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हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया रक्षाबंधन का त्योहार

रक्षाबंधन का त्योहार प्रखंड क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने भाइयों के कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर रक्षा का संकल्प दिलाया। भोर से ही भाई बहनों के घर जाने के लिए निकल पड़े।   इस बार रक्षाबंधन का त्योहार बुधवार की रात 8:29 बजे से गुरुवार सुबह 7:26 बजे तक ही था। लोगों ने बुधवार को भद्रा होने से कारण रक्षाबंधन का पर्व गुरुवार को मनाया। सुबह लोगाें ने स्नान आदि के बाद तैयार होकर बहनों से कलाई पर राखी बंधवाई। राखी बांधने से पहले बहनों ने भाइयों का मुंह मीठा किया और तिलक लगाया। भाइयों ने बहनों की रक्षा का संकल्प लिया।   शहर से लेकर देहात तक मिठाई की दुकानें सज गईं थीं। बहनों ने मिठाई और राखी की दुकान पर खरीदारी जमकर की। सुबह बाइक से बहनें भाई के घर गईं। कहीं-कहीं भाइयों ने बहनों के घर जाकर राखी बंधवाया। पूरे दिन रक्षा का पर्व धूमधाम से मनाया गया।   बच्चाें में भी रक्षाबंधन का उल्लास देखने को मिला। भाइयों ने बहनों की लंबी उम्र के लिए दुआ मांगी। रक्षाबंधन का त्योहार बिक्रमगंज, काराकाट, संझौली, सूर्यपुरा, दावत और नासरीगंज में भी धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान हर जगह चहलपहल रही।

बुद्धिजीवियों ने पौधरोपण कर मनाया रक्षाबंधन का त्योहार

बिक्रमगंज शहर के मौनी बाबा यमुनादास लखराजो देवी महिला महाविद्यालय के संस्थापक सचिव सह भाजपा बिहार प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रोफेसर डॉ बलिराम मिश्रा के नेतृत्व में शहर के बुद्धिजीवियों ने भाई-बहन के अटूट प्रेम के पावन पर्व रक्षाबंधन का त्योहार पौधरोपण कर मनाया।   इस मौके पर बर, पीपल एवं पाकड़ का वृक्ष एक साथ महाविद्यालय मुख्य द्वार के दोनों तरफ लगाया। साथ ही मौके पर डीएवी पब्लिक स्कूल सेमरा बिक्रमगंज के प्राचार्य प्रेमचंद्र त्रिपाठी, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमरेंद्र मिश्रा सहित अन्य समाजसेवी लोग भी उपस्थित रहे।   वृक्षारोपण के उपरांत डॉ मिश्रा ने कहा कि वृक्ष प्रकृति की एक अनमोल देन है और यहीं वजह है कि भारत में वृक्षों को प्राचीन काल से ही पूजा जाता रहा है। आज भी यह प्रथा कायम है। वृक्ष हमारे परम हितैसी निःस्वार्थ सहायक अभिन्न मित्र हैं।   उन्होंने कहा कि इन तीनों वृक्षों की महत्ता शास्त्रोक्त विधि एवं आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में बताया गया है। वृक्षों के बिना अधिकांश जीवों की कल्पना भी नहीं की जा सकती। वृक्षों से ढके पहाड़, फल और फूलों से लदे वृक्ष, बाग, बगीचे मनोहारी दृश्य उपस्थित करते हैं और मन को शांति प्रदान करते हैं। वृक्षों से अनेकों लाभ हैं जैसे वृक्ष अपनी भोजन प्रक्रिया के दौरान वातावरण से कार्बन डाइ ऑक्साइड लेते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं। जिससे अनेक जीवों का जीवन संभव हो पाता है।   वहीं डीएवी पब्लिक स्कूल सेमरा बिक्रमगंज के प्राचार्य प्रेमचंद्र त्रिपाठी ने कहा कि वृक्षों से हमें लकड़ी, घास, गोंद, रेजिन, रबर, फाइबर, सिल्क, टैनिन, लैटेक्स, हड्डी, बांस, केन, कत्था, सुपारी, तेल, रंग, फल, फूल, बीज तथा औषधियां प्राप्त होती हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमरेंद्र मिश्रा ने कहा कि वृक्ष पर्यावरण को शुद्ध करने का कार्य करते हैं और प्रदूषण को दूर करते हैं। साथ ही ध्वनि प्रदूषण को दूर करते हैं। वायु अवरोधक की तरह काम करते हैं और इस तरह आंधी व तूफान से होने वाली क्षति को कम करते हैं।   वृक्ष की जड़ मिट्टी को मजबूती से पकड़ कर रखती है, जिससे भूमि कटान रुकता है। अन्यथा पहाड़ों पर से मिट्टी बह कर मैदानी क्षेत्रों में आती है और वहां वह नदियों के धरातल में जमा होकर नदियों की गहराई को कम कर देती। परिणाम स्वरूप मैदानी इलाकों में अधिक वर्षा होने पर जल्दी बाढ़ आती। वृक्ष वर्षाजल को धरा पर रोकते हैं और वातावरण को नम रखते हैं। वृक्ष वर्षाजल को तेजी से बहने से रोकते हैं, जिससे जल पृथ्वी में नीचे तक पहुंच पाता है और भूमिगत जल स्तर बढ़ाता है। वृक्ष सूर्य के ताप से जीवों को बचाते हैं। अनेकों जीव इसकी गोद में शरण पाते हैं और इसके फल, फूल, जड़, तना तथा पत्तों से अपना पोषण करते हैं।   मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता रामानुज पांडेय , प्रोफेसर प्रेम कुमार पांडेय , प्रोफेसर एन.एम. कुरैशी , विजय कुमार मिश्रा एवं निलेश तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।

सत्ता परिवर्तन नहीं व्यवस्था परिवर्तन पर हो बल-राजेंद्र ‌

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नगर इकाई बिक्रमगंज के तत्वाधान में बुधवार को नगर के सिकरिया बस्ती में रक्षाबंधन उत्सव का आयोजन किया गया।   बौद्धिककर्ता के रूप में उत्सव में उपस्थित दक्षिण बिहार प्रांत के प्रांत कार्यवाह राजेंद्र ने विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उत्सव राष्ट्र जागरण का माध्यम है। समाज में समय-समय पर्व एवं उत्सव मनाने का प्रचलन है। इस तरह प्रत्येक वर्ग एवं समाज के लोग एकत्रित होते हैं और एक दूसरे को जानने का प्रयास करते हैं।   जिससे आप उसकी विसंगतियां दूर होती है और सौहार्द का रास्ता प्रशस्त होता है। इस दौरान उन्होंने 3 पी के कॉन्सेप्ट का वर्णन करते हुए बताया कि पानी, पेड़ और प्लास्टिक मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण विषय है। जिसमें पानी एवं पेड़ को संरक्षित करने तथा प्लास्टिक का प्रत्याग करने का सूत्र बताए। इसी तरह उन्होंने राम मंदिर निर्माण निधि समर्पण की चर्चा करते हुए बताया कि 5 लाख 35 हजार गांव से ग्रामीणों द्वारा निधि समर्पण किया गया। यह व्यवस्था परिवर्तन का उदाहरण है।   राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सत्ता नहीं व्यवस्था परिवर्तन पर विश्वास करता है। जिसके अंतर्गत भारत सुपर पावर नहीं विश्व गुरु के राह पर चल पड़ा है। जिसमें संपूर्ण विश्व की भलाई हमारा उद्देश्य है।   कार्यक्रम में नगर सहित जिला के कई अधिकारी एवं स्वयंसेवक उपस्थित हुए। कार्यक्रम का समापन भागवत ध्वज एवं वृक्ष को स्वयंसेवकों ने रक्षा सूत्र बांधकर किया।

बकरी पालन योजना को लेकर पशु चिकित्सा केंद्र में बैठक

पशु चिकित्सा केंद्र बिक्रमगंज प्रांगण में पशु चिकित्सा पदाधिकारी आकाश दीप ने किसानों के साथ बैठक की। बैठक में बकरी पालन योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार सरकार के द्वारा बकरी पालन योजना की शुरुआत की गई है|   इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के जो भी बेरोजगार युवक हैं, वे अपना खुद का बकरी पालन व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, क्योंकि बकरी पालन व्यवसाय में बकरी पालन शेड बनाने के लिए बिहार सरकार के द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाएगी|   इसके अलावा बिहार के किसान भाई जो खेती किसानी के साथ-साथ बकरी पालन व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं| वे भी इस योजना का लाभ उठाकर बकरी पालन व्यवसाय शुरू कर सकते हैं| बकरी पालन व्यवसाय में होने वाले कुल खर्च का लगभग 60% तक की सब्सिडी बिहार सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी| उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग की बकरी पालन योजना के तहत आवेदन ऑनलाइन हो रहा है।   जिसमें 10 बकरी 1 बकरा, 20 बकरी 1 बकरा, 40 बकरी 2 बकरा इसी तरह से देने की योजना है। बकरी पालन के लिए सरकार सामान्य जाति को 50 प्रतिशत और अनुसूचित जाति को 60 प्रतिशत अनुदान देगी। उन्होंने कहा कि इच्छुक पशुपालक बकरी पालन कर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं।   उन्होंने कहा इस योजना का लाभ उठाने के लिए जो भी किसान इच्छुक हैं वे उनसे संपर्क कार्यालय में या मोबाइल से कर सकते हैं। सभी सम्भव सहयोग करने के लिए विभाग तत्पर है। बैठक में किसान संत सिंह, सुदामा यादव, सुरेश चौधरी, सिकंदर राम, हृदयानंद पासवान आदि थे।

पूर्व वार्ड पार्षद के पुण्यतिथि पर बच्चों के बीच बांटी गई पाठ्य सामग्री

बिक्रमगंज नगरपरिषद के पूर्व वार्ड पार्षद धनगाईं निवासी स्व. कमलेश सिंह की पुण्यतिथि उनके पैतृक गांव धनगाईं में मनाया गया। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने स्व. सिंह के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। लोगों ने दो मिनट का मौन रख मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। तथा उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की चर्चा की। लोगों ने उन्हें एक समाजसेवी और गरीबों के संरक्षक बताया।   इस मौके पर धनगाईं और नगर के आसपास के दर्जनों स्कूली बच्चों का कापी, कलम, रेजर, कटर सहित विभिन्न तरह की पाठ्य सामग्री का वितरण किया गया। नगर परिषद कर्मी रंगबहादूर सिंह, माधुरी सिंह, राहुल प्रियदर्शी, निधि सिंह, संतोष कुमार सिंह, उत्कर्ष सिंह, स्वातिका सहित कई लोगों ने स्व. सिंह के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के शिकायत पर प्रखंड प्रमुख ने की एसएफसी गोदाम का निरीक्षण

बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र के जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को शिकायत पर प्रखंड प्रमुख बिक्रमगंज राकेश कुमार सिंह उर्फ वाली सिंह ने बिस्कोमान परिसर में स्थित एस एफ सी के गोदाम का निरीक्षण किया। इस दौरान बीडीओ बिक्रमगंज अमित प्रताप सिंह भी मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान कई तरह की खामियां पाई गई।   प्रमुख ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों ने शिकायत की थी कि एस एफ सी गोदाम पर कभी भी गोदाम प्रबंधक नहीं रहते हैं। कई नाजायज कर्मियों को रख कर काम कराते हैं। ये लोग राशन कम वजन में देते है और शिकायत करने पर यहां तैनात प्रबंधक के लठैत दुर्व्यवहार करते हैं तथा मारपीट करने को तैयार हो जाते हैं। कई माह से बोला के राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है।   उधर ट्रांसपोर्टर दुकान तक राशन नहीं पहुंचाते है, साथ हीं पालदारी की मांग करते हैं। दुकानदारों के इन शिकायतों की जांच की गई तो लगभग सभी शिकायतें सही पाई गई। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विभाग के वरीय पदाधिकारी को रिपोर्ट किया जाएगा और गोदाम प्रबंधक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की जाएगी।

रक्षाबंधन के पूर्व संध्या पर द डिवाइन पब्लिक स्कूल में कराया गया राखी प्रतियोगिता

भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन के त्योहार की पूर्व संध्या पर द डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बच्चों के बीच राखी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।विद्यालय के विभिन्न हाउस के विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई रंग-बिरंगी मनमोहक राखियों ने सबका मन मोह लिया।   निर्णायक मंडली के द्वारा सभी हाउस से प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विद्यार्थियों का चयन किया गया। सरस्वती हाउस की यशोदा कुमारी ने प्रथम, अनुष्का ने द्वितीय तथा हिमांशु कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। नर्मदा हाउस की अंजली ने प्रथम, रिमझिम ने द्वितीय तथा ऋचा और शिवन्या ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। गंगा हाउस की रिया पटेल ने प्रथम, रेशमा और सान्या ने द्वितीय तथा रौशनी सिंह और रौशनी कुमारी की जोड़ी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।   इसी प्रकार यमुना हाउस की समीक्षा ने प्रथम, तान्या कुमारी ने द्वितीय तथा अद्विता कुमारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।   इस अवसर पर विद्यालय के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों की क्रिएटिविटी को बढ़ाने के लिए समय – समय पर कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। राखी प्रतियोगिता में विद्यार्थियों का हुनर उभरकर सामने आया है। राखियों के निर्माण के लिए पूरी तरह से इको-फ्रेंडली चीज़ें प्रयुक्त हुई हैं। इससे विद्यार्थियों की पर्यावरण के प्रति संवेदना का भी पता चलता है।रक्षाबंधन का त्योहार समाज के सभी लोगों को सुरक्षा एवं कर्तव्य का स्मरण कराता है।   इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक अभिषेक कुमार,आनंद कुमार, राहुल कुमार सिंह, प्रशासिका कुमारी अर्चना सिंह, संगीता सिन्हा इत्यादि मौजूद रहे।

महाविद्यालय के स्थापना दिवस पर संस्थापक को किया नमन

अनजबित सिंह महाविद्यालय के स्थापना दिवस पर संस्थापक स्वर्गीय नेपाल सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रशासक और महाविद्यालय कर्मियों ने नमन किया।   महाविद्यालय के प्रशासक सह भूमि सुधार उपसमाहर्ता अविनाश कुमार ने कहा कि एक किसान परिवार में जन्मे नेपाल सिंह ने 1957 में महाविद्यालय की स्थापना की जो अपने आप में एक मिशाल के तौर पर सदियों तक याद रखा जाएगा। उस जमाने में ग्रामीण क्षेत्र लोग पढ़ाई लिखाई के बारे में भी नहीं सोंचते थे। देश 1957 के दस साल पहले यानी 1947 में आजाद हुआ था। गरीबी, अशिक्षा भुखमरी विरासत में मिली थी। अंग्रेजों ने देश को खोखला कर दिया था। किन्तु आजादी के दस साल बाद ही ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा का अलख जगाने के लिए नेपाल सिंह जी, जो शुद्ध रूप से एक किसान के बेटे थे ने महाविद्यालय की स्थापना की।   एक किसान द्वारा महाविद्यालय की स्थापना उस जमाने में कोई सोंच भी सकता था। लेकिन नेपाल बाबु ने इसको साकार किया। इससे उनके दूरदर्शी सोंच की जितनी भी प्रशंसा की जाय वह कम है। आज हजारों लड़के लड़कियां इस महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। अनगिनत छात्र छात्राएं यहां से शिक्षा प्राप्त करने के सरकारी और निजी क्षेत्र में काम करते हुए समाज की सेवा में लगे हैं।   प्रशासक ने महाविद्यालय के छात्र छात्राओं से अपील की कि आप प्रतिदिन कॉलेज में आएँ और नियमित रूप से क्लास करें। अभिभावकों से भी अपील की वे अपने बच्चों को नियमित रूप से क्लास करने के लिए प्रोत्साहित करें। राजभवन और सरकार के स्तर पर निर्देश दिया गया है कि जिन छात्रों की उपस्थिति 75 प्रतिशत नहीं है होगी उन्हें परीक्षा फार्म भरने से रोक दिया जाए। सभी विषय में शिक्षक उपलब्ध हैं। उन्होंने छात्रों से कहा है कि अगर कोई शिक्षक क्लास नहीं लेते हैं उनके बारे में तत्काल प्रशासक को सूचना दी जाय। वैसे हमारे शिक्षक प्रतिदिन कॉलेज में आते हैं और क्लास लेने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने कर्मियों को भी कहा कि आप छात्रों के काम का निबटारा करने में कोताही नहीं करेंगे। महाविद्यालय छात्रों के लिए ही बना है। इसलिए उनको कोई परेशानी न हो इसका ख्याल रखा जाय।   अंत में प्रशासक ने महाविद्यालय के संस्थापक पूजनीय नेपाल सिंह जी के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की कि वे उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करें और महाविद्यालय का चतुर्मुखी विकास हो इसकी मंगल कामना की। मौके पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिका, शिक्षकेत्तर कर्मी और छात्र-छात्रा उपस्थित थे।

ससुराल गया युवक लापता, दस दिन बाद भी नहीं मिला कोई सुराग, परिजन बेहाल

बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र के नोनहर गांव से अपने ससुराल गया युवक लापता, दस दिनों बाद भी युवक का कोई सुराग नहीं मिल सका है।   परिजन बेहाल है। बताया जाता है कि नोनहर निवासी बीरेन्द्र राम का 20 वर्षीय पुत्र विकास राम 17 अगस्त को अपने दादा जामदार राम के साथ अपने ससुराल औरंगाबाद जिला के मोर डिहरी गया था। दो दिनों बाद उसके दादा वापस गांव लौट आए।   उसके एक दिन बाद युवक अपने ससुराल के लोगों से शौच करने सोन नदी के तट की ओर जाने की बात कह निकला, लेकिन वापस लौटकर नहीं आया। काफी खोजबीन के बाद भी जब कोई सुराग नहीं मिला तब परिवार के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। युवक के गायब होने से उसकी पत्नी और परिवार वालों का बुरा हाल है।

गणिनाथ महोत्सव को लेकर रविवार को हुई वैश्य परिवार की बैठक

लक्ष्मी नारायण मार्केट बिक्रमगंज के सभागार में वैश्य परिवार की एक बैठक नगरपरिषद बिक्रमगंज के पूर्व सभापति गुप्तेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता में की गई।   बैठक में आगामी 9 सितंबर को गणिनाथ मंदिर बिक्रमगंज के प्रांगण में आयोजित गणिनाथ महोत्सव को सफल बनाने को लेकर चर्चा किया गया।   गुप्तेश्वर प्रसाद बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि महोत्सव में बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ, सांसद महाबली सिंह, विधान पार्षद राधाचरण सेठ, विधायक सुदामा प्रसाद, विधायक राजेश गुप्ता, विधायक अरुण कुमार सिंह, विधान पार्षद संतोष कुमार सिंह, पूर्व विधान पार्षद श्रीकृष्ण कुमार सिंह, पूर्व विधायक राजेश्वर राज, पूर्व विधायक संजय यादव, जदयू नेता आलोक सिंह सहित कई प्रदेश और जिला स्तर के नेता भाग लेंगे।   बैठक में नरेंद्र गुप्ता, लारा गुप्ता, हरेराम गुप्ता, अमन गुप्ता सहित कई लोग शामिल थे।