नगर पंचायत काराकाट गोड़ारी के जमुआ पेट्रोल पंप के पास डंप किये गये कचरा में शनिवार को सफाई कर्मियों ने आग लगा दी। इस कचरे से निकलने वाला जहरीला धुआं मोहल्ले में फैल रहा है। जिससे लोगों का जीना दूभर है गया है। नगर के 12 वार्डो से निकले कचरा डंपिंग यार्ड नहीं होना लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बने दो वर्ष हो गया, लेकिन कचरा प्रबंधन की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो सका है। अभी भी कचरे के डंपिंग की स्थायी व्यवस्था नहीं हो सकी है। डंपिंग ग्राउंड के अभाव में नगर के 12 वार्डों से निकलने वाले कचरे को सफाईकर्मी एनएच 120 बिक्रमगंज- नासरीगंज जमुआ पेट्रोल पंप के समीप मुख्य मार्ग के किनारे व यत्र-तत्र डंपिंग कर रहे है। इसमें गीला कचरा भी है। एक ओर इससे निकल रही दुर्गंध के कारण लोगों का वहां से गुजरना मुश्किल हो रहा है वहीं लोग खतरनाक बीमारियों की चपेट में आ रहे है। लेकिन नपं को इस पर कोई ध्यान नहीं है। नगर से निकले कचरे को एनएच पर डंप किये जाने के बाद उसे जला दिया जाता है। जलाने से कचरे से जहरीला धुंआ निकलता है। जो पर्यावरण के दृष्टिकोण से काफी हानीकारक होता है। बावजूद इसके नपं कर्मियों द्वारा धड़ल्ले से कचरा जलाया जा रहा हैं। पूरे नगर का कचरा यहीं डंप किया जाता है। जिससे महीनों से जमा कचरा के दुर्गंध से आम लोगों का जीना मुहाल हो गया है। एक तरफ डेंगू के डंक से बचाने के लिए विभाग की ओर से नगर पंचायत को जगह-जगह फॉगिंग व एंटी लार्वा छिड़काव का निर्देश दिया गया है। वहीं सड़क के किनारे कचरा की ढेर संक्रमण को न्यौता दे रहा है।
स्वच्छता पदाधिकारी मोइन ने बताया कि कचरा डंपिंग यार्ड बनाने के लिए सरकारी से जमीन उपलब्ध नहीं हुआ है। जमीन मिलते ही डंपिंग यार्ड बनाने की कार्य किया जायेगा।