यादव को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी, उन्हें आईसीयू में रखा गया था और जीवन रक्षक दवाओं का सेवन कर रहे थे। मुलायम सिंह यादव के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जाहिर किया है।प्रधानमंत्री मोदी ने मुलायम सिंह यादव के साथ बिताए गए पलों को साझा करते हुए उन्हें याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा, मुलायम सिंह यादव जबरदस्त व्यक्तित्व थे, उन्हें जमीनी नेता के तौर पर लोग पसंद करते थे, वह जनसमस्याओं के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे। उन्होंने लोगों की सतत सेवा की और पूरा जीवन लोकनायक डॉक्टर जेपी और डॉक्टर लोहिया के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने में समर्पित कर दिया। मुलायम सिंह यूपी के साथ देश की राजनीति में खुद की अलग पहचान बनाई। आपातकाल के दौरान वह देश के लोकतंत्र के अग्रणी सैनिक रहे। बतौर रक्षा मंत्री उन्होंने देश को मजबूत करने का काम किया। संसद में उनका हस्तक्षेप काफी गंभीर और राष्ट्रहित में रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर कई तस्वीरों को साझा किया। पीएम ने ट्वीट करके लिखा, मुलायम सिंह यादव से मेरी कई बार मुलाकात हुई, जब हम अलग-अलग राज्य के मुख्यमंत्री थे। उनके साथ करीबी रिश्ता हमेशा बना रहा, मैं हमेशा उनकी राय का सम्मान करता था। उनके साथ करीबी रिश्ता हमेशा बना रहा। उनके निधन से बेहद दुखी हूं, उनके परिवार वालों और लाखो प्रशंसको के प्रति मेरी संवेदना है।
जेपी जयंती पर 11 अक्टूबर को सिताबदियारा आएंगे अमित शाह
बलिया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती के अवसर पर आगामी 11 अक्टूबर को जयप्रकाश नगर मे भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह के आगमन के पूर्व बलिया नगर विधान सभा की बैठक बलिया नगर विधायक एवं प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के जनसंपर्क कार्यालय नारायणी पर संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए लोकसभा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि जयप्रकाश नारायण जी,जे.पी. के नाम से ज्यादा विख्यात रहले एगो। भारतीय राजनीतिक नेता, स्वतंत्रता सेनानी, विचारक, समाजसेवी आ आंदोलनकारी रहलें। उनका सेवा भावना, त्याग आ तपस्या से प्रभावित होके लोग उनका के लोकनायक भी कहत रहे। लोकनायक के मतलब होला, जन-जन के नेता।राज सभा सांसद नीरज शेखर ने कहा कि जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर कार्यक्रम को ऐतिहासिक और सफल बनाने की जिम्मेदारी आप सभी कार्यकर्ताओं की हैं। जयप्रकाश नारायण जी बलिया की धरोहर है में आप सभी लोगों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील करता हूं। जयप्रकाश नारायण जी को नमन करने के लिए गृह मंत्री जी का बलिया के धरती पर आगमन हम सभी बलिया वासियों के लिए गौरव की बात है। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश जी की समस्त जीवन यात्रा संघर्ष तथा साधना से भरपूर रही। उसमें अनेक पड़ाव आए, उन्होंने भारतीय राजनीति को ही नहीं बल्कि आम जनजीवन को एक नई दिशा दी, नए मानक गढ़े। जैसे – भौतिकवाद से अध्यात्म, राजनीति से सामाजिक कार्य तथा जबरन सामाजिक सुधार से व्यक्तिगत दिमागों में परिवर्तन। वे विदेशी सत्ता से देशी सत्ता, देशी सत्ता से व्यवस्था, व्यवस्था से व्यक्ति में परिवर्तन और व्यक्ति में परिवर्तन से नैतिकता के पक्षधर थे। वे समूचे भारत में ग्राम स्वराज्य का सपना देखते थे और उसे आकार देने के लिए अथक प्रयत्न भी किए। श्री सिंह ने कहा कि बलिया विधानसभा से 10,000 से अधिक कार्यकर्ता रैली में शामिल होंगे । बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू एवं संचालन जिला मंत्री अरुण सिंह बंटू ने किया बैठक में मुख्य रूप से – सुनीता श्रीवास्तव , संजय मिश्रा, संजीव कुमार डंपू , संतोष सिंह , नकुल चौबे, वशिष्ठ पांडे, अभिषेक सोनी अमित दुबे अनुभव सिंह, दुर्गेश राय गुड्डू राय, पीयूष चौबे अश्वनी सिंह लिटिल, आशुतोष सिंह, पप्पू पांडे नीतू पांडे, मिठाई लाल, राजेश गुप्ता घनश्याम जोहरी , हिमांशु सिंह, अंजनी लाल चौबे अवनीश शुक्ला, चुन्ना मिश्रा , धर्मेंद्र सिंह, आलोक सिंह मोनू अमरीश पांडे , आदि प्रमुख रहे।