बिक्रमगंज नगर सहित ग्रामीण इलाकों में उमस वाली गर्मी के साथ विद्युत व्यवस्था को लेकर आम जनता परेशान है। भीषण गर्मी के मौसम में बिजली की आंख मिचोली की समस्या से लोग परेशान है। नगर सहित ग्रामीण इलाकों में प्रतिदिन कई बार लोगों को अघोषित कटौती का सामना करना पड़ता है। लोगों का कहना है कि तेज धूप है। उमस ने सभी को परेशान करके रखा है। ऊपर से बिजली की आंख मिचोली में अघोषित कटौती इस समय आग में घी डालने का काम करती है। रात हो या दिन किसी भी वक्त बिजली गुल हो जाती है एक दिन में 8 से 10 घंटे बिजली गुल होना आम बात हो गया है। बुधवार को नगर सहित ग्रामीण इलाकों में उमस वाली गर्मी में 10 घंटे बिजली गुल रही। रात के वक्त लो वोल्टेज के कारण कूलर व पंखे काम करना बंद कर देते हैं। बिजली की आंख मिचोली के कारण छोटे-छोटे बच्चों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र में कब बिजली आएगी और कब कटेगी इसका कोई समय सारणी ही नहीं है। बिजली कटौती ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। बावजूद इसके बिजली विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह स्थिति क्षेत्र में लगातार बनी हुई है। गर्मी के मौसम में लोगों को नियमित रूप से बिजली नहीं मिलने से परेशानी और भी बढ़ गई है। एक तरफ उपभोक्ता बिजली कटौती से परेशान है तो दूसरी ओर अधिकारी और कर्मी बिजली चोरी के नाम पर अवैध वसूली में व्यस्त है। बताया जाता कि सभी प्रक्षेत्र के जेई विभिन्न कर्मियों के साथ फिल्ड में निकल जाते है और बिजली चोरी को लेकर छापेमारी करते है। इस दौरान जो भी पकड़े जाते है, उन पर जुर्माना और प्राथमिकी दर्ज कराने का धौस दिखाकर एक मोटी रकम की मांग करते है। इनके धौंस से डर कर जो लोग इनकी मांग को पूरी करते है, उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जाती है और जो लोग उनकी मांग की पूर्ति नहीं करते है उन पर जुर्माना लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई जाती है। उपभोक्ता बताते है कि प्रति दिन बिजली चोरी को लेकर 15 से 20 उपभोक्ताओं को पकड़ा जाता है, लेकिन कार्रवाई मात्र 3 – 4 उपभोक्ताओं पर हीं होती है। बिजली विभाग इसको अपना रूटीन वर्क बना लिए है। लोगों का कहना है कि बिजली आपूर्ति की दयनीय स्थिति की शिकायत के लिए विभागीय अधिकारी को फोन किया जाता है तो कोई फोन रिसीव नहीं करता है। अधिकतर कार्यालय में शिकायत पंजी उपलब्ध नहीं है। जहाँ उपलब्ध है उसे देखने वाला कोई नहीं है।
सरकार को बदनाम करने में लगे है अधिकारी
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रो. बलिराम मिश्र कहते है कि बिजली विभाग के अधिकारी विपक्ष के साथ मिलकर सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रहे है। इस चुनावी वर्ष में आपूर्ति बाधित कर विपक्ष को चुनाव में बिजली को मुद्दा बनाने का मौका दे रहे है। श्री मिश्रा ने डीएम रोहतास उदिता सिंह से इस मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों और कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। गुड्डू उपाध्याय ने भी बिजली आपूर्ति बाधित होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए, इसमें तत्काल सुधार करने की मांग की है। इस संबंध में एसडीओ बिक्रमगंज राजकुमार से पूछने पर कहते है कि बिजली कटैती ऊपर से हीं हो रही है। कभी कभी स्थानीय समस्या को दूर करने के लिए कर्मी शौर्ट डाउन लेते है। उन्होंने अवैध वसूली के मामले को गंभीर बताते हुए, इसकी जाँच कराये जाने की बात कहीं है।