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वितरहित कॉलेजों के हक के लिए सीनेट सदस्य ने उठाई आवाज, 7 अरब के पारित बजट में भी वितरहित कॉलेज रहें वंचित

वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा सीनेट सदस्य डॉ० मनीष रंजन ने विरहित कॉलेजों के मांग को लेकर बैठक में आवाज उठायी। जिन्होंने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा में सीनेट की बैठक में शनिवार को शामिल होते हुए उन्होंने राज्यपाल सहित कुलपति के समक्ष मांगों को लेकर बताया कि विश्वविद्यालय के इतिहास का यह पहला अवसर है। जब कोई 700 करोड़ के घाटे के बजट प्रस्तुत किये जाने के बाद भी वितरहित कॉलेज को उन्हें हक के अधिकार से वंचित रखा गया। जो काफी निंदनीय बात है।   जबकि गौरतलब करने वाली बात है कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय,आरा तहत चार जिला में वितरहित महाविद्यालय का अंग होते हुए भी उन्हें मान सम्मान सहित योजनाओं से वंचित रखा जाता है। इसके लिए राज्यपाल व कुलपति से आग्रह करते हुए डॉ० मनीष ने बताया कि शाहाबाद प्रक्षेत्र के सभी चारों जिला कैमूर, आरा, बक्सर सहित रोहतास में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा द्वारा नोडल कार्यालय, सीनेट सदस्य का चुनाव, छुट्टे महाविद्यालय का चयन समिति करना, वितरहित कॉलेज को सरकारी मान्यता देने की बातें कहीं। जिनके मांगों का गहमा-गहमी बैठक में सभी उपस्थित सीनेट सदस्यों ने समर्थन किया।

नया भारत ‘ स्व ‘ संकल्प के साथ महाशक्ति बनने की ओर निरंतर बढ़ रहा है आगे : राजेश्वर

काराकाट के पूर्व विधायक राजेश्वर राज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नया भारत ‘स्व’ संकल्प के साथ महाशक्ति बनने की ओर निरंतर आगे बढ़ रहा है। उसी क्रम में राज्य सभा में अपने तीन नए अपराधिक न्याय कानूनों के पारित होने से ‘स्वदेशी न्याय प्रणाली’ की स्थापना हुई है।   आजादी के अमृत काल में प्राप्त ये नए कानून, अपराध और आतंकवाद के प्रति प्रधानमंत्री की ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति को सशक्त करने के साथ ही समस्त नागरिकों के अधिकारों को संरक्षित करते हुए देश में एक पारदर्शी, त्वरित एवं सुविधाजनक न्याय व्यवस्था के एक नए युग का आरंभ करेंगे। देश वासियों को गुलामी की निशानी से मुक्ति दिलाते इस ऐतिहासिक निर्णय हेतु प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह को हार्दिक आभार व अभिनंदन किया।

पूर्व सैनिक से हथियार के बल पर 20 हजार नगद व मोबाइल की हुई लूट

बिक्रमगंज थाना क्षेत्र आरा – सासाराम मुख्य मार्ग पर शिवपुर हाल्ट ग्रामीण बैंक के समीप एक पूर्व सैनिक से हथियार बंद अपराधियों ने 20 हजार रुपये नगद व मोबाइल लूट लिया। पूर्व सैनिक ने इस संबंध में लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है।   घटना के संबंध में बताया जाता है कि पटना जिला के दानापुर डिफेंस कॉलोनी निवासी पूर्व सैनिक चितरंजन राय दानापुर से नोखा बोलेरो गाड़ी से जा रहे थे। इसी बीच शिवपुर हाल्ट पर ग्रामीण बैंक के समीप उनकी गाड़ी के आगे की दाहिने चक्के से आवाज आई। जिसके कारण वे और चालक देखने के लिए गाड़ी से उतर गए। गाड़ी से उतरते ही देसी कट्टा के साथ चार लोग पहुंचे और हथियार का भय दिखाकर उनकी जेब से 20 हजार रुपये नगद और मोबाइल एवं चालक का मोबाइल ले लिए और चले गए। थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस घटना की जांच कर रही है और अपराधियों की शिनाख्त व गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।

अखिल भारतीय रौनियार वैश्य महासभा के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष बने अर्जुन गुप्ता

बिक्रमगंज अनुमंडल अंतर्गत काराकाट प्रखंड के मोथा निवासी अखिल भारतीय सामाजिक न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह भाजपा नेता अर्जुन गुप्ता को अखिल भारतीय रौनियार वैश्य महासभा पंजीकृत के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया है।इनका मनोनयन महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के निर्देश पर महासभा के राष्ट्रीय महासचिव विशाल कुमार द्वारा किया गया है।   इस संबंध में अध्यादेश जारी करते हुए कहा कि श्री गुप्ता के साथ उतर प्रदेश के बलिया ज़िला निवासी अशोक गुप्ता उर्फ़ राहुल कुमार को राष्ट्रीय महासचिव, पश्चिम बंगाल सिलीगुड़ी निवासी देशबंधु कुमार को राष्ट्रीय संगठन सचिव तथा बिहार के कैमुर ज़िला निवासी अपूर्व प्रभाष को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। श्री गुप्ता के मनोनयन के उपरांत अखिल भारतीय रौनियार वैश्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रवण कुमार, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष भगवान प्रसाद गुप्ता, राष्ट्रीय महासचिव विशाल आनंद, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य गोपाल गुप्ता, अरुण गुप्ता, गोपालगंज डीपीएम जीविका प्रियंका गुप्ता सहित कई लोगों ने बधाई दी है।

कृषि विपणन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित

कृषि विज्ञान केंद्र, बिक्रमगंज, रोहतास में कृषि विपणन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 21 से 23 दिसंबर तक चलेगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान (नियाम), जयपुर के द्वारा प्रायोजित की गई है।   इस कार्यक्रम का उद्घाटन भारत सरकार की संस्था नियाम, जयपुर के उपनिदेशक, डॉ. एस आर सिंह, सह निदेशक प्रसार शिक्षा, डॉ आर एन सिंह एवं वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ शोभा रानी, प्राध्यापिका अर्थशास्त्र, डॉ मीरा कुमारी ने दीप प्रज्वलित कर किया।   प्रशिक्षण सत्र में नियाम के उपनिदेशक, डॉ. एस आर सिंह ने जिले के 25 किसानों को एग्रीकल्चर मार्केटिंग के गुर बताये। उन्होंने कहा कि नियाम के छः प्रमुख प्राथमिकताएं हैं। इनमें पहला प्रशिक्षण, दूसरा शोध, तीसरा परामर्शदात्री सेवाएं, चौथा नीति निर्धारण और पांचवां कृषि शिक्षा, छठा अंतरराष्ट्रीय कृषि है। आज के समय में कृषि विपणन सिर्फ उत्पादन कर बेच देना नहीं, अपितु उत्तम परिवहन व्यवस्था, बेहतर गुणवत्ता एवं सरकारी नियम कानून भी इसी के अंतर्गत आता है जो बाजार को प्रभावित करते हैं।   बिहार मशरूम और मखाना में बेहतर उत्पादन कर रहा है, परंतु इसमें विपणन हेतु उपभोक्ता तक पहुंचाने में कई समस्याएं हैं। इसका फायदा बिचौलियों द्वारा उठाया जाता है। किसानों को अपने उत्पाद को अंतिम उपभोक्ता तक पहुंचाने हेतु प्रयास करना है। अब बदलती परिस्थितियों में बोआई के साथ ही मार्केट प्लानिंग जरुरी हो गई है। साथ ही डिमांड के अनुसार भी किसी फसल की खेती करना आवश्यक हो गया है।   डॉ. सिंह ने बिहार राज्य में एपीएमसी एक्ट, आदर्श मंडी की आवश्यकता एवं आधारभूत संरचना पर विशेष प्रकाश डाला। आज कृषि बाजार को किसी दायरे में नहीं बांधा जा सकता है। उत्पाद की पहुंच दुनिया के कोने-कोने तक है। उत्पादकों को इसकी जानकारी नहीं है। इससे बैंकिंग, परिवहन, मंडी, की है। यह सिर्फ खरीद-फरोख्त की प्रक्रिया खरीदार व विक्रेता सभी जुड़े हैं। देश में करीब 27 हजार मंडिया हैं। उनमें 7000 मंडी ही निबंधित हैं। उनमें अधिकांश पंजाब व हरियाणा में हैं। निबंधित मंडी के अभाव में कृषि उत्पाद का मुनाफे की रकम बिचौलिये खा जाते हैं। प्रत्येक पांच से सात वर्ग किमी पर निबंधित मंडी की भी दरकार है।   बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर (भागलपुर) के सह निदेशक प्रसार शिक्षा, डॉ आर एन सिंह ने कहा कि कृषि उत्पादन अब समस्या नहीं है। बल्कि उत्पाद बाजार तक पहुंचे और उसकी मुनासिब कीमत मिले, यह बड़ी समस्या है। कृषि उत्पादों की कीमत किसान के नहीं, बल्कि बाजार के हाथों में होती है। पहले बिहार राज्य कृषि मंडी होती थी। पर अब वह विलोपित हो गई है। समानांतर व्यवस्था में कई मंच हैं। इसके लिए किसानों को जागरूक करने की आवश्यकता है। आज किसान जागरुक हों तो उन्हें घर बैठे कृषि उत्पाद की अच्छी कीमत मिल सकती है।   एक इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफार्म भी तैयार किया गया है। इसे ई-नाम दिया गया है। फोन से इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफार्म के द्वारा किसान घर बैठे पता कर सकते हैं कि उनके उत्पाद की कहां क्या कीमत मिल सकती है।   वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान, डॉ शोभा रानी ने कहा कि किसानों द्वारा उत्पादित उत्पाद का उचित मूल्य किसानों को ससमय नहीं मिलता है। किसानों को बाजार के साथ अपने उत्पाद के मूल्यों की जानकारी का भी अभाव होता है। उचित बाजार के साथ जुड़ाव के अभाव में वे अक्सर नुकसान के शिकार हो जाते हैं। इसकी एक मुख्य वजह ग्रामीण क्षेत्र के किसानों का विभाग से समन्वय नहीं होना भी है। इसके लिए प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जा रहा है।   प्रशिक्षण के दौरान जिले के विपणन एवं बाजार संबंधित सभी सरकारी एवं गैर सरकारी अधिकारियों को बुलाकर किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। सबौर में अर्थशास्त्र की सहायक प्राध्यापिका मीरा कुमारी ने कहा कि आज जानकारी के अभाव में किसानों का नुकसान होता है। स्थान, समय और विविधता के माध्यम से किसान कृषि उत्पाद की अच्छी कीमत प्राप्त कर सकते हैं। इसी हेतु कृषि विश्वविद्यालय कई जिलों में कृषि विपणन के ऊपर प्रशिक्षण आयोजित करवा रही है। कार्यक्रम में उपस्थित मत्स्य वैज्ञानिक आर के जलज ने कहा कि मछली उत्पादन पर्याप्त होते हुए भी बिक्री में काफी समस्याएं आती हैं।   इस हेतु मंडी की आवश्यकता एवं रेट दर निर्धारण एजेंसी की दरकार है। उद्यान वैज्ञानिक डॉ रतन कुमार ने उद्यान फल सब्जी संबंधित उत्पाद के संरक्षण हेतु आधारभूत संरचना की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। उन्होंने इन उत्पादों के सफल विपणन हेतु उचित गुणवत्ता को कायम करने हेतु जानकारी दी।   कार्यक्रम के दौरान हरेंद्र प्रसाद शर्मा, सुवेश कुमार, अभिषेक कौशल इत्यादि उपस्थित थे। किसान राजेश कुमार, नितीश कुमार, प्रवीण कुमार अरविंद पांडे, रामनरेश सिंह, भिखारी राय, अर्जुन सिंह, अलखदेव राय एवं महिला प्रशिक्षणार्थियों में आरती देवी, प्रियदर्शनी सिंह, आरती कुमारी, सावित्री देवी इत्यादि सहित 25 उपस्थित थे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जिलास्तरीय वितरण किया राम मंदिर कलश अक्षत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा राम मंदिर गृह संपर्क अक्षत वितरण जिलास्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजित कार्यक्रम तहत रोहतास जिला के आठ प्रखंड सहित दो नगर क्षेत्र में अक्षत कलश का वितरण हुआ।   कार्यक्रम का संचालन जिला कार्यवाह दुर्गेश कुमार सिंह ने की। इस मौके पर कार्यकर्ता सहित लोगों संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि राम मंदिर का निर्माण नही यह एक सनातन राष्ट्र का पुनः निर्माण हो रहा है। जो भारत पुनः विश्व गुरु बनने के पथ पर अग्रेसर हो चला है।   वही देश के राम मंदिर के लिए हमारे राष्ट्र भक्तों ने अपने प्राण तक निछावर कर दिए है। जो विगत 1992 के कार सेवकों को सच्ची श्रद्धांजलि 22 जनवरी को स्थापित करके सनातनी उन्हें देंगे।   मौके पर जिला कार्यवाह संतोष कुमार ने लोगों के घरों तक कलश अछत पहुंचाते हिन्दू सनातन शक्ति को जागृत करने का अपील किया।   दूसरे तरफ इस अवसर पर गांव सहित पूरा शहर जय श्रीराम के भक्तिमय स्वर से गंजमय रहा। इस अवसर पर विश्वनाथ, संतोष कुमार,ओम नारायण सिंह,रामजी चौधरी,अनिल सिंह, पुजारी बबलू पंडित, धीरेंद्र कुमार,अनिल कुमार,अशोक कुमार, दीनानाथ,चंदन,बलराम पांडे,विवेक कुमार, रिशु सिंह, सौरभ,अविनाश, बबलू , ,रौशन व जिला प्रचार प्रमुख दीपक कुमार सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।

डॉ रविंद्र बने इंदु तपेश्वर सिंह महिला महाविद्यालय के नोडल पदाधिकारी

बिक्रमगंज शहर के इंदु तपेश्वर सिंह महिला महाविद्यालय के डॉ रविंद्र कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर इतिहास विभाग को नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया । राजभवन द्वारा आयोजित विकसित भारत  2047 वॉइस युथ को सफल संचालन हेतु डॉ रविंद्र कुमार को नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया ।   नोडल पदाधिकारी नियुक्त होने पर बधाई देने वाले शिक्षकों में उक्त महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बिनोद कुमार सिंह, उप प्राचार्य उमेश्वर प्रसाद सिंह , डॉ मनोज कुमार सिंह, डॉ उदय प्रताप सिंह, डॉ अरविन्द कुमार पाण्डेय, डॉ बिपिन बिहारी सिंह,प्रो राकेश कुमार सिंह,प्रो अयोध्या प्रसाद सिंह,प्रो उमेश कुमार सिंह तथा रामाकांत सिंह और महाविद्यालय के प्रधान लिपिक हैं । डॉ रविंद्र कुमार ने सचिव डॉ अजय कुमार सिंह एवं पूर्व प्राचार्या डॉ माधुरी सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया।

स्वास्थ्य विभाग ने नोनहर में किया जीपीपीएफटी का गठन

बिक्रमगंज प्रखंड के ग्राम पंचायत नोनहर में मुखिया आभा कुमारी की अध्यक्षता में जीपीपीएफटी के गठन को लेकर बैठक की गई। जिसमें पंचायत स्तरीय पदाधिकारी तथा जनप्रतिनिधि ने भाग लिया। जिसमें स्वास्थ्य एवं पोषण थीम के ऊपर चर्चा की गई एवं सभी गर्भवती माता को आयरन कैल्शियम की गोली तथा चौथा जांच सुनिश्चित हो सके, उसके ऊपर चर्चा की गई।   आशा को बताया गया कि एचबीएनसी के साथ हीं सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजना जैसे वीएचएसएनडी, अन्न परशन, गोद भराई, माता बैठक, संस्थागत प्रसव आदि को मजबूत बनाने हेतु विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक अशोक कुमार, सीडीपीओ आईसीडीएस, मुखिया आभा कुमारी सचिन, पिरामल फाऊंडेशन के राज्य स्तरीय अधिकारी राम शंकर सिंह, जिला लीड पल्लवी बॉस, डी पी एच ओ अर्जुन गोस्वामी, कुश कुमार, सीएचओ चंद्रदीप कुमार गुप्ता, एएनएम कांति कुमारी उपस्थित थीं।

सरकारी योजनाओं के लाभ से कोई न रहे वंचित: डॉo माधवी

 बिक्रमगंज प्रखंड के घोसियाकला पंचायत में शनिवार को “विकसित भारत संकल्प यात्रा” कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आयुष्मान कार्ड, सम्मान निधि प्रमाण पत्र एवं अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में बताया गया।   स्वास्थ्य शिविर में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के डॉ० माधवी कुमारी ने राज्य एवं केंद्र के कल्याणकारी योजनाओं के बारे में ग्रामीणों को विस्तार से बताया। “विकसित भारत संकल्प यात्रा” का उद्देश्य सरकार के द्वारा चलाई गई योजनाओं के बारे में जानकारी काे जन-जन तक पहुंचना है।   उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड के तहत सरकारी एवं मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में 5 लाख तक की निशुल्क इलाज उपलब्ध है। स्वास्थ्य शिविर में टीबी, परिवार नियोजन के अस्थाई एवं स्थाई उपाय के बारे में भी जागरूकता के साथ ही ठंड से बचाव के लिए उपाय करने पर जानकारी दी गई।   इस अवसर पर डॉ माधवी कुमारी के अलावा घोसियाकला पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव, एएनम दीपमाला कुमारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणों उपस्थित थे।

दो साल से विद्युत आपूर्ति ठप, कर्मा गांव के किसान परेशान

विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल बिक्रमगंज के काराकाट प्रशाखा के कर्मा गांव के बधार में लगायें गये ट्रांसफॉर्मर से विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं होने से किसान परेशान हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से दो वर्ष से लोग सिंचाई से वंचित हैं।   इस समस्या के समाधान के लिए ग्रामीणों ने भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रो. बलिदान मिश्रा से अपनी सारी समस्या को कही। किसान चुलबुल सिंह, अजय सिंह, मिंटू सिंह, अनिल सिंह सहित सैकड़ो किसानों ने बताया कि दो साल से 11 केवी के तार टूटा हुआ है। विभाग के कनीय अभियंता को टूटे तार की मरम्मति कर बिजली बहाल करने का आवेदन दिया गया था।   इसके अलावा कई बार बिजली विभाग के कार्यालय जाकर तार मरम्मत कर बिजली बहाल करने का आग्रह किया गया। लेकिन, अब तक बिजली की आपूर्ति नहीं की गयी। किसान ने बताया कि इस ट्रांसफॉर्मर से 50 बीघा खेत का पटवन किया जाता है। दो साल पहले आंधी – तूफान से तार टूटकर गिर गया था, लेकिन विभागीय लापरवाही से अब तक न तार की मरम्मत की गयी, नहीं बिजली की आपूर्ति हो पायी। रबी फसल की बुआई के बाद फसल का पटवन इसी ट्रांसफॉर्मर से किया जाता है। अगर तार की मरम्मति नहीं की जाती है, तो रबी फसल का पटवन नहीं हो सकेगा। कर्मा गांव के राहुल सिंह, अजय सिंह, विंध्याचल सिंह सहित कई किसानों ने तार की मरम्मत कर जल्द बिजली बहाल करने की मांग की है।   भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर बलिराम मिश्रा ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से दूरभाष पर बात करके इस समस्या के जल्द से जल्द समाधान करने की बात कहीं। प्रोफेसर मिश्रा ने कहा कि अगर अधिकारी किसानों के मांगों को अनुसूना करते हैं और जल्द उसका कोई निदान नहीं निकलते तो बाध्य होकर के किसान और मजदूरों को साथ लेकर के जन आंदोलन छोड़ा जाएगा।   ताकि जल्द से जल्द किसानों को बिजली उन्होंने कहा कि किसानों के लिए बिहार सरकार ने जो रोड मैप बनाया है वह बिल्कुल फेलुअर हो रही है। ना धान उचित मूल्य पर लिया जाता है ना रबी फसल उचित मूल्य पर लिया जाता है ना खेती के समय में बिस्कोमान में खाद मुहैया कराई जाती है ना बिजली समय पर दी जाती है। जिससे किसान दिनों दिन कमजोर होते जा रहे हैं। इसलिए अब समझ आ गया है कि अपना घर छोड़कर के रोड पर निकाल करके आंदोलन किया जाए ताकि इस गूंगी बहरी सरकार को अपनी मांग मनवाने में आसानी हो सके। प्रोफेसर मिश्रा ने इस आशय की जानकारी दूरभाष पर जिला समाहर्ता को दी। जिला समाहर्ता ने कहा कि बहुत जल्द इसका निदान किया जाएगा। कनीय विद्युत अभियंता आशीष कुमार ने बताया गया कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है।