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सीबीएसई के दसवीं बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को किया गया सम्मानित

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा प्रकाशित दसवीं बोर्ड की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को द डिवाइन पब्लिक स्कूल प्रबंधन द्वारा पुरस्कृत किया गया।   कुल 18 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त किए। छात्रा साक्षी कुमारी ने सर्वाधिक 96.4 प्रतिशत अंक प्राप्त किये। साक्षी के बाद आनंद कुमार ने 96.2 प्रतिशत तथा शिखा कुमारी ने 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किया। इन तीन विद्यार्थियों को विद्यालय के द्वारा एक-एक लैपटॉप देकर सम्मानित किया गया। 90 से लेकर 94 प्रतिशत अंक प्राप्त विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र के साथ एक-एक साइकिल प्रदान किया गया।   इस अवसर पर विद्यार्थियों के अभिभावक भी उपस्थित थे।छात्रा रौशनी के पिता शशिकांत सिंह अपनी बेटी की उपलब्धि पर अत्यंत खुश थे।उन्होंने कहा कि मुझे रौशनी पर विश्वास था कि वह अच्छा करेगी मुझे बहुत खुशी है कि वह इतने अच्छे अंक लाई है। विद्यालय के निदेशक और शिक्षकों के प्रति उन्होंने आभार प्रकट किया। साक्षी की माताजी ने अपनी बेटी की उपलब्धि का सारा श्रेय विद्यालय प्रबंधन एवं शिक्षकों को दिया। उन्होंने बताया कि मुझे खुशी है कि साक्षी नया रिकॉर्ड स्थापित की है लेकिन मुझे तब ज्यादा खुशी होगी जब इसी विद्यालय का कोई विद्यार्थी इस रिकॉर्ड को तोड़ेगा।   इस अवसर पर विद्यार्थियों ने भी अपने विचार दिए।छात्र अनुराग ने बताया कि मैं शिक्षकों के मार्गदर्शन की बदौलत इतना अच्छा कर पाया। आप सभी विद्यार्थियों को मेरा संदेश है कि शिक्षकों की आज्ञा का पालन करें और एन सी ई आर टी की किताब को अच्छे से पढ़ें। छात्र आनंद ने बताया कि अपनी पढ़ाई ईमानदारी से करें तथा खुद पर विश्वास करें। छात्रा जिया ने बताया कि क्वांटिटी नहीं बल्कि क्वालिटी आधारित पढ़ाई करें।ज्यादा किताबें पढ़ने से अच्छा है कि अपनी कक्षा की पाठ्यपुस्तक की एक-एक लाइन ध्यान से पढ़े।   अपने संबोधन में द डीपीएस के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने सर्वप्रथम सभी होनहार विद्यार्थियों के मंगलमय भविष्य की कामना की।विद्यार्थियों की उपलब्धि का सारा श्रेय अभिभावकों को दिया। उन्होंने कहा कि हमारे सामने उपस्थित ये सारे विद्यार्थी अनमोल मोती हैं हम सभी शिक्षकों को इन्हें सहेज कर रखना है। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि खुद पर विश्वास ही आदमी को विजेता बनाता है अतः खुद पर विश्वास रखते हुए पढ़ाई में कड़ी मेहनत करें।   उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी कहा कि जीवन में कद और पद बढ़ जाए लेकिन मद अर्थात अहंकार न बढ़ने पाए। विनम्र रहकर ही आप जीवन में तरक्की कर सकते हैं। इस मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिका, छात्र-छात्रा और काफी संख्या में अभिभावक उपस्थित थे।

मातृ दिवस पर संत एस एन ग्लोबल में हुई माताओं की पूजा-अर्चना

बिक्रमगंज शहर के संत एस एन ग्लोबल स्कूल में मातृ दिवस पर रविवार को शहर के प्रतिष्ठित संत एस एन ग्लोबल स्कूल में छात्र-छात्राओं ने पूरे विधि विधान से अपनी माँ की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर माँ को समर्पित विभिन्न नृत्य-गीत-संगीत के कार्यक्रम भी छात्रों ने प्रस्तुत की।   छात्रों द्वारा जल पुष्पादि से अपनी माताओं के पूजन के बाद विद्यालय की प्राचार्या सुखविंदर कौर ने बच्चों को मां के महत्व को बताया और माँ के प्रति सदैव कृतज्ञता का भाव रखने के लिए प्रेरित किया। माँ को समर्पित कार्यक्रम ‘आशीष’ का श्रीगणेश देवराहाधाम सियरुआं से पधारे भगवान श्री शिवनाथ परमहंस के कर कमलों द्वारा दिप प्रज्जवलन के साथ हुआ।   छात्रों द्वारा अपनी माताओं की पूजा अर्चना के बाद कक्षा सात की छात्राओं ने शुभ स्वागतम स्वागत गान से अतिथियों का स्वागत किया। कक्षा दस की छात्राएं रिया, अंतर, विदुषी आदि ने माँ को समर्पित नृत्य रंग पूजा की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। कक्षा एक के छात्रों ने माँ को ही समर्पित भांगड़ा नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं दक्षिण भारतीय दिया नृत्य जो कि कक्षा चार के छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुत किया था उसकी लोगों ने भूरी -भूरी प्रशंसा की। माँ को अर्पित प्रसाद वितरण और रिफ्रेशमेंट के बाद लोगों ने फार्मर डांस, अष्टलक्ष्मी, गंगा नृत्य की खूब सराहना की। वहीं माँ को समर्पित कार्यक्रम ‘आशीष’ का सबसे आकर्षक नृत्य जो कि अपनी प्रस्तुति में भी बेजोड़ रही वह थी त्रिनेत्रधारी, नानागंल, अघोरी, महिषासुर मर्दनी और अयगिरी नन्दनी नृत्य। कार्यक्रम का श्रीगणेश करते हुए भगवान श्री शिवनाथ परमहंस ने कहा माँ परमात्मा के समान ही असीम और अनन्त है। स्वयं प्रभु भी इस धराधाम पर माँ की ममता और आशीष के बिना नहीं रह सकते। सर्वप्रथम माँ ही पूजनीय वंदनीय है। जो अपनी माँ की आराधना विश्वास के साथ करता है उसमें सर्वार्थ सिद्धि की क्षमता उतपन्न हो जाती है। स्वागत भाषण निदेशक प्रकाश आनन्द और धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय की अकादमिक निदेशक रेखा सिंह ने किया।

वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय में गया शिक्षक एमएलसी का किया गया भव्य स्वागत

बिक्रमगंज शहर के वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय धारूपुर में शनिवार को गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के विजयी भाजपा एमएलसी जीवन कुमार का कर्मियों ने भव्य अभिनंदन किया।   इस अवसर पर उनके आगमन से पूर्व ही महाविद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार हजारों लोग फूल-माला लेकर उनके स्वागत में खड़े थें। जहां उनके पहुंचते लोगों ने जिंदाबाद का नारा लगाते हुए उनका स्वागत किया।   ज्ञात हो कि उनके जीत के बाद शिक्षकों व समर्थकों में काफी खुशी की लहर देखी जा रही हैं। बता दें कि विगत दिनों 02 गया स्नातक संपन्न हुई चुनाव में भाजपा प्रत्याशी जीवन कुमार को 6482 वोट प्राप्त कर विजयी हुए थें।   जिसके बाद उन्होंने जीत के बाद शपथ ग्रहण करते हुए सर्वप्रथम उन्होंने वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय,धारूपुर पहुंच शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि 02 गया शिक्षक एमएलसी चुनाव का यादगार पल वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय,धारूपुर से जुड़ा है। जहां शिक्षकों द्वारा चुनाव में वोट स्वरूप मिला आर्शीवाद आजीवन कभी नहीं भूल सकतें है। साथ ही साथ बताया कि आने वाले भविष्य में मैं शिक्षकों का सारथी बन हक की लड़ाई लडूंगा।   उन्होंने बताया कि कहा कि यह जीत हमारी नहीं है। बल्कि सभी आठ जिलों के शिक्षकों की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के हित के लिए हर लड़ाई जारी रहेगी।   जबकि इस अवसर पर एमएलसी के अभिनंदन कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहें भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ प्रदेश महामंत्री सह काराकाट विधानसभा क्षेत्र भावी प्रत्याशी डॉ० मनीष रंजन ने बताया कि जीवन कुमार शिक्षकों के हक की लड़ाई लड़ने वाले एक नया सवेरा है। जिनके जीत से शिक्षा जगत में अब शिक्षकों को उन्हें उनका हक मिलने की उम्मीद जग गई है। क्योंकि जीवन कुमार चुनाव से पूर्व शिक्षकों के दर्द की गाथा को बयां करते हुए जीत के बाद पूरा करने का वादा भी किए थें। जो शिक्षकों की समस्याओं व उनके हित की बात करने वाले जीवन कुमार पर शिक्षकों ने अपना भरोसा जता उन्हें जीत की मुहर लगाई। साथ ही साथ वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय में आगमन तहत शिक्षा क्षेत्र में अधुरी विकास कार्य को पूरा करने के आश्वासन का कर्मियों ने स्वागत किया है।   इस मौके पर प्राचार्य डॉ० सुरेंद्र कुमार सिंह, प्रो०-वीर बहादुर सिंह, उमा सिंह, बलवंत सिंह,अनिल सिंह, दिनेश सिंह,अजय सिंह, विवेक सिंह, नरेंद्र सिंह, शशि कुमार, रंजीत कुमार, अभय कुमार सिंह, रमेश सिंह, विवेक कुमार,रवि प्रकाश,परवेज खां, शशि भूषण प्रसाद व भाजपा नेता-सुनील सिंह, रमाशंकर सिंह, अजीत सिंह,भीम पांडे, मुन्ना सिंह, आलोक पासवान, रमाकांत, सहित भाजपा नेता सुनील सिंह,भीम पांडे, रमाशंकर सिंह, अजीत सिंह, पप्पू पांडे, आशुतोष पांडे, मुन्ना पांडे, अयूब खां, जुनैद खान, सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थें।

दसवीं सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा में द डिवाइन पब्लिक स्कूल के बच्चों ने लहराया परचम

सीबीएसई बोर्ड द्वारा कक्षा दशवीं का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया है। शहर के डिवाइन पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने अपने प्रदर्शन से पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। विद्यालय की छात्रा साक्षी कुमारी ने 96.4 प्रतिशत अंक प्राप्त करके विद्यालय में टॉप किया है। साक्षी के बाद आनंद कुमार ने 96.2 प्रतिशत अंक प्राप्त करके द्वितीय तथा शिखा कुमारी ने 95 प्रतिशत अंक प्राप्त करके तृतीय स्थान प्राप्त किया।इस बार कुल 3 विद्यार्थियों ने 95 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त किया है।   कुल 18 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त किया है। कुल 64 विद्यार्थियों ने 80 प्रतिशत 107 विद्यार्थियों ने 70 प्रतिशत तथा 173 विद्यार्थियों ने 60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। विदित हो कि सत्र 2018-19 की छात्रा नेहा प्रिया के नाम 96.2 अंको का रिकॉर्ड अब तक चल रहा था जो इस बार साक्षी ने 96.4 प्रतिशत प्राप्त करके तोड़ दिया है।   विद्यालय के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने सभी सफल परीक्षार्थियों की सफलता के लिए अपनी शुभकामना प्रेषित की है।उन्होंने बताया कि रिकॉर्ड तो बनते ही हैं टूटने के लिए। लेकिन ये टूटते और बनते रिकॉर्ड आगे की पीढ़ियों के लिए मील का पत्थर साबित होते हैं। विगत वर्षों में हमारे विद्यार्थियों ने अपने परीक्षा परिणाम में उत्तरोत्तर विकास किया है। विद्यार्थियों के प्रदर्शन को देखकर यह कहने में कोई संकोच नहीं कि बहुत जल्द हमारा कोई विद्यार्थी नेशनल टॉपर बनकर विद्यालय का नाम रौशन करेगा। 95 प्रतिशत अंक प्राप्त विद्यार्थियों को लैपटॉप देने की अपनी योजना को भी दुहराते हुए उन्होंने सभी वैसे विद्यार्थी जिन्होंने 95 या उससे ज्यादा अंक प्राप्त किए हैं उनको लैपटॉप देने की घोषणा की।   आज परीक्षा परिणाम के प्रकाशन के बाद कई छात्र-छात्राओं को विद्यालय परिसर में बुलाकर फूल माला से स्वागत किया गया साथ ही सभी को मिठाई भी बांटी गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य अभिषेक कुमार, शिक्षक आनंद कुमार, राहुल सिंह, उपेंद्र कुमार, अजित मिश्रा, आर एन पांडेय, संगीता सिन्हा आदि उपस्थित थे।

महागठबंधन सरकार सनातन धर्म की हैं विरोधी पार्टी : डॉ० मनीष

हिदुत्व धर्म की अलख जगा रहें बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त बागेश्वर धाम आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का 13 मई को पटना में आगमन को सियासी गलियारा गर्म हो चुकीं है। ज्ञात हो कि वह अपने आगमन तहत पटना अंतर्गत शहर में दिव्य दरबार भी लगाएंगे। बताया जाता है कि पहले धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम का आयोजन पटना गांधी मैदान में होना था।   लेकिन प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के बाद उस कार्यक्रम को पटना के ग्रामीण इलाके नौबतपुर में शिफ्ट किया गया है। इस भव्य आयोजन को लेकर तैयारियां भी चल रही है। लेकिन इस बीच बाबा बागेश्वर धाम को लेकर बिहार में महागठबंधन के सियासी खेमे में बवाल मच गया है। क्योंकि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे मंत्री तेज प्रताप यादव ने ऐलान किया था कि वह बाबा बागेश्वर धाम को पटना एयरपोर्ट पर घेरते हुए कार्यक्रम नही होनें देंगे। साथ ही साथ महागठबंधन कार्यकर्ता ने बताया कि बाबा बागेश्वर धीरेंद्र अगर बिहार में हिंदुत्व का एजेंडा चलाने आ रहे हैं तो इसका विरोध होगा। वहीं तेज प्रताप के इस ऐलान के साथ ही बिहार में बाबा पर सियासी संग्राम शुरू हो गया।   भाजपा ने तेज प्रताप यादव के इस बयान का विरोध करते हुए भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ प्रदेश महामंत्री डॉ० मनीष रंजन महागठबंधन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बताया कि तेज प्रताप यादव इस्लाम धर्म के चहेते है जो हिंदुत्व सनातन धर्म से नफरत करते हुए देश में अशांति फैला रहें हैं। जिसे देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। साथ ही साथ डॉ० मनीष ने बताया कि सनातन धर्म का भारत प्राचीन काल से ही साधु, संत, ऋषि मुनि व गंगा-जमुना -सरस्वती संगम के साथ सोने की चिड़िया कहें जाने वाला एक महान देश हैं।   जहां आज बागेश्वर धाम आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री देश में हिंदुत्व धर्म का अलख जगा रहें है । जिसका विरोध कर रहीं महागठबंधन सरकार तुष्टीकरण में जुटी हैं। जहां बाबा बागेश्वर धाम शास्त्री के विरोध की बिहार सहित देश की जनता व भाजपा कार्यकर्ता कभी स्वीकार नहीं करेगी।

डॉ.हरेराम सिंह को मिला कविवर पोद्दार रामावतार ‘अरुण’ सम्मान

बिक्रमगंज। डॉ.हरेराम सिंह को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन-पटना ने हिन्दी भाषा एवं साहित्य की उन्नति में मूल्यवान सेवाओं के लिए सम्मेलन के 42 वें महाधिवेशन में ” कविवर पोद्दार रामावतार ‘अरुण’ सम्मान से विभूषित किया। यह सम्मान अध्यक्ष बिहार विधान सभा माननीय श्री अवध बिहारी चौधरी व बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ.अनिल सुलभ के कर कमलों द्वारा प्रदान किया गया।   इस मौके पर बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के पदाधिकारियों सहित जाने-माने साहित्यकारों, हिन्दी प्रगति समिति अध्यक्ष व बिहार गीत के रचयिता सत्यनाराण, पूर्वकुलपति मंडल विश्वविद्याल मधेपुरा डॉ.अमरनाथ सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.सीपी ठाकुर, अतिथि प्रोफेसर केंद्रीय वि.वि.ओडिसा डॉ.जंगबहादुर पाण्डेय मौजूद थे। बताते चले कि डॉ.हरेराम सिंह तेरह वर्ष की उम्र से लगातार लिखते आ रहे हैं और अब तक चालीस पुस्तकें लिख चुकें हैं। इनकी महत्वपूर्ण पुस्तकों में ” हाशिए का चाँद”, “रात गहरा गई” है! “मेरे गीत याद आयेंगे”, “इतिहास के पन्ने”, ” जामुन का पेड़” , ” जड़ से काटी गई स्त्री” आदि एक दर्जन कविता-संग्रह, “डॉ.ललन प्रसाद सिंह, जीवन और साहित्य” , “हिंदी आलोचना का प्रगतिशील पक्ष”, “हिंदी आलोचना का जनपक्ष”, “किसान जीवन की महागाथा: गोदान और छमाण”, “डॉ.गोवर्द्धन सिंह की आलोचना-दृष्टि”, ” हिन्दी आलोचना : एक सम्यक् दृष्टि “(आलोचना-ग्रंथ) कनेर के फूल, अधूरी कहानियाँ (कहानी-संग्रह) आदि महत्वपूर्ण हैं।   डॉ.हरेराम सिंह का जन्म 30 जनवरी 1988 ई. को बिहार के रोहतास जिला के करुप ईंगलिश गाँव में हुआ। ये बचपन से ही मेधावी थे। किसान, मजदूरों, दलितों के प्रति करुणा की भावना इनमें सदा से रही। इनके दादा लाल मोहर सिंह कुशवंशी एक अच्छे किसान के साथ, जड़ी-बूटी से ग्रामीण जन का आजीवन उपचार करते रहे। इनके नाना-नानी भी इन्हें बहुत प्यार करते थे।   किंतु बाद में कई मुसीबतों व आर्थिक अभाव के कारण कठोर परिश्रम करना पड़ा; फिर भी ये लगातार लिखते रहे। ग्रामीण बच्चे को ये निशुल्क शिक्षा भी देने का किम किए। ये उच्च माध्यमिक विद्यालय नासरीगंज में प्लस टू के हिन्दी अध्यापक भी हैं। इनकी कविताओं में आमजन की पीड़ा के साथ उनके लिए न्याय निमित लड़ते रहने का उद्घोष भी है। इनपर बुद्ध व मार्क्स का गहरा प्रभाव है। इनकी कविताएँ केदारनाथ सिंह की शैली मिलती-जुलती हैं। इनकी आलोचना पद्धति रामचंद्र शुक्ल व नामवर सिंह की बीच की कड़ी है।

संत एसएन ग्लोबल स्कूल बिक्रमगंज में इंटर हाउस शतरंज और कैरम प्रतियोगिता का आयोजन, प्रतियोगिता के विजेताओं को किया गया सम्मानित

संत एसएन ग्लोबल स्कूल बिक्रमगंज में दो से छह मई तक इंटर हाउस शतरंज और कैरम प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके विजताओं को मंगलवार को स्कूल में आयोजित समारोह में सम्मानित किया गया।   स्कूल के निदेशक प्रकाश आनंद ने कहा कि इस तरह के प्रतियोगिता का आयोजन करने का मुख्य मकसद है बच्चों के फिजिकल और मेंटल हेल्थ में सुधार करना। वहीं, स्कूल की प्रिंसिपल सुखविंदर कौर तिरुआ ने कहा कि इस तरह के प्रतियोगिता के आयोजन से बच्चों में कंपीटशन का भाव डेवलप होता है, जिससे वे हमेशा बेहतर करने के लिए प्रयास करते हैं। साथ ही बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास होता है।   प्रतियोगिता में स्कूल के सभी चारों हाउस ने भाग लिया, जिसमें सबसे ज्यादा 20 प्वाइंट लाकर लॉयल्टी हाउस पहले स्थान पर रही। वहीं 15 प्वाइंट के साथ इंटीग्रिटी हाउस दूसरे स्थान पर, तो 10 प्वाइंट्स के साथ पीस एंड करजे हाउस तीसरे स्थान पर रही। इंटर हाउस नॉन फायर कंपटीशन में क्लास तीन के सोमराज को प्रथम स्थान मिला। पांचवीं क्लास की ओजस्वी सिंह, अंकुर राज, मयंक कुमार, लव कुमार व शिवा प्रवीण कुमार दूसरे स्थान पर रहे। क्लास एक के उर्जित पटेल तीसरे स्थान पर, तो क्लास एक की ही शौर्य कुमारी चौथे स्थान पर रही।   वहीं, क्लास दो के रघुबीर यादव, पांचवीं की रिया कुमारी, क्लास एक के आशुतोष आनंद, चौथी क्लास के शुभम कुमार व चौथी क्लास के ही अनूप कुमार को कैंसिलेशन प्राइस मिला। इसके अलावा इंटर हाउस कैरम कंपटीशन में दसवीं के अभिषेक, वर्तिक और आठवीं के रोहित कुमार व क्लास छह की मनीषा कुमारी को सम्मानित किया गया। साथ ही इंटर हाउस चेस प्रतियोगिता के विजेता नौवीं क्लास के अंकित राज, आठवीं के आदित्य कुमार व आठवीं की रिचा भारती को सम्मानित किया गया।   इस मौके पर समन्वयक अखिलेश कुमार, नरेश छत्री, अनूज सुब्बा, प्रतिक्षा सुब्बा, संतोष सिंह, अनामिका, रजनीकांत, विकास राय समेत अन्य मौजूद थे।”

महाराणा प्रताप के बलिदान की गाथाएं आज भी देश में गूंजती है : डॉ० मनीष

बिक्रमगंज शहर के वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय, धारूपुर में मंगलवार को भारत के वीर सपूत महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गयी। इस अवसर पर महाविद्यालय कर्मियों ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा सीनेट सदस्य डॉ० मनीष रंजन के नेतृव में उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।   इस अवसर पर डॉ० मनीष रंजन ने उन्हें याद करते हुए कहा कि देश के महान सपूत और वीर योद्धा महाराणा प्रताप साहस, शौर्य, स्वाभिमान और पराक्रम के प्रतीक हैं। जिनके मार्गदर्शन से देशवासियों को सदा राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा मिलती है।   महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया रविवार विक्रम संवत 1597 तदनुसार 9 मई 1540 ई० जनवरी 1957 ई० उदयपुर, मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण के लिये अमर है। जो भारत के महान शूरवीर सपूतों में एक थे। वीरों के वीर महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया जिनके शौर्य, त्याग और बलिदान की गाथाएं आज भी देश में चारों ओर गूंजती है।   जिनका जन्म 9 मई 1540 ई० में राजपूत राज परिवार में हुआ था। जिनके पिता उदय सिंह मेवाड़ा वंश के शासक थे। ज्ञात हो कि शूरवीर महाराणा प्रताप ने मुगलों के अतिक्रमणों के खिलाफ असीमित लड़ाईयां भी लड़ी थी। जहां अकबर को तो उन्होंने 1577, 1578ई० और 1579ई० युद्ध में तीन बार बुरी तरह हराया था। जबकि मौके पर उपस्थित बिक्रमगंज नगर परिषद के भावी सभापति प्रत्याशी विकास उर्फ सरसठ सिंह ने बताया कि महाराणा प्रताप अपने जीवन काल में जंगल में घास की रोटी खाते हुए जमीन पर सोकर रातें गुजारते थें। लेकिन अकबर के सामने कभी हार नहीं मानी। यह भी कहा जाता है कि महाराणा प्रताप अपनी तलवार से दुश्मनों के एक झटके में घोड़े सहित दो टुकड़े कर देते थे। वही जयंती पर उपस्थित सभी लोगों ने उनके मार्गदर्शक पर चलने का संकल्प भी लिया।   इस अवसर पर प्राचार्य डॉ० सुरेंद्र कुमार सिंह, प्रो०-वीर बहादुर सिंह, उमा सिंह, बलवंत सिंह, अनिल सिंह, दिनेश सिंह, सुनील सिंह, दिनेश पाठक अजय सिंह, विवेक सिंह, अरविंद सिंह, सरिता कुमारी, प्रतिमा कुमारी, शशि कुमार, रंजीत कुमार, अजय मिश्र, रामकुमार मिश्रा,अभय कुमार सिंह, रमेश सिंह, विवेक कुमार, मंटू चौधरी, रोहित तिवारी, रवि प्रकाश, परवेज खां, शशि भूषण प्रसाद सहित भाजपा नेता-सुनील सिंह, रमाशंकर सिंह, अजीत सिंह, भीम पांडेय, मुन्ना सिंह, आलोक पासवान, रमाकांत, श्याम बिहारी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थें।

कृषि विज्ञान केन्द्र रोहतास बिक्रमगंज के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान के पद पर डा शोभा रानी ने किया योगदान

 कृषि विज्ञान केंद्र, रोहतास बिक्रमगंज के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान के पद पर डॉ शोभा रानी ने योगदान किया। डॉ शोभा रानी, गृह विज्ञान, प्रसार शिक्षा विषय से पीएचडी हैं एवं कृषि विज्ञान केंद्र जहानाबाद में वर्ष 2012 से वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान के रूप में कार्यरत थीं।   उन्होंने पदभार ग्रहण करने के उपरांत कृषि विज्ञान केंद्र, रोहतास द्वारा चलाए जा रहे सभी कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अध्ययनरत वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय के छात्रों से वार्तालाप की और उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के कार्यों को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां दी।   उन्होंने जिले के कृषकों को हर संभव कृषि उपयोगी जानकारियां, प्रशिक्षण, अनुसंधान, बीज इत्यादि की ससमय उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा न्यूट्रीगार्डन एवं मोटे अनाजों के उत्पादन एवं उसके व्यवहार पर विशेष कार्य करने पर बल दिया। उन्होंने इस वर्ष कौशल विकास प्रशिक्षण हेतु माली, वर्मी कंपोस्ट एवं मशरूम विषय पर कराने का निर्देश दिया। कृषि विज्ञान केंद्र, रोहतास के वैज्ञानिकों एवं कर्मियों के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की और इसी जज्बे को आगे भी कायम रखने की सलाह दी।   कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों डा आरके जलज, डॉ रतन कुमार, डॉ रामाकांत सिंह एवं कार्यालय कर्मियों में प्रवीण पटेल, अभिषेक कौशल, एचपी शर्मा, सुबेश कुमार इत्यादि ने उनका स्वागत किया।

बिक्रमगंज में भी बनेगा कुशवाहा सभा भवन, गरीब बच्चों के पढ़ने, शादी विवाह में मिलेगी सहायता

डिहरी सासाराम की तर्ज पर अब बिक्रमगंज में भी बनेगा कुशवाहा सभा भवन। जिसे ले प्रखंड क्षेत्र के मलियाबाग में एक बैठक किया गया। बैठक में सेवानिवृत्त बीडीओ सह कुशवाहा सभा भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष हीरालाल सिंह ने बताया कि बिक्रमगंज तेंदुनी के आरा रोड़ में कुशवाहा नगर में कुशवाहा भवन बनाने के लिए सर्वसम्मति से जमीन का चयन किया गया है। जिसकी कागजी कार्रवाई जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। 6 डिसमिल जमीन पर कुशवाहा भवन बनाया जाएगा।   जिसमें गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए आवासीय कमरे, शादी विवाह समेत अन्य कार्यक्रम हेतु मैरेज हाल, आदि की सुविधाएं रहेंगी। भवन बनाने का उद्देश्य गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा, रोजगार व गरीब लोगों के कन्याओं के शादी समेत अन्य जनसरोकार के रूप में किया जाएगा। निर्माण हेतु 25 सक्रिय सदस्य समेत लगभग एक हजार सदस्य बनाया गया है। जिसे और बढ़ाया जा रहा है।   वहीं बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा किया गया। मौके पर कुशवाहा भवन निर्माण समिति के सक्रिय सदस्य संजय कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह, डा रामसुरेश सिंह, रिश्ते सिंह कुशवाहा, नंदाजी सिंह, प्रो सुरेन्द्र सिंह, सुरेश सिंह कुशवाहा, सुनील कुमार मौर्य सहित कई लोग मौजूद थे।