*मलेरिया से झारखंड में 52% मरीज सिर्फ 2 जिलों में , बोकारो में भी आंकड़े बढे हैं मलेरिया मरीजों के*
*झारखंड में मलेरिया की स्थिति गंभीर है पिछले दिनों साहिबगंज में ब्रेन मलेरिया से बच्चों की हुई है मौत*
*झारखंड का मलेरिया विभाग VBD कितना सक्रिय और संवेदनशील है इसी से अंदाज लगा लीजिए प्रश्न चिन्ह खड़ा है ऐसे विभाग पर*
*बोकारो झारखंड से कौस्तुभ कुमार मलयज की विशेष रिपोर्ट बता रही है*
*बोकारो / रांची/ झारखंड*
*इन 2 जिलों में प्रमुखता से पश्चिमी सिंहभूम और पूर्वी सिंहभूम जिले का नाम शामिल है*
*धनबाद जामताड़ा कोडरमा और देवघर में मलेरिया के मरीजों की संख्या कम पाई गई है वहीं बोकारो में मलेरिया मरीजों की संख्या बढी है*
*झारखंड में वर्ष 2024 के दौरान मलेरिया के कल 17273 मरीज पाए गए सरकार द्वारा एकत्रित जिला वार मलेरिया आंकड़ों के अनुसार मलेरिया के सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम में पाया गया*
*पूर्वी सिंहभूम में मलेरिया के 4727 और पश्चिमी सिंहभूम में मलेरिया के कुल 9095 मरीज हैं यह राज्य में मलेरिया के कुल मरीजों का 52.65% है*
*राज्य में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 100 में से 40 मरीज मलेरिया के 100 में से 28 मरीज कुत्ता काटने के इसके अलावा 100 में से 3 मरीज सांप काटने के पाए जाते हैं*
*बताते चले की पिछले वर्ष मलेरिया विभाग VBD के सुंदर पहाड़ी के क्षेत्रों आउटब्रेक हुआ था जहां कई बच्चों की जान गई थी और नया ताजा मामला साहिबगंज के ब्रेन मलेरिया से जुड़ा हुआ है जहां बच्चों की जान गई है जो भी इस विभाग के लापरवाह लोग हैं खुलेआम है और उन पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है अभी हाल में ही देखा गया है होटल में संगीत और समीक्षा बैठक करते नजर आए हैं