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मां आस्कामिनी मंदिर के सभागार में हिंदुत्व पर संगोष्ठी आयोजित

प्रज्ञा प्रवाह बिक्रमगंज के तत्वावधान में मां आस्कमिनी के सभागार में हिंदुत्व विषय पर संगोष्ठी सह मासिक व्याख्यान माला आयोजित की गई। जिस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो.शैलेंद्र ओझा प्राचार्य डेहरी कॉलेज, मुख्य वक्ता प्रो. (डॉ) किस्मत कुमार सिंह विभागाध्यक्ष दर्शनशास्त्र वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा, कार्यक्रम के अध्यक्ष आस्कमिनी मंदिर संरक्षक गया सिंह तथा मासिक व्याख्यान माला आयोजन समिति के नियमित अध्यक्ष डॉ.अमरेंद्र कुमार मिश्रा की उपस्थिति में हिंदुत्व विषय पर चर्चा की गई। उक्त दौरान प्रो. किस्मत कुमार सिंह ने कहा कि हिंदुत्व एक जीवन पद्धति और दुनिया का मंत्र एक पुराना धर्म है। यह धर्म अपने आप में सहिष्णु है, वैसे देखे तो हिंदुत्व जो है दुनिया का प्राचीनतम धर्म में से एक होते हुए आज दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में इसके मानने वाले लगातार बढ़ रहे हैं और हिंदुत्व से जुड़ रहे हैं। मुख्य अतिथि प्रो. शैलेंद्र ओझा ने कहा कि हिंदुत्व शब्द हीं अपने आप में एक ऐसा शब्द है जो जीवन को सफल बनाता है। हिंदुत्व कभी किसी भी प्रकार का हिंसा करने का अनुमति नहीं देता है। जहां धर्म है वहां हिंदुत्व है और जहां हिंदुत्व है वही धर्म है। मंदिर के संरक्षक गया सिंह ने कहा कि हिंदुत्व की कोई साधारण सा विषय नहीं है। एक बहुत ही यह सारगर्भित शब्द है इसको जानने के लिए कई वर्ष लगेंगे और तब जाकर के हम लोग हिंदुत्व को समझ पाएंगे। कार्यक्रम के नियमित अध्यक्ष मासिक व्याख्यान माला नियमित अध्यक्ष डॉ.अमरेंद्र कुमार मिश्रा ने कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रस्तावना में हिंदुत्व विषय की वर्तमान में प्रासंगिकता तथा उसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व आज के वर्तमान जीवन शैली का एक जीवंत उदाहरण है। अगर हिंदुत्व नहीं रहा तो शायद दुनिया में मानवता नाम का चीज खत्म हो जाय। आज हिंदुत्व ही हमें सिखाता है वसुधैव कुटुंबकम् अर्थात पूरा विश्व हमारा परिवार है। ऐसा मानने वाला अगर कोई धर्म है तो वह हिंदुत्व अर्थात हिंदू धर्म ही है। कार्यक्रम का संचालन प्रज्ञा प्रवाह के संयोजक अरुण कुमार ने की। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा प्रवाह एक राष्ट्रवादी संगठन है। जो राष्ट्रहित में वर्षों से लगा हुआ है तथा समाज के जो प्रबुद्ध लोग है अर्थात जो सज्जन पुरुष हैं, उनको एक मंच पर लाकर के वर्तमान में नौजवानों को उनसे सीखने का एक मार्ग प्रदान कर रहा है। ऐसा व्याख्यान माला का आयोजन प्रत्येक महीने कोई ना कोई एक नए विषय पर होते रहेंगे। अंत में प्रज्ञा प्रवाह के सह संयोजक डॉ दिलीप कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित की तथा उन्होंने अपने धन्यवाद ज्ञापन में आए हुए मुख्य अतिथि,मुख्य वक्ता, मंदिर के संरक्षक, मासिक व्याख्यानमाला आयोजन समिति अध्यक्ष, विभिन्न विद्यालयों से आए हुए प्राचार्य, निदेशक, विद्वत शिक्षक बृंद तथा समाज से आए हुए सामाजिक कार्यकर्तागण पूर्व विधायक राजेश्वर राज, पूर्व जिलाध्यक्ष मदन वैश्य, अधिवक्ता कुलदीप दुबे, रामनरेश पांडेय, नवीन चंद्र साह, अधिवक्ता रविंद्र कुमार, रवि, अजय एवं प्रिंट मीडिया तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से आए हुए सभी पत्रकार बंधुओ को धन्यवाद दिए। उन्होंने कहा कि आप सभी आकर प्रज्ञा प्रवाह की मासिक व्याख्यान माला में चार चांद लगा दिए। इसके लिए हम आपको कोटि-कोटि धन्यवाद देते हैं तथा आपके आभारी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक महीने ऐसे व्याख्यान माला आयोजित होते रहेंगे। अंत में शांति पाठ कर कार्यक्रम की समाप्ति की गई।

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