बालू लदे ट्रक ने युवक को रौंदा, मौके पर हुई मौत
आक्रोशित ग्रामीणों ने घटना स्थल पर किया सड़क जाम कर आवागमन बाधित कर दिया। ग्रामीण जोरावरपुर गांव में स्पीड ब्रेकर बनाने, घनी आवादी में वाहनों की गति तय करने, सड़क के किनारे लगे बालू के ढेर को तत्काल हटाने, नो इंट्री बहाल करने तथा पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग सरकार और अधिकारियों से कर रहे थे। घटना की सूचना पाकर पुलिस घटना स्थल पर पहुंच शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम भेज दी है। प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन देकर किसी तरह से जाम हटवाया। एक हीं स्थान पर लगातार दो दिनों में सड़क दुर्घटना में दो लोगों की हुई मौत से लोगों में दहशत कायम हो गया है। लोगों का आरोप है कि बालू लेकर जा रहे या बालू लेने आ रहे ट्रकों की गति तेज होने के कारण इस पथ पर नित्य दुर्घटनाएं हो रही है, लेकिन पुलिस और स्थानीय प्रशासन मुक दर्शक बनी हुई है। पिछले दिनों एसडीएम अनिल बसाक ने नो इंट्री लागु कर सड़क दुर्घटना पर बिराम लगाने का प्रयास किया था, लेकिन बालू माफियाओं ने एसडीएम को बौना साबित कर दिया। पूरे जिला के अधिकारी बालू माफियाओं के आगे नतमस्तक है। अवैध बालू का कारोबार हो या सड़क दुर्घटना सभी में जिला के सभी अधिकारी और पुलिस प्रशासन समान रूप से दोषी है। उससे कम इस क्षेत्र के सांसद और विधायक नहीं है। बालू माफियाओं ने इन लोगों के मुँह पर भी नोटों का ताला लगा रखा है।