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संत एस एन ग्लोबल में आयोजित हुआ राष्ट्रीय आम महोत्सव

बिक्रमगंज शहर के डुमरांव रोड स्थित संत एस एन ग्लोबल स्कूल में भारत के प्रिय फल और उसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न राष्ट्रीय आम महोत्सव का आयोजन किया गया। इसमें छोटे-छोटे बच्चे येलो मैंगो के अलग-अलग रूप में तैयार होकर आए थे। वे अपने साथ तरह-तरह के मैंगो भी लाए थे। इस मौके पर आम के बारे में उन्हें जानकारी दी गई।   बच्चों ने मैंगो शेक मेकिंग और आम से तैयार किए जाने वाले व्यजंनों और पारंपरिक पकवान को बनाने सम्बन्धी एक्टिविटी में भी हिस्सा लिया। टीचर्स ने क्लास में मैंगो शेक बनाकर दिखाया। मैंगो डे सेलिब्रेशन एक फन एक्टिविटी होने के साथ बच्चों में लैंग्वेज डेवलपमेंट का भी माध्यम बना।   प्राचार्या सुखविंदर कौर के नेतृत्व में आयोजित आम महोत्सव बेहद ही आकर्षक रहा।इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को राष्ट्रीय फल आम और उसके समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं परम्परा से परिचित कराया।उन्होंने बताया कि भारत में आज से पांच हज़ार साल पहले ही आम की खेती शुरू हुई और यहीं से आम अफ़्रीकी और यूरोपीय देशों में पहुँचा।पुर्तगाली व्यापारियों ने इसे मांगा और कालांतर में मैंगो से सम्बोधित किया।   राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड ने सर्वप्रथम दिल्ली में 22 जुलाई 1987 को राष्ट्रीय आम महोत्सव का आयोजन किया।आज विश्व के अनेक देशों में मैंगो डे या मैंगो फेस्ट मनाया जाता है।

पूर्व विधायक ने किया जीवन दीप अस्पताल का उद्घाटन

बिक्रमगंज शहर के सासाराम रोड में महावीर मंदिर के समीप जीवन दीप अस्पताल की स्थापना की गई। जिसका उद्घाटन पूर्व विधायक संजय यादव, जिला पार्षद उमेश सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया।   उद्घाटन के मौके पर विधायक ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण इलाके में आधुनिक सुविधाओं से युक्त अस्पताल और विशेषज्ञ चिकित्सक के अभाव में लोगों को बड़े शहरों में जाना पड़ता है। जहां लोगों का जमकर आर्थिक और मानसिक शोषण किया जाता है। यह अस्पताल इस तरह के शोषण से लोगों को बचाएगा।   जिला पार्षद उमेश सिंह ने अस्पताल के व्यवस्थापक की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में यह अस्पताल लोगों के लिए बरदान सावित हो सकता है। अस्पताल के व्यवस्थापक विनोद सिंह ने बताया कि अस्पताल में 24 घंटा सेवा उपलब्ध रहेगी। सभी तरह विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध रहेंगे। सभी तरह के पौथोलोजी जांच की सुविधा के साथ ही ईसीजी की भी व्यवस्था है।   उन्होंने बताया कि यहां प्रसव की सुविधा उपलब्ध है। आर्थोपेडिक सर्जन डा गौरव कुमार, जेनरल फिजिशियन, डॉ संजय कुमार डा रवि कुमार, पेडियाट्रिक ओमप्रकाश 24 घंटा उपलब्ध रहेंगे। मरीजों और अटेंडेंट के रहने की सुविधा भी अस्पताल में उपलब्ध है।

जीवन को सफल कैसे बनाएं विषय पर किया गया सेमिनार का आयोजन

विद्यार्थियों के सपनों को नई उड़ान देने एवं उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए द डिवाइन पब्लिक स्कूल के सभागार में “जीवन को सफल कैसे बनाएं” इस विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सिद्धार्थ नगर उत्तर प्रदेश के राधेश्याम ने बतौर मुख्य अतिथि की भूमिका निभाई।   विदित हो कि राधेश्याम नेत्रहीन होते हुए भी उनचालीस बार माता वैष्णो देवी मंदिर की चढ़ाई चढ़ चुके हैं। विद्यार्थियों के अंदर संघर्ष के प्रति जिजीविषा व जीवटता की प्रेरणा देने के उद्देश्य से विद्यालय प्रबंधन ने उन्हें विद्यालय प्रांगण में आमंत्रित किया। राधेश्याम ने बताया कि बाहर की रौशनी से जीवन में फर्क नहीं पड़ता बल्कि अंदर की रौशनी से जीवन में सफलता आती है।   इस अवसर पर पूर्ववर्ती छात्रा कुमारी सोनाली सिंह जो वर्तमान में आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीटेक की तृतीय वर्ष की छात्रा है, जिनको प्रशस्ति पत्र एवं द डिवाइन श्री अवार्ड से सम्मानित किया गया। उसके माता पिता को भी अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया। सोनाली ने बताया कि विद्यार्थियों को अपने मन को भटकाना नहीं चाहिए। मन को एकाग्र रखें एवं जिस फील्ड में आपकी रुचि हो उसमें पूरी ताकत और समर्पण से लग जाएं तो सफलता आपके कदम चूमेगी।   विद्यालय के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने सोनाली के सफल एवं सुखमय भविष्य की कामना करते हुए अपने संबोधन में संस्कार सम्पन्न होने की शिक्षा दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ संस्कार ही व्यक्ति को महान बनाता है। माता-पिता और गुरुजनों का सम्मान आपके जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है।कार्यक्रम के अंतर्गत सभागार में उपस्थित विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों ने अपने मन में उठ रहे विभिन्न प्रश्नों को पूछा एवं उनके उत्तर जानकर अपनी जिज्ञासा पूरी की ।   इस अवसर पर आईआईटीयन अमितेश्वर आनंद, कुमारी अर्चना सिंह, कमलेश कुमार तथा अभिषेक कुमार सिंह की गरिमामई उपस्थिति रही।

मोटे अनाज फसलों के उत्पादन और प्रसंस्करण विषय पर महिला किसानों को दिया गया प्रशिक्षण

बिक्रमगंज । कृषि विज्ञान केन्द्र बिक्रमगंज मेंं मोटे अनाज फसलों के उत्पादन और प्रसंस्करण विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रोफेसर एवं प्रधान डॉ शोभारानी ने कहा कि कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण और मशीनीकृत कृषि के कारण अधिक उपज वाले बीज आ गए है। जिसके बाद लोगों का रुझान चावल और गेहूं के उत्पादन के प्रति बढ़ गया है।   परिणामस्वरूप मोटे अनाज की खपत और खेती दोनों सीमित हो गई। परंतु वर्तमान समय और बदलती जलवायु परिस्थितियों के मद्देनजर किसानों को मोटे अनाजों का उत्पादन करने की जरूरत है। मोटे अनाज की फसल में अन्य समान फसल की तुलना में कम जल और कृषि साधनों (इनपुट) की जरूरत होती है।   इन अनाजों में प्रमुख रूप से मडवा, चीना पुटकी, बाजरा, कोदो सावां, एवं कंगनी इत्यादि फसलें आती हैं। इन्हें न्यूट्री-सीरियल्स के रूप में जाना जाता है, क्योंकि ये मानव शरीर के लिए आवश्यक अधिकांश पोषक तत्व प्रदान करते हैं। मोटे अनाज में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) होता है और यह मधुमेह की रोकथाम में भी मददगार होते हैं। ये आयरन, जिंक और कैल्शियम जैसे खनिजों का अच्छा स्रोत हैं। मोटे अनाज वजन कम करने और उच्च रक्तचाप में मददगार होते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित डॉक्टर रामाकांत सिंह ने मोटे अनाजों की खेती की जानकारी उपस्थित महिला कृषकों को प्रदान की।   उन्होंने बताया की सभी तरह के मोटे अनाजों की खेती रोहतास जिले में की जा सकती है। विशेषकर डेहरी, तिलौथू, रोहतास, चेनारी इत्यादि प्रखंडों में इसकी खेती व्यापक पैमाने पर संभव है। जिले में कुछ किसान इसकी खेती कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। चुकी आमतौर पर मोटे अनाज गेहूं एवं चावल से अधिक कीमत पर बाजार में बिकते हैं। मत्स्य वैज्ञानिक आर के जलज ने बताया कि बदलते जलवायु में पानी की कमी के कारण मोटे अनाज वर्गीय फसल को उपजाना ज्यादा अच्छा है। इसको खाने में प्रयोग करने से स्वास्थ्य के लिए भी बेहद अनुकूल है। आजकल मोटे अनाज के आटे द्वारा बिस्कुट, लड्डू, केक एवं चॉकलेट इत्यादि बनाकर बाजार में बेचे जा सकते हैं।   डॉ रतन कुमार ने कृषकों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा वर्तमान में पोषण सुरक्षा हेतु इन अनाजों का बढ़ावा दिया जा रहा है। मिड डे मील एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली योजना में इन अनाजों को शामिल कर उपलब्ध कराया जा रहा है। जीविका कोऑर्डिनेटर प्रियदर्शनी की अगुवाई में सूरजपुरा, धनगाई, मानी, तिलई इत्यादि ग्रामों से कुल 40 महिला प्रशिक्षणार्थी शामिल हुए।   महिला किसानों में मीना देवी, नेहा कुमारी, माया देवी, उषा देवी, रेखा देवी, सिंकी कुमारी, रितु कुमारी, खुशबू कुमारी, दमयंती देवी, धर्मशिला कुमारी इत्यादि उपस्थित थे। कार्यक्रम में हरेंद्र कुमार, सुबेश कुमार, प्रवीण कुमार, अभिषेक कुमार, राकेश कुमार आदि की भूमिका सराहनीय रही।

अनजबित सिंह महाविद्यालय में दीक्षारंभ-सह-प्रेरण कार्यक्रम आयोजित

अनजबित सिंह महाविद्यालय बिक्रमगंज के मनोविज्ञान विभाग तथा गणित विभाग में दीक्षारंभ-सह-प्रेरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम नामांकित विद्यार्थियों को च्वाईस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम 4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम पर आधारित था।   मनोविज्ञान विभाग के कार्यक्रम को प्रारंभ करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ० संतोष कुमार ने विभिन्न सेमेस्टर में चयनित करने वाले विषयों तथा पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तृत रूप से बताया। साथ ही परीक्षा पद्धति में हुए बदलाव को भी इंगित किया।   जैसा कि सैद्धांतिक परीक्षा 70 अंकों का होगा तथा शेष बचे 30 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन वर्ग में उपस्थिति, वर्ग में प्रस्तुतीकरण एवं वर्ग की जांच परीक्षा में निहित है। इसके अलावा नई शिक्षा नीति के तहत विभिन्न बदलाव एवं विभिन्न स्तरों पर नामांकन लेने एवं छोड़ने की विशेषता के बारे में बताया।   कार्यक्रम को मनोविज्ञान विभाग में उपस्थित अतिथि प्राध्यापक डॉ विजय कुमार गौर, डॉक्टर सरिता कुमारी, एवं गजाला शाहिना ने भी संबोधित किया एवं विद्यार्थियों से ससमय वर्ग में उपस्थिति सुनिश्चित करने का आग्रह किया। कार्यक्रम में प्रियंका कुमारी, काजल भारद्वाज, क्षमा, लता, प्रेमलता, श्रुति, निधि, गायत्री कुमारी सहित लगभग 25 विद्यार्थी उपस्थित थे। यह कार्यक्रम मुख्यतः सत्र 2023- 2027 के लिए आयोजित था।   जिसका उद्देश्य महाविद्यालय में उपलब्ध सभी संसाधनों, व्यवस्थाओं से अवगत कराने के साथ नई शिक्षा नीति से अवगत कराना था। इसी तरह के दूसरे कार्यक्रम गणित विभाग में आयोजित हुआ। गणित विभाग में विभागाध्यक्ष डॉ० अनिल कुमार अपने कार्यक्रम में उच्च शिक्षा की तैयारी हेतु विद्यार्थियों को सचेत व तत्पर रहने के लिए आगाह किया।   जिसमें भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ० रमेश कुमार, रसायन शास्त्र विभाग के अतिथि प्राध्यापक डॉ० पंकज कुमार आमंत्रित थे अपने वक्तव्य रखें। धन्यवाद ज्ञापन गणित विभाग के अतिथि प्राध्यापक डॉ० अमजद अली ने किया।

गोड़ारी में उद्घाटन सह सम्मान समारोह का हुआ आयोजन, पूर्व मंत्री ने किया जदयू कार्यालय का उद्घाटन

काराकाट प्रखंड मुख्यालय सह नगर पंचायत काराकाट (गोड़ारी) में उद्घाटन सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सिंह कम्प्लेक्स में स्थापित बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह ने जदयू कार्यालय का उद्घाटन फीता काट कर किया । उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता जदयू प्रखंड अध्यक्ष आशुतोष सिंह व संचालन जदयू जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा ने किया ।   उद्घाटन के बाद बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जयकुमार सिंह को अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया । जदयू कार्यकर्ताओं को जदयू के प्रखंड अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने सैकड़ो कार्यकर्ताओं को गमछा से सम्मानित किया । भाजपा छोड़ कर जदयू में आने वाले रामा शंकर सिंह को पूर्व मंत्री, जिलाध्यक्ष अजय कुशवाहा, जदयू प्रखंड अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने अंग वस्त्र से सम्मानित किया । पूर्व मंत्री ने कहा कि काराकाट में जदयू पार्टी की मजबूती के लिए सभी जदयू कार्यकर्ता पहले से ज्यादा सशक्त हो गये है अभी और सशक्त बनाने के लिए कार्यकर्ता पूरी लगन व जोश से लगे हुए है ।   लोक सभा चुनाव 2024 के लिए तैयारी जोरों पर है । जदयू जिलाध्यक्ष अजय कुशवाहा ने कहा कि प्रखंड से लेकर पंचायत के वार्डों तक संगठन की मजबूती के लिए कार्यकर्ता लगे हुए है । जदयू प्रखंड अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने कहा कि हर बूथ पर कमिटि बनायी जा रही है, पूर्व से अभी बनी कमिटि काफी सशक्त है ।   जदयू कार्यालय उदघाटन के मौके पर जिला पार्षद रितेश कुमार सिंह, मुखिया प्रतिनिधि जयश्री रितेश सिंह, नरेंद्र सिंह, प्रमुख प्रतिनिधि नारायण पासवान, भूषण पांडेय, जयशंकर पटेल, परशुराम सिंह, पारसनाथ सिंह, दिनेश सिंह, अभय निरंजन, धनंजय पटेल सहित सैकड़ों जदयू कार्यकर्ता मौजूद थे ।

लोजपा (रा) चली गांव की ओर कार्यक्रम तहत अनुमंडल स्तरीय कार्यकर्ताओं की हुई बैठक

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) चली गांव की ओर कार्यक्रम तहत रविवार को अनुमंडल स्तरीय कार्यकर्ता की बैठक स्थानीय शहर के शिव कंपलेक्स में आयोजित की गई । जिस बैठक की अध्यक्षता पार्टी जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह एवं संचालन बिक्रमगंज प्रखंड अध्यक्ष सूरज पासवान ने की । 2025 में बिहार में लोजपा (रामविलास) की सरकार पूर्ण बहुमत से बनेगी और लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान मुख्यमंत्री होंगे ।   उक्त बातें शहर के शिव कंपलेक्स के सभागार भवन में उक्त पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सह रोहतास जिला पार्टी प्रभारी विष्णु पासवान ने कही लोजपा (रामविलास) चली गांव की ओर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उक्त पार्टी के जिला प्रभारी श्री पासवान ने कार्यक्रम तहत प्रखंड अध्यक्ष को टास्क दिया कि केंद्र एवं राज्य प्रायोजित योजनाओं का संकलन कर एक माह के अंदर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को अपना संकलन किए गए सरकार प्रायोजित कार्यों का जमीनी हकीकत क्या है, है या भी नही ।   साथ ही साथ पार्टी के बूथ कमेटी का गठन करने का भी आह्वान किया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिनारा विधानसभा के पार्टी के पूर्व प्रत्याशी अजीत राय ने कहा कि हमारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का निर्देश है कि बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के तहत हम लोगों की पार्टी गांव की ओर चलकर सरकार द्वारा चलाए जा रहे सारी योजनाएं लोगों तक पहुंचा कि नहीं । इसकी जानकारी कर सारी योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाना है ।   उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि इसके लिए हम सबों को आम लोगों की समस्याओं को सुनकर उनकी समस्याओं को निजात दिलाने के लिए गांव व प्रखंड सहित अन्य आला अधिकारियों तक पहुंच कर समस्याओं का निदान कराते हुए विकास कार्यो को धरातल पर लाकर जन-जन तक पहुंचाना हमारे पार्टी का संकल्प है । कार्यक्रम में उपस्थित पार्टी के प्रदेश महासचिव सह रोहतास जिला के सह प्रभारी हरिहर पासवान ने सतेंद्र राम , विनोद साह ,अजीत कुमार, विजय साह, राहुल कुमार सहित दर्जनों लोगों को पार्टी में शामिल कराया ।   मौके पर पार्टी के प्रदेश सचिव नारायण साह, पार्टी के युवा जिलाध्यक्ष मनीष राज, उमाशंकर पासवान, धर्मेंद्र पासवान, रवि शंकर पासवान, राम इकबाल पासवान, लक्ष्मण पासवान, अयोध्या पासवान, सुरेंद्र पासवान, पप्पू सिंह, जय चटर्जी, श्रीभगवान सिंह, हरेंद्र पासवान, हरेराम पासवान, पुष्पा शर्मा, आदित्य पांडेय, बादशाह पासवान, राजेंद्र पासवान सहित पार्टी के अन्य कार्यकर्ता लोग मौजूद थे ।

पटना में भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के विरोध में कार्यकर्ताओं ने अनुमंडल कार्यालय के समक्ष दिया धरना

पटना में शांति पूर्वक मार्च कर रहे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया लाठी चार्ज के विरोध में अनुमंडल कार्यालय, बिक्रमगंज में एक दिवसीय धरना दिया गया। जिसका संचालन नवीन चंद्र शाह ने किया। जिसमे मुख्य रूप से नोखा विधानसभा के पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया एवं काराकाट के पूर्व विधायक राजेश्वर राज उपस्थित थे।   उक्त अवसर पर राजेश्वर राज ने कहा कि 13 तारीख की घटना वर्तमान की नीतीश सरकार की बौखलाहट दर्शाती है, जिस प्रकार सरकार के गुंडों द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं और बर्बरता पूर्वक लाठी डंडे बरसाए गए जिसमें हमारे कार्यकर्ता की मौत हुई और कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए। नीतीश कुमार ने लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास किया, लेकिन बिहार लोकतंत्र की जननी रही है जिसने लोकतंत्र को मिटाना चाहा बिहार की जनता ने उसको मिटा दिया।   वहीं दूसरी तरफ रामेश्वर चौरसिया ने कहा पटना के शांतिपूर्ण मार्च में पुलिसिया लाठीचार्ज से मौत और घायल हुए हमारे कार्यकर्ताओं का बलिदान जाया नहीं जाएगा। बिहार की जनता समझ चुकी है की चाचा भतीजे की सरकार से बिहार नहीं चलने वाला। आज देश नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिन प्रतिदिन विकास की नई ऊंचाइयों को छूता जा रहा है। वहीं हमारा बिहार इन विकासों से अछूता है। विकास हो रहा है तो यहां भ्रष्टाचार का, अपराध का, घूसखोरी का, डकैती का, बिहार की जनता ने मन बना लिया है की 2024 में 40 की 40 सीट भाजपा को और 2025 में पूर्ण बहुमत से भारतीय जनता पार्टी की सरकार को बनाएंगे और बिहार को देश के साथ विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।   धरना में अखिलेश पांडेय, धनंजय सिंह, राजेश शर्मा, चंदन प्रताप सिंह, कनकधीर उपाध्याय, संकठा सिंह, ललित मोहन सिंह ने सभा को संबोधित किया। लाठीचार्ज से निधन हुए जहानाबाद के जिला महामंत्री विजय सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। अंत में बिहार सरकार की इनको कृतियों के खिलाफ महामहिम राज्यपाल के नाम अनुमंडल पदाधिकारी को ज्ञापन दे सरकार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई।   धरना में लोकसभा विस्तारक रामप्रवेश पांडेय, सुनीता देवी, ज्योति कुशवाहा, संजय कुमार, अमित कुशवाहा, विनोद सिंह, सुरेश गुप्ता, गोपेश प्रसाद, दिवाकर पांडेय, मंसूर आलम, मुन्ना पांडेय, विनोद पासवान, पप्पू सिंह, कुश पांडेय, सन्नी गुप्ता, टंडन सिंह, विशाल कुमार, सुनील सिंह, बिनोद मिश्र सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

एएस कालेज प्रशासक ने नैक कार्य की प्रगति को लेकर की समीक्षा बैठक

नैक कार्यों की प्रगति की जानकारी हेतु एएस कालेज प्रशासक अविनाश कुमार सिंह ने समीक्षा बैठक की। बैठक में नैक के समन्वयक डॉक्टर अख़लाक़ अहमद ने विस्तार से अब तक की प्रगति के बारे में जानकारी दी। एक एक करके उन्होंने डाटा, शिक्षक प्रोफाइल, छात्रों की उपस्थिति, महाविद्यालय में उपलब्ध आधारभूत संरचना आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।   उन्होंने ये भी कहा कि अभी कुछ काम करने हैं। इसी एक दर्जन से भी अधिक की संख्या में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। जिनसे उनका प्रोफाइल माँगा गया है और वे एक एक करके अपना प्रोफाइल विहित प्रपत्र में भरकर दे रहे हैं। ज्ञातव्य हो कि नैक से मान्यता प्राप्त करना, सभी महाविद्यालय के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अभाव में कॉलेज को यूजीसी और राज्य सरकार से आर्थिक मदद मिलना बंद हो जाएगा।   प्रशासक अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि वे अभी कुछ समय पहले इस महाविद्यालय में प्रशासक के रूप में पदभार ग्रहण किये हैं। समीक्षा बैठक के बाद पुनः एक बार अगले सप्ताह में बैठक की जाएगी और शेष कार्यों की प्रगति की जानकारी ली जाएगी। उन्होंने नैक के समन्वयक के साथ ही सभी शिक्षकों से अपील की कि इस कार्य में सक्रिय रूप से सहयोग मिलेगा तभी इस कार्य में सफलता मिलेगी। उन्होंने शिक्षकेतर कर्मियों से भी कहा कि कार्यालय से संबंधित डाटा समय पर उपलब्ध कराने में मदद करें। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगी। उन्होंने कहा कि पुराने और नियमित शिक्षक नए शिक्षकों को इस काम में सहयोग करें।   यह काम सबके आपसी सहयोग और सामंजस्यपूर्ण कार्य करने से ही सफल होगा। कई शिक्षकों ने भी अपने अपने विचार रखे और प्रशासक को भरोसा दिलाया कि सभी लोग मिलकर काम करेंगे ताकि इस काम में सफलता हासिल हो। अंत में प्रशासक ने सभी शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मियों को इस बैठक में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया।

आशा कार्यकर्ताओं के अनिश्चितकालीन हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आशा कार्यकर्ताओं ने जड़े ताले, बगैर ईलाज कराए बैरंग लौटे रोगी

आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर आशा कार्यकर्ताओं एवं आशा फैसिलेटरों ने अपने ज्वलंत मांगों को लेकर बुधवार से किया अनिश्चितकालीन हड़ताल। स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई । उग्र आशा कार्यकर्ताओं ने प्रवेश द्वार पर नाकेबंदी कर रोगियों को अंदर जाने तक नहीं दी। बगैर ईलाज के बैरंग लौटे रोगी।   राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की बुनियाद के रूप में आशा कार्यकर्ता एवं आश फैसिलेटर सेवा देती है। इनकी सेवाओं का ही प्रतिफल है कि सरकारी संस्थागत प्रसव में उल्लेखनीय स्तर तक उपलब्धि हासिल हुई है। मातृत्व शिशु मृत्यु दर में भी राष्ट्रीय स्तर पर कमी के अलावा कई उपलब्धियां हासिल हुई है। अपनी मांगों की पूर्ति के लिए संघ की ओर से समय-समय पर सरकार, स्वास्थ्य विभाग और राज्य स्वास्थ्य समिति को ध्यान ज्ञापन देकर प्रतिनिधिमंडल मिलकर तथा धरना प्रदर्शन जैसी संकेतिक आंदोलन कार्यक्रम द्वारा आकर्षित किया जा चुका है । बिहार विधानसभा के मार्च-अप्रैल सत्र 2023 के दौरान सदन में सरकार द्वारा मासिक मानदेय में वृद्धि करने की घोषणा की गई थी।   परंतु आशा कार्यकर्ताओं एवं आशा फैसिलेटर की मांगों को अनसुना करने से विवश होकर उक्त स्वास्थ्य कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जाने का निर्णय लिया है। बुधवार को अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा कार्यकर्ताओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी। जिससे स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई गई है। मरीज बगैर इलाज कराएं स्वास्थ्य केंद्र से बैरंग लौट रहे है। आशा संयुक्त संघर्ष मंच के बैनर तले अपने 9 सूत्री मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। उनके मांगों में मुख्य रूप से आशा कार्यकर्ता एवं फेसिलेटर को राज्य निधि से 1000 रु0 देय मासिक संबंधी सरकारी संकल्प में अंकित पारितोषिक शब्द को हटाकर अन्य राज्यों की तरह मासिक मानदेय किया जाए और इसे बढ़ाकर 10,000 रुपये किया जाए । कोरोना काल की ड्यूटी के लिए सभी आशाओं एवं फेसिलेटर को 10,000 रूपये भुगतान किया जाए ।   आशा कार्यकर्ताओं को सामाजिक सुरक्षा योजना, पेंशन योजना का लाभ दिया जाए। आशाओं को साड़ी के साथ ब्लाउज पेटीकोट तथा यूनिकोड की व्यवस्था की जाए। इसके लिए देय राशि का भुगतान किया जाए। वर्षों पूर्व विभिन्न कार्यों के लिए निर्धारित प्रोत्साहन राशि की दरों में समुचित वृद्धि हेतु केंद्र सरकार को प्रस्ताव एवं प्रेषित किया जाए। आशा कार्यकर्ता एवं फेसिलेटर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दी जाए सहित 9 सूत्री मांग सौपीं। हड़ताल के क्रम में आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी जमकर नारे लगाए।   धरना में आशा संघ जिला अध्यक्ष विद्यावत पांडेय, सचिव कुसुम कुमारी, अर्चना किरण, दुर्गावती, अध्यक्ष अनीता देवी, सचिव सीमा कुमारी, कोषाध्यक्ष पुष्पांजलि कुमारी, संध्या कुमारी, रेनू कुमारी, चंद्रकला कुमारी, कुसुम कुमारी, कविता कुमारी, उषा कुमारी उपस्थित थी।