पटना में शांति पूर्वक मार्च कर रहे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया लाठी चार्ज के विरोध में अनुमंडल कार्यालय, बिक्रमगंज में एक दिवसीय धरना दिया गया। जिसका संचालन नवीन चंद्र शाह ने किया। जिसमे मुख्य रूप से नोखा विधानसभा के पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया एवं काराकाट के पूर्व विधायक राजेश्वर राज उपस्थित थे।
उक्त अवसर पर राजेश्वर राज ने कहा कि 13 तारीख की घटना वर्तमान की नीतीश सरकार की बौखलाहट दर्शाती है, जिस प्रकार सरकार के गुंडों द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं और बर्बरता पूर्वक लाठी डंडे बरसाए गए जिसमें हमारे कार्यकर्ता की मौत हुई और कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए। नीतीश कुमार ने लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास किया, लेकिन बिहार लोकतंत्र की जननी रही है जिसने लोकतंत्र को मिटाना चाहा बिहार की जनता ने उसको मिटा दिया।
वहीं दूसरी तरफ रामेश्वर चौरसिया ने कहा पटना के शांतिपूर्ण मार्च में पुलिसिया लाठीचार्ज से मौत और घायल हुए हमारे कार्यकर्ताओं का बलिदान जाया नहीं जाएगा। बिहार की जनता समझ चुकी है की चाचा भतीजे की सरकार से बिहार नहीं चलने वाला। आज देश नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिन प्रतिदिन विकास की नई ऊंचाइयों को छूता जा रहा है। वहीं हमारा बिहार इन विकासों से अछूता है। विकास हो रहा है तो यहां भ्रष्टाचार का, अपराध का, घूसखोरी का, डकैती का, बिहार की जनता ने मन बना लिया है की 2024 में 40 की 40 सीट भाजपा को और 2025 में पूर्ण बहुमत से भारतीय जनता पार्टी की सरकार को बनाएंगे और बिहार को देश के साथ विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
धरना में अखिलेश पांडेय, धनंजय सिंह, राजेश शर्मा, चंदन प्रताप सिंह, कनकधीर उपाध्याय, संकठा सिंह, ललित मोहन सिंह ने सभा को संबोधित किया। लाठीचार्ज से निधन हुए जहानाबाद के जिला महामंत्री विजय सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। अंत में बिहार सरकार की इनको कृतियों के खिलाफ महामहिम राज्यपाल के नाम अनुमंडल पदाधिकारी को ज्ञापन दे सरकार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई।
धरना में लोकसभा विस्तारक रामप्रवेश पांडेय, सुनीता देवी, ज्योति कुशवाहा, संजय कुमार, अमित कुशवाहा, विनोद सिंह, सुरेश गुप्ता, गोपेश प्रसाद, दिवाकर पांडेय, मंसूर आलम, मुन्ना पांडेय, विनोद पासवान, पप्पू सिंह, कुश पांडेय, सन्नी गुप्ता, टंडन सिंह, विशाल कुमार, सुनील सिंह, बिनोद मिश्र सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।