एनीमिया मुक्ति को लेकर शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण।
अंजनी कुमार
अरवल
राम कृत उच्च विद्यालय कलेर में प्राथमिक मध्य तथा उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक को एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत एकदिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य प्रबंधक एवं पीरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि नीरज कुमार के द्वारा बताया गया कि एनीमिया को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग से समन्वय बनाकर कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। मौके पर जानकारी दिया गया कि 6 अलग-अलग समूह के लोगों को आयरन युक्त दवा दिया जाता है जिसके दायरे में विद्यालय में पढ़ने वाले छात्राओं को उम्र के अनुसार दवा खिलाए जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि जो बच्चे किसी कारणवश विद्यालय में नहीं पहुंचते हैं उनको चिन्हित करते हुए आंगनबाड़ी केंद्र पर प्रत्येक बुधवार को दवा खिलाए जाने का प्रावधान सुनिश्चित किया गया है। मौके पर पीरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि नीरज कुमार के द्वारा प्रधानाध्यापक को आयरन के महत्व पर जानकारी देते हुए बताया कि एनएफ एच एस के रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 54% लड़कियों में खून की कमी पाई गई है। वही 100%के बजाय 68% गर्भवती माताओं में खून पाई गई है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किशोरियों को आयरन की गोली खिलाकर समाज को एनीमिया मुक्त बनाना है। मौके पर शिक्षकों को बताया गया कि किशोरावस्था में यदि आयरन की मात्रा सामान नहीं हो तो छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित होती है वही खेल में भी रुचि नहीं रखते हैं। यहां तक कि उन्हें याददाश्त में कमी हो जाती है। इसलिए शिक्षकों के माध्यम से छात्राओं की आयरन की गोली से संबंधित खाद्य पदार्थों को भी शामिल करने के साथ-साथ स्वच्छता पालन करने का भी प्रशिक्षण दिया गया है। इस मौके शिक्षकों को आयरन की दवा के साथ-साथ पोस्टर एवं किताब भी उपलब्ध कराई गई है। इस अवसर पर उपस्थित हेल्थ एजुकेटर के अलावे प्रखंड के सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं परियोजना प्रबंधक भी प्रशिक्षण में शामिल थे।