बिक्रमगंज शहर के संत एस एन ग्लोबल स्कूल में मातृ दिवस पर रविवार को शहर के प्रतिष्ठित संत एस एन ग्लोबल स्कूल में छात्र-छात्राओं ने पूरे विधि विधान से अपनी माँ की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर माँ को समर्पित विभिन्न नृत्य-गीत-संगीत के कार्यक्रम भी छात्रों ने प्रस्तुत की।
छात्रों द्वारा जल पुष्पादि से अपनी माताओं के पूजन के बाद विद्यालय की प्राचार्या सुखविंदर कौर ने बच्चों को मां के महत्व को बताया और माँ के प्रति सदैव कृतज्ञता का भाव रखने के लिए प्रेरित किया। माँ को समर्पित कार्यक्रम ‘आशीष’ का श्रीगणेश देवराहाधाम सियरुआं से पधारे भगवान श्री शिवनाथ परमहंस के कर कमलों द्वारा दिप प्रज्जवलन के साथ हुआ।
छात्रों द्वारा अपनी माताओं की पूजा अर्चना के बाद कक्षा सात की छात्राओं ने शुभ स्वागतम स्वागत गान से अतिथियों का स्वागत किया। कक्षा दस की छात्राएं रिया, अंतर, विदुषी आदि ने माँ को समर्पित नृत्य रंग पूजा की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। कक्षा एक के छात्रों ने माँ को ही समर्पित भांगड़ा नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं दक्षिण भारतीय दिया नृत्य जो कि कक्षा चार के छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुत किया था उसकी लोगों ने भूरी -भूरी प्रशंसा की।
माँ को अर्पित प्रसाद वितरण और रिफ्रेशमेंट के बाद लोगों ने फार्मर डांस, अष्टलक्ष्मी, गंगा नृत्य की खूब सराहना की। वहीं माँ को समर्पित कार्यक्रम ‘आशीष’ का सबसे आकर्षक नृत्य जो कि अपनी प्रस्तुति में भी बेजोड़ रही वह थी त्रिनेत्रधारी, नानागंल, अघोरी, महिषासुर मर्दनी और अयगिरी नन्दनी नृत्य। कार्यक्रम का श्रीगणेश करते हुए भगवान श्री शिवनाथ परमहंस ने कहा माँ परमात्मा के समान ही असीम और अनन्त है। स्वयं प्रभु भी इस धराधाम पर माँ की ममता और आशीष के बिना नहीं रह सकते। सर्वप्रथम माँ ही पूजनीय वंदनीय है। जो अपनी माँ की आराधना विश्वास के साथ करता है उसमें सर्वार्थ सिद्धि की क्षमता उतपन्न हो जाती है। स्वागत भाषण निदेशक प्रकाश आनन्द और धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय की अकादमिक निदेशक रेखा सिंह ने किया।