बिक्रमगंज शहर के इंदु तपेश्वर सिंह महिला कॉलेज बिक्रमगंज में महाविद्यालय संस्थापक सहकारिता सम्राट तपेश्वर बाबू का धूमधाम से 95 वां जयंती समारोह मनाया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम महाविद्यालय प्रांगण मे स्थापित आदमकद प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर माल्यार्पण कर लोगो ने श्रद्धासुमन अर्पित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ बिनोद कुमार सिंह ने की। उन्होंने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तपेश्वर बाबू महिलाओं के उत्थान के साथ साथ देश हीं नहीं अपितु विदेश में भी सहकारिता के क्षेत्र में परचम लहराया था। वहीं कार्यक्रम के संचालन महाविद्यालय के उप प्रधानाचार्य डॉ उमेश्वर प्रसाद सिंह उर्फ नेहरू ने कहा कि तपेश्वर बाबू कई दशक पूर्व हीं महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य किए थे। वे युग पुरुष है।इसकी शुरुआत के साथ हीं बिक्रमगंज में इंटर एवं डिग्री कॉलेज, आरा मुख्यालय में डिग्री कॉलेज एवं इंटर कॉलेज, दिनारा प्रखंड रोहतास में हाई स्कूल इंटर कालेज एवम अन्य कई जगह पर हाई स्कूल इंटर कालेज की स्थापना किए। जो कि आज उनके ही पद चिन्ह पर चलते हुए उनके ज्येष्ठ पुत्र डॉ अजय कुमार सिंह पूर्व सदस्य बिहार विधान परिषद सह सचिव के कुशल निर्देशन में सभी महिला कॉलेज का चहुमुखी विकास के साथ हीं सुचारू रूप से चल रहे हैं। इन सभी संस्थाओं से अध्ययन कर बच्चियां देश के कोने कोने में शीर्ष पदों पर सुशोभित है।महाविद्यालय के इंटर कालेज के प्राचार्य प्रो शशि रंजन कुमार ने तपेश्वर बाबू के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तपेश्वर बाबू को हम सभी कभी नहीं भूल सकते हैं। आज भी उनके द्वारा स्थापित संस्थान उनकी जीवनी के मार्गदर्शन को अपना कर बेटियों को उच्च शिक्षा देने का कार्य कर रहा है। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक एवं स्थानीय प्रबुद्ध नागरिक ने भी उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला। महाविद्यालय के शिक्षक डा मनोज कुमार सिंह, डा रविन्द्रसिंह, डा उदय प्रताप सिंह, डा विनोद मेहता, डा विपिन बिहारी सिंह, डा पुष्पा सिंह, डा उमेश सिंह, डा हरेंद्र सिंह, डा उपेंद्र प्रसाद सिंह, डा इंदल सिंह, डा राणा संतोष, डा दिवाकर पांडेय, अजय सिन्हा, अंशु कुमारी, रमाकांत सिंह प्रधान सहायक, सोनू कुमार, हिमांशु कुमार, प्रविंद कुमार असगर आलम, रिंकी कुमारी, ललटू दूबे, विजय कुमार राय, मनोज सिंह, जाहिद खान, राजीव रंजन सिंह, निजामुदिन खान, मेंहरे आरा, साधना कुमारी, डा नीरजा सिंह आदि शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी एवं छात्रा उपस्थित थी।