Bakwas News

6एक्स नेक्स्ट जेन के द्वारा शिक्षा जगत में क्वांटम जम्प

बिक्रमगंज शहर के डुमरांव रोड स्थित संत एस एन ग्लोबल स्कूल में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। प्रेसवार्ता में शहर के सभी स्वतंत्र पत्रकारों सहित सभी समाचारपत्रों के प्रतिनिधि उपस्थित रहें।प्रेसवार्ता में उपस्थित पत्रकारबन्धुओं को सम्बोधित करते हुए संत एस एन ग्लोबल स्कूल के निदेशक प्रकाश आनन्द ने आज की युवा पिढी और स्कूल, कॉलेज आदि के छात्र – छात्राओं के लिए स्वयं के द्वारा डिज़ाइन किए गए एक चमत्कारिक स्टडी प्रोग्राम ‘6 एक्स नेक्स जेन स्कॉलर प्रोग्राम’ के विषय में विस्तार से बताया।विगत कई वर्षों से वे शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत रहते हुए छात्र – छात्राओं सहित शिक्षकों एवं अभिभावकों के द्वारा पठन – पाठन के अलावे भी उपस्थित अनेक गम्भीर चुनौतियों व समस्याओं के समाधान पर खोज कर रहे थे।आज के उत्तर आधुनिक समय में एक छात्र, एक शिक्षक या एक अभिभावक अनेक चुनौतियों से, दबाव जूझ रहे हैं, जैसे करियर, पढाई, सम्बन्धों के क्षेत्र में चुनौतियां। इन्हीं चुनौतियों से निपटने में प्रकाश आनन्द ने क्वांटम अवेयरनेस,एन एल पी,लॉ ऑफ अट्रेक्शन,आदि की सहायता से अनेक मेटा मॉडल्स को विकसित किया है जिसका समेकित रूप 6 एक्स नेक्स जेन स्कॉलर प्रोग्राम के माध्यम से छात्रों को सीखने को मिलेगा।प्रकाश आनन्द ने बताया कि यह क्रांतिकारी रूप से बदलाव का वाहक बनने वाला स्टडी-प्रोग्राम स्कूल के पाठ्यक्रम के साथ-साथ बिलकुल निःशुल्क चलाया जाएगा।इस प्रोग्राम का सर्वाधिक आकर्षक पहलू है 6 गुणा कम समय में 6 गुना ज्यादा तेजी से विषय-वस्तु को जानना-सीखना।यानी इस प्रोग्राम के तहत पढाई करने वाले छात्र अपने पाठ्यक्रम को 6 गुणा तेज रफ्तार से सीख पाएंगे।इस कार्यक्रम में निहित ‘गॉड ऑफ मिराकल्स’ एक छात्र को सही मामले में जीवन के सभी क्षेत्र में चमत्कार करने के काबिल बना देगी। पत्रकारों के एक सवाल के जबाब में उन्होंने बताया कि यह सिद्धांत पूर्ण रूप से भारतीय है।इसकी जड़ें कपिल मुनि के सांख्य दर्शन में निहित है।आज लॉ ऑफ अट्रेक्शन जिस रूप में बताया जा रहा है, वह आधा – अधूरा है। इसलिए सफलता का डर मात्र दो प्रतिशत है।ध्यातव्य हो कि बिक्रमगंज के छात्र-छात्राओं को आश्चर्यजनक रूप से लाभ पहुँचाने वाला यह कार्यक्रम संत एस एन ग्लोबल स्कूल में नवसत्र 2025 के अप्रैल माह से शुरू हो जाएगा।इस स्टडी प्रोग्राम को डिजाइन करने में बैंगलोर, पुणे, दिल्ली, अहमदाबाद के विशेषज्ञों का काफी सहयोग रहा है।

Leave a Comment