Bakwas News

*उपायुक्त ने हरी झंडी दिखाकर सड़क जागरूकता रथ को किया रवाना*

*उपायुक्त ने हरी झंडी दिखाकर सड़क जागरूकता रथ को किया रवाना* सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत बुधवार को उपायुक्त शशि रंजन व जिला परिवहन पदाधिकारी जितेंद्र यादव ने हरी झंडी दिखा कर सड़क सुरक्षा जागरूकता रथ को रवाना किया।इस अवसर पर उपायुक्त श्री रंजन ने कहा कि नये साल की शुरुआत के साथ ही राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह-2025 का आयोजन एक जनवरी से 31 जनवरी तक किया जा रहा है।इस वर्ष के सड़क सुरक्षा सप्ताह का थीम ‘परवाह’ है, जो सड़क पर एक-दूसरे की सुरक्षा और जिम्मेदारी का संदेश है। *वाहन चलाते समय यातायात नियमों पालन बेहद आवश्यक:उपायुक्त* उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री रंजन ने लोगों से अपील की है कि वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन आवश्यक रूप से करें जिला मुख्यालय में जागरूकता वाहन को रवाना करने के बाद उन्होंने कहा कि यातायात नियमों के पालन से सड़क पर सुरक्षा बनी रहती है,विशेषकर युवा वर्ग से अपील करते हुए उपायुक्त ने

आदिवासी समाज की एकजुटता से भाजपा की हर साजिश हुई नाकाम” – डॉ. इरफान अंसारी

सोहराय मिलन समारोह बड़े धूमधाम से मनाया गया, हजारों की उपस्थिति बनी चर्चा का विषय 45,000 से अधिक लोगों की उपस्थिति ने समारोह को बनाया ऐतिहासिक। “आदिवासी समाज की एकजुटता से भाजपा की हर साजिश हुई नाकाम” – डॉ. इरफान अंसारी। “जनता के भरोसे ने दिलाई हैट्रिक जीत, सभी का आभार प्रकट करता हूं” – डॉ. अंसारी। “गरीबों के लिए धड़कता दिल ही असली दिल है” –फुरकान अंसारी “भाजपा की नफरत की राजनीति के खिलाफ कांग्रेस की मोहब्बत की नीति ही जवाब है” – फुरकान अंसारी। “हर सुख-दुख में जनता के साथ खड़ा हूं, निस्वार्थ सेवा करता रहूंगा” – डॉ. अंसारी। मंत्री जी की लोकप्रियता पर चर्चा, जनता ने दिल से दिया समर्थन। मंत्री आवास जामताड़ा के सामने आयोजित सोहराय मिलन समारोह बड़े हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और पूर्व सांसद फुरकान अंसारी उपस्थित हुए। समारोह में लगभग 45,000 लोगों की भारी उपस्थिति रही, जिसने पूरे शहर का ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम में आदिवासी परंपरागत नृत्य और ढोल-नगाड़ों की गूंज ने माहौल को और भी उल्लासपूर्ण बना दिया। इतनी बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी से यह आयोजन क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया। मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने सबसे पहले सभी को सोहराय पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “हमारे समाज की खूबसूरती यही है कि हम मिलजुलकर हर त्योहार मनाते हैं। आज हम सभी एकजुट होकर सोहराय मना रहे हैं। मैं समस्त झारखंडवासियों को भी इस पर्व की ढेरों शुभकामनाएं देता हूं।” मंत्री जी ने अपनी हैट्रिक जीत पर जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “आप सभी की बदौलत मैं तीसरी बार विधायक बना हूं और मंत्री पद पर हूं। भाजपा ने मुझे हराने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन हमारा आदिवासी समाज एकजुट रहा और प्रचंड वोट देकर मुझे फिर से जीत दिलाई। भाजपा वाले आज तक मुझमें कोई ऐब नहीं निकाल पाए हैं।” मंत्री जी ने भाजपा पर धर्म और जाति के नाम पर समाज को बांटने की राजनीति की निंदा की। उन्होंने कहा, “आज अगर मेरा आदिवासी समाज मेरे साथ नहीं होता, तो मैं विधायक नहीं बन पाता। मीडिया में तो मुझे हार चुका दिखाया गया था, लेकिन आप सबने मुझे जिताया। मैं निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा करता हूं और हर सुख-दुख में आपके साथ खड़ा रहता हूं।” मंत्री जी ने जात-पात की राजनीति पर बोलते हुए कहा, “इतना काम करने के बावजूद अगर जात-पात में बंटकर वोट दिया जाता है, तो बुरा जरूर लगता है। लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि विकास कार्य लगातार जारी रहेगा। मैं हमेशा सभी के लिए खड़ा रहूंगा और आदिवासी समाज को सशक्त बनाने के लिए काम करता रहूंगा। जामताड़ा में मैंने आदिवासी समाज को एक अलग पहचान देने और उनकी आवाज बुलंद करने का काम किया है।” पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने सोहराय पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “यह आदिवासियों का सबसे बड़ा त्योहार है, और हम हर वर्ष इसे धूमधाम से मनाते हैं। मैं कहना चाहता हूं कि नफरत से समाज नहीं चलता। गरीबों के लिए धड़कता हुआ दिल ही सच्चा दिल है। जामताड़ा हमेशा प्रेम और भाईचारे का प्रतीक रहा है। भाजपा की जात-पात की राजनीति यहां नहीं चलेगी। हमें कांग्रेस की नीतियों पर चलना होगा, जो मोहब्बत और भाईचारे का संदेश देती है।” कंबल वितरण और उत्साहपूर्ण माहौल इस अवसर पर मंत्री डॉ. इरफान अंसारी द्वारा उपस्थित लगभग 45,000 लोगों के बीच कंबल वितरित किए गए। कंबल वितरण का यह कारवां काफी समय से जारी है, और सोहराय पर्व के शुभ अवसर पर भी यह परंपरा निभाई गई। इस कार्य से सभी के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। सोहराय मिलन समारोह में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति ने मंत्री डॉ. इरफान अंसारी की लोकप्रियता को फिर से साबित किया। लोगों का कहना है कि मंत्री जी ने अपने शासनकाल में जनता का दिल जीतने का काम किया है। उनकी सेवा भावना और निष्ठा के कारण जनता उन्हें दिल से चाहती है। यह कार्यक्रम मंत्री आवास के सामने आयोजित किया गया था, जो हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। मौके पर अध्यक्ष दीपिका बेसरा कार्यकारी अध्यक्ष विजय दुबे प्रभु मंडल मुक्ता मंडल प्रमुख अंजलि हेंब्रम आनंद लाल मरांडी जिला प्रवक्ता इरशाद उल हक आरसी बीरबल अंसारी विनोद छतरी तनवीर आलम अरुण दास जयप्रकाश तिवारी और पार्टी के सभी पदाधिकारी गण कार्यकर्ता गण एवं सभी सम्मानित लोग उपस्थित हुए।

सोहराय मिलन समारोह बड़े धूमधाम से मनाया गया, हजारों की उपस्थिति बनी चर्चा का विषय*

*सोहराय मिलन समारोह बड़े धूमधाम से मनाया गया, हजारों की उपस्थिति बनी चर्चा का विषय* 45,000 से अधिक लोगों की उपस्थिति ने समारोह को बनाया ऐतिहासिक। *”आदिवासी समाज की एकजुटता से भाजपा की हर साजिश हुई नाकाम” – डॉ. इरफान अंसारी स्वास्थ्य मंत्री झारखंड।* “जनता के भरोसे ने दिलाई हैट्रिक जीत, सभी का आभार प्रकट करता हूं” – डॉ. अंसारी। “गरीबों के लिए धड़कता दिल ही असली दिल है” –फुरकान अंसारी “भाजपा की नफरत की राजनीति के खिलाफ कांग्रेस की मोहब्बत की नीति ही जवाब है” – फुरकान अंसारी। “हर सुख-दुख में जनता के साथ खड़ा हूं, निस्वार्थ सेवा करता रहूंगा” – डॉ. अंसारी। मंत्री जी की लोकप्रियता पर चर्चा, जनता ने दिल से दिया समर्थन।   मंत्री आवास जामताड़ा के सामने आयोजित सोहराय मिलन समारोह बड़े हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और पूर्व सांसद फुरकान अंसारी उपस्थित हुए। समारोह में लगभग 45,000 लोगों की भारी उपस्थिति रही, जिसने पूरे शहर का ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम में आदिवासी परंपरागत नृत्य और ढोल-नगाड़ों की गूंज ने माहौल को और भी उल्लासपूर्ण बना दिया। इतनी बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी से यह आयोजन क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया। मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने सबसे पहले सभी को सोहराय पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “हमारे समाज की खूबसूरती यही है कि हम मिलजुलकर हर त्योहार मनाते हैं। आज हम सभी एकजुट होकर सोहराय मना रहे हैं। मैं समस्त झारखंडवासियों को भी इस पर्व की ढेरों शुभकामनाएं देता हूं।” मंत्री जी ने अपनी हैट्रिक जीत पर जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “आप सभी की बदौलत मैं तीसरी बार विधायक बना हूं और मंत्री पद पर हूं। भाजपा ने मुझे हराने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन हमारा आदिवासी समाज एकजुट रहा और प्रचंड वोट देकर मुझे फिर से जीत दिलाई। भाजपा वाले आज तक मुझमें कोई ऐब नहीं निकाल पाए हैं।” मंत्री जी ने भाजपा पर धर्म और जाति के नाम पर समाज को बांटने की राजनीति की निंदा की। उन्होंने कहा, “आज अगर मेरा आदिवासी समाज मेरे साथ नहीं होता, तो मैं विधायक नहीं बन पाता। मीडिया में तो मुझे हार चुका दिखाया गया था, लेकिन आप सबने मुझे जिताया। मैं निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा करता हूं और हर सुख-दुख में आपके साथ खड़ा रहता हूं।” मंत्री जी ने जात-पात की राजनीति पर बोलते हुए कहा, “इतना काम करने के बावजूद अगर जात-पात में बंटकर वोट दिया जाता है, तो बुरा जरूर लगता है। लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि विकास कार्य लगातार जारी रहेगा। मैं हमेशा सभी के लिए खड़ा रहूंगा और आदिवासी समाज को सशक्त बनाने के लिए काम करता रहूंगा। जामताड़ा में मैंने आदिवासी समाज को एक अलग पहचान देने और उनकी आवाज बुलंद करने का काम किया है।” पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने सोहराय पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “यह आदिवासियों का सबसे बड़ा त्योहार है, और हम हर वर्ष इसे धूमधाम से मनाते हैं। मैं कहना चाहता हूं कि नफरत से समाज नहीं चलता। गरीबों के लिए धड़कता हुआ दिल ही सच्चा दिल है। जामताड़ा हमेशा प्रेम और भाईचारे का प्रतीक रहा है। भाजपा की जात-पात की राजनीति यहां नहीं चलेगी। हमें कांग्रेस की नीतियों पर चलना होगा, जो मोहब्बत और भाईचारे का संदेश देती है।” कंबल वितरण और उत्साहपूर्ण माहौल इस अवसर पर मंत्री डॉ. इरफान अंसारी द्वारा उपस्थित लगभग 45,000 लोगों के बीच कंबल वितरित किए गए। कंबल वितरण का यह कारवां काफी समय से जारी है, और सोहराय पर्व के शुभ अवसर पर भी यह परंपरा निभाई गई। इस कार्य से सभी के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। सोहराय मिलन समारोह में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति ने मंत्री डॉ. इरफान अंसारी की लोकप्रियता को फिर से साबित किया। लोगों का कहना है कि मंत्री जी ने अपने शासनकाल में जनता का दिल जीतने का काम किया है। उनकी सेवा भावना और निष्ठा के कारण जनता उन्हें दिल से चाहती है। यह कार्यक्रम मंत्री आवास के सामने आयोजित किया गया था, जो हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। मौके पर अध्यक्ष दीपिका बेसरा कार्यकारी अध्यक्ष विजय दुबे प्रभु मंडल मुक्ता मंडल प्रमुख अंजलि हेंब्रम आनंद लाल मरांडी जिला प्रवक्ता इरशाद उल हक आरसी बीरबल अंसारी विनोद छतरी तनवीर आलम अरुण दास जयप्रकाश तिवारी और पार्टी के सभी पदाधिकारी गण कार्यकर्ता गण एवं सभी सम्मानित लोग उपस्थित हुए।

डीसी बोकारो ने स्वास्थ्य विभाग के खराब प्रदर्शन को लेकर सिविल सर्जन बोकारो डॉक्टर अभय भूषण प्रसाद , DPM , MOIC ,BPM , IIC इंचार्ज से पूछा स्पष्टीकरण ,

*डीसी बोकारो ने स्वास्थ्य विभाग के खराब प्रदर्शन को लेकर सिविल सर्जन बोकारो डॉक्टर अभय भूषण प्रसाद , DPM , MOIC ,BPM , IIC इंचार्ज से पूछा स्पष्टीकरण , अगले आदेश तक सभी संबंधितों के वेतन रोकने का दिया आदेश – डीसी बोकारो श्रीमती विजया जाधव*     *डीसी बोकारो ने बोकारो जिला स्वास्थ्य समिति का किया बैठक* *खराब प्रदर्शन को लेकर डीसी बोकारो ने सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद , डीपीएम, एमओआइसी, बीपीएम, आइईसी इंचार्ज से पूछा स्पष्टीकरण* *अगले आदेश तक सभी संबंधितों का वेतन स्थगित करने का दिया निर्देश, प्रदर्शन में अविलंब सुधार लाने को कहा अगर सुधर नहीं हुआ तो अग्रेतर कार्रवाई भी तय* *डीसी बोकारो स्थित कार्यालय कक्ष में डीसी बोकारो श्रीमती विजया जाधव ने जिला स्वास्थ्य समिति बैठक आहूत की , दिये कड़े अहम दिशा निर्देश* *समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में डीसी बोकारो श्रीमती विजया जाधव ने बुधवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की। मौके पर सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद , जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डा. सुमन गुप्ता, सभी प्रखंडों के प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी M सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी दीपक कुमार, सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी समेत अन्य उपस्थित रहे।* *इस दौरान डीसी बोकारो ने क्रमवार गर्भवती महिलाओं का एएनसी निबंधन , एएनसी जांच, हेमोग्लोबिन जांच, कैल्सियम, अल्मेंडाजोल, फोलिक एसिड की दवाओं के वितरण, पोस्टपारटम चेकअप, फैमली प्लानिंग, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम JSSK के तहत मां और बच्चों का उचित देखभाल भोजन उपलब्ध कराने को लेकर प्रखंडवार विस्तृत समीक्षा की। इस क्रम में लक्ष्य अनुरूप प्रदर्शन नहीं करने को लेकर नावाडीह, कसमार एवं गोमिया प्रखंड के प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी MOIC प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी BPM एवं योजनाओं के ससमय क्रियान्वयन , प्रदर्शन बेहतर करने को लेकर निगरानी/अपने स्तर पर समीक्षा बैठक नहीं करने , क्षेत्र भ्रमण नहीं करने को लेकर सिविल सर्जन एवं डीपीएम से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया। वहीं, अगले आदेश तक के लिए सभी संबंधितों का वेतन स्थगित करने को कहा।* *डीसी बोकारो ने सभी को प्रदर्शन में अविलंब सुधार लाने को कहा। उन्होंने *प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों को अपने प्रखंड मुख्यालय में ही आवासन करने का निर्देश दिया। कहा कि इसमें किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने एमओआइसी को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं की निगरानी करते हुए लक्ष्य अनुरूप प्रदर्शन का निर्देश दिया। गर्भवती महिलाओं का एएनसी रजिस्ट्रेशन करने, उनका सही समय पर एएनसी जांच करने, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) पर आंगनबाड़ी केंद्रों में उपलब्ध एएनसी कीट का इस्तेमाल करते हुए नियमित जांच करने, संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिर के लिए निर्धारित मानक अनुरूप प्रदर्शन करने को कहा।* *समीक्षा क्रम में डीसी बोकारो ने समाज कल्याण विभाग के साथ समन्वय करते हुए कसमार, नावाडीह एवं गोमिया प्रखंड में अभियान चलाकर विशेष कैंप का आयोजन करने को कहा। वहीं डीएसडल्ब्यूओ, संबंधित एमओआइसी, डीपीएम आइईसी इंचार्ज को शिविर में शामिल होने को कहा। समीक्षा क्रम में जिला समन्वयक एवं आइईसी इंचार्ज द्वारा विभाग के संचालित योजनाओं का सही ढंग से प्रचार – प्रसार नहीं करने, कार्य दायित्व में दिलचस्पी नहीं लेने को लेकर स्पष्टीकरण पूछने एवं अगले आदेश तक वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया।* *डीसी बोकारो ने समीक्षा क्रम में *गर्भवती महिलाओं को निजी क्लिनिकों में निःशुल्क अल्ट्रासाउंड कराने को लेकर हुए एमओयू का व्यापक प्रचार प्रसार करने को कहा। साथ ही, निजी क्लिनिक द्वारा प्रतिदिन कितने ऐसे गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड किया गया, उसका प्रतिवेदन जिला को उपलब्ध कराएंगे। *परिवार नियोजन के दिशा में भी लक्ष्य अनुरूप कार्य नहीं होने पर डीसी बोकारो ने नाराजगी जताई। वहीं, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम JSSK के तहत अस्पताल में इलाजरत महिलाओं को नास्ता – भोजन, अस्पताल आने और जाने के लिए खर्च उपलब्ध कराने आदि का निर्देश दिया। मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था के लिए सभी एमओआइसी को बीडीओ के साथ समन्वय करते हुए व्यवस्था करने को कहा।* *इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा करते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिया। सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के तहत सभी संचालित योजनाओं में जिले का प्रदर्शन बेहतर करने को लेकर कहा।* *दिए गए वक्त में प्रदर्शन अच्छा नहीं करने की स्थिति में अग्रेतर कार्रवाई तय*  

नये साल में एयर इंडिया का शानदार गिफ्ट , फ्री में मिलेगी यह सुविधा*

*नये साल में एयर इंडिया का शानदार गिफ्ट , फ्री में मिलेगी यह सुविधा* *नई दिल्ली* *नये साल में विमानन कंपनी एयर इंडिया अपने ग्राहकों को शानदार गिफ्ट दे रहा है। 1 जनवरी 2025 से एयर इंडिया ने अपनी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में वाई-फाई इंटरनेट सेवा शुरू की है। इसी के साथ एयर इंडिया घरेलू उड़ानों में इन-फ्लाइट वाई-फाई शुरू करने भारत की पहली एयरलाइंस बन गई है। फिलहाल यह सुविधा बोइंग 787-9, एयरबस ए350 और चुनिंदा एयरबस ए321 नियो फ्लाइटों में फ्री में मिलेगी। अब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर एयर इंडिया के पैसेंजर्स लैपटॉप, टैबलेट और स्मार्टफोन जैसे अपने गैजेट्स को कनेक्ट कर वाई-फाई इंटरनेट का मजा ले सकते हैं।* *गौरतलब है कि भारत में विस्तारा ही एकमात्र कंपनी है, जिसके पास यह सुविधा है, वो भी इंटरनेशनल एयरलाइंस में सिर्फ 20 मिनट के लिए ही मुफ्त होता है। इसके बाद यात्री को इंटरनेट खरीदना पड़ता है।* *

*हवाई यात्री कृपया ध्यान दें ! रांची एयरपोर्ट पर विमानों की उड़ान का समय बदला , देखें नयी समय सारणी*

* हवाई यात्री कृपया ध्यान दें ! रांची एयरपोर्ट पर विमानों की उड़ान का समय बदला , देखें नयी समय सारणी*     *नई दिल्ली / रांची – बिरसा मुंडा एयरपोर्ट प्रबंधन ने छह से 31 जनवरी तक विमानों के लिए नयी समय सारिणी जारी की है. इसमें पुणे-रांची-बेंगलुरू (6ई6484-6799) आगमन सुबह 8.25, प्रस्थान सुबह 8.55 बजे, मुंबई-रांची-मुंबई आइएक्स (1237-1238) आगमन सुबह 8.20, प्रस्थान सुबह 8.50, दिल्ली-रांची-दिल्ली (6ई5044-5043) आगमन सुबह 8.40, प्रस्थान सुबह 9.10, कोलकाता-रांची-कोलकाता (6ई7561-7562) आगमन सुबह 8.50, प्रस्थान सुबह 9.20 बजे* *हैदराबाद-रांची-हैदराबाद (6ई6083-6084) आगमन सुबह 9.00, प्रस्थान सुबह 9.35, रांची-दिल्ली-रांची (आईएक्स 1116-1117) आगमन सुबह 10.00, प्रस्थान सुबह 10.30, हैदराबाद-रांची-हैदराबाद (6ई421-398) आगमन सुबह 10.20, प्रस्थान सुबह 10.55, बेंगलुरू-रांची-बेंगलुरू (आईएक्स 2722-2723) आगमन सुबह 11.20, प्रस्थान सुबह 11.50, कोलकाता-रांची-कोलकाता (6ई6152-6893) आगमन सुबह 11.55, प्रस्थान दोपहर 12.30, देवघर-रांची देवघर (6ई7965-7964) आगमन दोपहर 12.30, प्रस्थान दोपहर 12.50, दिल्ली-रांची-दिल्ली (आईएक्स 1102-1103) आगमन दोपहर 12.50, प्रस्थान दोपहर 1.20, पटना-रांची-पटना (6ई6902- 925) आगमन दोपहर 1.00, प्रस्थान दोपहर 1.30, कोलकाता-रांची-कोलकाता (6ई198-264) आगमन दोपहर 1.40, प्रस्थान दोपहर 3.00 बजे, दिल्ली-रांची-दिल्ली (6ई 5071-5220) आगमन दोपहर 2.20, प्रस्थान दोपहर 2.50, दिल्ली-रांची-दिल्ली (एआई2753-2754) आगमन दोपहर 2.55, प्रस्थान दोपहर 3.50, मुंबई-रांची-मुंबई (6ई2348-298) आगमन शाम 4.15, प्रस्थान शाम 4.45, बेंगलुरू-रांची-बेंगलुरू (आइएक्स 2708-2710) आगमन शाम 4.40, प्रस्थान शाम 5.10, दिल्ली-रांची-दिल्ली (6ई2093-2349) आगमन शाम 5.25, प्रस्थान शाम 5.55, अहमदाबाद-रांची-अहमदाबाद (6ई6493-6184) आगमन शाम 5.45, प्रस्थान शाम 6.15* *दिल्ली-रांची-दिल्ली (आइएक्स 1113-1114) आगमन शाम 5.55, प्रस्थान शाम 6.35, भुवनेश्वर-रांची-भुवनेश्वर (6ई7361-7362) आगमन शाम 6.30, प्रस्थान शाम 6.55, चेन्नई-रांची-चेन्नई (6ई6113-209) आगमन शाम 6.35, प्रस्थान शाम 7.05, बेंगलुरू-रांची-बेंगलुरू (आइएक्स2975-2976) आगमन शाम 6.45, प्रस्थान शाम 7.15, दिल्ली-रांची-दिल्ली (6ई5339-6031) आगमन शाम 7.50, प्रस्थान रात 8.20, बेंगलुरू-रांची-पुणे (6ई221-6272) आगमन रात 8.20, प्रस्थान रात 9.00, कोलकाता-रांची-कोलकाता (6ई7674-7235) आगमन रात 8.30, प्रस्थान रात 8.50, हैदराबाद-रांची-हैदराबाद (6ई186-191) आगमन रात 8.30, प्रस्थान रात 9.10 बजे होगा*  

लातेहार: नाइट गार्ड हत्याकांड का खुलासा, पांच आरोपी गिरफ्तार*

लातेहार: नाइट गार्ड हत्याकांड का खुलासा, पांच आरोपी गिरफ्तार* *लातेहार / झारखंड* *लातेहार सदर थाना पुलिस ने एसपी कुमार गौरव को मिली गुप्त सूचना पर नाइट गार्ड हत्याकांड का खुलासा करते हुए इस हत्याकांड में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में भुवनेश्वर सिंह, रमेश सिंह, छोटेलाल उरांव, रामचंद्र उरांव और सनोज उरांव शामिल हैं। सभी अपराधी लातेहार सदर थाना क्षेत्र के भूसुर पंचायत के रहने वाले हैं। अपराधियों के पास से तीन देशी पिस्तौल व हत्या में प्रयुक्त टांगी बरामद किया गया। बता दें कि गत 26 दिसंबर को औरंगा नदी पर पुल निर्माण कार्य में नाइट गार्ड के रूप में कार्य कर रहे गोविंद साहू की हत्या अपराधियों ने धारदार हथियार से कर दी थी।*  

ऐसे थे धीर वीर IPS रणधीर प्रसाद वर्मा*

*ऐसे थे धीर वीर IPS रणधीर प्रसाद वर्मा* *भारत में आमतौर पर पुलिस की जैसी कार्य-प्रणाली है, भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी और धनबाद के आरक्षी अधीक्षक रणधीर प्रसाद वर्मा ने अपने को उसी अनुरूप ढाल लिया होता तो बैंक को भले चूना लगता और पंजाब के भगोड़े आतंकवादियों को झारखंड क्षेत्र में पैर जमान का साहस मिल गया होता और हो सकता है कि नक्सलवाद की समस्या से कराहते झारखंड की सूरत और भी बदरंग हो चुकी होती।* *पर इस जांबाज पुलिस अधिकारी ने ने रण में युद्ध करते हुए मृत्यु का वरण करना ज्यादा पसंद किया और वीरगति को प्राप्त करके राष्ट्र की शान बढ़ाई।* *इसमें दो राय नहीं कि अत्याधुनिक हथियारों से लैस पंजाब के भगोड़े आतंकवादी अपने को आर्थिक रूप से सशक्त करके झारखंड क्षेत्र में पांव जमाने के लिए धनबाद के हीरापुर स्थित बैंक आफ इंडिया पर जिस तरह धाव बोला था, वह एक देशभक्त पुलिस अधिकारी के लिए रण में युद्ध जैसा ही था।* *इस घटना के सत्ताइस साल होने को हैं।* *जनता की जेहन में आज भी वह घटना छाई हुई है और अपने जांबाज पुलिस अधिकारी की शहादत की याद ताजा है। वह दिन 1991 का 3 जनवरी था, जब रणधीर वर्मा ने उन दुर्दांत आतंकवादियों से अकेले मोर्चा लेते हुए मृत्यु को वरण किया और वीरगति पाई थी।* *एक मामूली रिवाल्वर से एके 47 एसाल्ट राइफल का मुकाबला करना एक कर्तव्यनिष्ठ और भारत माता के सच्चे सपूत का ही निर्णय हो सकता था। नतीजतन आतंकवादियों में से एक ने तत्काल दम तोड़ दिया और बाकी भाग खड़े हुए थे। इस तरह झारखँड क्षेत्र में पैर जमाने की एक बड़ी साजिश नाकाम हो गई थी।* *इसके बाद राष्ट्रपति ने मरणोपरांत उन्हें वीरता का विशिष्ट पदक “अशोक-चक्र” से सम्मानित किया था, जिससे उद्घोषित हुआ कि राष्ट्र का यह सपूत भारतीय पुलिस सेवा में एक अनोखा उदाहरण है।* *बिहार के सहरसा जिले में 3 फरवरी 1952 को जन्मे रणधीर वर्मा एक प्रतिभाशाली छात्र थे, जो बीए आनर्स की परीक्षा पास कर भारतीय पुलिस सेवा के अंग बने थे। उनके दुस्साहसी, जोशीला और निष्ठावान होने के प्रमाण विद्यार्थी जीवन में ही मिलने लगे थे, जब वे संत जांस हाई स्कूल रांची और पटना कालेज में पढ़ने गए। खेल-कूद में उनकी गहरी रूचि थी। पर उन्होंने मुख्यत क्रिकेट में पहचान बनाई। गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों ही भूमिका में वह सफल रहे। इसका प्रभाव उनके भावी जीवन पर भी पड़ा।* *रणधीर वर्मा ने पुलिस की नौकरी जीविका के लिए नहीं, वरण सेवा के रूप में स्वीकार की। पुलिस सेवा के प्रारंभिक प्रशिक्षण काल में ही उन्होंने मटका-जुआरियों के कुख्यात गिरोह को ध्वस्त किया। रांची नगर के प्रभारी सहायक आरक्षी अधीक्षक के पद पर कार्य करते हुए उन्होंने सांप्रदायिक सद्भावना बनाए रखने के लिए अथक प्रयास किया। तब अविभाजित बिहार के दक्षिणी छोटानागपुर का कोई न कोई कोना सांप्रदायिकता के प्रभाव से रोता-विलखता रहता था। इन परिस्थितियों से निबटने के लिए श्री वर्मा ने एक कार्य-योजना बनाई और सबके हृदय से समां गए।* *रणधीर वर्मा ने पुलिस सेवा की नौकरी 1974 में अपनाई तो तो वे इस बात से अवगत थे कि वह एक ऐसे पेश में गए हैं, जिसकी कर्तव्यनिष्ठा, कार्यकुशलता और ईमानदारी को लेकर लोगों के मन में हमेशा सवाल बना रहता है। उन्होंने विवेक, कर्त्तव्यपरायणता तथा हिम्मत के बल पर किसी के आगे न झुकने वाला एक निर्भीक व्यक्तित्व बनाया, जो नाना प्रकार के विकारों से वंचित था। पर निर्णय में कठोर था।* *उनके प्रभावशाली क्रिया-कलापों के कुछ नमूने प्रारंभ में ही सरकार के सामने आए। अत: सरकार ने उन्हें बेगूसराय जौसे अपराधग्रस्त जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया था।* *श्री वर्मा ने बेगूसराय में आरक्षी अधीक्षक पद पर योगदान करते ही माफिया कामदेव सिंह के आतंक से जनता को मुक्ति दिलाने के लिए अभियान चलाया। राजनीतिक संरक्षण के कारण कामदेव सिंह पर दबिश बनाना आसान काम नहीं था। लेकिन श्री वर्मा की कर्तव्यनिष्ठा और न्यायप्रियता के आगे किसी की एक न चली और रणधीर वर्मा को विजयी हाथ लगी। कामदेव सिंह की लाश गिरते ही उसके गिरोह का गरूर ध्वस्त हो गया। इस घटना के बाद रणधीर वर्मा जनता के हृदय सम्राट बन गए थे।* *कुख्यात कामदेव गिरोह के सफाए के बाद सरकार को बड़ी राहत मिली थी। जाहिर है कि इस घटना के बाद सरकार के लिए भी संकटमोचन बनकर उभरे। सिंहभूमि जिला में कोल्हान आंदोलन उग्रता हो चुका था। कई पुलिसकर्मियों की जानें जा चुकी थीं। ऐसे में स्वाभाविक रूप से सरकार को रणधीर वर्मा की याद आई। श्री वर्मा को कोल्हान की जिम्मेदारी दी गई। श्री वर्मा ने कोल्हान की जनता पर बिना बल प्रयोग किए शांतिपूर्ण तरीके से स्थिति को काबू में किया और वे कोल्हान की जनता के नायक बन गए।* *श्री वर्मा सन् 1983 में जब मुजफ्फरपुर के पुलिस अधीक्षक थे तो एक अपहृत बालक अपहरण हो गया था। उन्होंने रिक्शाचालक का वेष धारण करके उस बालक को अपहर्त्ताओं से मुक्त कराया था। पश्चिम चंपारण में फिरौती के लिए अपहरण करने वाले गिरोहों पर ऐसी लगाम लगाई कि जनता को वर्षों बाद जंगल राज से मुक्ति मिली थी। अपराधियों के राइफल, बंदूक और खंजर पर लगे जंग तब छूटे जब राजनीतिक दबाव में श्री वर्मा का तबादला हो गया। अपने कार्य-कलापों से लोकप्रियता प्राप्त करने के बावजूद राजनीतिक दबाव में तबादला यह कोई पहली घटना नहीं थी। श्री वर्मा तो इसके मानों आदी हो गए थे।* *सन् 1989 में संकट की घंटी धनबाद में बजी तो श्री वर्मा का बेचैनी से स्मरण किया गया। बहुचर्चित पत्रकार कांड के कारण पुलिस और जनता में छत्तीस का रिश्ता बन गया था।* *इस विषम समस्या का समाधान एक लोकप्रिय पुलिस अधिकारी ही कर सकता था ऐसा हुआ भी।* *रणधीर वर्मा सूझ-बूझ, मधुर व्यवहार तथा व्यापक दृष्टि के कारण धनबाद के लोगों के कंठहार बने।* *इससे पुलिस को काफी सम्मान मिला माफिया गिरोहों पर पुलिस की पकड़ बनी सांप्रदायिक सौहार्द्र बरकरार रहा।* *3 जनवरी 1991 को श्री वर्मा अपने दफ्तर में थे तभी उन्हें बैंक पर आक्रमण की सूचना मिली। वे व्यक्तिगत सुरक्षा की चिंता किए बगैर अपने अंगरक्षक के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। आतंकवादियों को ललकारते हुए पहली मंजिल स्थित बैंक की सीढ़ियों पर चढ़ने लगे। गोलियां चलीं। घायल रणधीर … Read more

ऐसे थे धीर वीर IPS रणधीर प्रसाद वर्मा*

*ऐसे थे धीर वीर IPS रणधीर प्रसाद वर्मा* * *भारत में आमतौर पर पुलिस की जैसी कार्य-प्रणाली है, भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी और धनबाद के आरक्षी अधीक्षक रणधीर प्रसाद वर्मा ने अपने को उसी अनुरूप ढाल लिया होता तो बैंक को भले चूना लगता और पंजाब के भगोड़े आतंकवादियों को झारखंड क्षेत्र में पैर जमान का साहस मिल गया होता और हो सकता है कि नक्सलवाद की समस्या से कराहते झारखंड की सूरत और भी बदरंग हो चुकी होती।* *पर इस जांबाज पुलिस अधिकारी ने ने रण में युद्ध करते हुए मृत्यु का वरण करना ज्यादा पसंद किया और वीरगति को प्राप्त करके राष्ट्र की शान बढ़ाई।* *इसमें दो राय नहीं कि अत्याधुनिक हथियारों से लैस पंजाब के भगोड़े आतंकवादी अपने को आर्थिक रूप से सशक्त करके झारखंड क्षेत्र में पांव जमाने के लिए धनबाद के हीरापुर स्थित बैंक आफ इंडिया पर जिस तरह धाव बोला था, वह एक देशभक्त पुलिस अधिकारी के लिए रण में युद्ध जैसा ही था।* *इस घटना के सत्ताइस साल होने को हैं।* *जनता की जेहन में आज भी वह घटना छाई हुई है और अपने जांबाज पुलिस अधिकारी की शहादत की याद ताजा है। वह दिन 1991 का 3 जनवरी था, जब रणधीर वर्मा ने उन दुर्दांत आतंकवादियों से अकेले मोर्चा लेते हुए मृत्यु को वरण किया और वीरगति पाई थी।* *एक मामूली रिवाल्वर से एके 47 एसाल्ट राइफल का मुकाबला करना एक कर्तव्यनिष्ठ और भारत माता के सच्चे सपूत का ही निर्णय हो सकता था। नतीजतन आतंकवादियों में से एक ने तत्काल दम तोड़ दिया और बाकी भाग खड़े हुए थे। इस तरह झारखँड क्षेत्र में पैर जमाने की एक बड़ी साजिश नाकाम हो गई थी।* *इसके बाद राष्ट्रपति ने मरणोपरांत उन्हें वीरता का विशिष्ट पदक “अशोक-चक्र” से सम्मानित किया था, जिससे उद्घोषित हुआ कि राष्ट्र का यह सपूत भारतीय पुलिस सेवा में एक अनोखा उदाहरण है।* *बिहार के सहरसा जिले में 3 फरवरी 1952 को जन्मे रणधीर वर्मा एक प्रतिभाशाली छात्र थे, जो बीए आनर्स की परीक्षा पास कर भारतीय पुलिस सेवा के अंग बने थे। उनके दुस्साहसी, जोशीला और निष्ठावान होने के प्रमाण विद्यार्थी जीवन में ही मिलने लगे थे, जब वे संत जांस हाई स्कूल रांची और पटना कालेज में पढ़ने गए। खेल-कूद में उनकी गहरी रूचि थी। पर उन्होंने मुख्यत क्रिकेट में पहचान बनाई। गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों ही भूमिका में वह सफल रहे। इसका प्रभाव उनके भावी जीवन पर भी पड़ा।* *रणधीर वर्मा ने पुलिस की नौकरी जीविका के लिए नहीं, वरण सेवा के रूप में स्वीकार की। पुलिस सेवा के प्रारंभिक प्रशिक्षण काल में ही उन्होंने मटका-जुआरियों के कुख्यात गिरोह को ध्वस्त किया। रांची नगर के प्रभारी सहायक आरक्षी अधीक्षक के पद पर कार्य करते हुए उन्होंने सांप्रदायिक सद्भावना बनाए रखने के लिए अथक प्रयास किया। तब अविभाजित बिहार के दक्षिणी छोटानागपुर का कोई न कोई कोना सांप्रदायिकता के प्रभाव से रोता-विलखता रहता था। इन परिस्थितियों से निबटने के लिए श्री वर्मा ने एक कार्य-योजना बनाई और सबके हृदय से समां गए।* *रणधीर वर्मा ने पुलिस सेवा की नौकरी 1974 में अपनाई तो तो वे इस बात से अवगत थे कि वह एक ऐसे पेश में गए हैं, जिसकी कर्तव्यनिष्ठा, कार्यकुशलता और ईमानदारी को लेकर लोगों के मन में हमेशा सवाल बना रहता है। उन्होंने विवेक, कर्त्तव्यपरायणता तथा हिम्मत के बल पर किसी के आगे न झुकने वाला एक निर्भीक व्यक्तित्व बनाया, जो नाना प्रकार के विकारों से वंचित था। पर निर्णय में कठोर था।* *उनके प्रभावशाली क्रिया-कलापों के कुछ नमूने प्रारंभ में ही सरकार के सामने आए। अत: सरकार ने उन्हें बेगूसराय जौसे अपराधग्रस्त जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया था।* *श्री वर्मा ने बेगूसराय में आरक्षी अधीक्षक पद पर योगदान करते ही माफिया कामदेव सिंह के आतंक से जनता को मुक्ति दिलाने के लिए अभियान चलाया। राजनीतिक संरक्षण के कारण कामदेव सिंह पर दबिश बनाना आसान काम नहीं था। लेकिन श्री वर्मा की कर्तव्यनिष्ठा और न्यायप्रियता के आगे किसी की एक न चली और रणधीर वर्मा को विजयी हाथ लगी। कामदेव सिंह की लाश गिरते ही उसके गिरोह का गरूर ध्वस्त हो गया। इस घटना के बाद रणधीर वर्मा जनता के हृदय सम्राट बन गए थे।* *कुख्यात कामदेव गिरोह के सफाए के बाद सरकार को बड़ी राहत मिली थी। जाहिर है कि इस घटना के बाद सरकार के लिए भी संकटमोचन बनकर उभरे। सिंहभूमि जिला में कोल्हान आंदोलन उग्रता हो चुका था। कई पुलिसकर्मियों की जानें जा चुकी थीं। ऐसे में स्वाभाविक रूप से सरकार को रणधीर वर्मा की याद आई। श्री वर्मा को कोल्हान की जिम्मेदारी दी गई। श्री वर्मा ने कोल्हान की जनता पर बिना बल प्रयोग किए शांतिपूर्ण तरीके से स्थिति को काबू में किया और वे कोल्हान की जनता के नायक बन गए।* *श्री वर्मा सन् 1983 में जब मुजफ्फरपुर के पुलिस अधीक्षक थे तो एक अपहृत बालक अपहरण हो गया था। उन्होंने रिक्शाचालक का वेष धारण करके उस बालक को अपहर्त्ताओं से मुक्त कराया था। पश्चिम चंपारण में फिरौती के लिए अपहरण करने वाले गिरोहों पर ऐसी लगाम लगाई कि जनता को वर्षों बाद जंगल राज से मुक्ति मिली थी। अपराधियों के राइफल, बंदूक और खंजर पर लगे जंग तब छूटे जब राजनीतिक दबाव में श्री वर्मा का तबादला हो गया। अपने कार्य-कलापों से लोकप्रियता प्राप्त करने के बावजूद राजनीतिक दबाव में तबादला यह कोई पहली घटना नहीं थी। श्री वर्मा तो इसके मानों आदी हो गए थे।* *सन् 1989 में संकट की घंटी धनबाद में बजी तो श्री वर्मा का बेचैनी से स्मरण किया गया। बहुचर्चित पत्रकार कांड के कारण पुलिस और जनता में छत्तीस का रिश्ता बन गया था।* *इस विषम समस्या का समाधान एक लोकप्रिय पुलिस अधिकारी ही कर सकता था ऐसा हुआ भी।* *रणधीर वर्मा सूझ-बूझ, मधुर व्यवहार तथा व्यापक दृष्टि के कारण धनबाद के लोगों के कंठहार बने।* *इससे पुलिस को काफी सम्मान मिला माफिया गिरोहों पर पुलिस की पकड़ बनी सांप्रदायिक सौहार्द्र बरकरार रहा।* *3 जनवरी 1991 को श्री वर्मा अपने दफ्तर में थे तभी उन्हें बैंक पर आक्रमण की सूचना मिली। वे व्यक्तिगत सुरक्षा की चिंता किए बगैर अपने अंगरक्षक के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। आतंकवादियों को ललकारते हुए पहली मंजिल स्थित बैंक की सीढ़ियों पर चढ़ने लगे। गोलियां चलीं। घायल … Read more

*दिल्ली विधानसभा चुनाव कार्यक्रम के एलान की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है.* *नई दिल्ली* *अगले हफ्ते की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा हो जाएगी* *इस संबंध में चुनाव आयोग सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकता है.* *निर्वाचन आयोग में उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक 12 से 14 फरवरी के बीच मतदान होने की उम्मीद है,* *और 17 फरवरी तक नतीजे घोषित किए जा सकते हैं* *नई दिल्ली सेंट्रल डेस्क से – कौस्तुभ कुमार मलयज भारती न्यूज़ नेटवर्क क्राइम आज तक के लिए*

*दिल्ली विधानसभा चुनाव कार्यक्रम के एलान की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है.* *नई दिल्ली* *अगले हफ्ते की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा हो जाएगी* *इस संबंध में चुनाव आयोग सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकता है.* *निर्वाचन आयोग में उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक 12 से 14 फरवरी के बीच मतदान होने की उम्मीद है,* *और 17 फरवरी तक नतीजे घोषित किए जा सकते हैं*