Bakwas News

पुलिस ने भारी मात्रा में शराब के साथ 5 धंधेबाजों को किया गिरफ्तार, भेजा जेल

मुजफ्फरपुर। ब्रह्मपुरा स्थित हेमनारायण गली में पुलिस ने लकड़ी लदी पिकअप वैन से 17 बोतल विदेशी शराब जब्त की। चालक रवींद्र भगत को भी गिरफ्तार कर लिया। ब्रह्मपुरा थानेदार अनिल गुप्ता ने बताया कि चालक से शराब सिंडिकेट की जानकारी ली जा रही है। दूसरी तरफ मोतीपुर पुलिस ने एनएच 28 पर पंसलवा चौक के पास कार से नौ कार्टन शराब के साथ तीन धंधेबाजों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपितों में दिल्ली का राहुल कुमार, हर्ष पाल और राम सेवक है। थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि धंधेबाज दिल्ली से शराब की खेप लेकर मुजफ्फरपुर शहर जा रहे थे। तीनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। उधर, सरैया थाना के मणिकपुर चौक के पास एक मार्केट में छापेमारी कर 10 लीटर कच्ची शराब सहित धंधेबाज अरुण राय को गिरफ्तार किया गया।

झोलाछाप डॉक्टर की हैवानियत : – यूट्रस के ऑपरेशन के बहाने एक महिला की दोनों किडनी निकाला

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक झोलाछाप डॉक्टर की हैवानियत उजागर हुई है। यूट्रस के ऑपरेशन के नाम पर उसने महिला की दोनों किडनी निकाल ली। घटना सकरा प्रखंड के मथुरापुर गांव की है। पीड़िता सुनीता की मां बाजीराउत की तेतरी देवी ने शुक्रवार को बरियापुर ओपी में ऑपरेशन करने वाले कथित डॉक्टर, क्लीनिक संचालक व कर्मियों को नामजद करते हुए एफआईआर दर्ज करायी है। सुनीता की हालत गंभीर है। भोजन-पानी नहीं पच रहा है। बीते तीन सितंबर को उसका ऑपरेशन हुआ था। क्लीनिक संचालक कथित डॉक्टर पवन कुमार, डॉ. आरके सिंह, कर्मी जितेंद्र पासवान, व डॉ. पवन की पत्नी को आरोपित किया गया है। बरियारपुर ओपी प्रभारी राजेश कुमार राय ने बताया कि दोनों किडनी निकालने का आरोप है। मामला दर्ज कर आवेदन सकरा थाना भेजा गया है। आरोपितों का घर वैशाली के पातेपुर बताया जा रहा है। उधर, सिविल सर्जन डॉ. यूसी शर्मा ने बताया कि सकरा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी जांच करेंगे। क्लीनिक संचालक के रजिस्ट्रेशन और डिग्री की भी जांच होगी। सकरा के मथुरापुर की सुनीता का गर्भाशय के ऑपरेशन में दोनों किडनी निकाल लेने से मजदूर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। सुनीता जिंदगी व मौत से जूझ रही है और परिजन उसे लेकर अस्पताल दर अस्पताल भटक रही है। पटना से सुनीता को लेकर लौटे परिजन शुक्रवार शाम सदर अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन यहां से भी निराश होकर घर लौट गए। सुनीता के पति अकलू राम यह कहते हुए फफक पड़े कि अब उसके बच्चों के सिर से मां का साया उठ जाएगा। रुपये के लिए कथित डॉक्टर ने उसका परिवार उजाड़ दिया। भोजन-पानी नहीं पच रहा है। शरीर सूज गया है। हालत खराब हो रही है। सुनीता मां तेतरी देवी के साथ पेट दर्द होने पर बरियारपुर स्थित शुभकांत क्लीनिक में गई थी। वहां डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराया। अल्ट्रासाउंड में गर्भाशय में गांठ पड़ने की बात डॉक्टर ने कही और तत्काल ऑपरेशन करने की सलाह दी। इसके बाद पीड़ित के पति अकलू राम ने तीन सितंबर को उसी नर्सिंग होम में अपनी पत्नी का ऑपरेशन करा दिया। अकलू राम ने बताया कि ऑपरेशन के बाद सुनीता की तबीयत बिगड़ने लगी और पूरा शरीर फूलने लगा। इसके बाद डॉ. पवन कुमार ने कहा कि सुनीता को पटना ले जाना होगा, पवन अपनी गाड़ी से सुनीता को लेकर पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां 24 घंटे रखने के बाद अस्पताल से निकाल दिया। डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने आरोपितों की गिरफ्तारी का आदेश दिया है। पटना के निजी अस्पताल से निकाले जाने के बाद सुनीता को लेकर परिजन घर आ गए। उसे एसकेएमसीएच ले गए। वहां से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। पीएमसीएच में पीड़िता का फिर अल्ट्रासाउंड किया गया। रिपोर्ट में किडनी नहीं दिखाई देने की बात लिखी गई। वहां से आईजीआईएमएस रेफर कर दिया गया। अकलू राम ने बताया कि आईजीआईएमएस में जगह नहीं मिलने पर पत्नी को वापस घर ले आया। संचालक क्लीनिक बंद कर फरार हो गया है। बरियापुर ओपी प्रभारी ने बताया कि संचालक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। महिला के पति ने ऑपरेशन के बाद पेट से निकाले गए दो गोले के आकार के मांस के लोथड़े की फोटो दिखाई है। क्लीनिक के बोर्ड पर ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर का न रजिस्ट्रेशन है और नहीं डिग्री। लोगों ने बताया कि झोलाछाप डॉक्टर हैं। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने क्लीनिक के रजिस्टर्ड नहीं होने की जानकारी दी है। क्लीनिक संचालक ने महिला के ऑपरेशन के लिए पहले 20 हजार रुपये लिए। इसके बाद पटना में इलाज के दौरान 40 हजार रुपये जमा कराया और फरार हो गया। अकलू राम ने बताया कि पत्नी के जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद लेकर महाजन से कर्ज लेकर ऑपरेशन के पैसे जमा किये थे। विधायक ने आर्थिक मदद कर शाम में सदर अस्पताल भेजा।

13 वर्षीय बच्ची के साथ 3 किशोरों ने किया गैंगरेप, बेहोश होने पर घटनास्थल पर छोड़कर भागे

बिहार के मुजफ्फरपुर में  एक गांव में रात के अंधेरे में घर से निकली 13 वर्षीया किशोरी को गांव के ही तीन किशोरों ने मुंह दबाकर उठा लिया। उसे एक स्कूल के बगल में झाड़ी में ले गए। वहां दो किशोरों ने किशोरी से दुष्कर्म किया। घटना मनियारी थाना इलाके की है। किशोरी जब बेहोश हो गई तो उसे स्कूल में फर्श पर लिटाकर तीनों किशोर भाग निकले। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। घटना शुक्रवार रात की है। मनियारी पुलिस ने तीनों आरोपित किशोरों को पकड़ लिया है। पीड़िता की मां के बयान पर तीन किशोरों को नामजद किया गया है। बताया कि सभी आरोपित दबंग परिवार के हैं। पहले भी आरोपितों ने किशोरी के साथ छेड़खानी किया था। पीड़िता की मां ने बताया कि शुक्रवार रात करीब आठ बजे किशोरी की दादी और चाची शौच के लिए निकली थी। उसके दस मिनट बाद किशोरी भी पीछे से गई। दोनों महिलाएं लौट आयी, लेकिन किशोरी नहीं लौटी। इसके बाद परिजन उसकी खोजबीन करने लगे। बाद में पीड़िता गांव के स्कूल में किशोरी बेहोशी की हालत में मिली। उसे घर लाकर इलाज करवाया। होश आने पर किशोरी ने दुष्कर्म की घटना की जानकारी दी। मां को बताया कि जब वह स्कूल के पास से गुजर रही थी, उसी दौरान एक आरोपितों ने पीछे से धक्का देकर गिराया और मुंह दबाकर सड़क किनारे झाड़ी में ले गए। वहां दो आरोपियों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। तीसरा किशोर निगरानी कर रहा था। इसके बाद वह बेहोश हो गई। पीड़िता की मां ने इसके बाद मनियारी पुलिस को सूचना दी। महिला सिपाही के साथ किशोरी को इलाज के लिए अस्पताल ले गई। इस बीच रात में ही मनियारी थाने की पुलिस ने छापेमारी कर तीनों आरोपित किशोर को पकड़ लिया। मनियारी थानाध्यक्ष अजय पासवान ने बताया कि पीड़िता के बयान पर केस दर्ज किया है। वहीं आईओ संवेदना स्नेही ने बताया कि किशोरी का मेडिकल कराया गया है।

नागदेवता की आराधना से विश्व को मिलेगी शांति और धन की होगी बारिश – तांत्रिक आचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी

हम सभी जानते हैं नाग पंचमी  का त्‍यौहार सावन (श्रावण) के महीने  में आता है। प्रचलित हिंदु मान्‍यता के अनुसार पृथ्वी शेषनाग के फन पर टिकी है और भगवान शिव जी भी सर्प माला को पहने रहते हैं इसलिये सर्प को देवता के रूप में पूजा जाता है। भारत में नागों की पूजा करने का एक वैज्ञानिक कारण भी है, खेतों में फसलों को नुकसान पहुॅचानें वाले चूहे आदि जीवों का सर्प नष्‍ट कर देता है, जिससे किसानों की फसल सुरक्षित रहती है। एक कहानी केे अनुसार एक सर्प ने भाई बनकर अपनी बहन की सुरक्षा की थी और भाई का फर्ज निभाया था, इसलिये इस दिन महिलायें नागों को दूध पिलाती हैं और उसमें प्रार्थना करती हैं उनकी और उनके परिवार की सुुरक्षा करें। सर्प ही धन की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं और इन्हें गुप्त, छुपे और गड़े धन की रक्षा करने वाला माना जाता है. नाग, मां लक्ष्मी की रक्षा करते हैं । जो हमारे धन की रक्षा में हमेशा तत्पर रहते हैं इसलिए धन-संपदा व समृद्धि की प्राप्ति के लिए नाग पंचमी मनाई जाती है। इस दिन श्रीया, नाग और ब्रह्म अर्थात शिवलिंग स्वरुप की आराधना से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है और साधक को धनलक्ष्मी का आशिर्वाद मिलता है । हर साल सावन के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन नागपंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस बार 02 अगस्त 2022 को देशभर में नागपंचमी मनाई जाएगी. इस दिन नाग देवता के 12 स्वरूपों की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि नाग देवता की पूजा करने और रुद्राभिषेक करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं।  मान्यता यह भी है कि इस दिन सर्पों की पूजा करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं। प्राचीन धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, अगर किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष हो तो उसे नागपंचमी के दिन भगवान शिव और नागदेवता की पूजा करनी चाहिए। कालसर्प योग यज्ञ का आरम्भ या समाप्ति पंचमी, अष्टमी, दशमी या चुतुर्दशी तिथिवार चाहें जो भी हो, भरणी, आद्र्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, उत्तराषाढ़ा, अभिजित एवं श्रवण नक्षत्र श्रेष्ठ माने जाते हैं। परन्तु जातक की राशि से ग्रह गणना का विचार करना परम आवश्यक होता है। यह हैं नाग पंचमी पूजा विधि नाग पंचमी  के दिन घर के सभी दरवाजों पर खड़िया (पाण्डु/सफेदे) से छोटी-छोटी चौकोर जगह की पुताई की जाती है और कोयले को दूध में घिसकर मुख्‍यत दरवारों बाहर दोनों तरफ, मंदिर के दरवाजे पर और पूजा घर  में नाग देवता के चिन्ह (फोटो) बनाये जाते हैं, आज-कल यह फोटो बाजारों में मिलते हैं, जिन्‍हें आप इस्‍तेमाल कर सकते हैं। नागों की पूजा गाय का दूध और धान की लावा  से की जाती हैं और इस दिन नागों को दूध पिलाने की परंपरा है। जिसके लिये खेतों में या किसी ऐसे स्‍थान पर जहॉ सर्प होने की संभावना हो वहॉ एक कटोरी में दूध और धान की लावा रखा जाता है।  ऐसे करें नागपंचमी की पूजन सबसे पहले प्रात: घर की सफाई कर स्नान कर लें। इसके बाद प्रसाद के लिए सेवई और चावल बना लें। इसके बाद एक लकड़ी के तख्त पर नया कपड़ा बिछाकर उस पर नागदेवता की मूर्ति या तस्वीर रख दें। फिर जल, सुगंधित फूल, चंदन से अर्ध्य दें।  नाग प्रतिमा का दूध, दही, घृ्त, मधु ओर शर्कर का पंचामृ्त बनाकर स्नान कराएं।  प्रतिमा पर चंदन, गंध से युक्त जल अर्पित करें।  नये वस्त्र, सौभाग्य सूत्र, चंदन, हरिद्रा, चूर्ण, कुमकुम, सिंदूर, बेलपत्र, आभूषण और पुष्प माला, सौभाग्य द्र्व्य, धूप दीप, नैवेद्ध, ऋतु फल, तांबूल चढ़ाएं…आरती करें… अगर काल सर्पदोष है तो इस मंत्र का जाप करें: ”ऊँ कुरुकुल्ये हुं फट स्वाहा” ऐसे करें कालसर्प पूजन… प्रातःकाल स्नान आदि से निवृत्त होकर पूजा के स्थान पर कुश का आसन स्थापित करके सर्व प्रथम हाथ में जल लेकर अपने ऊपर व पूजन सामग्री पर छिड़कें, फिर संकल्प लेकर कि मैं कालसर्प दोष शांति हेतु यह पूजा कर रहा हूं। अतः मेरे सभी कष्टों का निवारण कर मुझे कालसर्प दोष से मुक्त करें। तत्पश्चात् अपने सामने चौकी पर एक कलश स्थापित कर पूजा आरम्भ करें। कलश पर एक पात्र में सर्प-सर्पनी का यंत्र एवं कालसर्प यंत्र स्थापित करें। साथ ही कलश पर तीन तांबे के सिक्के एवं तीन कौड़ियां सर्प-सर्पनी के जोड़े के साथ रखें, उस पर केसर का तिलक लगायें, अक्षत चढ़ायें, पुष्प चढ़ायें तथा काले तिल, चावल व उड़द को पकाकर शक्कर मिश्रित कर उसका भोग लगायें, फिर घी का दीपक जला कर निम्न मंत्र का उच्चारण करें… ऊं नमोस्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथिवीमनु। ये अंतरिक्षे ये दिवितेभ्यः सर्पेभ्यो नमः स्वाहा।। राहु का मंत्र – ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः। इसके बाद सर्वप्रथम गणपति जी का  पूजन करें, नवग्रह पूजन करें, कलश पर रखी समस्त नाग-नागिन की प्रतिमा का पूजन करें व रूद्राक्ष माला से उपरोक्त कालसर्प शांति मंत्र अथवा राहू के मंत्र का उच्चारण एक माला जाप करें। उसके पश्चात् कलश में रखा जल शिवलिंग पर किसी मंदिर में चढ़ा दें। प्रसाद नंदी (बैल) को खिला दें, दान-दक्षिणा व नये वस्त्र ब्राह्मणों को दान करें। कालसर्प दोेष वाले जातक को इस दिन व्रत अवश्य करना चाहिए। तांत्रिक आचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि अग्नि पुराण में लगभग 80 प्रकार के नाग कुलों का वर्णन मिलता है, जिसमें अनन्त, वासुकी, पदम, महापध, तक्षक, कुलिक, कर्कोटक और शंखपाल यह प्रमुख माने गये हैं।  स्कन्दपुराण, भविष्यपुराण तथा कर्मपुराण में भी इनका उल्लेख मिलता है। जानिए क्यों करवाएं नागपंचमी पर पूजन… यदि आपकी कुंडली में कालसर्प  योग (दोष), अंगारक दोष/यिग, या चाण्डाल दोष एवम ग्रहण दोष अथवा पित्र दोष है और उसके कारण आपके जीवन में (कई कामों में) विघ्न पड़ रहा है तो परेशान न हों।  नाग पंचमी का दिन कालसर्प योग(दोष), अंगारक दौड़, पितृदोष एवम ग्रहण दोष तथा चाण्डाल दोष जैसे दोषों की शांति के लिए बेहद फलदायी होता है। तांत्रिक आचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि राहू के जन्म नक्षत्र ‘भरणी’ के देवता काल हैं एवं केतु के जन्म नक्षत्र ‘अश्लेषा’ के देवता सर्प हैं। अतः राहू-केतु के जन्म नक्षत्र देवताओं के नामों को जोड़कर “कालसर्प योग” कहा जाता है। राशि चक्र में 12 राशियां हैं, जन्म पत्रिका में 12 भाव हैं एवं 12 लग्न हैं। इस तरह कुल 144+144 = 288 कालसर्प … Read more

राष्ट्रपति पद की द्रौपदी मुर्मू ने ली शपथ, कहा : आज मैं खुद को भारत का नेतृत्व करते हुए गौरवान्वित महसूस कर रही हूं

शपथ ग्रहण समारोह के मौके पर द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ‘आज मैं खुद को भारत का नेतृत्व करते हुए गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। मैं आज देश की महिलाओं और युवाओं को याद दिलाती हूं कि मेरे लिए उनके हित सर्वोपरि हैं। मेरे सामने राष्ट्रपति पद की ऐसी महान विरासत है, जिसने दुनिया में भारत के लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को मजबूत किया है। संविधान के आलोक में मैं पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्य का निर्वहन करूंगी। मेरे लिए लोकतांत्रिक आदर्श और समस्त देशवासी ऊर्जा का स्रोत रहेंगे।’ उन्होंने इस दौरान कारगिल विजय दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं भी दीं। बता दे कि द्रौपदी मुर्मू ने देश की पहली महिला आदिवासी के तौर पर राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। चीफ जस्टिस एनवी रमना ने उन्हें शपथ दिलवाई। इस दौरान द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि मेरे लिए महिलाओं के हित सर्वोपरि होंगे। इसके साथ ही दलितों, पिछड़ों और गरीबों के हितों के लिए भी काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की शक्ति ने मुझे यहां तक पहुंचाया। देश के गरीब आदिवासी, दलित और पिछड़े मुझमें अपना प्रतिबिंब देख सकते हैं। मेरे इस निर्वाचन में पुरानी लीक से हटकर आज के दौर में आगे बढ़ने वाले युवाओं का भी योगदान शामिल हैं। द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मैं देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति भी हूँ जिसका जन्म आज़ाद भारत में हुआ है।

24 जुलाई को यानि आज रेलवे ने 221 ट्रेनों को किया रद्द, चेक करे स्टेटस

आईआरसीटीसी की वेबसाइट के अनुसार, कैंसिल की गई ट्रेनों की लिस्ट में देश भर के कई शहरों से चलने वाली ट्रेनें शामिल हैं। जो यात्री आज यात्रा कर रहे हैं वे रद्द की गई ट्रेनों की पूरी सूची national transporter’s official website पर देख सकते हैं। अगर आप यात्रा करने वाले हैं और आज आपकी ट्रेन है तो आपके लिए यह खबर काम की हो सकती है। दरअसल, भारतीय रेलवे ने रविवार 24 जुलाई को कई ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। आईआरसीटीसी की वेबसाइट के अनुसार, रविवार को कुल 221 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। बता दें कि देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। यही वजह है कि कैंसिल की गई ट्रेनों में ज्यादातर ट्रेनें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों की रद्द की गई है। ऐसे चेक करें ट्रेन का स्टेटस कैंसिल ट्रेनों की लिस्ट चेक करने के लिए आप enquiry.indianrail.gov.in/mntes/ की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। यहां आपको दाईं तरफ में Exceptional Trains ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको Cancel Train List, Reschedule या फिर Divert ट्रेनों की लिस्ट पर क्लिक करके चेक कर सकते हैं। देखें, 24 जुलाई रविवार को रद्द की गई ट्रेनों की लिस्ट 00913 , 01539 , 01540 , 01605 , 01606 , 01607 , 01608 , 01609 , 01610 , 03035 , 03036 , 03058 , 03083 , 03085 , 03086 , 03087 , 03094 , 03095 , 03096 , 03097 , 03098 , 03502 , 03549 , 03657 , 03658 , 04129 , 04130 , 04181 , 04182 , 04183 , 04194 , 04601 , 04602 , 04647 , 04648 , 04685 , 04686 , 04699 , 04700 , 04883 , 05137 , 05169 , 05170 , 05334 , 05366 , 05445 , 05446 , 06429 , 06430 , 06846 , 06977 , 06980 , 07519 , 07906 , 07907 , 09071 , 09072 , 09108 , 09109 , 09110 , 09113 , 09483 , 09484 , 09501 , 09502 , 10101 , 10102 , 11027 , 11421 , 11422 , 12824 , 12929 , 12930 , 13033 , 14235 , 14893 , 15232 , 17267 , 17268 , 18109 , 18202 , 18258 , 19035 , 19036 , 19426 , 20972 , 22167 , 22620 , 22910 , 22929 , 22930 , 22959 , 22960 , 31411 , 31414 , 31617 , 31622 , 31711 , 31712 , 36033 , 36034 , 37211 , 37216 , 37246 , 37247 , 37253 , 37256 , 37305 , 37306 , 37307 , 37308 , 37312 , 37319 , 37327 , 37330 , 37335 , 37338 , 37343 , 37348 , 37411 , 37412 , 37415 , 37416 , 37611 , 37614 , 37657 , 37658 , 37741 , 37746 , 37782 , 37783 , 37785 , 37786 , 47105 , 47109 , 47110 , 47111 , 47112 , 47114 , 47116 , 47118 , 47120 , 47129 , 47132 , 47133 , 47135 , 47136 , 47137 , 47138 , 47139 , 47140 , 47150 , 47153 , 47164 , 47165 , 47166 , 47170 , 47176 , 47187 , 47189 , 47190 , 47191 , 47192 , 47195 , 47203 , 47210 , 47220, 66002, 66004, 66015, 66016, 66016, 93002.

जहानाबाद की अनीता शादी के 13 साल बाद दारोगा बन पेश की मिसाल

जहानाबाद की अनीता की सफलता की कहानी दिलचस्पी  है इसलिए क्योंकि शादी के 1-2 नहीं बल्कि 13 साल बाद उन्होंने दारोगा की वर्दी हासिल की है। बता दे कि  बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने दारोगा और सार्जेंट के लिए हुई परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है. इस परीक्षा में कुल 2213 अभ्यर्थी चयनित हुए हैं, जिसमें दरोगा के लिए 1998 और सार्जेंट के 215 उम्मीदवार शामिल थे। दारोगा की परीक्षा में 742 और सार्जेंट में 84 महिलाएं सफल हुई है। उसी सफल अभ्यर्थियों में से एक जहानाबाद की अनीता भी है। अनीता के पति जहानाबाद के होरिलगंज मोहल्ला स्थित तंग गलियों में आटा चक्की की मशीन चलाते हैं। संतोष आटा चक्की के माध्यम से किसी तरह अपनी पत्नी और दो बच्चों का परिवार चला रहे थे लेकिन पत्नी को गृहस्थी में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। 13 साल पहले अनीता की शादी हुई थी और उसके बाद वो हाउस वाइफ बन गईं।  इस दौरान अनीता को दो बेटे भी हुए लेकिन शादी के बाद भी अनीता ने पढाई कायम रखी और बच्चों के जन्म के बाद उन्होंने नौकरी की तैयारी शुरू कर दी। इस दौरान उनके पति ने घर का जिम्मा संभाला.। अनीता ने पहले सिपाही की नौकरी हासिल की और अब उसी विभाग में दारोगा बन गईं। शनिवार को अनीता के  घर पहुचे बकवास न्यूज के टीम को अनीता ने बताया की कि शादी के 10 साल बाद उन्होंने कुछ करने की ठानी और पहले पुलिस ज्वाइन कर अपना दमखम दिखाया।  हौसलों को थोड़ा बल मिला और 2020 में जब दारोगा की वैकेंसी निकली तो उन्होंने ठान लिया कि अब यही नौकरी करनी है। रोहतास में आरक्षी के पद पर नौकरी करते हुए अनीता ने पहले पीटी फिर फिजिकल निकाला और फाइनली एसआई की नौकरी ले ली।रिजल्ट निकलने के बाद जब अनीता जहानाबाद पहुंचीं तो परिजनों ने माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत किया। अनीता की सफलता ये संदेश देती है कि हर सफलता के पीछे आपकी सोच और विचार का बहुत बड़ा योगदान होता है। कोई भी काम करने से पूर्व यदि आपके मन में उत्साहहीनता या असफलता के भाव और विचार आते हैं तो निश्चित जानिए आप कभी सफल नहीं हो सकते है। ये दृढ़ संकल्प ही था कि शादी के 13 साल बाद दो बच्चों की मां ने वैसी नौकरी पाई जिसमें मानसिक के साथ शारीरिक रूप से मजबूत होना जरूरी है – अनीता, दारोगा, बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग 

बड़ी खबर : कांवड़ियों को बेकाबू डंपर ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में रौंदा, 6 श्रद्धालुओं की मौत

यूपी के हाथरस के पास एक बेकाबू डंपर ने कांवड़ियों को रौंद दिया। इस दुर्घटना में 6 कांवड़ियों की दर्दनाक मौत हो गई है। कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल लेकर ग्‍वालियर जा रहे थे। घटना में 2 लोग गम्‍भीर रूप से घायल थे। बताया जा रहा है कि 5 लोगों की मौत घटनास्‍थल पर ही हो गई थी। एक ने अस्‍पताल में दम तोड़ा। एक घायल का आगरा में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि ये कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल लेकर मध्‍य प्रदेश के ग्‍वालियर जा रहे थे। पांच कांवड़िए 28 वर्षीय जबर सिंह पुत्र सुलतान सिंह, 30 वर्षीय रणवीर पुत्र अमर सिंह, 30 वर्षीय मनोज पाल पुत्र मोहन सिंह, 30 वर्षीय रमेश पाल पुत्र नाथूराम और नरेश पाल पुत्र रामनाथ की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि विकास पुत्र प्रभु दयाल और अभिषेक गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान विकास ने भी दम तोड़ दिया।  पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एडीजी आगरा का कहना है कि जल्द ही डंपर ड्राइव को पकड़ लिया जाएगा। हाथरस के सादाबाद थाना क्षेत्र के हाथरस-आगरा मार्ग पर बढ़ार चौराहे के पास यह दुर्घटना हुई। शुक्रवार और शनिवार की रात करीब ढाई बजे एक बेकाबू तेज रफ्तार डंपर ने कांवड़ियों के जत्‍थे को रौंद दिया। इस हादसे में 5 कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो अन्‍य गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्‍हें इलाज के लिए सबसे पहले नजदीक के अस्‍पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद आगरा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। बताया जा रहा है क‍ि घायलों में से भी एक की मौत हो गई । मिली जानकारी के अनुसार कांवड़ियों का ये जत्‍था ग्वालियर के थाना उटीला के अंतर्गत आने वाले गांव बागी खुर्द से हरिद्वार गया था। वहां गंगाजल लेकर जत्‍था वापस ग्‍वालियर लौट रहा था। हादसे की सूचना पर हाथरस के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। सूचना पर एडीजी आगरा राजीव कृष्ण व डीआईजी अलीगढ़ सहित एसपी विकास कुमार वैदय मौके पर पहुंचे। घायलों को बचाने के लिए तत्‍काल राहत कार्य शुरू किया गया। मृतकों के परिवारीजनों को सूचना दी जा रही है।   

बलिया : आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 53 समूह की महिलाएं बनाएंगी 3.80 लाख तिरंगा

हर घर तिरंगा अभियान की तैयारी तेज खादी ग्रामोद्योग व दो एनजीओ को भी जिम्मेदारी बीडीओ व एडीओ को निगरानी का दिया निर्देश बलिया। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 11 से 17 अगस्त तक ‘हर घर झंडा’ कार्यक्रम के तहत शासन की ओर से जिले को चार लाख 40 हजार झंडा निर्माण कराने का लक्ष्य मिला है। इनमें से तीन लाख 80 हजार तिरंगा के निर्माण की जिम्मेदारी जिले की 53 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को दिया गया है। इसके अलावा खादी ग्रामोद्योग व दो एनजीओ को भी निर्माण की जिम्मेदारी दी गयी है। ब्लॉक के बीडीओ व एडीओ पंचायत झंडा निर्माण की स्थिति का नियमित निरीक्षण कर रहे हैं। जिला मिशन प्रबंधक (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) राजीव रंजन सिंह की मानें तो 53 समूहों से तीन लाख 80 हजार तिरंगा झंडा का निर्माण कराया जायेगा। समूहों को इसके लिए आर्डर दिया जा चुका है। बताया कि झंडा का आकार 20 इंच गुणे 20 इंच का होगा। इसके लिए 25 से 30 रुपये प्रति तिरंगा के हिसाब से स्वयं सहायता समूह की सदस्यों को भुगतान किया जाएगा। इनके अलावा खादी ग्रोमोद्योग विभाग व एनजीओ भी तेजी से तिरंगा बनाने का कार्य कर रही है। तिरंगा झंडा सूती व पॉलीस्टर के कपड़े का बनाया जाना है। निर्माण गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखना है। समूहों को मिलेंगे 1.14 करोड़, होगी अच्छी कमाई आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सरकार के हर घर झंडा कार्यक्रम से जिले के 53 समूहों को लगभग एक करोड़ 14 लाख की कमाई होगी। इस कार्य में लगे समूहों को बैंकों से ऋण लेकर अन्य कारोबार करने का रास्ता साफ होने के साथ ही प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से किये जा रहे नित्य नए-नए प्रयोग को बल मिलेगा। सरकार के हर घर झंडा कार्यक्रम से जिले के 53 समूहों से जुड़ी लगभग 530 महिलाओं को रोजगार मिला है। तिरंगा निर्माण की कमाई से महिलाओं की आर्थिक स्थिति समृद्ध होगी। तिरंगा निर्माण के लिए जिन समूहों, एनजीओ व विभागों को जिम्मेदारी दी गयी है। वहां कार्य की गुणवत्ता के लिए सभी ब्लॉक के बीडीओ को निर्देश दिया गया है। जुलाई के अंत तक तिरंगा बनाकर जिम्मेदारों को सौंपने का निर्देश दिया गया है।- प्रवीण वर्मा, सीडीओ  

अवधेश राय हत्याकांड : मूल केस डायरी गायब कराने के मामले में मुख्तार अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज

गाजीपुर। 31 साल पुराने चर्चित अवधेश राय हत्याकांड की मूल केस डायरी गायब कराने मामले में माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। कैंट इंस्पेक्टर प्रभु कांत के अनुसार कचहरी के कर्मचारियों से मिलीभगत कर साजिशन मूल केस डायरी गायब कराने के आरोप में मुख्तार अंसारी सहित अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अवधेश राय हत्याकांड की सुनवाई वाराणसी के विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए सियाराम चौरसिया की अदालत में हो रही है। मामले में मूल केस डायरी की जगह छाया प्रति पर ही केस की सुनवाई हो रही है। दो दिन पहले इस केस में नया मोड़ आया और हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुख्तार अंसारी ने साक्ष्यों के मूलपत्रों की बजाय छायाप्रति के आधार पर ट्रायल चलाने पर आपत्ति उठाई है। वाराणसी सत्र न्यायालय के आदेश को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती देकर ट्रायल पर रोक लगाने की मांग की है। अवधेश राय हत्याकांड के मुकदमे में सुनवाई के लिए बीते सोमवार को चश्मदीद साक्षी विजय कुमार पांडेय को बिना जिरह वापस लौटना पड़ा। बचाव पक्ष के अधिवक्ता श्रीनाथ त्रिपाठी ने अदालत में जिरह से पहले प्रयागराज की अदालत में विचाराधीन मुकदमे की मूल पत्रावली के मुआयने और एसएसपीजी अस्पताल से अवधेश राय के मेडिकल लीगो से जुड़े कागजात मंगवाने की मांग की थी। मामले में 22 जुलाई को सुनवाई होनी है। विशेष न्यायाधीश (एमपी/एमएलए) सियाराम चौरसिया की अदालत में विचाराधीन मुकदमे में गवाह विजय कुमार पांडेय से बचाव पक्ष की ओर से जिरह की जानी थी। इसके पूर्व ही बचाव पक्ष के अधिवक्ता श्रीनाथ त्रिपाठी ने अदालत में प्रार्थना पत्र देकर चश्मदीद साक्षी से शेष जिरह करने से पूर्व प्रयागराज की अदालत में विचाराधीन सरकार बनाम राकेश न्यायिक व अन्य के मुकदमे में मूल पत्रावली के मुआयने व एसएसपीजी अस्पताल से अवधेश राय के मेडिकल लीगो संबंधित प्रपत्र मंगवाने के बाबत समय देने की मांग की। इस पर वादी के अधिवक्ता अनुज यादव व विकास सिंह के साथ अभियोजन की ओर से एडीजीसी ज्योति शंकर उपाध्याय ने आपत्ति की। अदालत ने इस मामले में सुनवाई के लिए अगली तिथि 22 जुलाई नियत कर दी। बता दें कि तीन अगस्त 1991 को लहुराबीर स्थित आवास के गेट पर ही अवधेश राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अवधेश राय के भाई अजय राय ने मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह व राकेश न्यायिक समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।